मम्मी और मौसी बनी इरफ़ान अंकल की रखेल

हेलो दोस्तों मे राहुल आज मे मेरी कहानी मम्मी की छूट और पड़ोसी का लंड का पार्ट 15 लेके आ गया हू अप सभी के रिक्वेस्ट पर.

जिन्होने मेरी पहली पार्ट्स नही पढ़ी वो पहले पार्ट्स पढ़ के इसे पढ़े ताकि आपको ठीक से मज़ा आए.

तो दोस्तों मे ज़्यादा समय ना लेते हुए मेरे कहानी पे आता हूँ. इश्स पार्ट में मे आपको बतौँगा की केसे मेरी मौसी और मा ने मिल के करीम अंकल के बिज़्नेस पार्ट्नर को खुश किया अपने जिस्म की गर्मी से….

ये कुछ 3 महीने पहेले की बात है तभी मार्च का महीना चल रहा था. और मेरी मौसी की गाओं मे एक शादी थी जहा हमे जाना था और करीम अंकल के पार्ट्नर भी वहीं रहते है.

आपको तो पता ही है मेरी मा और मौसी के वेर में पर आब वो दोनो बेहन और भी ज़्यादा गड्राई हुई है. मा शीला की फिगर एब्ब 40ड्ड 36 42 की हो गयी है. इतना सारा लोड्‍ा ले ले के और मेरी मौसी सीमा की 38ड्ड 34 40की फिगर बन गयी है.

इन्न फिगर साइज़ से आपको अंदाज़ा लग रहा होगा ये दोनो बहने जब निकलते होंगी तब ना जाने कितनो के लंड खड़ा कर देती होंगी.

मे और मेरी मा मौसी के घर चले जाते है. वहाँ मौसी के घर के पास ही वो शादी होने वाली होती है तो हम मौसी के घर रुक जाते है.

अगले दिन हल्दी थी तो मेरी मों और मौसी ने येल्लो कलर की नेटेड सारी पहनी थी .अंदर येल्लो ब्लाउस स्लीव्ले और पीछे से बॅकलेस और आयेज एक दूं डीप कट. जिससे उनके दोनो बहनो की उभरी हुई चुचे आधी आधी दिख रही थी. और सारी टाइट बँधी होने से गंद का उभर भी मस्त पता चल रहा था. उपर से नेवेल भी एकदम मस्त दिख रही थी. दोनो को एसए देख के मेरे लंड ने तो सलामी दे डाली.

मे उन दोनो बहनो के पास जाके बोला हाए आज आप दोनो इश्स गाओं के सारे लंड खड़ा करने वाली है.

मा:- धात नटखट तू भी ना. देख ले सीमा केसी बातें कर रहा है ये.

मौसी :- ठीक ही तो कह रहा है दीदी बोलके (आँख मार के हासणे लगे हम सब.)

जब हम वाहा हल्दी के फंक्षन मे पोहचे और जेसे ही मेरी मों और मौसी एंट्री करने लगी अपनी गंद मतकते हुए. सारे मर्दों का नज़र उनके तरफ आ गयी. और सब के हालत खराब हो रखे थे. कोई अपना लंड सेट कर ने लगा तो कोई लोड्‍ा मसालने लगा..

कुछ देर बाद मुझे करीम अंकल का कॉल आया-

मे:- हन करीम अंकल बोलिए?

करीम:- बेटा मेरी जान शीला और सीमा को बोल दो मेरे बिज़्नेस पार्ट्नर के घर चली जाए डोपेहेर को 2 बजे.

मे:- हन अंकल मे लेके चला जौंगा. आप चिंता ना करे वो बिज़्नेस डील आपको ही मिलेगी.

करीम:- हन बेटा इसी लिए तो मेरी दोनो रंडी तेरी मा और मौसी को भेज रहा हू मई उधर.

मे :- हन अंकल मे भी जौंगा साथ मे देखने उनकी चुदाई.

करीम :- हन चला जाना तू भी मेने बात करली है उसे कोई दिक्कत नही.

