चुदाई स्टोरी का अगला पार्ट शुरू करते है-
मैं और सीमा चाची होटेल से रोमॅंटिक डटे/डिन्नर के बाद अपने घर पहुँचे. मैने सीमा चाची को एक गली पहले ही बिके से उतार दिया, और चाची को बिल्डिंग तक पैदल चल कर आने को कहा. ताकि किसी को हम दोनो पर शक़ ना हो. मैने अपनी बिके बिल्डिंग के पार्किंग एरिया में पार्क की. फिर हम दोनो सीधे सीमा चाची के घर गये.
सीमा चाची ने मुझसे पहले घर जेया कर दरवाज़ा खोल दिया था, और चाची हॉल के सोफे पर बैठने जेया रही थी. तभी मैने सीमा चाची को पीछे से आ कर पकड़ लिया. फिर चाची के लंबे बालों को एक साइड लेकर आयेज किया, और उनके गाल और गर्दन पर किस करने लगा. फिर मैने सीमा चाची को उल्टा घुमाया.
अब मैने चाची को देखा. हम दोनो की नज़र मिली. वो मेरी बाहों में थी. मैं फिर से सीमा चाची की खूबसूरती में खो गया.
सीमा चाची: राज, राज, तुम कहाँ खो गये हो? प्लीज़ पहले दरवाज़ा तो आचे से लॉक कर दो. नही तो कोई आ जाएगा.
मैं: कोई नही आएगा मेरी जान. तुम टेन्षन मत लो.
मैं पूरी तरह जोश में था. मैने सीमा चाची के होंठों पर किस करने लगा. सीमा चाची भी मेरा साथ दे रही थी. हम दोनो एक-दूसरे को पॅशनेट्ली किस्सिंग कर रहे थे. पॅशनेट्ली किस्सिंग करते वक़्त सीमा चाची के सारी का पल्लू नीचे गिर गया.
सीमा चाची ने डीप नेक ब्लाउस पहना हुआ था, तो मुझे चाची का क्लीवेज सॉफ-सॉफ दिखाई दिख रहा था. उसको देख कर मैं और भी पागल हो गया. और फिर सीमा चाची के क्लीवेज एरिया में किस करने लगा. मैने सीमा चाची को हॉल के कॉर्नर पिल्लर से लगा दिया था. सीमा चाची की पूरी बॉडी वाइब्रट कर रही थी. वो भी ये सब एंजाय कर रही थी.
हम दोनो एक-दूसरे को पॅशनेट्ली किस्सिंग करने में इतना खो गये, की हम हॉल की लाइट और एसी ओं करना ही भूल गये. रूम में सिर्फ़ 2 टेबल लॅंप ओं थे, और हम दोनो पसीने से पूरी तरह भीगे हुए थे. सीमा चाची के पसीने से भीगे हुए गाल, होंठो, और क्लीवेज एरिया को चूमने/किस करने का मज़ा कुछ अलग ही आ रहा था.
तभी किसी के दरवाज़ा खटखटने की आवाज़ सुनाई दी. बाहर दरवाज़े पर मेरी मों खड़ी थी. हम दोनो एक-दूं से रुक गये, और दोनो टेन्षन में आ गये.
मों: सीमा, सीमा, क्या तुम घर पर हो?
मैने इशारा करके सीमा चाची को अब आयेज क्या करे ये पूछा. सीमा चाची ने हॉल की लाइट्स ओं की, और इशारों में तुम कहा, की टेन्षन मत लो, और मेरे बेडरूम में जेया कर बैठ जाओ, इसे मैं हॅंडल करती हू.
मैं जल्दी से सीमा चाची के बेडरूम में जेया कर च्छूप गया. मैने बेडरूम का दरवाज़ा अंदर से लॉक कर दिया. मैं काफ़ी दर्र गया था. क्यूंकी बाहर दरवाज़े पर मेरी मों खड़ी थी.
सीमा चाची ने खुद को कंपोज़ किया. अपने लंबे खुले बालों का जूड़ा बाँधा. अपनी सारी को ठीक किया, और एक लंबी साँस ली. और फिर हॉल का दरवाज़ा खोल दिया.
