दोस्त की बहन की सहेली चोदी छत पर

ही फ्रेंड्स, मेरा नामे विवेक है, और फ्रेंड्स मुझे प्यार से विकी कहते है. मेरी हाइट 5’6″, आवरेज बॉडी, मॅरीड हू, और आगे 28 एअर है. व्हेआतिश कलर और लंड 7-7.5″ लंबा, और 2.5- 3″ मोटा. अब मैं स्टोरी पे आता हू.

मेरे बाजू वाले दोस्त की सिस्टर कृपा की शादी में उसकी 5-7 फ्रेंड्स को 10 दिन पहले ही शादी की तैयारी के लिए बुला लिया था. उसमे नेहा नाम की फ्रेंड की चुदाई मैने 2 दिन में 2 बार कर ली थी. चुदाई के बाद नेहा पहले से खुश दिखने लगी थी, और उसके चेहरे पे चमक आ गयी थी.

अब दिन को हम दोनो को जब भी मौका मिलता तो हम किस करते, और हग करते. मैं उसके बूब्स और चूतड़ दबा लेता. ऐसा करता तब वो मुझे हल्के से मार्टी और आप बहुत बदतमीज़ हो ऐसा कहती. और वो भी मुझे किस करके चली जाती.

वो कहती: ऐसा मत किया करो, कोई देख लेगा तो अछा नही होगा.

अब रात को कृपा ने उसकी फ्रेंड्स को कहा: आज गर्मी ज़्यादा है, तो हम टेरेस पे सोएंगे.

मैने और नेहा ने चुपके से एक-दूसरे की तरफ देखा, और नज़रें मिला के कहने लगे की आज की रात कुछ नही होगा. रात को वो लोग टेरेस पे सोने चली गयी. करीब 20-25 मिनिट हुए होंगे, मैने नेहा को मेसेज किया

मे: क्या कर रही हो?

वो: लेती हुई हू.

मे: और बाकी सब?

वो: सो गयी.

और मैं तुरंत मेरे टेरेस पे चला गया, और उसको कहा मेरे टेरेस पे आ जाए. वो माना करने लगी. वो कृपा के बगल में सोई थी. मैं 3 फीट की 4 दीवारों को क्रॉस करके चुपके से गया, और देखा नेहा लेती हुई थी, और मोबाइल में देख रही थी. बाकी सब सो गये थे.

नेहा ने नाइट सूट पहना हुआ था. मैं आखरी दीवार क्रॉस करके नेहा के बाजू जाके सो गया. वो एक-दूं से चौंक गयी, और हड़बड़ा गयी. लेकिन सब नींद में थी.

फिर वो धीरे से बोली: पागल हो?

मैने कहा: तुमको देख के कोई भी पागल हो सकता है.

उसने कहा: प्लीज़ विकी, चले जाओ. आज के दिन कंट्रोल कर लो.

फिर मैने उसके होंठो पे होंठ रख दिए, और बूब्स दबाने लगा. उसके बाद उसकी नाइट पंत में हाथ डाल के छूट को सहलाने लगा. वो माना कर रही थी, लेकिन मैने किस करना और छूट सहलाना चालू रखा. अब वो गरम होने लगी और धीरे-धीरे तेज़ साँसे छ्चोढने लगी.

मैने उसको कहा: मेरे टेरेस पे आ जाओ.

वो माना करने लगी.

फिर उसने कहा: आप जाओ मैं आती हू.

मैं चला गया और थोड़ी देर में वो भी चुपके से आ गयी. अब मैं और नेहा कृपा और उसकी फ्रेंड्स से 4 टेरेस डोर अकेले थे. वाहा पे मैने बंदोबस्त करके रखा था. वो आते ही मुझे दांते लगी, और मारने लगी-

नेहा: पागल हो! आज के दिन तो रुक जाते.

फिर मुझसे लिपट गयी और कहने लगी: सॉरी, मैने आपको दांता इसलिए.

और फिर हम किस करने लगे. मैने उसके बूब्स दबाना शुरू किया, और ब्रा का हुक खोल के त-शर्ट उपर करके चूसने लगा. फिर पंत के अंदर हाथ डाल के उसकी छूट सहलाने लगा. मैने उसका हाथ पकड़ा और मेरी हाफ पंत में डाला. उसने नरम हाथो से मेरा लंड पकड़ लिया, और सहलाने लगी.

