मम्मी की ठुकाई की दादा जी ने

दोस्तो ये मेरी फेली स्टोरी है कुछ ग़लती हो जाए तो माफ़ करना. ये स्टोरी मेरी मम्मी और दादाजी के बीच हुई है. मेरे पापा जो है वो दुबई मे रहते है पिछले 5 सालो से जॉब के चक्कर मे. और यहा घर पे मई मेरी मम्मी और दादाजी रहते है.

बात कुछ दिन पहले की है. मेरा 12त बोर्ड का एग्ज़ॅम आने ही वेल थे. तो मई रात को अपने रूम मे पढ़ाई कर रहा था. मेरे रूम के बगल मे मम्मी का रूम है और उनके बगल मे हॉल है, जहा दादाजी सोते है.

तो रात को मई पढ़ाई ख़तम करके सो गया. करीब 3 भजे मेरी नींद टूटी टाय्लेट लगा हुआ था. तो मई टाय्लेट जेया रहा तो देखा दादाजी हॉल मे नही है. मई सोचा बातरूम मे होंगे, टाय्लेट गये होंगे.

फिर मई वाहा गया देखा तो वाहा भी नही है, तो कहा गये? मैने सोचा मम्मी को उतोऊ. तो मई जल्दी टाय्लेट करके मम्मी के रूम मे तरफ गया. विंडो से देखा तो रूम का लाइट ओं है.

मैने अंदर परदा हटा के देखा तो मेरी साँसे रुक गयी. दादाजी बेड पे लेते हुए है, उनका कुर्ता खुला हुआ है और लंड बाहर है और मम्मी एक ब्लॅक सेक्सी निघट्य जो कभी पहेनटे नही देखा. वो पहें कर बेड पे बैठ कर दादाजी का लंड हाथ मे लेके हिला रही. और बीच बीच मे उनका टोपा चूस रही है.

मैने सोचा की अभी अंदर जौ और इनका खेल रोक डू. पर मेरा भी ये देख कर लंड खड़ा हो गया. क्यू की मम्मी को आज तक इतना सेक्सी नही देखा.

अगर आप भी देखते तो कंट्रोल नही होता. मॅन करता की पीछे से निघट्य उठा के लगा डू. मैने सोचा पापा तो यहा रहते नही शायद मम्मी की नीड होगी इसलिए दादाजी के साथ ये सब कर रही.

इसलिए मैने वही खड़ा खड़ा देखता रहा. मम्मी चुस्ती रही उनका लंड काफ़ी बड़ा था मोटा भी था. 10 मिन्स चूसने के बाद दादाजी उठे और मम्मी की निघट्य खोल दिए.

मम्मी अंदर एक सेक्सी सी नेट वाली पनटी और ब्रा पहेनी थी. जैसे हनिमून माना रही. फिर दादाजी ने ब्रा खोल दी और बड़े बड़े चुचि बाहर आ गयी. मेरे मूह से तो पानी आने लगा. जैसे नयी दुल्हन हो दादाजी को ये जवान मिल गयी, क्या नसीब है.

चुचि चूसने के बाद दादाजी ने मम्मी को अपने मूह पे बिता लिया और पनटी खोल दिए. मम्मी की गांद मेरी तरफ हो गयी. क्या चिकनी गांद थी बड़ी सी.

दादाजी मम्मी की छूट चाटने लग गये और मम्मी मज़े से ऊऊहह.. आआआअहह.. उूुुुउउम्म्म्मममम.. उूुुुउऊहह.. करने लगी.

15 मिन्स चाटने के बाद मम्मी के चिकनी छूट से पानी निकल गया और दादाजी पी गये. फिर मम्मी के दादाजी का लंड चाटने लग गयी. दादाजी ने बोला आजा अब तो.

मम्मी बे बोला तोड़ा गीला करने दो, मम्मी ने चूस कर पूरा गीला कर दी की अंदर जाने मे आसानी हो. फिर दादाजी लेते रहे और मम्मी ने दोनो तरफ पेर करके लंड को अपनी छूट पे सेट करके बैठ गयी. लंड तुरंत छूट मे समा गया जैसे छूट खुली हुई हो.