सीमा चाची: अंजलि भाभी. आप हो? प्लीज़ अंदर आइए.
मों: सीमा. क्या राज तुम्हारे घर पर है? मैं शाम 7:00 बजे से उसको कॉल कर रही हू. वो कॉल ही नही अटेंड कर रहा. क्या तुम्हे कुछ पता है? राज कहाँ है? आज रात का डिन्नर भी नही किया है राज ने. मुझे उसकी टेन्षन हो रही है.
सीमा चाची: अंजलि भाभी, आप टेन्षन मत लो. मैं भी उसी का वेट कर रही हू. राज घर आ जाएगा.
मों: हा. ठीक है. सीमा तुम कहाँ गयी थी? और तुम्हे इतना पसीना क्यूँ आ रहा है? तुम्हारी तबीयत तो ठीक है ना?
सीमा चाची: हा. मेरी तबीयत ठीक है. मैं मेरी दोस्त के घर किटी पार्टी के लिए गयी थी. वहाँ से लौट कर आई हू. कम्बख़्त रिक्शा वाले ने एक गली पहले ही उतार दिया था, तो पैदल चल कर आई हू. इसीलिए पसीना आया है.
मों: तुम्हारी दोस्त? किटी पार्टी?
सीमा चाची: राजेश के फ्रेंड्स की वाइव्स. राजेश और उनके दोस्त गोआ ट्रिप पर गये, तो हम सब ने एक साथ किटी पार्टी का प्लान बनाया.
मों: अछा तो ये बात है. तो फिर मैं चलती हू. राज घर आएगा तो उसको यहाँ भेज दूँगी.
सीमा चाची: राज को डिन्नर के लिए यहीं भेज देना अंजलि भाभी. ओक बाइ.
फिर मेरी मों हमारे घर चली गयी. मों के हमारे घर जाते ही मेरी जान में जान आई. मैं सीमा चाची के हॉल में आया. सीमा चाची बहुत घुस्से में थी.
सीमा चाची: राज. तुमने शाम से अपनी मों को एक कॉल नही किया? ना ही उनका कॉल अटेंड किया? वो कितनी टेन्षन में है. पहले अपने घर जाओ, और उनसे बात करो.
शाम से ही मेरा फोन साइलेंट मोड पर था. और मैं आज मेरी और सीमा चाची की डटे प्लान करने में बिज़ी था. मैं सीमा चाची के नज़दीक गया. फिर उनकी आँखों में आखें डाल कर बोला-
मैं: मेरा मोबाइल फोन शाम से साइलेंट मोड पर था. मैं हमारी पहली मोविए और डिन्नर डटे की प्लॅनिंग में बिज़ी था. तो मों को कॉल करना भूल गया. और तुम मुझ पर ही गुस्सा कर रही हो.
मैने पहली बार सीमा चाची से तू-तदाक करके बात की. जैसे की सीमा चाची मेरी गर्लफ्रेंड हो, और मेरी ही आगे की हो, और उनके उपर मेरा हक़ हो. चाची भी ये बात सुन कर शॉक हो गयी. सीमा चाची ने मुझे अपने गले से लगा लिया, और फिर हुँने छ्होटा सा लिपलोक्क किया.
सीमा चाची: राज, जल्दी से अपने घर जेया कर अपनी मों दाद से मिल कर आओ. मैं तुम्हारा यहाँ वेट करती हू.
तभी मेरी मों का मुझे कॉल आया. जो मैने अटेंड किया.
मों: राज, बेटा तुम कहाँ हो? कितनी रात हो गयी है? तुम्हारे दाद और मैं तुम्हारा घर पर वेट कर रहे है. तुम जल्दी से घर आ जाओ.
मैं: हा मों, ओं थे वे हू. घर आ रहा हू. ओक बाइ.
मैं सीमा चाची को: बेब्स, मों दाद से मिल कर थोड़ी देर में आता हू. तुम रेडी रहना. ई विल बे बॅक.
सेक्स स्टोरी कंटिन्यू रहेगी.