ऑनलाइन फ्रेंड के घर पर रुकने और चुदाई की कहानी

हेलो दोस्तों,

मेरा नाम है लोवे (बदला हुआ). मैं गुजरात से हू, और मेरी आगे 29 यियर्ज़ है. मैं मार्केटिंग प्रोफेशन में हू, सो ज़्यादा-तार घूमता रहता हू. और आज की इस स्टोरी में मैं बतौँगा, की मुझे घूमने के कारण ही अलग-अलग छूट मिली. वो भी ऐसी छूट जिसके बारे में सोच भी नही सकता.

आज उसमे से एक स्टोरी बताने जेया रहा हू. तो बोर ना करते हुए आते है आज की स्टोरी पे.

मुझे सोशियल मीडीया उसे करने का बहुत ही शौंक है. पूरा दिन बस यही चलता है. फिर एक दिन एक रॅंडम गर्ल से बात होनी चालू हुई. गुजरात के बंदे बातों में कभी पीछे नही आते.

रोज़ हमारी बातें होने लगी उस गर्ल से. वो कहा से थी, क्या करती थी, सब कुछ पता चल गया. तो वो गर्ल थी चेन्नई की, आंड उसका नाम था सुहासिनी(बदला हुआ नाम).

सुहासिनी एक कंपनी में ह्र थी, और उस कंपनी में मेरा अक्सर जाना रहता था. वो लड़की मस्त गोरी थी, और उसका फिगर साइज़ 34द-30-34 था. उसकी आगे 28 थी, और दिखने में इतनी हॉट थी, की किसी भी लड़के का लंड खड़ा कर दे.

लगातार टीन दिन उसकी कंपनी में जाने के बाद पता चला की जिससे बात करता था सोशियल मीडीया पे, वो ही गर्ल थी.

फिर हम रोमॅंटिक बातें पूछना चालू हुए एक-दूसरे से. लीके सेक्स किया है की नही, मेरे लंड का साइज़ एट्सेटरा.

सब को बता डू, की मेरे लंड का साइज़ 5.7 इंच है. लंड मेरा आवरेज है, बुत सेक्स के लिए मुझे लगता है पर्फेक्ट है. एक दिन उसके पस्त के बारे में पता चला, तो वो साद हो गयी.

फिर मैने उसको हॅपी करने के लिए एक होटेल में बुलाया. तब पता चला की वो अकेली रहती थी. यही इस स्टोरी का टर्निंग पॉइंट था.

मैने बोला: यहा पे होटेल बहुत महँगा पड़ता है.

तो उसने बिना कुछ सोचे बोला: तुम मेरे रूम में आ जाओ, वैसे भी तुम्हे 10 दिन ही तो रहना है जब भी आते हो.

मुझे और क्या चाहिए था, तो बस चला गया उसी दिन चेक-आउट करके डाइरेक्ट उसके रूम पे. डोर ओपन हुआ.

सुहासिनी ( नाइट ड्रेस में): आ गये तुम, चलो आ जाओ अंदर.

मैं बस मूह खोल के उसको देखते-देखते: यार तुम तो बड़ी हॉट हो, बाहर क्यू ऐसा पहन के नही आती?

सुहासिनी: सब का बहुत खुच खड़ा हो जाएगा, तो दिक्कत होगी. जैसे तेरा हुआ है (आँखों के इशारे से).

मे: मैने भी देखा मेरा लंड सच में बहुत हार्ड था, दर्द हो उतना.

फिर मैं शरमाते हुए उसके घर में गया.

सुहासिनी: तुम फ्रेश हो जाओ, मैं खाना लगती हू. हम साथ में खाते है, और साथ में सोते है( डबल मीनिंग में ).

मैं स्माइल करके बाथरूम में चला गया. फिर आई सोने की बारी.

मे: एक काम करो, तुम उपर सो जाओ, मैं नीचे कपड़ा बिछा के सो जाता हू.

सुहासिनी: नही, मेरे साथ में ही सो जाओ, वैसे भी डबल बेड है.

फिर मैने मस्ती में बोला: मुझे नींद में बाजू में गर्ल हो तो कंट्रोल नही होता डियर.

सुहासिनी: तो बोला किसने है कंट्रोल करने को?

बस इतना बोलने की देरी थी, और मैने तो उसको डाइरेक्ट धक्का दे कर डबल बेड पे गिरा दिया.

अब तो पक्का कंट्रोल नही हो रहा था. फिर मैं उसको पकड़ के मस्त किस करने लगा, और वो भी बहुत ही हार्ड वॉल.

