ही दोस्तों, मेरा नाम अम्मी है. उमीद है आप लोगों को मेरी पिछली स्टोरी पसंद आई होगी. तो आज मैं आपको अपनी एक न्यू स्टोरी शेर करने जेया रहा हू, जो की 2022 की है. मैने जैसे की बताया मैं कॅब ड्राइव करता था, तो घूमता रहता था चंडीगार्ह और मोहाली. इसी बीच मेरे साथ एक इन्सिडेंट हुआ. तो स्टार्ट करते है.
मैं रोज़ ईव्निंग को नेचर वॅली मोहाली 62 फेज़ पार्क घूमने को जाता था. वाहा पे कपल्स, आंटीस, सब शाम को बहुत भीड़ होती थी. विंटर सीज़न में जल्दी अंधेरा हो जाता है, तो मैं 6 तो 7 वाहा रहता था. डेली की रुटीन की वजह से मेरी नज़र एक आंटी पे गयी जिनकी आगे 38-39 होगी. वो दिखने में बहुत चब्बी और पैसे वाली लग रही थी.
मैं उनको डेली देखता, बुत उनसे बात करने की हिम्मत नही हो रही थी. तो ऐसे ही 5-7 दिन चलता रहा. फिर एक दिन मैं सैर करके वापस बाहर को आ रहा था. मैने देखा की आंटी अपनी कार के पास खड़ी थी. उनके पास पोलो गाड़ी थी जिसका टाइयर पंक्चर था, और वो शायद किसी का वेट कर रही थी की शायद कोई उनकी हेल्प कर दे.
मैने मौका ना गावते हुए उनसे बात की और पूछा की मैं चेंज कर डू इसे. उन्होने थॅंक योउ बोला. फिर मैने टाइयर दिग्गी में से निकाल कर चेंज कर दिया, जिससे हमारी जान-पहचान हो गयी. आंटी ने टाइट लेगिंग डाली हुई थी. उन्हे देख कर मेरी हालत खराब हो रही थी, और इतना अछा पर्फ्यूम डाला था मुझे आज तक फ्रेग्रेन्स याद है.
तो वो थॅंक योउ बोल के चली गयी. मैं सारी रात उनके बारे में सोचता रहा, और उनके नाम की मूठ मार के सो गया. फिर मैं दूसरे दिन का वेट करने लगा. दूसरे दिन शाम को वो आई. हमने डोर से ही हेलो किया. मैने अपना नाम बताया. उन्होने अपना नाम हिमानी बताया.
उनके पति डॉक्टर थे, बुत उनके कोई बच्चा नही था. वो 63 फ्लॅट्स में रहते थे. ऐसे ही हमारी बात-चीत होने लगी. हम इकट्ठे घूमने लगे. थोड़े दिन बाद हमने नंबर एक्श्चनगे कर लिए. अब डेली हमारी व्हातसपप पे बहुत सारी बात होती. बुत मेरा हर टाइम ध्यान आंटी की गांद पर ही रहता था. वो बहुत टाइट कपड़े पहनती थी.
एक दिन मैने नों-वेग जोक भेज दिया तो उन्होने रिप्लाइ में सिर्फ़ हहा भेजा. मुझे रास्ता क्लियर दिखाई दिया.
मैं उनको बोला: शाम को कही चले क्या?
उन्होने बोला: कहा?
मैने बोला: ऐसे ही घूम लेंगे.
फिर हम लोग शाम को पार्क में मिले, और मैं उनकी कार में बैठ गया. हम 88 साइड जो खाली रोड है वाहा चले गये. अचानक मेरा हाथ उनके हाथ से लग गया. वो ड्राइव कर रही थी. उन्होने कुछ रिक्ट नही किया. मैने झट से अपना हाथ उनकी लेग पर रख दिया. उन्होने मेरी तरफ देखा और बोली-
हिमानी: क्या इरादा है?
मैं इशारा करते बोला: जो होना चाहिए.
फिर अपना फेस उनके फेस के पास ले गया, और स्मूच करने लगा. वो मेरा आचे से साथ दे रही थी, जैसे बहुत टाइम से भूखी हो सेक्स के लिए. मैने अपना एक हाथ उनकी लेगैंग्स में डाला. नीचे से छूट से बहुत सारा पानी निकल चुका था. मैने झट से अपनी ज़िप खोली, और लंड बाहर निकाल दिया, और अपनी सीट बिल्कुल सीधी कर दी. फिर उसे लंड चूसने का इशारा किया. वो भी चूसने लगी.
हिमानी: सब कुछ कार में ही करना है क्या?
मैं: अर्रे ये तो शुरुवत है. आप आचे से चूसो.
और उनके मूह में धक्के मारने लगा.
हिमानी: धीरे करो, मेरे गले को टच हो रहा है.
