नमस्कार बहनो और भाइयों. मैं माफी चाहती हू इतने दिन से स्टोरी ना लिखने के लिए. मैं अब से आपके लिए रेग्युलर स्टोरी लौंगी. जैसा की आपने पिछले पार्ट में पढ़ा, कैसे मेरे और मेरे भतीजे के रिश्ते बदल गये. हम अब चुदाई वाले रिश्ते में बाँध गये थे. अब आयेज-
जैसे की आपने पढ़ा उस रात सचिन ने मुझे पूरी रात चोदा, और मॉर्निंग में 5 बजे मैं अपने रूम आ गयी. वरना मेरे पति को हम पर शक हो जाता. फिर कुछ देर बाद पति उठ गये, और मुझे जगाया क्यूंकी रात भर नही सो पाई थी.
वो अपने ऑफीस जाने के लिए रेडी होने लगे. मैने नाश्ता बनाया, और वो ऑफीस निकल गये.
तब तक 8:30 बाज गये थे. मैने सचिन को उठाने की नही सोची. बेचारे ने रात भर मेरी खिदमत की थी. मैने घर का गाते लॉक करके मैड को फोन कर दिया, की आज आने की कोई ज़रूरत नही, और सचिन के रूम में चली गयी.
वो सो रहा था. मुझे भी नींद आ रही थी. मैं उसके पास जाके सोने लगी. इतने में सचिन उठ गया, और मुझे अपने उपर खींच लिया, और किस करने लगा.
मैने माना किया और कहा: तुम तो सो लिए, मैं नही सोई.
फिर वो मेरी छूट सहलाने लग गया. मुझे नींद आ रही थी, पर अछा भी लग रहा था. फिर उसने मेरी निघट्य उतार दी, और मेरी छूट में उंगली करने लग गया, और मैं गरम होने लग गयी. कुछ देर में उसका लंड खड़ा हो गया. फिर मैं उसके लंड को मूह में लेके चूसने लगी.
कुछ देर बाद सचिन ने मुझे लिटाया, और मेरी छूट पर अपने लंड को रगड़ने लगा. वो मुझे तड़पने लगा.
मैं उसको बोलने लगी: प्लीज़ डाल दे.
और फिर उसने एक झटके में अपना लंड मेरी छूट में डाल दिया. मेरी चीख निकल गयी. सचिन अपने पुर दूं से मुझे छोड़ रहा था. मेरे तो मूह से बस “आहह आहह आ आहह मॅर गयी, फक मे हार्ड फक फक आह आह आह बेटा फाड़ दे मेरी छूट, बना ले अपनी रंडी मुझे” निकल रहा था.
सचिन भी बोल रहा था: आज फाड़ दूँगा तेरी ये छूट आ आह आहह मज़ा आ रहा है.
सच बोलू ना ज़िंदगी में पहली बार ढंग से चुदाई आज हो रही थी. मैं झड़ने वाली थी, और सचिन मुझे छोड़े जेया रहा था. फिर मैं झाड़ गयी, पर वो नही झाड़ा, और मुझे डॉगी स्टाइल में आने के लिए बोला. उसके बाद वो पीछे-पीछे से छोड़ने लगा, और मेरे छूतदों को तेज़ मारता.
करीब 45-50 मिनिट की चुदाई के बाद सचिन झड़ने वाला था. मैं 3 बार झाड़ गयी थी. मैने उसको अंदर झड़ने के लिए बोल दिया. फिर हम एक साथ लिपट कर सो गये. करीब 2 बजे आँख खुली. हम नंगे सो रहे थे. मेरे उठने से सचिन की भी आँख खुल गयी. वो भी उठ गया.
फिर मैने उसको एक किस दी, और उठ के कपड़े पहनने लगी. तो उसने माना कर दिया, और बोला-
सचिन: पहले नहा लेते है, बाद में पहन लेना.
