हेलो फ्रेंड्स, ई आम देविल. मैं बर्गर्ह, वडिषा से हू. आगे 28 है, हाइट 5.4 इंच, और लंड 5 इंच. मैने यहा पे बहुत सी स्टोरीस पढ़ी है. मैं अपनी एक रियल स्टोरी लिख रहा हू, जो की 4 साल पुरानी है.
ये स्टोरी मेरी और एक अंजान भाभी की है, जो की सोशियल साइट से मिले थे. तब उनकी आगे 28-29, हाइट 5.0, साइज़ 32-30-34 होगा. अब कहानी पे आते है.
मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था, और मेरा एक नये शहर में ट्रान्स्फर हुआ था भवानी, पटना. ऐसे ही फ़ेसबुक से एक भाभी से जान-पहचान बढ़ते हुए बात करते रहे. कुछ दीनो के बाद भाभी ने मुझसे गफ़ के बारे में पूछा. मैने बता दिया पहले एक गफ़ थी अभी नही है.
भाभी: क्या हुआ, अभी कहा है?
मे: अपने घर पे है, ब्रेक उप हो गया.
भाभी: क्यूँ?
मे: उनके घर वालो को पता चल गया इसलिए.
भाभी: कुछ हुआ था या नही?
मे: क्या हुआ था?
भाभी: सेक्स.
मे: हा हुआ था.
भाभी: कैसे किए थे? क्या-क्या किए थे?
मे: ये ऐसे बता नही सकता.
भाभी: तो कैसे बता सकते हो?
मे: कभी मिलोगे तो बता देंगे.
भाभी: तुम्हारे इरादे कुछ ठीक नही लग रहे है मेरे को.
मे: कैसा लग रहा है?
भाभी: नेक नही लग रहा है.
मे: जैसा आप समझो. कब मिलोगे?
भाभी: कल दोपहेर के 2 बजे आना.
मे: मेरे को तो घर नही मालूम.
फिर भाभी ने अड्रेस दिया, और बाइ बोल चली गयी. फिर उस दिन याद कर-कर के 2 बार मूठ मारी और सो गया. सुबा उठ के जॉब पे निकल गया, और हाफ दे की छुट्टी ले ली. फिर दोपहर के 1 बजे ऑफीस से निकल गया. आके फ्रेश होके रेडी हो गया, और बताए हुए अड्रेस पे पहुँच गया.
फिर थोड़ी देर बाद वो भाभी आई अपनी स्कूटी पे, और मैं उनके पीछे-पीछे चल दिया. हम अब उनके घर पे पहुँच गये. उन्होने सोफा पर बिताया और छाई बनाने के लिए किचन में चली गयी. फिर थोड़ी देर बाद छाई लेके आई, और साथ में बैठ के छाई पीने लगे. फिर ऐसे ही कुछ देर बातें हुई.
मैने कहा: आप बहुत हॉट हो. तुम्हारे यहा गर्मी बहुत है.
तो वो बोली: अछा, ऐसा है क्या?
मैने कहा: हा.
तो वो बोली: चलो फिर गर्मी उतारती हू तुम्हारी.
मैं शॉक हो गया और पूछा: आपके घर पे कोई नही है क्या?
तो वो बोली: मेरे हब्बी बाहर काम करते है, और शादी को दो साल हो गये है. और मेरा कोई बच्चा नही है.
मैने कहा: भाभी आप बहुत खूबसूरत हो. आपका पूरा बदन एक-दूं सॉफ्ट है. सो आपको देख के मेरे अंदर कुछ कुछ हो रहा है.
भाभी: क्या हो रहा है ज़रा मैं भी तो देखु.
मैने कहा: बस देखना है या चूना भी है.
भाभी: पहले देख तो लू, उसके बाद सोचूँगी.
फिर जल्दी से उन्होने मेरी पंत निकाल फेंकी और बोलने लगी: क्या मस्त लंड है आपका.
बोलते ही वो लंड चूसने लगी, और हम बातरूम में चले गये. फिर हम साथ में नहाने लगे. जैसे ही भाभी ने अपने कपड़े खोले, मैं देखता ही रह गया. क्या माल थी यार. ऐसी माल को एक हफ्ते लगातार छोड़ने पर भी मॅन ना भरे. फिर हमने शवर ओं किया, और स्मूच करने लगे.
हल्के-हल्के स्मूच करते हुए मैने भाभी को कस्स के अपनी बाहों में जकड़ा, और साँप के तरह लोटने लगा. कुछ देर बाद हम अलग हुए, और मैने भाभी को साबुन लगाया, और हर जगह सक करने लगा. भाभी सिसकियाँ लेने लगी अया अया करके.
