नंगी मामी के साथ लेट कर अपना लंड हिलाया

तब मई मामी को बोला मामी खोल दिए हू. मामी टॉर्च ओं की तो देखा मेरा लंड पूरा खड़ा हुआ है. और यूयेसेस मई से चिप छिपा पानी निकाला हुआ है. मेरे लंड के उपर मे ज़्यादा नही मगर हल्का हल्का हेर था.

मामी यह सब इग्नोर किए और जहा लगा हुआ है वाहा देखने लगी. और बोली यह तो कोई चीज़ लग रहा है, कब गया है? और मामी गये और टवल से मेरा वाहा जाँघ पूछी जहा खून था. वाहा एक छोटा सा छिड़ हो गया था.

मैं जब मामी को देखा तो उनका बूब्स जुल रहा था और छूट पे हेर नही थे. मगर छूट नही दिखा झुकी हुए थी इसलिए. मैं उनके बूब्स मे खो गया. एक दूं पर्फेक्ट बूब्स थे मामी के, कोई बड़ा नही और नही एक दूं छोटा सा उपर से निपल लाइट ब्राउन कलर का. और बूब्स काफीे वाइट लग रहे थे.

यह सब देखने के बाद मामी मेरी नज़र का पीछा की तो देखी की मई उनके बूब्स को देख रहा हू. और मेरा लंड काफीे झटके मार रहा था खड़ा होके.

मामी दर गये मेरा यह हारकेट से और वो टॉर्च बंद कर के वो सीधा टवल ले और अपना बॉडी छुपाने लगे. यह देख मेरा होश आया और मुझे लगा मामी अब मरेगी.

फिर मामी मुझे बोली आप थोड़ी मूह घुमाए. तो फिर जब और जिस वाय्स में मामी बोली उनका आवाज़ से लग रहा था वो गुस्सा है.

तभी मैने खुद को बचाने के बारे मे सोचने लगा. नही तो मामी तो देंगे ही साथ मे पूरा फॅमिली मेरा वॉट लगा देगा. तभी मुझे याद आया कुछ मंत पहले मैं और मेरा एक दोस्त जपानीस पॉर्न देखे थे उसका घर मैं. उसका स्टोरी याद आ गया.

वैसे तो वो मोविए बेकार था मगर स्टोरीलाइन अछा था. स्टार्टिंग का जैसे एक लड़का उसको कोई चीज़ काट लेता है. और उसको इन्फेक्षन हो जाता था और वो ज़ॉंबी जैसा कुछ होने लगता है.

मगर वो पॉर्न मोविए था तो उसको जो लड़की मिलती थी उसको पकड़ कर छोड़ने लगता था और अपने जैसा बना देता है.

आप लोग आचे से जानते है जापान मे ऐसा ही पॉर्न बनाते है. और मुझे यह अछा लगा क्यूकी यूयेसेस टाइम मैं उमेर कम था और कभी ऐसा सिचुयेशन मे नही पड़ा था. इसलिए दिमाग़ मे खुद को बचाने के लिए जो आया वही यूयेसेस वक़्त सही लगा. क्यूकी इतना पता था मामी यह बात शुवर किसी ना किसी को तो बोलेंगी ही. और मेरे पास कोई आइडिया नही था.

इसलिए मैने देखा मामी निघट्य पहें ले थी. फिर मैने अचानक से मामी को बोलने लगा. दो बार बोलने के बाद जब मामी जवाब दी क्या हुआ?

मैने बोला मामी कुछ हो रहा है मुझे. और मैने यूयेसेस वक़्त जो सीरीयस आक्टिंग की शायद मैं ही जनता हू.

मामी यह देख दर गये और और मेरे पास आए और बोली क्या हो रहा है?

मैने बोला मामी मुझे यहा अजीब सा महसूस हो रहा है (लंड को दिखा कर बोला).

तो मामी फिर गुस्सा हुए मगर अब मैं यूयेसेस वक़्त पीछे नही हट सकता था. नही तो मार तो लिखा है सब से और इज़्ज़त जाएगा वो अलग.