मे :- थॅंक्स अंकल ओक मे 2 बजे लेके जाता हूँ मों आंड मौसी को आपके भेजे हुए अड्रेस पे.

उधर हल्दी के फंक्षन ख़तम होते ही मे मों आंड मौसी को बता देता हू करीम अंकल की बातें. फिर वो दोनो घर आती है और नहा के टेयर होने लगती है. घर मे सबको शॉपिंग का बता के हमे जाना था करीम अंकल के बिज़्नेस पार्ट्नर के पास…

कुछ देर बात मेरी दोनो रंडी मा और मौसी बाहर निकली. उफ़फ्फ़ दोनो ने रेड कलर की मॉडर्न सारी पहनी थी. रेड ब्रालेट जिसे आधी से ज़्यादा बूब्स बाहर आ रहे थे. और आधे से ज़्यादा जिस्म दिख रहा था.

ये देख के मे सोचने लगा आज तो जोरदार चुदाई हो कर रहेगी इन दोनो की.

फिर हम कार मे बेत के करीम अंकल के दिए हुए अड्रेस्स मे पोंच गये. वाहा पोछ के मेने करीम अंकल को फोन कर के बता दिया तो उन्होने अपने दोस्त को कॉल कर के इनफॉर्म कर दिया की हम गाते तक आ गये है.

वो जगह एक मस्त आलीशान बंगलोव जेसा था और घर के आयेज नामे प्लेट मे इरफ़ान ख़ान लिखा हुआ था. शायद यह करीम अंकल के दोस्त का नाम होगा मुझे लगा.

मौसी:- अरे दीदी ये तो इरफ़ान ख़ान का हवेली है वो बहोट रिच है और बहोट ही तगड़ा हटा कटा मर्द है हाए. तो ये है करीम जी के पार्ट्नर तो दीदी आज तो बड़ा मज़ा आने वाला है. काफ़ी तगड़ा मर्द है इरफ़ान उफ़फ्फ़..

मा:- क्या बात कर रही है. तो फिर चल ना अंदर जाते है यहाँ क्यूँ टाइम वेस्ट करे..

और फिर हम बंगलोव के अंदर चले गये. वाहा गाते मे बेल बजाई हमने. तभी एक तगड़े मर्द ने आके डोर खोली. वो सिर्फ़ तावेल लपेटे एक दूं मस्त तगड़ी बॉडी बाला मर्द इरफ़ान था.

इरफ़ान को देख के मेरी मों और मौसी की छूट मे खुजली बढ़ने लगी. मानो उन दोनो के आँखों से हवस झलकने लगी. इरफ़ान भी मेरी मा और मौसी को ताड़ने लगा मस्त और उसकी नज़रे उन दोनो की चुचियों को घूर्ने लगी जो की ब्रालेट से आधे निकल रहे थे.

इरफ़ान:- आ जाओ मेरी जान सीमा और शीला, बहोट कुछ सुना है टुमरे बारे मे मेने करीम के मूह से. आज हम भी आजमा लेते है तुम्हे.

मौसी:- हन इरफ़ान जी मेने भी बहोट सुना है आपके बारे मे. आज मुझे मौका मिला आपकी हवेली मे आके आपकी सेवा करने की.

इरफ़ान:- अरे सीमा तुम तो यहाँ की होना? तुम उस गन्दू राघव की बीवी होना?

मौसी:- हन इरफ़ान जी पर लंड आप जेसे मर्दों का लेती हूँ.

इरफ़ान:- हन साली रांड़ हमसे नही लेगी तो और किससे लेगी. ये तेरी बड़ी बेहन शीला हेना? नो 1 रॅंड है तू शीला. मेने बहोट सुने है तेरे छूट के चर्चे मेने अपने दोस्त करीम से.

मा :- बस आपक लोगों की मेहनट्त ही है जी.

इरफ़ान:- और बेटा तू शीला का औलाद है? औलाद कम डललाल ज़्यादा है तू क्यू सही कहा ना?

