मुस्लिम सेक्स कहानी – खाला की चुदाई की

कैसे हो मेरे दोस्तो मई ज़ीहाँ आपकी सेवा मे फिर से हाज़िर हू लेकर अपनी एक और चुदाई की दास्तान. आपके मेल्स और प्यार के लिए धन्यवाद. अब ज़्यादा लंबा टाइम ना लेते हुए स्टोरी पे आता हू.

अपने मेरी पिछली स्टोरी ज़ेनाश ने रुकसार को चुडवाया मे पड़ा कैसे ज़ेनाश ने रुक्सर को रेडी किया चुदाई के लिए. तो अब आगे की कहानी ये रही.

रुक्सर को छोड़ते हुए मैने उससे बोला-

मैं- जानेमन क्या मस्त माल हो तुम. मॅन करता है तुम्हारे साथ ऐसे ही सारी ज़िंदगी चुदाई करता राहु.

रुक्सर- अरे मेरी जान ज़ीहाँ आआआहह.. उूुउऊहह.. मुझे ही छोड़ते रहोगे तो ज़ेनाश का क्या होगा?

मैने नाटक किया जैसे मुझे शॉक लगा हो उसकी ये बात सुनकर.

मैं- क्या तुम्हे पता है?

रुक्सर- हा मेरी जान.

मैं- तो चल ज़ेनाश को भी इसमे शामिल करते है और थ्रीसोंर करते है.

रुक्सर ज़ेनाश को भी बुला लेती है. मई झट से ज़ेनाश को पकड़ कर उसका टॉप निकल देता हू और उसकी ब्रा को भी निकल कर उसके बूब्स को चूसने ल्गता हू.

रुक्सर नीचे बेत कर मेरा लंड चूस्टी ह. मेरा लंड फिर से टन जाता है, मई रुक्सर क मूह पे ज़ेनाश की छूट रखवता हू. और रुक्सर की छूट मे एक दूं से अपना लंड घुसा देता हू. रुक्सर काँप जाती ह और ज़ेनाश की छूट पे बीते कर लेती ह, इससे ज़ेनाश भी चीख पड़ती है.

महॉल पूरा चुदसी हुआ पड़ा रेगता है. आप ये स्टोरी देसीकाहानी.नेट पर पद रहे है.

मई बारी बारी से दोनो की छूट मे लंड डाल कर मज़े मारता हू. ज़ेनाश और रुक्सर दोनो एक दूसरे को किस क्रती ह और बोबे दबाती है चुस्ती है.
शाम तक ये ही सीन चलता है. फिर हम साथ मे नहा कर रेडी होते है. मई घ्र आने के लिए निकलने वाला होता हू के खाला आ जाती है और मुझे रोक लेती है.

मई अम्मी को फोन कर के बोल देता हू. और फिर खाला मई रुक्सर और ज़ेनाश साथ मे खाना खाते है. खाना खाने के बाद हम अपने अपने रूम मे चले जाते है.

मेरा लंड दिन भर की चुदाई से दर्द कर रहा होता है. तो मई अपना लंड बाहर निकल कर उसे सहला रहा होता हू. और भूल जाता हू के मैने गाते लॉक नही किया. थोड़ी देर बाद मुझे लगता है जैसे कोई मुझे देख रहा है. मई गाते की तरफ देखता हू तो खाला खड़ी हुई थी.

मैं- सॉरी खाला वो लग गयी थी तो दर्द हो रहा था. सॉरी खाला.

खाला- कोई बात नही मेरे बाकछे. ज़्यादा लग गयी क्या? चल दिखा अपनी खाला को.

मैं- नही खाला रहने दो ठीक है.

खाला- खाला से क्या शरमाना बेटा. मैने तो तुझे नंगा भी देखा है बचपन मे.

ये कहकर खाला ने मेरा बॉक्सर नीचे कर दिया. मैने चड्डी नही पहनी थी तो बॉक्सर नीचे होते ही मेरा लोड्‍ा खाला के सामने टंकार खड़ा हो गया.

मेरा लंड देखते ही खाला के मूह मे पानी आ गया. वो खुद को संभालते हुए मेरा लंड पकड़ते हुए बोली – कहा दर्द हो रहा है मेरे बाकछे को यहा? एसा कहते हुए वो मेरा लंड सहलाने लगी. मई तो जन्नत की सेर कर रहा था.

