ऑफीस की वर्जिन लड़की की पहली चुदाई की कहानी

मैं फिरसे उसको किस करने लगा, और साथ ही उसकी छूट को मसालने लगा. वो मछली की तरह मेरी बाहों में तड़प रही थी. उसकी छूट का पानी तो रुकने का नाम ही नही ले रहा था. मेरा पूरा हाथ भीग चुका था. मैं अपने हाथ को उपर लेके आया, और उसके होंठो पे रख दिया.

वो इतनी गरम हो चुकी थी, की मेरे हाथ को चाटने लगी. मेरे हाथ से उसकी छूट का पानी उसके पुर फेस पे लग रहा था. मैने भी फिर उसके होंठो को चूसना शुरू कर दिया. मैं उसकी छूट का रस्स उसके होंठो से पीने लगा. फिर थोड़ी देर बाद मैने उसको अलग किया, और नीचे आके उसकी दोनो टांगे खोल दी, और उसकी गुलाबी छूट को देखने लगा.

उसकी छूट रस्स में नहा के चमक रही थी, और उसकी छूट से जो महक आ रही थी, वो मुझे पागल कर रही थी ( दोस्तों सच बतौ तो मुझे फोरप्ले में बहुत मज़ा आता है, और लड़कियों को हमसे भी ज़्यादा. ई जस्ट सजेस्ट की आप सब भी ये हमेशा ट्राइ करे).

फिर मैं अपने लिप्स उसकी थाइस पे ले जाके किस करने लगा, और धीरे-धीरे उसकी छूट की तरफ बढ़ने लगा. अब उसकी लोवर बॉडी पूरी शिवर कर रही थी. फिर जैसे ही मैने अपने लिप्स उसकी छूट पे रखे, वो ज़ोर से आ मॅर गयी कह के मेरे सर को अपनी छूट में दबाने लगी.

मैं उसकी छूट से बहते रस्स को चाटने लगा, और कभी उसकी छूट को मसलता, कभी उसकी छूट पे बीते करता, तो कभी अपनी जीभ से उसकी छूट को फक करता. 5 मिनिट में ही वो ज़ोर-ज़ोर से काँपने लगी और मेरे सर को बिल्कुल अपनी छूट में दबा कर झाड़ गयी.
2 मिनिट तक वो शिवर करती रही, और मेरे फेस को अपनी छूट में दबाती रही. दो मिनिट बाद जब वो रिलॅक्स हुई, तो मैं उपर आया. मेरा पूरा फेस भीग चुका था, और वो बहाल होके पड़ी हुई थी. उसकी साँसे तेज़-तेज़ चल रही थी, जिससे उसके बूब्स तेज़ी से उपर-नीचे हो रहे थे.

वो इतनी तक चुकी थी की उससे बोला भी नही जेया रहा था. लेकिन उसने मुझे इशारे से पास आने को कहा, और मेरे फेस को किस करने लगी, और चाटने लगी. वो मेरे कानो में कह रही थी की-

वो: बेबी आज तक मुझे इतना मज़ा कभी नही आया. ये मेरी लाइफ का बेस्ट मोमेंट है.

मैने उसको कहा: बेबी अभी तो और मज़ा आएगा.

ऐसे ही 15 मिनिट बाद वो फिरसे आक्टिव हुई, और मेरे हाथ को अपनी छूट पे रख दिया. मैं फिरसे उसको रब करने लगा. अब मैने अपनी एक फिंगर उसकी छूट में डाल दी. उसे तोड़ा पाईं हो रहा था, लेकिन वो बस एंजाय कर रही थी. अब मैं सीधा हुआ, और अपने लंड को बाहर निकाला, जो की मेरे प्रेकुं से पूरा भीग चुका था.

वो एक लोहे की रोड तरह हार्ड हुआ पड़ा था. फिर मैने उसका हाथ अपने लंड पे रख दिया. उसका पहली बार था तो वो तोड़ा दर्र रही थी. लेकिन मैने उसके हाथ को अपने हाथ में पकड़ के रखा, और अपने लंड को उसके हाथ से मसालने लगा. थोड़ी देर बाद वो खुद ही करने लगी, और मैने उसको हाथ को छ्चोढ़ दिया.

उसका हाथ मेरे प्रेकुं से भीग चुका था. फिर मैने उसको लंड चूसने को कहा, तो वो माना करने लगी. मैने उसे काफ़ी समझाया, लेकिन वो सिर्फ़ किस करने की लिए मानी. फिर उसने मेरे लंड को पहले सॉफ किया. उसके बाद उसने दर्र-दर्र के मेरे लंड की साइड पे पहले किस की.

