हेलो दोस्तों, मैं सोनू. जैसा की मैने पिछले पार्ट में बताया था की मम्मी मेरे को क्लब ले जाने बोलती है. फिर मैं मम्मी को क्लब लेकर जाता हू. मैं और मम्मी क्लब में होते है, और डॅन्स करते रहते है, और कुछ आदमी मम्मी को डॅन्स करते हुए देख कर लंड मसालते रहते है. अब आयेज.
फिर हम लोग नाचते हुए गोल-गोल घूम जाते है, और मम्मी का मूह मेरे तरफ हो जाता है, और मम्मी की पीठ उन आदमियों की तरफ हो जाती है.
तभी मम्मी की रिंग ज़मीन पर गिर जाती है, और मम्मी रिंग उठाने के लिए झुकती है. तो मम्मी की ड्रेस छ्होटी होने के वजह से पीछे से पूरी ड्रेस उपर हो जाती है ( मम्मी की चड्डी भी ऐसी रहती है, जिसमे सिर्फ़ चूतड़ का च्छेद बस धक पाता है, और पूरा चूतड़ दिखाई देता है.)
ड्रेस जैसे ही उपर होती है मम्मी का बड़ा-बड़ा, गोल, उठा हुआ बाहर निकला हुआ सेक्सी चूतड़ दिखने लग जाता है. वो आदमी लोग एक-दूं पागलों की तरह मूह से लार टपकते हुए मम्मी के चूतड़ को देखते रहते है.
फिर मम्मी अपना रिंग उठा के सीधी हो जाती है, और अपनी ड्रेस को ठीक करके मेरे से लिपट के बोलती है-
मम्मी: बेबी मेरे को और दारू पीनी है. मेरा नशा कम हो गया.
सोनू: चलो स्वीटहार्ट, और दारू पीते है.
फिर हम दोनो टेबल के पास जाने लगे, और वो आदमी लोग बस मम्मी को ही देख रहे थे. हम लोग अपनी जगह पर बैठ गये. 3 पेग दारू और पिए. फिर सिगरेट पीते हुए मम्मी बोली-
मम्मी: बेबी चलो ना और नाचते है.
लेकिन मेरे को सस्यू लग रहा था.
सोनू: स्वीटहार्ट, आप नाचो, मैं 2 मिनिट मूट के आता हू.
मम्मी: ठीक है, लेकिन जल्दी आना.
मैं मूतने चला जाता हू, और जैसे ही मूट के वापस आता हू, तो देखता हू मम्मी नाच रही थी, और मम्मी के साथ 2 आदमी एक-दूं चिपक के नाच रहे थे ( ये वही है जिनको मम्मी का चूतड़ दिख गया था).
मम्मी भी उन दोनो के साथ हस्स-हस्स के नाच रही थी. मम्मी और उन दोनो आदमियों को नही पता था की मैं आ गया था.
मैं (मॅन में): अभी कुछ देर पहले तो मम्मी को दर्र लग रहा था, अब देखो कैसे 2 दो आदमियों के साथ हस्स-हस्स के नाच रही है.
मैं सोचा तोड़ा देर मम्मी को भी एंजाय करने डू. फिर मैं चुप छाप जाके टेबल पर बैठ गया, और मम्मी को उन आदमियों के साथ नाचते हुए देखने लगा.
फिर दोनो आदमी मम्मी के आयेज-पीछे हो गये, और एक मम्मी के चूतड़ में लंड रगड़ने लगा, और दूसरा सामने से मम्मी के दूध को अपनी छ्चाटी से रगड़ने लगा. मम्मी भी कुछ नही बोल रही थी. बस हस्स-हस्स के उनके साथ नाच रही थी.
तभी सामने वाला आदमी मम्मी के दूध को दबाने लगा, और पीछे वाला आदमी धीरे से मम्मी की ड्रेस के अंदर हाथ डालने लगा. तुरंत मम्मी अलग हो गयी. फिर दोनो आदमी मम्मी के कान में कुछ बोले, और मम्मी का हाथ पकड़ के ले-जाने लगे. मम्मी भी उनके साथ हेस्ट हुए जाने लगी.
मैं चुप-छाप देख रहा था. वो दोनो मम्मी को प्राइवेट रूम के पास लेकर गये, और वाहा एक बआउन्सर खड़ा था. दोनो आदमियों ने बआउन्सर को कुछ पैसे दिए, और मम्मी को अंदर लेकर चले गये, और मम्मी भी हेस्ट हुए उनके साथ चली गयी.
