सो हेलो मेरे प्यारे लंड के सरदारो और चूत की रानियो. कैसे हो आप लोग? मेरा नाम प्रिया है. मेरी आगे 24 है, और मेरा फिगर बस समझो किसी का भी लंड खड़ा करने के लिए काफ़ी है. मैं सिंगल हू. मैने आज तक कोई ब्फ नही बनाया क्यूंकी मुझे ये सब शोना बाबू पसंद नही था.
मेरे घर पे मैं, मम्मी, पापा, और मेरे 3 भाई रहते है. राहुल और राज जुड़वा है (आगे-22). शान हमारा सबसे छ्होटा भाई (आगे-19) है. शान बहुत ही शांत और सीधा बच्चा है जब की राहुल और राज ठीक इसके उल्टे. कहानी थोड़ी लंबी है, तो आप बोर मत होइएगा. अब हम कहानी पे आते है.
एक साल पहले की बात है. ठंड का सीज़न था, तो मैं रोज़ नाश्ता करने के बाद नहाती थी. एक रोज़ जब मैं नहाने गयी, तो मैं कपड़े ले जाना भूल गयी, और सिर्फ़ टवल ही ले गयी थी. जब मेरा नहाना हो गया तब मुझे याद आया की मैं कपड़े लाना तो भूल गयी थी. मैने मम्मी को बहुत बुलाया, बुत वो सुन नही पा रही थी.
मैने सोचा रूम में जेया कर कपड़े ले लेती हू. मैं आपको बता डू की मैं और मेरे भाई सभी एक ही रूम में रहते है, बस बेड दो है. एक पे मैं और एक भाई, और दूसरे पे दो भाई सोते है (सॉरी अगर बोर लगे तो, बुत मैं कोई डीटेल मिस नही करना चाहती).
मैने टवल को लपेटा, और उसी हाल मैं रूम की और चली गयी. जब वाहा पहुँची तो देखा मैने की राहुल और शान उसी रूम में थे. मुझे थोड़ी शरम आ रही थी. मैने सोचा उनको बुला कर कपड़े माँगा लू, बुत वो मेरे अंडरगार्मेंट्स थे आंड इंडिया में आपको पता है कोई लड़की ऐसे किसी लड़के को अंडरगार्मेंट्स नही लाने बोलती.
मैने सोचा भाई ही है, मैं खुद जेया कर ले लेती हू. मेरे बूब्स काफ़ी बड़े और टाइट है, और मैने टवल की गाँठ उन्ही मैं दबा रखी थी. मैं अंदर गयी. मैने हिम्मत बढ़ने के लिए एक लंबी साँस ली. पर साँस लेते ही मेरे बूब्स ने टवल की गाँठ छ्चोढ़ दी और टवल नीचे गिर गया.
मेरा पूरा नंगा शरीर मेरे भाइयों के सामने था. शान ने तुरंत अपना फेस दूसरी तरफ मोड़ लिया, पर राहुल कभी मेरे बूब्स तो कभी मेरी छूट को घूरे जेया रहा था. उधर राज जो रूम में आ ही रहा था, और मेरे पीछे खड़ा था. उसके सामने मेरी नंगी पीठ और मेरी गांद थी. मेरा सारा बदन लगभग एक ही वक़्त में मेरे तीनो भाइयों के सामने आ गया था.
मैने जल्दी से अपने बदन को च्छुपाया और टवल लेने नीचे झुकी और मेरी नज़र राहुल के लंड पे पड़ी, जिसने उसकी पंत को तंबू बना दिया था. मुझे बहुत बुरा लगा. मैने जल्दी से टवल लपेटा, और ज़ोर से चीखी और सब को बाहर जाने बोला. राज उधर से ही लौट गया, और मैने उसे देखा भी नही.
फिर मैने जल्दी से कपड़े चेंज किए. मैने एक शॉर्ट फ्रॉक पहना जो मेरी थाइ तक ही था, और अंदर ब्रा और पनटी बस. मुझे बहुत बुरा लग रहा था, और मैं बैठ कर रो रही थी. तभी राज आया. उसने मुझे रोते देखा, और अंदर आ कर रूम बंद कर दिया.
राज: क्या हुआ दी, आप रो क्यूँ रहे हो?
मे: राज वो (मैने रोते-रोते उसको सब बताया).
राज: इट’स ओक दी इसमे आपकी क्या ग़लती?
मे: हा बुत वो अपनी बेहन के बारे मैं ऐसा कैसे सोच सकते है?
राज ने मुझे हग किया और मेरी पीठ सहलाने लगा, जिसे उसने आज बिना कपड़े के देखा था.
राज: इट’स ओक दी, आप रोना बंद करो. बच्चो की तरह रो रहे हो. रोते हुए कितने गंदे दिखते हो.
मैने उसे एक मुक्का मारा और बोली-
मे: चुप कर (और हासणे लगी).
राज: ये हुई ना बात.