ये तो एक अलग ही मज़ा था. पहले कभी नही किया था ऐसा. उसके बाद मैने भाभी की छूट पे हाथ रखा, और सहलाने लगा. कुछ देर बाद भाभी ने मेरा लंड हाथ में लिया और मसालने लगी. क्या मज़ा आ रहा था. मैने फिर भाभी को अपनी गोद में लिया, और किस करने लगा.
किस करते-करते मैने अपना हाथ भाभी की बूब्स पे रखा. बहुत सॉफ्ट लग रहे थे उनके बूब्स, और मैं बूब्स दबाने लगा. कुछ देर किस करने के बाद हम अलग हुए और मैने भाभी को कहा-
मे: फ्रिड्ज से एक प्लेट में आइस लेकर आओ.
भाभी आइस लेकर आई, और फिर मैने भाभी के कपड़े उतार दिए. फिर भाभी को नंगा कर दिया और किस करने लगा. कुछ देर सक करने के बाद मैने आइस का एक क्यूब लिया, और भाभी के निपल पे जैसे ही रखा, भाभी उछाल पड़ी. फिर मैं आइस भाभी की निपल पे रगड़ने लगा.
देखते ही देखते भाभी सिसकियाँ लेने लगी. फिर दूसरे हाथ से मैने एक आइस क्यूब उठाया, और अपने मूह में डाल के भाभी को किस करने लगा.
भाभी पूरी गरम हो गयी थी. कुछ देर के बाद मैने एक आइस क्यूब लिया और भाभी के नाभि पे रखा और चूमने लग गया.
भाभी ने कहा: आज से पहले ऐसी चुसाई कभी नही करवाई. एक अलग ही मज़ा आ रहा है.
मैने कहा: अभी तो पूरी पिक्चर बाकी है भाभी.
फिर भाभी ने मुझे अपनी तरफ खीचा और एक ज़ोर का स्मूच दिया. मैं समझ गया भाभी पूरी गरम हो गयी थी. फिर मैने भाभी को उल्टा किया, और भाभी की पीठ पर आइस रगड़ने लगा. भाभी पूरी तड़प गयी, और मेरे लंड को कस्स के पकड़ के मसालने लगी.
मैं फिर हल्के से नीचे आया, और मूह में आइस लेके भाभी की छूट चाटने लगा. भाभी झटपटाने लगी, और मेरा सर पकड़ के छूट पे दबा के रखा. कुछ देर छूट चाटने के बाद भाभी झाड़ गयी.
फिर भाभी ने अपने मूह में एक आइस क्यूब लिया, और मेरा लंड चूसने लगी. हाए क्या फीलिंग थी दोस्तों वो. ऐसा लग रहा था की मैं एक अलग ही दुनिया में था, और भाभी का लंड चूसने का स्टाइल क्या ग़ज़ब का था.
एक तरफ भाभी मेरा लंड चूस रही थी, और दूसरी तरफ मैने एक आइस उठाया और भाभी की छूट पे रगड़ने लगा. भाभी अब सिसकियाँ ले-ले कर मेरा लंड चूस रही थी.
कुछ देर बाद भाभी अलग हुई और मैने और एक आइस लिया और भाभी की गांद पे रखा, और भाभी को स्मूद करने लगा.
फिर मैने भाभी को सीधा किया और अपना लंड उसकी छूट पे रखा. तो भाभी ने हल्की से आवाज़ में आ निकली. क्या छूट थी यार,बेक-दूं टाइट. मैं हल्के-हल्के करके धक्के लगाने लगा, और भाभी सिसकियाँ भारती गयी आ आ करके. मैने अपना पूरा लंड अंदर घुसेध दिया तो भाभी चिल्ला उठी.
फिर मैं थोड़ी देर रुका, और किस करता रहा, और धीरे-धीरे आयेज-पीछे करके छोड़ता रहा. फिर मैने अपनी स्पीड बधाई, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. भाभी ने सिसकियाँ लेते हुए कहा-
भाभी: देविल छोड़ो, और ज़ोर से छोड़ो. मिटा दो मेरी भूख. फाड़ दो मेरी छूट आहह उूउउ आअहह.
फिर 10 मिनिट्स छूट मारने के बाद मैने भाभी को डॉगी स्टाइल में किया, और पीछे से लंड डाल के छोड़ने लगा. 5 मिनिट्स बाद हम दोनो झाड़ गये. फिर मैं भाभी को सक करने लगा. उसके बाद मैं फ्रेश होके अपने घर आ गया.
आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी मुझे मैल करके बताना. मेरी मैल ईद नीचे है. और यहा की किसी भाभी को बात करनी हो तो मुझे मैल करे.