मैं सोचा मम्मी को क्लब के बारे में ठीक से कुछ पता नही था, और उपर से मम्मी नशे में भी थी. कही उन दोनो आदमियों से चुड ना जाए. मैं प्राइवेट रूम की तरफ जेया ही रहा था. तभी क्लब में मार पिटाई शुरू हो गयी और प्राइवेट रूम के पास वाला बआउन्सर लड़ाई रुकवाने के लिए चला गया.
मैं मौका देख कर प्राइवेट रूम में घुस गया. मैं अंदर आते ही देखा तो अंदर एक सोफे में तीनो बैठे थे. दोनो आदमी मम्मी के बगल में बैठे थे, और मम्मी उन दोनो के बीच में. मैं दीवार के पीछे च्छूप गया, और देखने लगा. तभी एक वेट्रेस दारू लेकर आई. फिर मम्मी और दोनो आदमी, तीनो साथ में दारू पीने लगे.
तीनो 2 पेग पिए. फिर मम्मी सिगरेट पीने लगी, और दोनो आदमी मम्मी के दूध पर हाथ फेरने लगे. मम्मी उन दोनो के कंधे पर हाथ रख के बैठ रही, और अपने पैर फैला ली. फिर दोनो आदमी मम्मी की जांघों को मसालने लगे, और मम्मी भी हेस्ट हुए दोनो को देख रही थी.
फिर दोनो आदमी मम्मी की ड्रेस के अंदर दूध में हाथ घुसने लगे. तभी मम्मी उन दोनो का हाथ पकड़ के हटा दी, और खड़ी होके जाने लगी. तभी दोनो मम्मी का हाथ पकड़ लिए और बोले-
आदमी: साली हम लोगों को गरम करके कहा जेया रही है?
मम्मी: छ्चोढो मेरे को, मेरे को लगा तुम बस मेरे साथ दारू पीना चाहते हो. लेकिन मैं ये नही जानती थी तुम दोनो मेरे को छोड़ना चाहते हो.
दूसरा आदमी: तू कमाल की औरत है. एक बार हम लोगों की प्यास बुझा दे. हम लोग किसी को नही बोलेंगे.
मम्मी: हाथ छ्चोढो मेरा, नही तो मैं शोर मचा दूँगी, और मेरा पति तुम दोनो की मा छोड़ देगा.
फिर मम्मी दोनो को ज़ोर से धक्का देती है, और बाहर निकल जाती है. दोनो आदमी सोफे में गिर जाते है.
मैं (मॅन में): अब मेरी जान में जान आई.
फिर मैं भी बाहर आता हू, तो देखता हू मम्मी टेबल में बैठी रहती है. मैं मम्मी के पास जाता हू, और जाके बैठ जाता हू. मम्मी बोली-
मम्मी: कहा चला गया था तू?
सोनू: मैं तो मूतने गया था.
मम्मी: तेरे को पता है क्या हुआ?
मैं जान बूझ कर अंजान बनने लगा.
सोनू: क्या हुआ?
फिर मम्मी मेरे को सब बताई. मैं बोला-
सोनू: मम्मी मैं सब कुछ देख रहा था, और रूम के अंदर भी क्या हो रहा था, सब देखा हू.
मम्मी: वाह, जब तू सब कुछ देख रहा था, तो रोकने क्यूँ नही आया?
सोनू: आप तो खुद ही उन दोनो के साथ हस्स-हस्स के नाच रही थी, और हेस्ट हुए उनके साथ रूम में भी चली गयी.
मम्मी: मेरे को लगा जैसे ही तू आएगा, और मेरे साथ नाचने लगेगा, तो वो लोग वाहा से चले जाएँगे.
सोनू: तो आप उन दोनो के साथ रूम में क्यूँ गयी?
मम्मी: वो दोनो मेरे को अपने साथ दारू पीने बोले, और बोले की आपका पति भी हमारे साथ बैठ के दारू पीने वाला है. जब वो लोग तेरा नाम लिए, तो मेरे कोई दर्र नही था. लेकिन जब वो लोग मेरे को रूम के अंदर लेकर चले गये, और वाहा तू नही दिखा, तो मेरे को दर्र लगा. मैं सोची 1-2 पेग पीक यहा से भागुंगी.
मम्मी: लेकिन 1-2 पेग पीते ही दोनो मेरे को छोड़ने की कोशिश करने लगे, और तू भी नही दिख रहा था. तब मेरे को आचे से समझ आया की ये लोग मेरे को बेवकूफ़ बना के अंदर छोड़ने के लिए ले गये थे. फिर मैं भाग गयी.
सोनू: तो ऐसा लगा आपको.
मम्मी: हा मैं कभी क्लब नही आई हू, इसलिए बेवकूफ़ बन गयी.
सोनू: मैं चुप-छाप रूम में घुस गया था. अगर आप अपने को नही बचा पाती, तो मैं उन दोनो को मारता, समझी?