मेरी खाला अपनी बेटियो से कम नही थी. रंग थोसा सांवला था बुत फेस क्यूट मे एकद्ूम मल्लिका शेरावत जैसी थी. भरा हुआ बदन, बोबे 38 के होंगे, कमर 34 और सबसे सेक्सी चीज़ खाला की गोल मटोल गांद, एकद्ूम टाइट 36 की.

खाला धीरे धीरे मेरे लंड पे पकड़ बना रही थी और मेरा लोड्‍ा टाइट होकर खड़ा हुआ था. मैने खाला की तरफ देखा तो खाला के फेस पे एक अलग ही चमक थी. और वो मुझे हल्की हल्की सेक्सी स्माइल दे रही थी.

मैने भी मोके का फयडा उठाया और खाला का हाथ पकड़ कर अपने उपेर खींच लिया. मेरे उपेर आते ही खाला मुझे डीप किस करने ल्गी. खाला की हवस की आग तो मुझसे भी ज़्यादा थी.

मैं- खाला ये क्या कर रही हो?

मुझे चुप करते हुए- सस्शशह… मज़ा नही आ रहा क्या तुझे?

मैं- खाला आ तो रहा है पर…

खाला- खाला नही मुझे सबिया बोल मेरी जान… उूुुउउम्म्म्मममममह…

मई भी खाला को पकड़ कर टाइट्ली डीप किस करने ल्गा. मेरी जीभ खाला के मूह मे घूम रही थी और खाला के नाख़ून मेरी छाती मे घुसने को हो रहे थे.

मैने झट से खाला को दूर कर उसका कुर्ता निकाला. तो उसके बोबे मेरे सामने आ गये उसने ब्रा नही पहनी हुई थी. क्या गोल शेप के बोबे थे ऐसे तो मेरी अम्मी के भी नही है. और उसपेर उसके टाइट ब्राउन निपल वो भी मोटी चीरोंगी की तरह.

मई तो उसे नीचे ले कर टूट पड़ा. उसके बोबो पे दोनो हाथो से उसका एक बोबा निचोड़ा और उसका निपल चूसने ल्गा. मैने इतनी जान से उसका बोबा निचोड़ा क उसकी आआहह निकल गयी और साथ मे ढूढ़ भी.

वो दर्द से करहाने लगी बुत मेरे उपेर अब हवस चाड चुकी थी. मैने यही सीन उसके दूसरे बोबे के साथ भी किया. खाला की आँखो से आँसू निकल गये थे पेर उसके फेस पे अलग ही स्माइल थी.

मैने उसके पेर की तरफ आ कर उसकी सलवार खोली. तो देखा उसकी चड्डी छूट कर उपेर से पूरी गीली हो चुकी थी. मैने चड्डी के उपेर से ही उसकी छूट को स्मेल किया. तो क्या मस्त खुश्बू आ रही थी.

मैने उसे ऐसे ही पड़े रहने दिया और खुद पूरा नंगा हो कर अपना लंड उसके मूह मे घुसेड दिया. मैने लंड इतनी जल्दी मूह मे घुसेड़ा के उसे माना करने का त्यम भी नही मिल पाया.

थोड़े से नखरे के बाद वो एक प्रोफेशनल की तरह लंड चूसने लग गयी. उसके लंड चूसने का तरीका इतना मस्त था की मई 10 मिनूट मे ही उसके मूह मे झाड़ गया. और मेरा सारा माल उसके मूह मे निकल गया.

सबिया ने एक बूँद मेरे माल की वेस्ट नही जाने दी और सारा का सारा माल वो पी गयी.

अब हम 69 की पोज़िशन मे आ गये. मैने उसकी चड्डी उतरी तो चुकी गीली छूट एकडम क्लीन शेव थी. आप ये स्टोरी देसीकाहानी.नेट पेर पद रहे है. उसकी मखमल जैसी छूट देख कर ही मज़ा आ गया.

मैने बड़े प्यार से उसकी छूट को किस किया. उसमे मेरे लंड को चाट चाट कर सॉफ कर दिया और मूह मे लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मई भी उसकी मस्त खुश्बू वाली छूट छानते जेया रहा था. 69 की पोज़िशन मे उसने अपना 2 बार पानी छ्चोड़ा जिसे मई चाट चाट कर सारा पी गया.