फिर हमने बात की. राज ने अपना एक हाथ मेरे हाथ पे, जो मेरी थाइ पे था, रखा, और उसे सहलाते हुए बोला-
राज: दी आप तो जानते हो ये सब नॅचुरल होता है.
मे: हा बुत मैं उसकी बेहन हू ना.
राज: हा बुत वो एक लड़का है.
मे: ह्म.
मुझे बहुत अछा लगा कोई मुझे समझा रहा था. तो मैने राज को फिरसे हग किया. उसने अपना हाथ मेरी थाइ से नही हटाया. वो एक हाथ से मुझे हग कर रहा था, जबकि दूसरे हाथ से मेरी थाइ को सहला रहा था. गाइस हू तो मैं भी एक इंसान, उपर से लड़की. मुझे उसका टच बहुत अछा लगने लगा.
मैने उसे और टाइट से हग किया. अब उसकी हिम्मत बढ़ गयी थी, और उसका हाथ मेरी थाइ पे हरकते कर रहा था. बात अब मेरे हाथ से निकलती जेया रही थी, क्यूंकी ये मेरा पहला एक्सपीरियेन्स था, और मेरे मूह से आह निकल गयी.
हम एक-दूसरे से तोड़ा डोर हुए और आइ कॉंटॅक्ट करने लगे, और फिर राज ने अपने लिप्स मेरे लिप्स की तरफ बढ़ाए. मुझे पता नही क्या हो गया था. मैने अपनी आँखें बंद कर ली. फिर राज ने पहले मेरे लीप पर एक हल्की किस करी, और फिर वो मेरे लिप्स को चूसने लगा. मुझे ये एहसास बहुत अछा लग रहा था, तो मैं भी उसका साथ देने लगी.
हम दीवानो की तरह एक-दूसरे के लिप्स को चूसने लगे, और राज मेरी थाइ अभी भी सहला रहा था. मैं उसकी गोद में बैठ गयी. राज ने अपना हाथ मेरी गांद पे रखा और उसे अपनी और खींचा.
करीब 5 मिनिट की किस्सिंग के बाद राज ने मेरी नेक को चूमना शुरू किया. आपको तो पता है लड़कियों की सबसे बड़ी कमज़ोरी नेक किस होती है. मैने उसके सिर को दबोच लिया, और सिसकिया लेने लगी. राज रुकने का नाम नही ले रहा था. मैने उसे बेड पे गिरा दिया, और उसकी त-शर्ट निकाल दी, और उसके उपर हो गयी.
मैने उसकी पूरी बॉडी को चूमना शुरू किया. तभी मेरी नज़र उसके तंबू बने लंड पे पड़ी. मुझे राहुल के लंड की याद आ गयी. उसका लंड भी इसी तरह खड़ा था. मैं देखना चाहती थी ये क्या था. मैं उसकी बॉडी को चूमते हुए उसके लंड तक गयी, और उसकी पंत नीचे कर दी. उसका लंड आपनी पूरी पवर के साथ बाहर आया, और मेरे फेस से टकराया.
मैं चौंक गयी. मैने मेरी लाइफ मैं पहली बार किसी लड़के के लंड को देखा था. मुझे समझ नही आया की मैं इसका क्या करती, तो मैं उसे सहलाने लगी. राज मेरे फेस को अपने लंड की तरफ धक्का दे रहा था, पर मुझे नही समझ आ रहा था वो ऐसा क्यूँ कर रहा था. तभी डोर नॉक की आवाज़ आई.
हम होश में आए. मैं जल्दी से उठी, और अपने कपड़े ठीक किए राज ने भी अपने कपड़े पहने और डोर खोला. बाहर शान था. वो हमे खाना खाने बुलाने आया था. मैने कहा ओक और वो चला गया. राज भागता हुआ मेरे पास आया, और मुझे एक किस किया और फिर एक हग किया और बोला-
राज: दी इट’स ओक, आप एक लड़की हो, मैं एक लड़का, इस बारे में ज़्यादा मत सोचना.
मे: ह्म (और उसे हग करने लगी).
फिर हम नीचे गये. हमने खाया, और सभी अपने-अपने काम मैं बिज़ी हो गये. पर दिमाग़ में अभी भी वो चल रहा था. अगर मेरा राज के साथ वो करना ग़लत नही, फिर राहुल का मुझे देखना ग़लत क्यूँ था. इस बात को क्लियर करना था मुझे.
मैं रात का वेट करने लगी. रात जब हुई हम सोने आए तो मैने राहुल को मेरे बेड पे सोने को कहा. ये सुन कर राहुल तोड़ा घबराया, बुत फिर आ गया.
आयेज की कहानी नेक्स्ट पार्ट में. उमीद है आपको कहानी अची लगी हो. अपनी फीडबॅक मुझे ज़रूर दे ( प्के9435856@गमाल.कॉम) और नेक्स्ट पार्ट का वेट करे. थॅंक योउ.