पड़ोस मे रहने आई कमसिन भाभी की चुदाई

बात 14 महीने पहले की है। हमारा घर दिल्ली में है, लेकिन मैं नॉएडा में जॉब करता हूँ। यहाँ मेरा एक 3 कमरे का फ्लैट है, जहाँ मैं परिवार के साथ रहता था।
सबको मेरा सादर नमस्कार। मेरा नाम अमित है, उम्र 27 साल, लम्बाई 5’11”, वजन 70 किलो के लगभग होगा। मैं एक विवाहित व्यक्ति हूँ, दिल्ली का रहने वाला हूँ।
बड़े घर में अपनी बीवी के साथ मैंने 1 बेडरूम छोड़ कर बाक़ी घर किराए पर दे दिया है।

मेरे पापा रिटायर होने के बाद गाँव चले गए, उनके साथ ही मेरा छोटा भाई भी चला गया था। अब मैं और मेरी बीवी ही रह रहे थे।
एक परिवार किराए से रहने आया, जिसमें पति पत्नी और एक बच्चा थे।
पति राजीव करीब 32 साल, वजन 65 किलो, ऊँचाई 5 फिट 4 इंच सांवले रंग का व्यक्ति एचसीएल में काम करता था।

बच्चा पहली कक्षा में पढ़ता था और बीवी का नाम रश्मि, जिसकी उम्र 27 एकदम गोरा रंग पतली कमर उभरा हुआ 36 साइज़ का सीना, काले नागिन से लम्बे बाल जो उसके नितम्बों तक लहराते थे।
रश्मि हाउस-वाइफ थी।
हम-उम्र होने के कारण हम सब लोग आपस में जल्दी घुल-मिल गए।

उन्हीं दिनों मेरी बीवी ने मुझसे अपने मायके जाने की इच्छा जताई।
मैंने भी अगले दिन स्टेशन तक उसको छोड़ कर उसको विदा किया।

मेरे जॉब में मुझे शनिवार को छुट्टी मिलती है जबकि राजीव को रविवार को ही छुट्टी मिलती थी।
शनिवार को छुट्टी होने से मैं सारा दिन घर में रश्मि के साथ रहता था।
रश्मि काफी अच्छी स्वभाव थी… किसी को कुछ देखने नहीं देती। मेरा उसके साथ रिश्ता मित्रवत था।

एक दिन जब वो नहा रही थी तो जोर से चिल्लाने की आवाज सुनाई पड़ी।
घर में राजीव नहीं था तो मैंने बाथरूम के पास जाकर पूछा- क्या हुआ?
कुछ जवाब नहीं आया। 5 मिनट इंतज़ार किया फिर भी कुछ नहीं।

फिर मैंने लॉक तोड़ दिया और अन्दर घुस गया तो देखा रश्मि को गीज़र से इलेक्ट्रिक झटका लगा है और वो बेहोश हो कर नीचे पड़ी है।
उस वक़्त वो सिर्फ टॉवेल में थी और एक स्तन बाहर निकला हुआ था।

मैं घबरा गया और उसको उठा कर बेड पर लेटा कर कम्बल उढ़ा दिया। फिर डॉक्टर और राजीव को बुलाया। दो-तीन दिन में वो बिल्कुल ठीक हो गई।
क्यूंकि मैंने उसकी जान बचाई थी इसलिए राजीव और रश्मि मुझसे बहुत खुश थे।

लेकिन जब से मैंने उसका स्तन देखा था मेरी रातों की नींद उड़ गई थी।
मैं उसी के सपने देखने लगा और सोचने लगा कि कैसे उसके साथ सम्भोग करूँ।

अगले शनिवार मैं जब घर मैं था उस दिन वो सारा दिन नाइटी में थी और अन्दर में कुछ नहीं पहना था। मेरी नज़र बार-बार उसके मम्मों पर जा रही थी।
उसने यह बात नोटिस कर ली और बोली- यह सब ठीक नहीं है।

मैंने ‘सॉरी’ बोला और कहा- जब से तुम्हें बाथरूम में नंगा देखा है तभी से मुझसे कण्ट्रोल नहीं हो रहा है।
वो हड़बड़ा गई और उठ कर चली गई।

मैं समझ गया कि इसको चोदना आसान नहीं है।
फिर मैंने एक योजना बनाई और उससे पहले जैसा बर्ताव करने लगा।

कुछ दिन बाद वो भी फिर से मेरे साथ फ्री होकर मिलने लगी।
तभी राजीव को कंपनी से 15 दिन ट्रेनिंग के लिए बैंगलोर जाना पड़ा। मैं समझ गया के यही अच्छा मौका है..!

