फ्रेंड्स, वेलकम तो मी सेक्स स्टोरी. मेरा नाम सुरेश है. मेरी उमर 30 साल है. मेरा 1 बेटा है, जिसकी उमर 2 साल है. मेरी बीवी का नाम रिया है, उसकी उमर 26 साल है.
मैं कंप्यूटर क्लास चलता हू. मेरे पास बच्चे कंप्यूटर सीखने के लिए आते है. मेरी बीवी बॅंक में काम करती है. उसकी सॅलरी काफ़ी अची है. हमारा परिवार काफ़ी खुशाल है. मैं रोज़ मॉर्निंग में अपनी कोचिंग में चला जाता हू, और मेरी वाइफ बच्चे को स्कूल छ्चोढ़ के बॅंक में चली जाती है.
हमने 1 मैड रखी है. वो बच्चे को स्कूल से ले आती है, और हमारे ना होने पे उसका ध्यान रखती है. सब कुछ अछा चल रहा था. फिर 1 दिन मेरी बीवी बोली, की उसने बॅंक में अछा काम किया था. तो उसके काम को लेके उसको सम्मान दिया जेया रहा था, और ऑफीस वालो ने पार्टी रखी थी अपने टारगेट पुर करने पे. इसके लिए वो लोग गोआ जेया रहे थे पार्टी के लिए.
मैने कहा: ये तो बहुत अची बात है.
हम लोग देल्ही में रहते है, तो मेरी वाइफ बोली: मैं आप लोगों को छ्चोढ़ के कैसे जेया सकती हू.
मैने कहा: हमारी फिकर ना करो. तुम जाओ गोआ, और अपनी पार्टी एंजाय करो.
मेरी बीवी काफ़ी कुश थी. फिर वो नेक्स्ट दे अपनी शॉपिंग पे चली गयी, गोआ के लिए अची-अची ड्रेसस लेने के लिए. वो बिकनी और स्विमस्यूट लेके आ गयी. मैं शाम को घर आया, तो उसने मुझे सारी ड्रेसस ट्राइ करके दिखाई.
उन ड्रेसस में उसको देख के मेरा लंड खड़ा हो गया था. मैने उसकी न्यू ब्लॅक ब्रा जो वो लेके आई थी, उसे खोल दिया, और उसके मोटे-मोटे चुचे चूसने लगा. उसके बाद उसको पूरा नंगा करता हू, और उसकी छूट में अपना लंड दे देता हू.
उसको छोड़ने के बाद मैं सो जाता हू. मॉर्निंग में मेरी वाइफ के बातरूम में होने पे मैं अपने वाइफ के मोबाइल में स्पाइ कॅमरा इनस्टॉल कर देता हू, जिससे मैं अपने मोबाइल या पीसी से देख सकता था, की वो कहाँ जेया रही थी, कहाँ घूम रही थी, किससे मिल रही थी.
खाना-पीना खा के मेरी वाइफ कॅब से अपने बॅंक चली जाती है. अपना समान पॅक करके, रेडी हो कर वो अपने बॅंक में पहुँच जाती है. उसके बाद मैं भी अपने कंप्यूटर क्लास के लिए निकल जाता हू. कंप्यूटर क्लासस के लिए मैने 2 टीचर्स रखे हुए है, जो बच्चो को कंप्यूटर सीखते है. मैं अपने ऑफीस में बैठा रहता हू.
उसके बाद मैं अपना सारा काम ख़तम करके, अपने लॅपटॉप में स्पाइ कॅमरा अप ओपन करता हू, जो मेरे पत्नी के मोबाइल से लिंक था. मैने देखा मोबाइल के फ्रंट कॅमरा से मुझे मेरी वाइफ और उसके साथ बॅंक में काम करने वाले सभी फ्रेंड्स दिख रहे थे.
मेरी वाइफ के साथ-साथ सब ने अपना सूट केस पॅक कर रखा था. उसके कुछ देर बाद सब ने अपना काम ख़तम किया, और बाहर अपना समान लेके निकल गये. बाहर बस खड़ी थी. सब उसमे जाके बैठ गये, क्यूंकी सब लोग बस से जेया रहे थे.
वोल्वो बस काफ़ी बढ़िया थी. उसके अंदर टाय्लेट और बातरूम दोनो थे. बड़ी बस होने के कारण उसमे 10 रूम्स बने थे, जिसमे बेड था सोने के लिए, और चेर वाली भी सीट्स थी. जिसका जहाँ मॅन हुआ वो वहाँ बैठ गये. टोटल 8 लोग गये थे, जिसमे 1 मेरी बीवी थी.