फिर मामी को बोला मामी कसम से बोल रहा हू अजीब सा लग रहा है. मामी इश्स बार सीरीयस हो गये और पूछी क्या लग रहा है? मैने बोला पता नही अजीब से यूयेसेस मे फील हो रहा है, हार्ड दे रहे है.

मामी तब बोली की पेसाब कर लो ठीक हो जाएगा.

मैने बोला नही मामी ऐसा दर्द कभी नही हुआ था. फिर मैने सोचा अब मामी ज़्यादा दिखा रही है. इसलिए उनको मैने बोल दिया की आप चले जाए मैं यही हू.

तब मामी को लगा की अगर मुझे कुछ हो गया तो जो शादी का मुहाल था वो किसी और चीज़ मे ना बदल जाए. इसलिए मामी मुझे बोली एक काम करो तुम यही बैठो मैं किसी को बुला कर ले आती हू.

तभी मुझे लगा अगर कोई और आया जैसे मेरे पापा, मामा. तो यह लोग यह सब देख कर सीधा हॉस्पिटल लेकर जाएँगे. और वाहा सब पता चल जाएगा.

इसलिए मैने मामी को रोक दिया और बोला नही मामी प्लीज़ किसी को मत बुलाए. और फिर सोचा की अभी उसको ख़तम करना चाहिए नही तो मामला जाड़ा सीरीयस हो जाएगा.

तब मैने मामी को अपने पास बुलाया आटकते वाय्स मे. मामी रोने लगे और बोलने लगे लगता है कोई कुछ कर दिया है रात के टाइम मे. और उनको लगा उनके ही ग़लती है इतना रात मे नहाने का प्लान उपर से यह बातरूम मे.

फिर वो मेरे पास आए और मैने उनका हाथ पाकर लिया. और उनको अपने पास बैठा दिए और ऐसा दिखाए की दर्द बर्दस नही हो रहा है. मई मामी से चिपक गया.

मामी मुझे बोली कुछ नही हुआ है लगता है कुछ काट लिया है. इसलिए दिमाग़ मे उल्टा सीधा ख़याल आ रहा है. वो इनडाइरेक्ट्ली बोलना चाहती थी की वीडियो भी देखने के वजह से ऐसा हुआ है.

मगर मैं कुछ नही बोला और मैं मामी को पकड़ लिया था और सीधी पे ही हम दोनो लेते हुए थे. मामी मेरे रिघ्त साइड मे थी और मैं लेफ्ट साइड मे.

मैं अपना लेफ्ट हाथ मामी के कमर को पाकर के था. और रिघ्त हॅंड से लंड को पकड़ के अनप्रोफेशनल के तरह हिला रहा. जैसे फर्स्ट टाइम हिला रहा हू. और मेरा सर उनके कंधे पे था.

मामी टॉर्च ओं की तो देखा मामी उनसे चिपक के लंड हिला रहा हू, टन रहा हू और अपना आँख बंद किया हू.

यह सब मामी देख रहे थी फिर टॉर्च मेरे लंड के तरफ लेकर गये और देखा. क्यूकी मैं अब थोड़ी ज़ोर ज़ोर से हिलने लगा और ताने लगा अपने लंड को. और उनका कमर को ज़ोर से पकड़ लिए और सर को उनके गर्दन मे लेकर जाने लगा.

मामी मुझे अब कुछ बोल तो नही रहे थी मगर थोड़ी दूर करने का कोसिस कर रही थी. और थोड़ी ज़ोर देके डकेल रही थी. पूरा बातरूम अचानक से शांत हो गया है. और जैसा की आपको मैने बताया था की मेरा मूड कितना चढ़ा हुआ था. ऑलरेडी पंत के अंदर मैने प्रेकुं निकल दिया था.

इसलिए मेरा माल जल्दी ही निकल गया. मामी टॉर्च ऑफ नही की थी जब निकाला तो मैने आँख खोला. तो देखा मामी यही देख रही थी और तब जाकर मैं अंजन बनकर मामी को बोला.