फिर मम्मी उपर नीचे होने लगी और मज़े मे उूुुुुउऊहह… ह्म्‍म्म्मममममममममममममममह.. आहहहहह.. य्य्ाआआआहहह…

दादाजी भी नीचे से ज़ोर ज़ोर से ढाका लगते रहे. मम्मी मज़े से आँखे बंद करके मज़ा लेने लगी. 15 मिन्स उछलने के बाद मम्मी का पानी गिर चुका था.

फिर दादाजी उठे, मम्मी को बोले बेड के नीचे उतार जाओ और घोड़ी बन जाओ. मम्मी ने बेड का सहारा लिया और बेड पे झुक गयी. दादाजी ने पीछे से उनकी छूट मे डाल दिया. मम्मी चिल्लई अहह.. आराम से बहुत मोटा हो गया है आपका.. और दोनो हासणे लगे.

दादाजी भी मस्ती मे ठोकते रहे. करीब 30 मिन्स के बाद दादाजी फुल फॉर्म मे छोड़े जा रहे थे. फिर वो मम्मी की छूट मे ही झार गये.

दोनो बेड पे लेट गये, 10 मीं बाद मम्मी सिर्फ़ निघट्य पहेनी और दादाजी से बोली और एक रौंद?

तो दादाजी बोले आज नही.. और मई समझ गया की मम्मी कितनी पायसी है.

फिर दादाजी कपड़े पहेन्ने लगे. मई अपने रूम मे आके सो गया.

उसके बाद सुबा उठा तो मम्मी नहा रही थी. तो और दादाजी बाहर बैठे थे, सब नॉर्मल था. रात वाली बात मेरे दिमाग़ मे बार बार आ रही थी.

फिर मई फ्रेश हुआ, मम्मी नहा कर निकली निघट्य पहेनी हुई थी, बाल खुले हुए. मैने पहली बार अपनी मम्मी को बुरी नज़र से देखा. आज कुछ जयदा ही सेक्सी लग रही थी. पर कल रात पूरी सॅटिस्फाइ नही हुई थी.

फिर मई नास्टा करके स्टडी करने चला गया. थोड़ी देर बाद मई पानी पीने गया तो देखा दादाजी और मम्मी किचन मे है. और दादाजी पीछे से मम्मी की गांद दबा रहे थे.

मम्मी बोली साहिल घर पे है, अभी नही, उसे जाने. तो मई समझ गया जब मई घर पे नही रहता ये लोग पूरा मज़े करते है.

फिर दादाजी ने मम्मी की निघट्य उठा दी. मम्मी की चिकनी छूट देखने मिल गयी. पनटी भी नही पहनी थी और दादाजी ने गांद मे एक छाता मारा. मम्मी ऊउक्छ करके तुरंत निघट्य नीचे कर दी.. और दादाजी को बोली थोड़ी देर रुक जाओ, उसे जाने दो.

तो दादाजी ने बोला और बर्दस्त नही होता. घर पे वो नही रहता तो तुमको यही निघट्य उठा के छोड़ देता.

फिर मई अपने रूम मे चला गया. और थोड़ी देर के बाद मई बोला मम्मी मेरा तबीयत ठीक नही है, मई सोने जेया रहा हू. आज बाहर नही जौंगा.

मैने दादाजी को देखा तो उनका चेरा फीका पद गया. फिर मम्मी बोली ठीक है जाओ सो जाओ. मई अपना रूम मे जेया कर दरवाजा बंद कर दिया और सोने का नाटक करने लगा.

करीब 30 मिन्स बाद कोई दरवाजा पे आया और नॉक किया. मैने नही खोला, फिर वो चला गया. मई समझ गया वो लोग कन्फर्म करने आए थे.

फिर मई बाहर गया धीरे से. तो देखा बाहर कोई नही है, मम्मी के रूम का गाते लॉक है. मई समझ गया वो लोग स्टार्ट हो गये दोनो.

मई विंडो के पास गया धीरे से. देखा मम्मी पूरी नंगी दादाजी की गोद मे बैठी हुई किस कर रही. और दादाजी उनकी बड़ी बड़ी चुचि दबा रहे थे.