फिर 20 मिनूट की चूसा क बाद मई वापस उसके बोबो पर आया और उसका ढूढ़ पीने ल्गा. सबिया को पूरा नंगा देखने मे जो मज़ा आ रहा था. वो अम्मी, ज़ेनाश और रुक्सर को नंगा देखने मे भी नही था.

सबिया- मेरी जान मत तडपा. मेरी छूट कितने सालो से लंड का स्वाद लेना चाह रही है. छोड़ दे अब तो क्यू हरामीपन दिखा रहा है.

मैं- क्या हुआ खाला?

सबिया (गुस्से मे देखते हुए) – फिर से खाला? तुझे बोला ना सबिया बोल!

मैं- ठीक है मेरी जान सबिया क्या हुआ? लोड की इतनी तड़प? तूने तो बहुत बार लिया होगा ना लोड्‍ा?

सबिया- नही यार. तेरे खलू के बाद किसी और से नही चूड़ी मई. बस कभी कभी उंगली या नकली लंड (डिल्डो) डाल लेती हू. ताकि इस छूट की आग को शांत कर साकु.

ये सुन कर मेरे मूह से निकल गया एकडम से निकल गया – क्या बात कर रही है बेंचोड़ तूने इतने त्यम से लंड नही लिया? मुझे तो ल्गा था तू मोहल्ले की रंडी बन चुकी होगी अभी तक.

सबिया- नही मेरी जान. अगर मुहल्ले के लोड लेती तो मेरी बेटियो का क्या होता, वो भी रंडी बन चुकी होती ना.

मैं- अक्चा मेरी जान चल बता पहले गांद मारु या तेरी छूट?

सबिया- छूट ही मार यार, मैने गांद नही मरवाई अभी तक.

मैने सबिया को किस किया और उसकी छूट पे अपना लंड रगड़ने लगा तो सबिया सिसकारिया लेने ल्गी. मैने पहले तो सोचा एक ही झटके मे लंड डाल डू. बुत जुब मई लंड डालने ल्गा तो लंड अंदर ही नही जेया पा रहा था.

तब मुझे पता चला की सबिया को छोड़ने के लिए खूब मेहनत करनी पड़ेगी. मैने अपने लंड पे तोड़ा थूक लगाया. फिर सबिया की गीली छूट पे भी तोड़ा थूका.

उसके बाद धीरे से लंड सेट किया और लगा ज़ोर लगाने. सबिया की आहह उूुुउउइईई निकल रही थी. मैने तोड़ा धक्का मारा तो लंड का सूपड़ा घुस गया सबिया की छूट मे. मगर सबिया की मा चुड गयी, वो रोने लगी उसकी आखो से आँसू निकल गये.

सबिया- मरररर गाइिईईई… आआआअहह.. ओह.. मेरी चुतत्तत्त.. ज़लन हो रही है.. आआहह… बाहर निकल अपना लोड्‍ाा.. तूने मार डाला बेहन के लोड़ीई.. आआअहह.. मुंम्मय्ययययी…

मैने थोड़ी देर शांति बनाए रखी, जब सबिया ने रोना कम किया. तब मैने हल्का सा और ज़ोर लगाया तब लंड तोड़ा अंदर बाहर हुआ, फिर…

अब अगले पार्ट मे बतौँगा के कैसे मैने चुदाई शुरू की खाला सॉरी मतलब सबिया के साथ. फिर कैसे उसे बातो मे फँसा कर उसकी गांद भी मारी. और कैसे मेरे राज खुले ज़ेनाश और रुक्सर की चुदाई का.

अगले पार्ट मे पाडीए आप कैसे मैने सबिया को मनाया ज़ेनाश और रुक्सर के साथ चुदाई के लिए.

आप सब का थॅन्स और आभार इतना प्यार और अक्चा रेस्पॉन्स देने के लिए. कोई आंटी भाभी या गर्ल मुझसे बात करना चाहती हो. या कोई हेल्प चाहती है.

थॅंक्स फ्रेंड्स. ओर भी जवान भाभी लड़किया ओर आंटी को हॉट बाते करना ही तो आप मैल करे [email protected] आप की सारी डीटेल्स एक दम सीक्रेट रहेंगी उससे आप लोग बेफ़िक्र रहे.

चलिए तो मिलते है फिर जल्दी से अपनी स्टोरी के नेक्स्ट पार्ट्स मे. मेरी स्टोरी आक्ची लगे तो बताईएएगा ज़रूर. आपका अपना ज़ीहाँ बेग लोवे योउ ऑल.

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