मामी मेरा वाहा से कुछ निकल रहा है. और तब जाकर मुझे भी रियल मे शांत और अछा महसूस हुआ. मामी उठी और बोली कुछ नही हुआ है चलो. मामी को लगा मैं पॉर्न देखा हू फोन मे इसलिए मेरा ऐसा हो गया था. और मैने अपना कम निकाला तो उनको लगा की मैं शांत हुआ हू.

मैने और ज़्यादा कुछ नही बोला और मैने भी अपना शॉर्ट पहना और टशहिर्त. और वाहा से निकल गये और घर के तरफ बढ़ने लगे. तभी हम दोनो को स्वाती मौसी और मामी की एक फ्रेंड (नाम निशा हलकी वो भी मौसी ही लगेगी) आते देख लिए.

शायद वो लोग मामी को ना देखने के वजह से ही उठ गये थे. साथ मे मैं था तो थोड़ी अजीब हो कर निशा मौसी पूछी. अर्रे ममता कहे गये थी इतना देर से? हम और स्वाती टेन्षन में आ गये थे.

मामी बोले टेन्षन किस चीज़ का, रात का सारा बात बताए, की कैसे मामा जी को पैर मे चोट आ गया. और उसके बाद मैं और मामी मिल कर सब सॉफ सफाई किए. उसके बाद मामी बताए की नहाने के लिए स्वाती मौसी को उठा रही थी. तो वो उठी नही और लास्ट मे मुझे लेकर चली गये.

तब निशा मौसी बोली यहा क्यू नही नहा ले? तो मामी बोली की यहा नहाते तो सबका नींद खराब हो जाता और फिर सब सो नही पता इसलिए. और उससे पहले निशा मौसी कुछ बोलती. मामी मुझे बोले आप जाए अब सोने सुबह का 3:30 हो गया है. बिचारा तब से बातरूम के बाहर ही सोया हुआ था.

तो स्वाती मौसी बोली अर्रे आर्यन तुमको दर नही लगा इतना रात मे वाहा सोने मे? तो मैं मामी के तरफ देखा और झुत बोल दिया नही मौसी नींद बोहुत ज़ोर का आ रहा था. कब सो गये पता ही नही चला.

फिर मैं वाहा से चला गया और जहा सब सोए हुए थे वाहा आकर देखा तो सब आराम से सू रहे थे. और जगह कही मिल नही रहा था.

तभी मैना देखा एक साइड मे नीचे गद्दा बिछा हुआ है वाहा सोने की जगह थी. तो मैं वाहा जेया कर सो गया और सोचने लगा की मामी झुत क्यू बोली.

फिर यह भी दिमाग़ मे आया की जब मेरा नाटक सीरीयस समझी मामी. तो यूयेसेस टाइम मे मैं जो लंड हिला रहा था मामी कुछ बोली नही देख रही थी बस. हाथ से दखा देकर दूर राक रही थी. और जब मैं जर गया तो भी मामी कुछ नही बोले. मतलब सॉफ था की मामी कही ना कही कन्फ्यूज़ है की मेरे साथ आक्चुयल मे क्या हुआ है.

इसलिए वो किसी को कुछ नही बोली और अब मुझे झुत को सच मे बदलना था. और शादी का घर था तो इसलिए सब सोच समाज कर करना परेगा.

क्यूकी लाइफ में पहले बार कुछ ऐसा एक्सपीरियेन्स करने को मिला था. और मैं नही चाहता था की कुछ भी बिगड़ जाए. वही दूसरे और मामी यह सोच रही थी की उनसे ग़लती हो गया मुझे ले जाकर. क्यूकी जो हुआ उनके हिसाब से ठीक नही था. और दूसरा बात स्वाती मौसी और निशा मौसी दोनो ही हम दोनो के आते हुए देखी है.

शादी का घर मे कोई बदनामी नही चाहती थी. क्यूकी सभी को पता है मामा अपने घर रहते और मामी यहा पे. उपर से मामा 6 महीने या 1 साल पे आते है वो भी 1 वीक के लिए उससे ज़्यादा नही.

तभी मामी सोचे थी की जो भी हुआ है मामी से या मुझसे वो बस ग़लती से हुआ है और कुछ नही.

तो बे कंटिन्यूड…

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