हेलो दोस्तों, मैं सोनू। कैसे हो आप लोग? जैसा कि आप लोगों ने मेरी सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में पढ़ा, कि मैं मम्मी, चाची, बड़ी मम्मी, और बुआ को झरने वाली जगह पर छोड़ता हु। फिर बुआ को फूफा घर ले जाने के लिए आ जाते है, और बुआ अपने घर चली जाती है। अब आगे-
मैं और मम्मी अपने कपड़े चेंज करने अपने रूम में आ जाते है। फिर मम्मी अपने कपड़े चेंज करके नीचे चली जाती है, और कुछ देर में मैं भी अपने कपड़े चेंज करके नीचे जाता हु। अब बड़ी मम्मी मेरे को चाय देती है, लेकिन मम्मी मेरे को दिखाई नहीं देती। तो मैं पूछता हु-
सोनू: बड़ी मम्मी, मम्मी कहा है?
रंजीता: तेरी मम्मी चाय लेकर छत पे गयी है। बोल रही थी छत पे जाके चाय सिगरेट पीयुंगी करके।
सोनू: अच्छा ठीक है।
मैं भी चाय लेकर छत पे जाता हु, तो मम्मी चाय सिगरेट पीते हुए खड़ी रहती है, और मेरे को देख के बोलती है-
मम्मी: अरे सोनू, अच्छा हुआ तू छत पे आ गया। मेरे को तेरे से कुछ बात करनी थी।
सोनू: हा मम्मी बताओ।
मम्मी: लेकिन तू प्लीज बुरा मत मानना प्लीज।
सोनू: ठीक है, आप बात तो बताओ।
मम्मी: सोनू मैं एक आदमी से चुदवाना चाहती हु। लेकिन तू मेरे को परमिशन देगा तभी।
सोनू: चलो ये अच्छा है। मेरे से पूछ के कर रही हो। लेकिन पिछली बार जो हुआ, वैसे नहीं होना चाहिए।
मम्मी: इस बार पक्का मैं वैसा नहीं करुंगी। इसीलिए मैं तेरे से परमिशन मांग रही हु।
सोनू: ठीक है मम्मी, आप चुद लेना।
मम्मी: थैंक यू। आई लव यू।
सोनू: हा-हा लव यू। लेकिन आप किससे चुदना चाहती हो?
मम्मी: उस आदमी को देख रहा है?
हमारे घर से थोड़ी ही दूर में एक घर रहता है। उस घर के आंगन में एक हट्टा-कट्टा काला आदमी बैठा रहता है। मम्मी उसी के तरफ हाथ दिखा के बोलती है-
मम्मी: वो है गर्रा पहलवान। इस गांव का सबसे फेमस पहलवान है। मैं उससे चुदना चाहती हु।
सोनू: लेकिन मम्मी आप उसकी औकात से बाहर हो। आपको चुदवाने के लिए इससे अच्छे-अच्छे लोग मिल जाएंगे।
मम्मी: हा मैं तेरी बात मान रही हु, कि वो अच्छा नहीं दिखता वगैरा-वगैरा। लेकिन बात ये है कि जब तेरे पापा और मेरी शादी हुई थी, तब तेरे पापा के साथ मैं पहली बार इस गांव में आई थी। और तभी मेरे को पता चला कि गर्रा पहलवान इस गांव का सबसे फेमस पहलवान है। और इस गांव की हर औरत उससे चुदना चाहती है।
मम्मी: फिर उसी टाइम जब मैं गर्रा पहलवान को देखी, तब से मेरा भी उससे चुदने का मन हो गया। देख अभी गर्रा पहलवान 57 साल का है, और उसका शरीर एक-दुम कस्सा हुआ और हट्टा-कट्टा मज़बूत है। उसको देख के ही मेरी चूत गीली हो रही है।
सोनू: ठीक है, आपका मन है तो चुद लो।
मम्मी: थैंक यू बेटा। लेकिन मैं प्रॉमिस करती हु पिछली बार जो हुआ, वैसे नहीं होगा।
सोनू: हा ठीक है मम्मी। लेकिन आपको उससे चुदने के लिए कुछ प्लान बनाना पड़ेगा ना।
मम्मी: उसकी तू फिकर मत कर, वो सब मैं देख लूंगी।
सोनू: ठीक है फिर।
हम लोग कुछ देर और बात करते है। फिर नीचे आ जाते है, और कुछ घंटे बाद रात का खाना-पीना खा कर सो जाते है। अगले दिन सुबह 9 बजे मेरी नींद खुलती है, तो मम्मी रूम में नही होती है। मतलब मम्मी पहले ही उठ चुकी होती है। मैं भी नहाने के लिए बाथरूम में जाता हु, और नल चालू करता हु। लेकिन नल से पानी नही आता है। मैं नीचे जाता हु, तो मेरे को चाची दिखती है। मैं चाची से बोला-
सोनू: चाची पानी नही आ रहा है। मेरे को नहाना है।
रेणु: बेटा बात ये है कि पानी का मोटर खराब हो गया है। दोपहर तक बन जाएगा। अभी तू एक काम कर, तू जा कर पीछे कुआ (well) है, वहां पे नहा ले। तेरी मम्मी भी वही नहाने गयी है।
सोनू: ठीक है चाची।