मे:- हन इरफ़ान जी.. बोल के हासणे लगा.

इरफ़ान:- अब चलो फिर बेड रूम मे और शुरू हो जाओ मेरी रंडियों!

अब इरफ़ान अपने बेडरूम की और चलने लगा अपने साथ मों न मौसी को पकड़ के. मे उनके पीछे पीछे चल ताहा था. जेसे ही हम बेड रूम के अंदर आते ही मे सोफे मे बेत गया और सब देखने लगा.

रूम मे आते ही इरफ़ान ने मों को दबोच लिया और चूमने लगा. मों भी एक मस्त रंडी की तरह उसका साथ देते हुए उसे कस के पकड़ के उसके होठों को चूसने लगी.

अब मौसी भी आके इरफ़ान को चूमने लगी. तब मों अपनी सारे कपड़े निकल के पेख दी और इरफ़ान ने मौसी के कपड़े निकल फेंके. अब इरफ़ान को मों आंड मौसी मिल के नंगा कर दिया.

इरफ़ान का कला 11 इंच का लोड्‍ा हवा मे हिलने लगा. मेरी मों और मौसी उसके लंड को देख के मूह से पानी बहाने लगी थी.

इरफ़ान ने मौसी को खीचते हुए दीवार मे सता दिया और उनके चुचि दबोचते हुए मौसी की राशीले होंठों को अपने काले मोटे होंठों से चूसने लगा.

मों पीछे से इरफ़ान के जिस्म को चूमते हुए उसके लंड को हाथ से मसालने लगी.

इरफ़ान:- उंह मेरी रांड़ सीमा तेरी राशीले होठों को खा जौन मे.. हाए साली क्या चुचे है तेरे इन्हे आज निचोर निचोर को पीजौंगा मई उंह..

मौसी:- अँह मेरी जान टुमरे लिए ही है ये जिस्म खा जाओ मुझे!!

इरफ़ान:- अँह साली कामिनी शीला मेरे लंड की प्यासी मदारचोड़ उंह केसे मसल रही है मेरे लोड को.. थोड़ी देर रुक जा जान देता हू तुझे ये चूसने के लिए.

मों:- इरफ़ान जी अब रहा नही जाता जल्दी से डेडॉ इस तगड़े लोड को मेरे प्यासे मूह मे उंह..

मौसी को ऐसे ही दबोच के दूध पीने के बाद इरफ़ान ने मों को भी दबोच के आचे से चुचि चूसा. फिर कुछ देर बाद वो मेरी रंडी मा मौसी को घुटनो मे बीता दिया और लंड उनके मूह के सामने ले जाके रख दिया.

भूकी श्रेणियों की तरह मेरी मा और मौसी लपक के लंड को अपने मूह से च्चटने लगी. इरफ़ान अपनी आँखे बंद कर के मज़ा लेने लगा.

मों:- उंह हाए कितना मस्त लोड्‍ा है इरफ़ान जी आपका.. सीमा आचे से छत टटटे मे लंड छत रही हूँ उंह..

मौसी:- हन दीदी क्या मस्त लोड्‍ा है.. बड़े दीनो बाद हमे ऐसा लोड्‍ा चखने को मिला है एक साथ उंह…

इरफ़ान:- मदारचोड़ रंडियों लाडो मत आचे से चूसो मेरे लोड को.. आज ये तुम दोनो का आचे से चीरहारण करेगा मेरे छीनाल रखेल शीला और सीमा..

आयेज की कहानी जाने के लिए आपको मेरी आगली पार्ट का वेट करना होगा. जल्द ही डालने वाला हूँ.

तो आप लोग मुझे एमाइल कर के ज़रूर बताए कैसी लगी आपको मेरी सारी कहानियाँ और मेरी या अपनी मा की चुदाई की बारे मे बात करने के लिए भी एमाइल करे. या फिर सीमा और शीला के बारे मे पूछने के लिए भी कर सकते है.

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