लंड चूसा के पड़ोसी भाभी को खूब चोदा

ये कहानी मेरे और मेरी पड़ोसी भाभी की है, पढ़िए की कैसे मैने उनको पटक के छोड़ा.

मेरा नाम वरुण है, मेरी उमर 21 साल है और मई देल्ही से हू दरअसल मई कुँवारा हू और जॉब करता हू तो मई अकेला ही रहता हू. मेरे सामने वेल फ्लॅट मे 1 कपल रहता था, चंदर और प्रियंका, चंदर भैया तो लगभग काम के सिलसिले से बाहर ही रहते थे. प्रियंका दिखने मे 1 नंबर की माल थी. मई उनको भाभी कहता था और वो मुझे प्यार से मेरा नाम लेकर ही बुलाती थी.

ये बात पिछले साल की है सॅटर्डे का दिन था तो मई शाम को ऑफीस से जल्दी घर आ गया था. करीब 7 बजे नहा कर मई कमरे मे नंगा ही लेता था और पॉर्न देख रहा था. इसी बीच मई मूठ भी मार रहा था. यही तो होता है अकेले रहने का मज़ा.

थोड़ी देर मे मेरे डोर की बेल बाजी तो मैने जल्दी जल्दी मे कपड़े पहने. गाते खोला तो मैने देखा की बाहर प्रियंका भाभी खड़ी है. दोस्तो मैने जल्दी जल्दी मे पाजामा त शर्ट ही पहने थे और नीचे अंडरवेर पहँनी भूल गया था.

भाभी लगातार मेरे लंड को ही देखे जेया रहे थी मैने चुप्पी तोड़ते हुए उनसे उनके आने का कारण पूछा. तो वो बोली की ” चंदर यानी की उनके हज़्बेंड बाहर गये है किसी काम से तो वो मंडे को ही आ पाएँगे.”

फिर वो बोली की – मुझे अकेले सोने मे दर लगता है, तो क्या तुम आज और कल रात को मेरे घर पे सो सकते हो?”

अब चाहता तो मई भी था उनको छोड़ना तो मैने बिना देर किए हुए हन कर दी.

फिर वो बोली की आज खाना मेरे ही घर पर खा लेना. तो मैने उनको कहा की मई चेंज कर के आता हू और मैने अंदर आकर अंडरवेर पहनी और नीचे शॉर्ट्स पहन कर उनके घर पे चला गया.

तो भाभी ने गाते खोला और मुझे बड़े प्यार से अंदर बैठने को कहा, हमने कुछ देर बात की. अब उन्होने बातो ही बातो मे मुझसे ड्रिंक का पूच लिया, तो दोनो ने 2 – 2 पेग लगा लिए.

भाभी अब मूड मे लग रही थी. तो मैने बातो ही बातो मे उनके बूब्स को चू दिया. तब उन्होने बस 1 स्माइल दी और मुझे खाना खाने के लए कहने लगी.

तो मई डाइनिंग टेबल पे बैठ गया और भाभी खाना लेकर आ गयी हमने साथ मे बैठ के खाना खाया. खाना खाने के बाद हम सोफे पे बैठ के बाते करने लगे.

अब हमारी बाते डबल मीनिंग होने लगी. मज़ाक मे उन्होने मेरे लंड पे मुक्का मार दिया (दरअसल वो मेरे पैर पे मारना चाहती थी और ग़लती से उनका मुक्का मेरे लोड पे लग गया जिससे मुझे बहुत ज़्यादा दर्द हुआ.)

तो उन्होने माफी माँगते हुए मुझे उठाया और मेरा शॉर्ट्स उतरने लगी. मैने उनको माना काइया तो वो बोली की मुझे दिखाओ कही ज़्यादा तो न्ही लग गई है.

यही कह कर भाभी ने मेरा शॉर्ट्स और अंडरवेर पूरा उतार दिया और मेरा लंड चेक करने लगी. दरअसल उनका मुक्का मेरे गोते पे लगा था तो मुझे अब भी दर्द हो रहा था.

जैसे ही उन्होने उसे छुआ तो मई दर्द से बोल पड़ा. तब उन्होने मेरा लंड पकड़ के अपने मूह मे भर लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी. क्यूकी मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था तो मई कुछ भी नही बोला और मज़े लेते रहा.