किस करने के बाद दादाजी के गोद से उतरी और उनका पंत खोल कर लंड बाहर निकली और चूसने लगी. जैसे सालो से भूकी है ज़ोर ज़ोर से पूरा थूक से गीला करके छाप छाप आवाज़ आने लगी..

5 मिन्स चूसने के बाद अपना चुचि उसपे रख के छोड़ने लगी. दादाजी मज़े मे उम्म्म्ममम उम्म्म करने लगे. 10 मिन्स बाद पूरा पानी उनकी चुचि मे गिर गया.

फिर मम्मी उनका लंड चाट के सॉफ की और चूसने लगी. क्यू की उनकी चुदाई बाकी थी अभी. फिर दादाजी का लंड 10 मिन्स मे खड़ा हो गया.

मम्मी बोली आए अब हात्ोड़ा डालिए.. दादाजी उठे और मम्मी को लेता दिए और दोनो पैर अपने खांडे पे रहके और लंड को छूट मे सेट करके छूट पे रगड़ने लगे.

मम्मी उहह.. अब लाते मत करिए, रात से तड़प रही है, डाल …

दादाजी ने एक ज़ोर का धक्का मारा ठप से आवाज़ हुई.. और पूरा लंड छूट मे चला गया. मम्मी के मूह से आहहहहह.. पापा जी.. और अंदर जगह नही है रहने दीजिए..

फिर दादाजी से धीरे धीरे अपनी स्पीड भदने लगे. उधर मम्मी मज़े से उम्म्म्ममममम अहह ओहहहहहहाऊूओ करने लगी.

उनका फेस देख के लग रहा था वो बहुत मज़ा ले रही है. वो 15 मिन्स छोड़ने के बाद मम्मी एक बार झार चुकी थी. फिर दादाजी से हलते हुआ कहा आ जौ उपर?

तो दादाजी लेट गये और मम्मी उनके उपर आके उछलने लगी जैसे कोई पोर्नस्तर रंडी हो. दोनो फुल मज़े मे भूल ही गये की बगल मे उनका बेटा सोया हुआ है.

इधर मई झार चुका था मम्मी की मस्त छूट देख के. फिर दादाजी ने मम्मी को डॉगी बनाया और अलमारीः से एक तेल निकले. उसे अपने लंड पे और मम्मी की गांद मे लगाया.

मई समझ गया अब गांद की चुदाई होने वाली है. मुझे पता ही नही था की मम्मी इतनी बड़ी चुड़ाकड़ है. इसलिए पापा के ना होने पर मम्मी की गांद और चुचि चौड़ी होते जेया रही थी.

फिर दादाजी ने अपनी 2 उंगली उनकी गांद मे डाला. मम्मी ओह ही आवाज़ मे आयेज हो गयी. फिर दादाजी 5 मिन्स उंगली करने के बाद उठे और अपना लंड लगाया गांद मे और जोरदार झटका मारे.

मम्मी की मूह से आहहहहह निकल गयी. फिर दादाजी बोलने लगे – पहली बार थोड़ी ले रही है जो इतना चिल्ला रही है.

मम्मी बोली – आपका लंड दिन बा दिन मोटा होते जेया रहा है. धीरे धीरे डालिए ना.

दादाजी ने एक और झटका मारा तो पूरा लंड गांद मे चला गया. मम्मी की आँख से आँसू आने लगे बुत मज़ा भी आने लगा उनको. दादाजी ज़ोर ज़ोर से स्पीड मे छोड़ने लगे और 20 मिन्स मे झार गये उनके गांद मे ही.

दोनो 10 मिन्स लेते रहे फिर मम्मी उठी और कपड़े पहें ली. दादाजी को बोली आज इतनी देर कैसे कर लिए?

दादाजी बोले आज सुबा ही 2 सेक्स की गोली खा ली थी मैने.

तो मम्मी बोली लगता है आज पूरा प्लान बना कर आए थे मेरी चूत और गांद फाड़ने का. दोनो ने किस किया और मई वाला से चला गया और अपने रूम मे आके सो गया.

फिर मम्मी आई मेरे रूम मे मुझे उठाने. मई उठने का नाटक किया और मम्मी चली गयी. अब आयेज मम्मी किससे चूड़ी वो बतौँगा.

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