फिर मैंने मेरे एक केमिस्ट दोस्त से पूछ कर महिलाओं के लिए काम-उत्तेजक दवाई लाया और आइस-क्रीम में मिला कर उसको खिला दिया।
रात 10 बजने के बाद बच्चा भी सो गया और वो भी सोने के लिए बेडरूम में चली गई।
दवा ने अपना काम करना शुरू कर दिया.. तो वो सो नहीं पाई।

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फिर 11.30 को मैंने दरवाजा खटखटाया और उसको कहा- फ़िल्टर में पानी नहीं है.. क्या तुम किचन से मुझे पानी दे सकती हो?
तो वो रूम से बाहर आई और किचन में गई। मैं भी उसके पीछे किचन में गया।

जब वो झुक कर फ़िल्टर से पानी निकाल रही थी, तभी मैंने उसे पीछे से दबोच लिया। वो गुस्सा हो गई और पलट कर एक थप्पड़ लगा दिया। मैंने बुरा न मानते हुए उसको जोर से पकड़ा और होंठ पर चुम्बन करने लगा…!

उसने अपने सारे नाखून मेरे पीठ में गड़ा दिए। लेकिन मैंने उसको नहीं छोड़ा और चुम्बन करता गया। करीब 5 मिनट बाद उसने विरोध करना बंद कर दिया।
मैं समझ गया कि मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया है।
तभी मैं उसको गोद में उठाकर अपने रूम में ले गया और बेड पर उसे लेटा दिया।
फिर मैंने दरवाजा अन्दर से बंद कर दिया।

वो बहुत डर गई थी और बोली- मुझे छोड़ दो।
मैं बोला- डरो मत मैं तुम्हें कुछ नहीं करूँगा सिर्फ दो चुम्बन करूँगा।
वो चुप हो गई। मैं बेड पर बैठा, उसके हाथ को अपने हाथ में रखा और चुम्बन किया।
वो कुछ नहीं बोली।

फिर मैं उसकी साड़ी से खेलने लगा और धीरे-धीरे चूमते हुए ऊपर बढ़ने लगा, कंधे तक पहुँच गया…!
गले को चूमा, फिर से होंठ को चूमा, उसके पूरे चेहरे को चूमा और हेयर रिबन खोल दिया…
हेयर रिबन खोलने के बाद वो एक अप्सरा की तरह दिख रही थी। उसके बाल बहुत लम्बे और घने थे।

मैं बोला- तुम बहुत ही सुन्दर हो।
वो चुप थी, लेकिन उसकी धड़कन बढ़ गई थीं। उस रात उसने एक मेरून कलर की सिल्क साड़ी पहनी थी जो कि उसके रूप को चार चाँद लगा रहे थे।
फिर मैंने उसके पल्लू को छाती से उठा दिया। लाल रंग के ब्लाउज में उसके मम्मे गज़ब दिख रहे थे।

फिर मैंने उसकी साड़ी उतारनी चाही तो वो मना करने लगी। मुझे थोड़ा गुस्सा आया और मैंने एक ही झटके में साड़ी को खींच कर उतार दिया।
अब वो पेटीकोट और ब्लाउज में थी।
फिर मैंने अपनी शर्ट उतार दी और मैं सिर्फ हाफ पैन्ट में था।
मेरा लंड पूरा तना हुआ था जो कि ऊपर से नज़र आ रहा था।

मैंने उसका ब्लाउज खोलना चाहा तो वो फिर से मना करने लगी।
मैंने उसको छोड़ दिया और बेड से उतर कर खड़ा हो गया फिर बोला- देखो रश्मि मैं तुम्हारा बलात्कार नहीं करना चाहता लेकिन तुम्हारे बिना रह भी नहीं सकता..!

मैंने बोलते-बोलते अपनी पैन्ट भी उतार दी। मेरा 7” लंड लोहे जैसा तना हुआ था। यह देख कर उसकी आँखें खुली रह गई।
वो गहरी सोच में पड़ गई और 1-2 मिनट बाद बोली- 7-8 दिन पहले मेरा पीरियड था, अभी प्रेग्नेंट हो गई तो??