बॅंक मॅज सुरेश राणा, जो काफ़ी काला था, 46 आगे थी, उसकी नज़र मेरी वाइफ पे थी. वो उसके साथ हस्सी मज़ाक करता. उसको काफ़ी कुछ खाने के लिए देता, कभी आपल, कभी अंगूर, तो कभी केला. जब मेरी वाइफ केला खा रही थी, तो 1 लॅडीस को भी सुरेश ने केला दिया.
वो मेरी बीवी की बॅंक की फ्रेंड थी. मीना नाम था उसका. उसकी आगे 35 थी. वो मेरी वाइफ के बगल में बैठी थी. वो केला खाते-खाते बोली-
मीना: सुरेश सिर, ये जो केला आपने दिया है, काफ़ी छ्होटा है. हमारे यहाँ तो काफ़ी बड़े केले होते है.
वो सुरेश सिर से मज़े ले रही थी. मेरी वाइफ उनकी बातों को समझी नही, और उसने भी यहीं कहा की-
वाइफ: हा सुरेश सिर, ये केले आप कहाँ से लाए हो? काफ़ी छ्होटा है. अपने यहाँ तो काफ़ी बड़े-बड़े केले होते है.
इस्पे सुरेश सिर हास्से और उन्होने कहा: रिया ये मेरा केला नही है, इसलिए छ्होटा है. मेरा केला तो काफ़ी बड़ा है. एक बार खावगी तो मज़ा आ जाएगा.
तो रिया बोली: कहाँ है आपका केला, दिखाओ. मैं भी देखु आपने हमे छ्होटा केला दे दिया, और खुद बड़ा केला च्छूपा के बैठे हो.
सुरेश बोला: अभी नही वक्त आने पे दिखौँगा, और खिलौँगा. बस तुम माना मत करना.
वाइफ रिया बोली: मैं भला क्यूँ माना करूँगी? केला ही तो है. मैं तो रोज़ खाती हू.
मेरी वाइफ को पता नही था, की सुरेश सिर किस बारे में बात कर रहे थे. उसके बाद बस आधे रास्ते पहुँच गयी थी. अंधेरा हो चुका था, और वो गोआ मॉर्निंग में पहुँचने वाले थे.
रास्ते में होटेल पे बस रुकी. विप होटल था. सब उतार गये, और लास्ट में मेरी वाइफ और सुरेश सिर उतार के गये. मेरी वाइफ और सुरेश सिर साथ में जेया रहे थे.
सुरेश सिर बोले रिया से: रिया तुम मुझे गोआ का तौर कंप्लीट होने तक सिर मत बोलो. हम एक फ़्रेंड की तरह एंजाय कर सकते है अगर तुम चाहो तो. ऐसे भी मैं अपनी वाइफ को घर छ्चोढ़ के आया हू. और तुम अपने पति को. यहाँ हम अकेले है, और हम यहाँ एक फ़्रेंड की तरह एंजाय कर सकते है. अगर तुम कहो तो, बताओ?
रिया इस्पे बोली: इसमे भी कोई सोचने की बात है सिर. अब से हम गोआ तौर कंप्लीट होने तक एक फ्रेंड की तरह रहेंगे.
सुरेश बोला: हम फ्रेंड है, तुमने फिर भी मुझे सिर बोला.
रिया इस्पे सुरेश को हाथ से उसकी छाती पे मार्टी है, और बोलती है: ओक सुरेश, अब सिर नही बोलूँगी.
रिया को इसका अंदाज़ा नही था, की सुरेश उसे बातों में फ़ससा के गोआ में उसे नंगी करके छोड़ने वाला था. उसके मूह में अपना लंड देने वाला था, अपना माल पिलाने वाला था. रिया और सुरेश बॅंक मॅनेजर दोनो होटेल में घुस जाते है. रिया को टाय्लेट ज़ोर से लगा होता है, और वो सुरेश के सामने तोड़ा चल नही पाती.
इस्पे सुरेश उससे पूछता है: क्या हुआ रिया?
रिया बोलती है: मैं कैसे बतौ आपको?
सुरेश बोलता है: बताओ रिया, अब हम फ्रेंड्स है.
तो रिया कहती: ओक, मेरे को ज़ोर से टाय्लेट लगी है.
सुरेश इस्पे हस्ता है, और बोलता है: बस इतनी सी बात बताने के लिए सोच रही हो. चलो मैं लेके चलता हू तुम्हे.
और दोनो टाय्लेट की तरफ निकल जाते है.
आज के लिए बस इतना ही. कैसे मेरी वाइफ सुरेश का काला लंड मूह में लेके चूस्टी है, आयेज की सेक्स स्टोरी में पढ़िए. आयेज की स्टोरी आपको जल्दी ही मिलेगी.