मैं अपने कपड़े और साबुन लेकर कुए (वेल) के पास जाता हु। ये वहीं वाला कुआ है, जहां मैं बड़ी मम्मी को पहली बार चोदा था। मैं थोड़ा पास पहुंचता हु तो मेरे को मम्मी दिख जाती है, और मम्मी पूरी नंगी रहती है। वो पत्थर पर बैठी रहती है, और किसी से बात करते रहती है।
मैं चुप-चाप से थोड़ा पास जाता हु, तो देखता हु मम्मी के सामने गर्रा पहलवान अपनी धोती ऊपर करके मुठ मारते हुए खड़ा रहता है। और मम्मी पत्थर पे बैठी हुई अपनी दोनो टांगे फैला के गर्रा पहलवान को अपनी चुत दिखाते हुए अपनी चुत में उंगली करती रहती है।
मैं थोड़ा और पास जाता हु, और झाड़ियों में छुप जाता हु। अब मेरे को दोनो की बात भी सुनाई देने लग जाती है, और दोनो मेरे को एक-दुम साफ दिखाई देते लगते है।
मम्मी: आह आह आह गर्रा जी आह आह। कितना तगड़ा लुंड है आपका आह आह। ओह, जब ये मेरी चूत में जाएगा, मज़ा आ जाएगा। आह आह आह आह।
फिर मम्मी खड़ी हो जाती है, और पीछे घूम जाती है। वो गर्रा पहलवान को अपना चूतर दिखा के चूतर पर थप्पड़ मारते हुए बोलती है-
मम्मी: आह गर्रा जी आह आह आह आह।
गर्रा पहलवान: रेशमा, क्या मस्त चूतर है तेरा।
फिर मम्मी अपने चूतर के छेद में उंगली घुसा के अंदर-बाहर करने लगती है।
मम्मी: आह आह गर्रा जी आह आह आपका लंड मेरे चूतड़ों में घुसेगा आह, तो बहुत मज़ा आएगा आह आह गर्रा जी आह आह।
गर्रा पहलवान: तेरा चूतर तो मैं चोद के रहूँगा। क्या मस्त बड़ा-बड़ा बाहर निकला हुआ गोल चूतर है। मन कर रहा चाट लू।
फिर मम्मी गर्रा पहलवान की तरफ चेहरा करके खड़ी हो जाती है, और अपने दूध को दबा-दबा के बोलती है-
मम्मी: आह गर्रा जी आज आप इस दूध को आह आह दबा दबा के पीने वाले हो आह आह आह आह।
गर्रा पहलवान: हा, आज तेरा पूरा दूध निचोड़ के पी जाऊंगा।
फिर मम्मी गर्रा पहलवान के पास जाती है, और उसका लंड पकड़ लेती है, और मुठ मारने लगती है।
गर्रा पहलवान: अरे चल अब छोड़ने दे।
मम्मी: अभी नहीं, अभी इसी से काम चलाओ।
वो गर्रा पहलवान का लंड पकड़ के ज़ोर ज़ोर मुठ मारते रहती है, और गर्रा पहलवान एक हाथ से मम्मी के चूतड़ को मसलते रहता है, और दूसरे हाथ से मम्मी का दूध दबाते रहता है। मम्मी पूरी नंगी रहती है, और गर्रा पहलवान से पूरी चिपक के खड़ी रहती है।
गर्रा पहलवान पूरा मज़ा लेते रहता है। मम्मी जब उसके लंड का मुठ मारते रहती है, तब मैं देखता हु की उसका लंड मेरे लंड जितना ही रहता है 8 इंच लंबा। लेकिन मेरे लंड से उसका लंड थोड़ा सा ज़्यादा मोटा रहता है।
गर्रा पहलवान भले ही 57 साल का है, लेकिन शरीर से 45 साल का लगता है। वो बहुत ताकतवर और मज़बूत शरीर का दिख रहा था। मम्मी ज़ोर-ज़ोर से गर्रा पहलवान का लंड हिलाते रहती है। फिर कुछ देर में गर्रा पहलवान झड़ जाता है। फिर मम्मी वापस पत्थर पे आ कर बैठ जाती है, और गर्रा पहलवान से बात करने लग जाती है। मैं झाड़ियों में छुप कर दोनों की बातें सुनने लगता हु-
गर्रा पहलवान: अरे रेशमा, तू मेरे को छोड़ने क्यूँ नहीं दी? तेरा ये खूबसूरत और मादक बदन देख के मन कर रहा कि अभी दबोच लू तेरे को।
मम्मी: सबर रखो गर्रा जी। सबर का फल मीठा होता है। आज रात मैं आपको मिलूंगी। वो रूम देख रहे हो, उस रूम में कोई नहीं रहता है। आज रात 12 बजे मैं उस रूम में आऊंगी। आप पहले से आ जाना, और मेरा वेट कर्ण।
गरा पहलवान: ठीक है, मैं आ जाऊंगा।
मम्मी: हां, अभी आप जाओ, नहीं तो कोई देख लेगा।
फिर गर्रा पहलवान वहां से चला जाता है। मम्मी जिस रूम में गर्रा पहलवान को आने बोली थी, वो रूम कुए से कुछ दूर झाड़ियों के पास है। गर्रा पहलवान के जाने के बाद मैं मम्मी के पास जाता हु और बोलता हु-
सोनू: मम्मी गर्रा पहलवान से क्या बात हो रही थी?