यह सुन के मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने मुझे अकबर का ताज पहना दिया हो।
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मैं हँस पड़ा और बोला- चिंता मत करो मैं एक आई-पिल ला दूंगा, उसे खा लेना कुछ नहीं होगा।

मैं बेड पर फिर से बैठ गया और जोर से रश्मि को गले लगाने लगा। अब वो भी मेरा साथ देने लगी।
फिर मैं धीरे-धीरे उसके ब्लाउज के बटन खोलने लगा…!
एक के बाद एक सारे बटन खोल दिए।
अन्दर गुलाबी रंग की ब्रा 36 साइज़ के गोरे मम्मों को संभाल नहीं पा रही थी। मैंने उसे भी खोल दिया।
फिर देखा उसके दोनों संतरे बिल्कुल तने हुए हैं…! रंग गुलाबी है और चूचुक थोड़े भूरे से हैं।

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यह देख कर मैं पागल हो गया और सीधी तरफ वाले मम्मे को चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा।
मैंने एक चूची को जोर से काट लिया तो वो चीख पड़ी।

करीब 15 मिनट तक मम्मों को चूसता रहा, इतने में ही वो एक बार झड़ गई। तब मैं नीचे की ओर जाने लगा और उसका पेटीकोट भी खोल दिया, अन्दर उसने कुछ नहीं पहना था…!

यह देख कर मुझे थोड़ी हैरत हुई पर मुझे समझ आ गया कि गोली असर कर गई थी.. खैर उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था। उसके सिर को छोड़ के बाक़ी शरीर में एक भी बाल नहीं था। त्वचा एकदम चिकनी और मुलायम थी।

फिर एक ऊँगली उसकी चूत में डाली तो मालूम हुआ कि चूत पहले से ही पूरी तरह से गीली हो चुकी थी।
मैं फिर से उसको पूरे बदन में चूमने लगा तो उसका रोम-रोम सिहर उठा।
वो मुझसे मिन्नत करने लगी- और देर मत करो… जल्दी चोदना शुरु करो…!

लेकिन मैंने बोला- तुम पहले मेरे लंड को चूसो फिर सम्भोग करेंगे।
वो बोली- छी… मैं ये सब नहीं करती।
मैं बोला- एक बार करके तो देखो.. ! अगर अच्छा नहीं लगे तो छोड़ देना।

वो राजी हो गई और मेरे लंड को मुँह में लिया, फिर चूसना शुरू कर दिया। एक मिनट बाद उसे भी मज़ा आने लगा। दस मिनट चूसने के बाद मैं उसके मुँह में ही झड़ गया..!

उसने सारा रस पी लिया और बोली- मुझे मालूम नहीं था सम्भोग इतना मज़ेदार हो सकता है…! राजीव ने कभी ऐसा किया ही नहीं।
मैं बोला- अभी तो शुरुआत है.. आगे-आगे देखो मैं तुमको क्या-क्या मज़े देता हूँ।

फिर 5-6 मिनट चूसने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया।
मैंने उसको अपनी करवट बदलने के लिए कहा तो वो करवट बदल कर लेट गई फिर मैंने जोर से एक झटका मारा तो उसकी चूत में मेरा पूरा लंड घुस गया और डायरेक्ट उसके बच्चेदानी से टकराया।
वो जोर से चीख पड़ी। इतनी जोर से चीखी के सारा घर आवाज से गूँज उठा।

मैं बोला- एक बच्चे को जन्म दे चुकी हो फिर भी इतनी आवाज।
वो बोली- मेरे पति का 4” से ज्यादा अन्दर कभी घुसा ही नहीं।
फिर मैं जोर-जोर से झटके मारने लगा।

स्पीड बढ़ती गई दस मिनट के बाद वो बोली- मैं झड़ने वाली हूँ…!
फिर भी मैं चोदता रहा एक मिनट के बाद मुझे भी लगा कि मैं भी झड़ने वाला हूँ।
वो बोली- जल्दी अपना लंड बाहर निकालो।

लेकिन मैंने उसकी एक नहीं सुनी। एक मिनट बाद उसकी चूत बिल्कुल जकड़ गई और मेरा लंड उसी के अन्दर फंस कर रह गया।
मेरा सारा पानी उसकी चूत में चला गया।
उस रात मैंने उसको 5 बार 10-12 पोज़ में चोदा।

वो बोली- राजीव सिर्फ सन्डे को ही मुझे चोदता है, वो भी 10 मिनट, इसीलिए सम्भोग से मेरा इंटरेस्ट कम हो गया था।

अगले 12 दिन तक मैं रोज उसे कम से कम रात में 4 बार चोदा। एक पूरी रात मैंने अपना लंड उसके चूत के अन्दर रख कर सोया।
अगले महीने मालूम चला कि वो प्रेग्नेंट हो गई है।
राजीव नहीं चाहता था यह बच्चा रखने को लेकिन रश्मि ने मना कर दिया।

और अभी 3 महीने पहले रश्मि ने एक बेटे को जन्म दिया है। जन्म होने के बाद रश्मि ने बताया कि ये मेरा बेटा है। हम आज भी मौका मिलते ही सम्भोग करते हैं, लेकिन अब हम सम्भोग बिना कंडोम के नहीं करते। आप सबको ये कहानी कैसी लगी मुझे बताइए।



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