उसका साथ बराबर का था. जितना मैं कर रहा था, सामने से उतना ही वो कर रही थी. भूखी शेरनी थी वो, ऐसा लग रहा था.

धीरे-धीरे मस्ती में किस चल रही थी. मेरा हाथ उसके बूब्स पे था, और कितने सॉफ्ट थे उसके बूब्स क्या बतौ आपको. दबाते-दबाते उसके निपल्स हार्ड हो गये, तो वो तो और भी चार चाँद लग रहे थे फीलिंग मे.

फिर धीरे-धीरे मैं उसके गले पे किस करना चालू हुआ, और हमारी मस्ती बढ़ती गयी. अब तो किस आंड प्रेस एक साथ चल रहा था. फिर धीरे-धीरे कपड़े उतारने चालू किए. एक-एक क्लॉत धीरे-धीरे निकलता गया. पहले में पूरा नंगा हो गया, फिर वो, और फीलिंग्स बढ़ती गयी.

मैने जस्ट इशारा किया अपने लंड को दिखा के, तो वो तो समझ गयी की उसको लंड को प्यार करना था. उसने जाके लंड पे किस करना चालू किया, क्या फीलिंग थी वो. उसके सॉफ्ट लिप्स आंड मेरा हार्ड पेनिस.

अब उसने चूसना चालू किया लॉलिपोप की तरह. स्वर्ग का आनंद मिल रहा था उस टाइम पे मुझे. जिन लोगों ने नही किया, मस्ट ट्राइ वन्स.

अब मुझसे रहा नही गया, तो मैने उसका मूह पकड़ के छोड़ना चालू किया.

वो गु गु गु गु की आवाज़ दे रही थी. गले तक ले जेया रही थी वो लंड को, और मैं उसको हार्ड वाला मौत फक दे रहा था. अब मैने लंड निकाला, उसको सीधा लिटाया, और बूब्स चूसने चालू किए.

वो आहह आ की आवाज़े निकाल रही थी. उसकी आवाज़े इतनी मादक थी, की लंड अब फूल के फटत जाएगा, ऐसा लग रहा था.

उसके बूब्स से होता हुआ में नीचे गया. उसकी नाभि को भी मैने अपनी टंग से लीक किया.

अब बारी थी स्वर्ग में जाने की. मैने उसके पैर खोले, और साथ मैं तुरंत ही उसकी प्यारी सी कोमल छूट सामने आ गयी. मेरी टंग उसकी छूट पे अपना काम कर रही थी. अब इसी तरह हम 69 में आ गये. वो मेरा लंड चूस रही थी, आंड मैं उसकी छूट चूस रहा था.

जो मज़ा ये करने में है, वो मज़ा शायद किसी में नही. अब उसकी तड़प बढ़ रही थी.

फिर वो बोली: बस अब डाल दो मेरे में. मुझसे रहा नही जेया रहा है.

मैने उसको सीधा लिटा के उसकी टांगे खोल के कंधे पे रख दी, और लंड को सेट किया. उसकी छूट इतनी गरम थी, की अब तो मेरे से भी रहा नही गया. तो मैने डाल दिया एक ही झटके में अंदर, और वो चिल्लाई क्यूंकी उसका फर्स्ट टाइम तो नही था, पर 1 एअर हो चुका था.

अब तो में लगातार धक्के लगा रहा था, और वो बोल रही थी.

सुहासिनी: बस मेरे राजा, ऐसे ही मारते रहो धक्के. आज इस प्यारी सी छूट का भोंसड़ा बना दो. आहह मज़ा आ रहा है बेबी.

मे: आज तो पूरी रात छोड़ूँगा तुझे मेरी जान.

सुहासिनी: आहह, माना किसने किया है मेरे राजा. तेरी ही छूट है, फाड़ के रख दे.

अब मैं उसको डॉगी बना के पीछे से छोड़ने लगा. उसकी आवाज़ पुर रूम में गूँज रही थी, और ठप-ठप की भी आवाज़ आ रही थी. पूरी रात मैने उसको छोड़ा 3 बार आंड रोमॅन्स भी करते रहे पूरी रात.

अर्ली मॉर्निंग 4 बजे जब हम सेक्स कर रहे थे, तब उसकी गांद का छेड़ दिखा. क्या मासूम सा था. ये देख के चुदाई और चूसा साथ में हो रही थी, मज़ा आ गया. फिर हम सो गये.

अब अगली कहानी में लिखूंगा, की कैसे उसकी गांद की वर्गीनिटी तोड़ी मैने.

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