मम्मी: तू सब कुछ सुन लिया क्या?
सोनू: नहीं, बस मैं जैसे आया तो वो जा रहा था।
मम्मी: चल अच्छा है। वैसे कुछ नहीं, बस आज रात गर्रा पहलवान से चुदने के लिए बात कर रही थी।
फिर मम्मी मेरे को बताई कि कैसे मम्मी ने गर्रा पहलवान की मुठ मारी, और मैं अनजान बन कर सुनता रहा। मैं मम्मी को नहीं बताया, कि मैं सब कुछ देख चुका था। मम्मी बता रही थी, कि जब मम्मी नहाने आ रही थी, तभी सड़क में मम्मी को गर्रा पहलवान दिखा। फिर मम्मी उसको इशारा करके बुला ली, और अपना जिस्म दिखा कर नहाने लगी।
सोनू: अच्छा तो ऐसा हुआ। वैसे आप मेरे से ये क्यूँ पूछी की सब सुन लिया क्या?
मम्मी: असल में मैं नहीं चाहती कि तेरे को गर्रा पहलवान और मेरी चुदाई वाली जगह के बारे में पता चले। क्यूंकी तेरे को पता चलेगा तो तू देखने आ जाएगा। और तू वहाँ पे है, ये जानने के बाद मैं उससे खुल कर नहीं चुद पाउंगी।
सोनू: मम्मी ये कहीं प्यार-व्यार तो नहीं है?
मम्मी: ये प्यार नहीं है, ये सिर्फ मेरा ठरक है गर्रा पहलवान के लिए। बस मेरे को उससे चुदना है।
सोनू: ठीक है, वैसे आप लोग कहाँ चुदाई करने वाले हो?
मम्मी: सोनू, मैं तेरे को नहीं बता सकती। प्लीज समझ ना मेरी जान।
सोनू: मैं आप दोनों की चुदाई देखने के लिए नहीं पूछ रहा हु। मैं इसलिए पूछ रहा हु कि आप लोग जिस जगह चुदाई करने वाले हो, वो सेफ है या नहीं? कहीं आप दोनों को कोई देख ना ले, इसलिए पूछा।
मम्मी: अच्छा-अच्छा, तू उसका फिकर मत कर। मैं जो जगह पसंद की हु, वहां कोई नहीं आता है। तो टेंशन की बात नहीं है।
सोनू: ठीक है फिर।
मम्मी: अच्छा तू नहाने के बाद एक काम करना। तू बाहर जा कर कुछ कंडोम ला देना, और सेक्स का टैबलेट भी ला देना। क्योंकि हम लोग जो टैबलेट लाए थे, वो ख़तम हो गया है।
सोनू: ठीक है ला दूंगा।
मम्मी: हा।
मम्मी भले ही मेरे को उनकी चुदाई देखने के लिए माना कर रही थी। लेकिन मैं उनकी चुदाई देख लूंगा क्योंकि गर्रा पहलवान और मम्मी की सारी बातें सुन्न चुका था, और मम्मी से मैं झूठ बोला की मैं कुछ भी नहीं सुना था।
मम्मी नहा के चली जाती है। फिर मैं नहाता हु। फिर नाश्ता करके कंडोम और सेक्स का टैबलेट लेकर आता हु। तब मम्मी चाची और बड़ी मम्मी के साथ किचन में होती है, तो मैं कंडोम और सेक्स का टैबलेट हमारे रूम में रख देता हु।
फिर दोपहर का खाना-वाना खाने के बाद आज का दिन ऐसे ही निकल जाता है, और शाम हो जाती है। अगले पार्ट में पता चलेगा कि मम्मी गर्रा पहलवान से कैसे चुदी।
तो बी कंटिन्यूड…