5-6 किस्सस के बाद मेरे कहने पर उसने लंड के टॉप पे किस किया. जैसे ही उसने किस किया, मेरा प्रेकुं उसके होंठो पे लग गया. उसे उसका टेस्ट आया, तो उसने झट से मूह सॉफ कर लिया और आयेज करने के लिए माना करने लगी. मैने भी उसको ज़्यादा फोर्स नही किया. हम फिरसे एक-दूसरे को किस करने लगे.

अब मैने एक कॉंडम निकाल के अपने लंड पे लगाया, और उठ के उसकी टाँगो के बीच में आ गया. फिर उसकी गांद के नीचे पिल्लो रख के उसकी छूट को उपर कर दिया. वो अब दर्र रही थी. वो माना कर रही थी अब करने को, क्यूंकी उसको पता था की अब उसको काफ़ी पाईं होने वाला था.

लेकिन मैने उसको समझाया की थोड़ी देर की बात है, फिर बहुत मज़ा आएगा. पर वो फिर भी दर्र रही थी. मैने अब अपने लंड को उसकी छूट पे रखा, और रब करने लगा, जिससे वो मदहोश होके अपनी आँखें बंद करके आहह आ एस करने लगी. उसकी छूट पूरी गीली थी. मैने अपने लंड पे लगे कॉंडम को उसके प्री-कम से लूब्रिकेट किया, और उसकी छूट पे रख के प्रेशर देने लगा.

उसको पाईं होने लगा तो वो उउईईई मा बस रहने दो बस दुख रहा है कहने लगी. लेकिन मैने उसको रिलॅक्स किया, और फिर और ज़ोर डाला. इससे मेरे लंड का टोपा उसकी छूट में जाके फ़ासस गया. वो ज़ोर-ज़ोर से चीखने लगी-

वो: आह मॅर गयी आ. निकालो इसको. मुझे नही करना बेबी निकालो प्लीज़.

वो ऐसे बोलने लगी, और उपर को जाने लगी. लेकिन मैने उसको कस्स के पकड़ लिया, और उसपे लेट के किस करने लगा. मैं उसके बूब्स मसल रहा था, और उसके लिप्स पे किस करता, तो कभी उसके फोर्हेड पे. वो पूरी तरह दर्द के मारे पसीने से भीग गयी थी. लेकिन थोड़ी देर बाद जब वो रिलॅक्स हुई, तो मैने उसको बोला-

मैं: बेबी, अभी थोड़ी देर के लिए कंट्रोल कर लो, पूरा अंदर चले जाएगा.

वो माना करने लगी की नही उससे नही होगा, वो नही कर पाएगी. लेकिन मैने उसे समझाया और उसको उसकी बॉडी रिलॅक्स करने को कहा. मैने कहा की अब जो पाईं होगा उसको कंट्रोल करे वो. उसने इशारों में हा कहा. जैसे ही उसने बॉडी रिलॅक्स की, मैने वैसे ही लगातार दो झटके ज़ोर से मारे, और मेरा पूरा लंड उसकी छूट में चला गया.

वो ज़ोर से चिल्लाई, और अपने सर को आयेज-पीछे पताकने लगी, और ब्लंकेट को नोचने लगी. कभी मेरी बॅक पे तो कभी मेरी चेस्ट पे अपने नाइल्स से नोचती. मुझे भी अब पाईं हो रहा था. वो बस आ कर रही थी. उसको काफ़ी दर्द हो रहा था. उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे.

लेकिन मैने उसको ढीला नही किया और उसकी आइज़ पे, लिप्स पे, नेक पे, किस करता रहा. साथ ही उसके बूब्स भी मसल रहा था. मैने साथ ही नीचे देखा तो उसकी छूट से ब्लड निकल रहा था. 5 मिनिट बाद जब वो रिलॅक्स हुई, तो मैने धीरे से अपने लंड को तोड़ा-तोड़ा अंदर बाहर करना शुरू किया.

इससे उसको तोड़ा पाईं हो रहा था. लेकिन वो हर धक्के के साथ आह ह आह की आवाज़ भी कर रही थी. धीरे-धीरे उसको भी अब मज़ा आने लगा था. मैने भी अब अपनी स्पीड तेज़ की, और वो अब ह अहह बेबी धीरे-धीरे करो दुख़्ता है आहह आराम से आह कह रही थी.