मैं: अछा बाबा सॉरी, तुम बस चूसो.
मेरा निकालने वाला था, तो मैने उसके मूह में ही निकाल दिया. हिमानी झट से सारा माल पी गयी और शरमाने लगी.
उन्होने बोला: मेरे घर कोई नही होगा सुबा. आप 9 बजे फ्लॅट आ जाना.
उन्होने इस सब के बाद मुझे ड्रॉप किया और मैं दूसरे दिन की वेट करने लगा. मैं सुबा 9 बजे उनके फ्लॅट पहुँचा. जैसे ही दरवाज़ा खुला, वो मेरे सामने खड़ी थी. बिल्कुल अप्सरा लग रही थी ब्लॅक नाइट सूट में. अंदर से ब्लॅक ब्रा और पनटी थी. मैं तो पहले से ही गरम था. मैने गाते लगाया और सीधा उनको सोफे पर लिटा दिया और होंठ चूसने लगा.
वो भी मेरा साथ देने लगी. मैने एक-एक करके उसके सारे कपड़े उतार दिए. दोस्तों उनकी आगे 39 थी, बुत बॉडी 28 की लड़की के जैसे थी 34-30-36. सच में बाहर को उभरी हुई गांद एक-दूं मस्त थी. फिर मैने उनके बूब्स दबाने शुरू कर दिए. वो आहें भरने लगी.
हिमानी: प्लीज़ धीरे दब्ाओ, कही भागी नही जेया रही.
मैं: भागने दूँगा भी नही कही. आज तुझे अपनी कुट्टी बनौँगा. ऐसे छोड़ूँगा की कही और जेया भी ना पाए.
मैने झट से अपने कपड़े उतार दिए और हिमानी की सारी बॉडी को चूसने लगा.
वो बोली: चलो अंदर रूम में चलते है
हम फिर अंदर गये. मैने जाते ही उसको बेड पे लिटाया. जैसे की आपको पता है मुझे छूट चाटना बहुत पसंद है, उनकी छूट बिल्कुल शेव्ड थी, क्यूंकी उनको पता था मैं आने वाला था. मुझे बहुत खुशी हुई, और मैने मौका ना गावते हुए जीभ सीधी छूट में डाली. सच में वो बिल्कुल पागल हो चुकी थी. इतना पानी निकल रहा था जैसे उन्होने पता नही कब से सेक्स ही नही किया था.
उन्होने बताया की उनके पति सेक्स बहुत कम करते थे, और छूट कभी भी छाती नही थी. उनको इतना मज़ा आ रहा था. वो बस ह आह कर रही थी. मैं उठा, और लंड उनकी छूट पे रगड़ने लगा. क्यूंकी मुझे भी पूरा जोश चढ़ा हुआ था.
हिमानी: प्लीज़ इसको अंदर डालो. और वेट नही होगा मुझसे. फाडो मेरी छूट.
मैने झट से अंदर डाला, तो उन्होने चीख मारी आह. मैं तोड़ा रुका, और अंदर बाहर करने लगा. क्या मज़ा आ रहा था. उनके बूब्स धक्का मारने से हिल रहे थे. मैं अपनी रफ़्तार बढ़ा रहा था. मैने हिमानी को घोड़ी बनाया, और पीछे से लंड छूट में डालने लगा, और उनकी गांद पे थप्पड़ मारने लगा.
स्किन गोरी होने की वजह से गांद पे हाथ के निशान पद चुके थे. पर उन्हे दर्द की जगह बस मज़ा आ रहा था.
वो बोली: रूको मत, मुझे मारते रहो, और छोड़ते रहो.
25 मिनिट चुदाई के बाद उसका 3 बार पानी निकल चुका था. मैने उसको मेरा लंड मूह में लेने को बोला. जैसे मैं बोलता, वैसे ही कर रही थी वो, और चूज़ लगी. मैने फिर उसके मूह में अपना माल निकाल दिया. सच में दोस्तों, आंटी बिल्कुल रंडी बन चुकी थी. उनकी सारी बॉडी पे निशान मेरे दांतो के, गांद पे हाथ के निशान थे. पर वो खुश बहुत हुई.
हमने 2 महीने लगातार ऐसे ही चुदाई की. जब मॅन करता मैं उनको छोड़ देता. वो माना नही करती थी. 2 बार प्रेग्नेंट भी हुई. फिर उनको कीट देनी पड़ी, पर अब वो जाईपुर शिफ्ट हो चुकी है.
तो दोस्तों कोई मोहाली, चंडीगार्ह से आंटी, भाभी, या लड़की हो जो चूड़ना चाहती हो, तो मुझे एमाइल
कर सकती है. सब कुछ सीक्रेट रहेगा. [email protected]. जल्दी ही मैं अपनी न्यू स्टोरी लेके हाज़िर होऊँगा.