फिर उसने कहा: विकी आज पुर कपड़े नही उतारने है.

मैने भी उसकी बात ठीक समझी और कहा: पंत और चड्डी भी नही निकालनी है?

वो हासणे लगी और कहा: पंत और चड्डी निकाले बिना आप मेरी चुदाई कैसे करोगे?

ये बोलते हुए शर्मा के मुझे उसने उसके उपर खींच लिया, और हम किस करने लगे. फिर उसकी त-शर्ट उपर करके उसके बूब्स के निपल मूह में लिए. इस बार भी उसकी सस्शह करके सिसकारी निकल गयी, और मेरे बालों को सहलाते हुए बूब्स पे दबाने लगी, और सस्शह म्‍मह करने लगी.

मैने थोड़ी देर बूब्स को चूसा, और फिर पेट पे किस करते हुए उसकी नाइट पंत और चड्डी साथ ही उतार दिए. उतारते ही उसने टांगे खोल दी, और मैं उसकी छूट चाटने और चूमने लगा. आज मैं छूट चाटने के साथ फिंगरिंग भी करने लगा. वो भी कमर उठा के फिंगरिंग और छूट चटवा रही थी.

उसकी छूट से पानी आने लगा, और मेरी दोनो फिंगर्स गीली हो चुकी थी. करीब 5-7 मिनिट तक फिंगरिंग और छूट चाटने के बाद वो शायद झाड़ चुकी थी. अब वो शांत हो गयी. अब मैं उसको नीचे से उपर तक किस करते हुए उपर तक गया, तो उसने मुझे उससे चिपका लिया, और मुझे किस करने लगी.

फिर वो बोली: विकी बहुत अछा लगा आज.

और हम दोनो करवट बदलते हुए वो मेरे उपर आई, और किस करते हुए मेरा लंड पकड़ा. फिर धीरे-धीरे लंड की तरफ जाके लंड को सहलाया, और लंड का सुपरा मूह में ले लिया. फिर 1 मिनिट तक बिना मूह से निकाले सुपरा चूस्टी रही. वो लंड के होल पे अपनी जीभ सहलाती रही. आज वो कुछ ज़्यादा ही कामुक होके चूस रही थी.

अब उसने मूह से लंड निकाला, और एक बार में आधा लंड मूह में ले लिया और चूसने लगी. थोड़ी देर चूसने के बाद वो मेरे बाजू में लेट गयी, और कहने लगी-

नेहा: आ जाओ अब, आज तोड़ा जल्दी से फ्री हो. नही तो कोई देख लेगा.

मैं भी देरी ना करते हुए उसकी छूट की तरफ गया, और उसने अपनी दोनो टांगे फैला दी. मैने जैसे ही अपना लंड उसकी छूट में घुसाया, उसने मुझे पीठ पकड़ के उसकी तरफ खीचते हुए आहह करते हुए चिपका लिया.

वो कहने लगी: विकी पता नही आज बहुत अछा लग रहा है.

और वो किस करने लगी और नीचे से कमर हिलने लगी. मैने उसको छोड़ना चालू किया, और कभी वो मेरी पीठ कभी कमर पे हाथ रख के अपनी और खींचते हुए छुड़वा रही थी.

फिर मैने उसको घोड़ी बनाया, और कमर पकड़ के छोड़ने लगा. वो भी धीमी आवाज़ से आअहह आअहह कर रही थी. फिरसे उसको लिटाया और चुदाई करने लगा. अब वो भी नीचे से धक्के देने लगी, और मेरे छूतदों को अपनी टाँगो से लॉक करके छुड़वाने लगी.

उसने मेरे चूतड़ पकड़ के खींचते हुए दबा दिए. वो और मैं साथ में झड़ने लगे. उसने अपनी जांघों को जाकड़ लिया और पेट से 4-5 झटके लगे. मैं उसको चिपक गया और उसने मेरी रीड की हड्डी दबाते हुए जाकड़ लिया, और आअहह करते हुए लंबी साँस छ्चोढी.

फिर हम दोनो एक-दूसरे की तरफ देखने लगे, और किस करने लगे. मैं उसके बगल में लेट गया.

थोड़ी देर बाद उसने कहा: विकी अब मैं जाती हू.

फिर हमने कपड़े पहने और वो चुपके से चली गयी.

इसके आयेज की कहानी आपको अगले पार्ट में रेड करने को मिलेगी.

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