थोड़ी ही देर में अब वो भी अपनी गांद को मेरे धक्के के साथ मॅच कर रही थी. पुर रूम में उसकी आहह एस की आवाज़े आ रही थी. थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद मैने अपने लंड को एक बार में बाहर निकाल लिया. जैसे ही मैने अपने लंड को बाहर निकाला, तो उसकी आँखें बड़ी हो गयी.

उसकी छूट से ब्लड बाहर आ रहा था, और कॉंडम पूरा लाल हो चुका था. मैने उसकी छूट को सॉफ किया, और अपना कॉंडम चेंज किया, और अब डॉगी स्टाइल में बेड के साथ खड़ा करके उसकी छूट में लंड डालने लगा. उसको अब फिरसे पाईं होने लगा. लेकिन फिर मैने 2 धक्को में पूरा लंड उसकी छूट में डाल दिया.

वो चिल्ला रही थी, और मज़े ले रही थी. अब मैने अपनी स्पीड तेज़ की, और उसकी छूट को छोड़ने लगा. मेरे हर स्ट्रोक के साथ वो एक आह की आवाज़ के साथ पूरी हिल जाती. पुर रूम में ठप ठप ठप ठप की आवाज़ गूँज रही थी.

वो फिरसे झाड़ चुकी थी. उसकी छूट का पानी उसकी लेग्स को पूरी भीगा चुका था, और वो बेड पे गिर गयी. लेकिन मैने लंड को बाहर नही निकालने दिया, और उसको ऐसे ही छोड़ता रहा. फिर मैने अपने लंड को बाहर निकाला, और उसकी छूट पीछे से चाटने लगा.

उसके बाद मैने उसको सीधा किया, और उसको कॅमल राइड पोज़िशन में सेट किया ( इसमे लड़की की एक लेग को दूसरी लेग पे क्रॉस करते है. इसमे लड़की को बहुत मज़ा आता है ). फिर अपना लंड उसकी छूट में डाल दिया. अब उसकी छूट और भी टाइट हो गयी थी. मेरा लंड उसकी छूट के अंदर पूरा रग़ाद रहा था. वो तो अब पागल ही हो गयी थी.

वो बस आअहह आहह बेबी कर रही थी. मैं भी तेज़-तेज़ उसको छोड़ रहा था. 5 मिनिट बाद वो बहुत ज़ोर से झाड़ गयी. इतनी ज़ोर से, की उसकी छूट का पानी निकल के पिचकारी की तरह मेरे पे पद रहा था. वो कितने टाइम तक अपनी छूट उठा-उठा के झड़ती रही, लेकिन मैं उसको तब भी छोड़ता रहा.

मैने अब उसकी दोनो लेग्स को स्प्रेड कर दिया, और तेज़-तेज़ छोड़ने लगा. वो आहह आह करके कह रही थी की बस करो, रुक जाओ. लेकिन मैं लगा रहा. फिर 2 मिनिट बाद मैं झाड़ गया, और लंड उसकी छूट में ही रहने दिया. मैं उसपे लेट गया. 5 मिनिट बाद लंड बाहर निकाला, तो लंड सिकुड के बाहर आ गया था.

लेकिन कॉंडम छूट में ही रह गया था, जिसे देख हम दोनो हस्स पड़े. फिर मैने उसको पकड़ के बाहर निकाला, और उसकी छूट और अपने लंड को सॉफ किया. हम ऐसे ही लेट के सो गये. जब आँख खुली तो देखा 2 बाज रहे थे. मैने उसको उठाया, और खाना ऑर्डर किया. खाना आया और हमने खाया.

फिर उसके बाद हमने एक रौंद और चुदाई की. 35-40 मिनिट तक चुदाई चली. उसके बाद हम वाहा से निकल के घर आ गये शाम को. क्यूंकी वो रात को बाहर नही रह सकती थी. अब ये हमारा हर महीने का था, की हम उसके पीरियड्स आने से पहले मिलते थे, और खूब सेक्स करते थे.

नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा कैसे मैने उसकी गांद मारी. अब कोई भी लड़की या भाभी सेक्स करने में, या छत करने, या किसी को भी कोई भी अड्वाइज़ चाहिए तो कॉंटॅक्ट ओं मी एमाइल ईद [email protected]

यह कहानी भी पड़े  भाई ने बाय्फ्रेंड से सेक्स करने मई मदद की


error: Content is protected !!