मम्मी: वाह मेरे पातिदेव, मेरी इतनी फिकर.
सोनू: हा मेरी बेवकूफ़ पत्नी. जब पत्नी बेवकूफ़ हो तो उसकी फिकर तो करनी पड़ेगी ना?
मम्मी: ये मैं पहली बार क्लब आई हू, इसलिए बेवकूफ़ बन गयी. अब से ऐसा नही होगा.
सोनू: हा नही हो तो अछा है.
फिर मम्मी अपनी कुर्सी से उठी, और मेरी गोदी में बैठ गयी. हम लोग 3 पेग और पिए. मैं बोला-
सोनू: अब चले यहा से, मेरे को भूख लग रही है.
मम्मी: हा वैसे भूख तो मेरे को भी लग रहा है.
फिर मैं और मम्मी वाहा से निकल गये, और आचे से होटेल में जाके खाना खाए. खाना खाने के बाद हम लोग घर आ गये. घर के अंदर जाते ही हॉल में ही मैं मम्मी के होंठो को चूसने लगा, और मम्मी भी मेरे होंठो को चूसने लगी. फिर मैने मम्मी की ड्रेस और चड्डी उतार कर मम्मी को नंगी कर दिया.
फिर मम्मी भी मेरे सारे कपड़े उतार के नंगा कर दी. उसके बाद मैने मम्मी को अपने गोदी में उठा लिया, और रूम में ले गया, और बिस्तर में पटक दिया. मैं मम्मी के उपर चढ़ गया, और मम्मी के दूध को चूसने लगा.
मम्मी: अया उम्मह चूस बेटा, आचे से चूस. मज़ा आ रहा है.
फिर मैं मम्मी के चुचे पर ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारने लगा.
मम्मी: अयाया, और ज़ोर से मार, मज़ा आ रहा है. आ अया, ज़ोर से मार.
फिर मैं मम्मी के पेट को चूमते हुए छूट में गया, और मम्मी की छूट में ज़ोर-ज़ोर से 3-4 थप्पड़ मारे.
मम्मी: अयाया आ आ सेयेल मदारचोड़.
फिर मैं मम्मी के छूट में जीभ डाल के छूट को चाटने लगा.
मम्मी: आआआः मज़ा आ रहा है, और चाट.
वो मेरे सर को अपने छूट में ज़ोर से दबा रही थी. कुछ देर छूट चाटने के बाद मम्मी मेरे मूह में ही झाड़ गयी, और मैं मम्मी के छूट का रस्स पी गया. फिर मम्मी मेरे को लिटा दी, और मेरे लंड को मूह में लेकर चूसने लगी.
मेरे को मज़ा आ रहा था. मम्मी रंडी जैसे मेरे लंड चूस रही थी. फिर अचानक से मम्मी उठी, और मेरे लंड को अपनी छूट में घुसा के बैठ गयी, और ज़ोर-ज़ोर से कूदने लगी.
मम्मी: अया आ आ मेरी जान और छोड़ो मेरे को आ आ अया.
मैं मम्मी के चुचे को थप्पड़ मारते हुए बोला-
सोनू: साली रंडी, मेरा लंड थोड़ी देर और नही चूस सकती थी?
मम्मी: अयाया अया आ सॉरी बेटा, मेरे को तेरा लंड जल्दी से अपनी छूट
में चाहिए था. मेरी छूट की गर्मी ज़्यादा बढ़ गया था.
फिर मैं मम्मी को बिस्तेर में लिटा के अपना लंड मम्मी की छूट में डाल के मम्मी के उपर चढ़ जाता हू, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा जाता हू. मैं बोला-
सोनू: साली रंडी, आज तेरी छूट की पूरी गर्मी निकाल दूँगा, ले साली!
मम्मी: आआआः अया अया सेयेल मदारचोड़, निकाल दे मेरी छूट की पूरी गर्मी आहह अया.
मैं छोड़ने की स्पीड और तेज़ कर देता हू, और मम्मी भी नीचे से अपनी कमर उठा-उठा कर धक्के मार्टी रहती है.
मम्मी: अया अया आ आ मज़ा आ गया आज तो अयाया.
फिर कुछ देर और छोड़ने के बाद मैं और मम्मी साथ में झाड़ जाते है. मैं अपना माल मम्मी की छूट में ही छ्चोढ़ देता हू. मैं अपना लंड मम्मी की छूट के अंदर ही रहने देता हू. फिर हम तक गये रहते है तो ऐसे ही सो जाते है.
आयेज क्या हुआ, वो मैं अगले पार्ट में बतौँगा. कहानी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दे.