फिर हम साथ में बातरूम में घुस गये, और शवर में नहाने लगे. सचिन मुझसे छिपकने लगा और उसका लंड खड़ा होने लगा. मैने उसको ब्लोवजोब दी. फिर उसके लंड को साबुन से धोया और उसने मेरी छूट छाती. उसके बाद छूट के बाल सॉफ करे, और उसे आचे से धोया. फिर हम बाहर निकले, एक-दूसरे के शरीर को आचे से पोंचा.
तभी उसने बोला: आप आज सारी पहनना. उसमे आसानी होती है क्विक सेक्स करने में.
उसने लोवर त-शर्ट डाल ली. मैने नीचे आके खाना बनाया, और फिर सचिन ने मुझे अपनी गोद में बिता के खाना खिलाया. पर अचंभा इस बात का था, की कल से इतना सेक्स करने के बाद भी सचिन का लंड खड़ा था.
मैं बर्तन सॉफ कर रही थी. सचिन पीछे से आके मुझे गरम करने लगा, और मुझे भी अछा लग रहा था. फिर उसने मुझे घुमाया अपनी तरफ, और मुझे किस करने लगा, और मेरी गांद को दबाने लग गया.
फिर उसने अपनी लोवर त-शर्ट उतार दी, और मेरी सारी उतार दी, और फिर पेटिकोट भी. मैं सिर्फ़ उसके सामने ब्रा और पनटी में थी. फिर नीचे बैठ के मेरी पनटी उतार दी, और मेरी छूट को चाटने लग गया. मैने अपनी ब्रा भी उतार दी, और मुझे किचन में डॉगी स्टाइल में छोड़ने लग गया.
मुझे बड़ा अछा लग रहा था इस तरह खड़े होके चूड़ने में. फिर वो मुझे स्लॅब पर बिता के छोड़ने लग गया, और अपना रस्स मेरी छूट में डाल दिया. मेरी छूट सूज के फूल चुकी थी, और लाल पद गयी थी. फिर वो टीवी देखने लगा, और मैं काम ख़तम करके सारी पहन कर उसके पास आके बैठ गयी.
उसने मुझे अपनी गोद में बिता लिया, और मुझे किस करने लगा, और कहने लगा-
सचिन: मुझे आपसे शादी करनी है. आपको अपना बनाना है. आपको वो हर खुशी देनी है, जो एक पति अपनी पत्नी को देता है.
ये सुन कर मेरी आँखों में आँसू आ गये.
मैं ये सुन कर बोली: जैसे तू चाहे.
फिर वो बोला: मैं पुर रीति-रिवाज से शादी करना और सुहग्रात मानना चाहता हू.
मैने उसको बोला: कुछ दिन फिर रुकना पड़ेगा. मेरे पति मंत के लास्ट वीक में दूसरी स्टेट में अपनी कंपनी के काम से जाते है. तब हम शादी कर लेंगे, और फिर एक पति-पत्नी की तरह रहेंगे.
फिर सचिन मेरी छूट में उंगली करने लग गया. मैने उसको माना कर दिया, क्यूंकी रात को भी तो करना था. शाम को पति आ गये, और 10 बजे मैं सचिन के रूम में गयी, और फिर चुदाई चली.
सच बोलू, तो सचिन को चुदाई की इतनी पोज़िशन्स पता है, की हमने हर पोज़िशन में सेक्स किया. सचिन कभी मेरे बाल पकड़ के मुझे डॉगी स्टाइल में छोड़ता. फिर मैने उसको लिटा लिया, और खुद उसके उपर आ गयी. फिर एक झटके में उसके लंड को अपनी छूट में समा लिया.
इस पोज़िशन में लंड औरत के ज़्यादा अंदर तक जाता है. फिर वो मुझे अपने लंड की सवारी करता है, और अपना बीज मेरी छूट में छोढ़ देता है.
तो मिलते है आगले पार्ट में. आयेज आने वाले पार्ट्स और भी इंट्रेस्टिंग होंगे. किसी भी लेडी को कोई ज़रूरत हो तो मुझे मेसेज कर सकती है. मैं पूरी हेल्प करूँगी. अपनी प्राइवेट बात किसी को पता नही चलेगी, तो दर्रे नही. ये मेरी मैल ईद है, इस्पे मेसेज कर दे-