क्या बतौ दोस्तो, मुझे इतना मज़ा पहले कभी नही आया था. जिस तरह वो मेरे लंड को चूस रही थी ऐसा लग रहा था की वो बस इसी पल का इंतेज़ार कर रही थी की कब मेरा लंड उन्हे चूसने को मिले.

फिर भाभी उपर की तरह हुई और मुझसे कहा की – मई तुम्हे बहोट पसंद करती हू, अब मुझसे रहा नही जाता छोड़ डालो मुझे और मेरी छूट को अपना बना लो.

तो इश्स पर मैने भी भाभी को कहा की आप भी मुझे बहोट पसंद हो, आपका फिगर देख के तो मैने काई बार सपनो मे आपको छोड़ा है. वो कहने लगी तो अब देर किस बात की, आज अपने सपने को पूरा लो.

इश्स सब बातो के बीच उनका हाथ मेरे लंड पर ही था और वो मेरे लंड को धीरे धीरे उपर नीचे करती जेया रही थी.

अब मुझे भी हवस चाड़ने लगी थी. मैने भाभी को उठाया और बेडरूम मे ले गया. वो बस मुस्कुरा रही थी जैसे की कोई नयी दुल्हन अपने पति की गोद मे हो.

मई उन्हे बेडरूम मे ले आया और फिर उनको बेड पर लिया दिया. फिर उनके सामने मैने अपने सारे कपड़े उतार दिया और पूरा नंगा हो गया. वो बस मेरे जिस्म को उपर से नीचे देखती जेया रही थी और अपने होंठो को धीरे से काट रही थी.

फिर मई बेड पर गया और एक एक कर के उनके भी सारे कपड़े निकाल कर भाभी को पूरी नंगी कर दिया. हाए क्या कमाल लग रही थी भाभी पूरी नंगी मेरे बेड पर.

मैने उन्हे देखते हुए कहा, अब तो आपको मेरे साथ बिस्तर पर यू ही नंगी रहना है रोज. इस पर उन्होने हल्के से मेरी छाती पर मारा और शर्मा गयी. अब हम दोनो से रहा नही जेया रहा था और अब हम दोनो 1 दूसरे के होंठो पे टूट पड़े.

लग भाग 5 मिनिट के लीप किस के बाद हम दोनो हट गये और मई उनके 36 के बूब्स को खाने लगा और चूसने लगा. इससे उनको भी बहुत मज़ा आ रहा था. वो बस मादक आहे भरे जेया रही थी.

फिर हम 69 की पोज़िशन मे आ गये और वो मेरा लंड और मई उनकी छूट चूस रहा था. काफ़ी देर बाद उनका पानी निकालने लगा तो मई उनका वो सारा अमृत पी गया. और मई भी उनके मूह मे ही झाड़ गया जिसे उन्होने बड़े प्यार से पी लिया.

फिर मैने उन्हे कुटिया बनने को कहा तो वो झट से बेड पर कुटिया बन गयी. अब मई उन्हे पीछे हुआ और उनकी छूट पे अपना लंड रगड़ने लगा. इससे उनको काफ़ी जोश चढ़ गया और वो मुझे छोड़ने का कहने लगी. तो मैने बिना देर किए 1 ही झटके मे अपना पूरा लंबा मोटा लंड उनकी छूट मे घुसा दिया.

दर्द के मारे उनकी चीख निकल गई. अब मई उनके दर्द की परवा किए बिना उनको लगातार घपा घाप पेले जेया रहा था जिससे है दोनो को ही काफ़ी मज़ा आ रहा था. मैने लगातार 20 मिनिट उनको छोड़ा और उनके छूट मे ही झाड़ गया.

उन दो दीनो मे मैने उन्हे खूब छोड़ा और उनके घर और मेरे घर के हर एक कोने मे उनकी चुदाई की और मज़ा किया. उनके पति के आने के बाद भी हम चुदाई करते थे जब भी हमे मौका मिलता.

उम्मीद करता हू दोस्तो की आपको ये कहानी पसंद आई होगी. आपके मैल का मुझे इंतेजार रहेगा, मुझे मैल करे:- [email protected]

यह कहानी भी पड़े  चुदक्कड़ भाभी सेक्स स्टोरी


error: Content is protected !!