राजकोट के मेले मे मिली लॉयर भाभी को जम के चोदा

हेलो दोस्तो, मे मौलिक जामनगर गुजरात से फिर से आपके सामने हाजिर हू अपनी एक नयी कहानी लेकर सॉरी. तोड़ा ज़्यादा ही टाइम लग गया नयी स्टोरी उपलोआड करने मे. लेकिन क्या करू दोस्तो ज़ोहरी को हीरा तैयार करने मे टाइम तो लगता ही है.

तो चलिए ज़्यादा टाइम ना बिगड़ते हुए सीधा कहानी पे आते है. मेरी कहानी थोड़ी लंबी रहेगी.

जो लोग मूज़े नही जानते उनको मे बता डू मेरा नामे मौलिक है, मे गुजरात के जामनगर से हू. मेरी आगे 30 साल है और मई मॅरीड हू. मेने ड्के पर ढेर सारी स्टोरीस उपलोआड की हुई है जो सब की सब सच है.

अब कहानी पर आते है.

बात पिछले महीने यानी के ऑगस्ट की. हुमारे यहा पे जन्माष्टमी की छुट्टी होती है. तो मे परिवार के साथ राजकोट मेले मे गये थे घूमने. फिर घूम घूम के काफ़ी रत हो गयी तो हम मेले से निकल कर एक गार्डेन मे बेत्ने चले गये जहा भीड़ थोड़ी कूम थी.

फिर मे कुछ नास्टा वगेरा लेने गया एक दुकान पे जहा मेरे बाजू मे एक लेडी खड़ी थी सॅडी पहेने जो कमाल की लग रही थी. जिसकी गंद देख के मेरा लंड खड़ा हो गया. अभी तक मे उसका फेस नही देख पाया था. क्यूकी उसके बाल बहोट बड़े थे जो साइड से उसके फेस को ढके हुवे थे.

उसका फिगर देख के मुजसे रहा नही जेया रहा था तो मेने उसका फेस देखना चाहता था. इसलिए मेने दुकान वाले भाई को तोड़ा उची आवाज़ लगाई की.. ऊ भाई यार कितना टाइम लगा रहे हो जल्दी करो बहोट भूख लगी है रहा नही जाता..

मेरे उतना बोलते ही वो लेडी मेरी तरफ अपना मूह घुमा के मूज़े देखने लगी. मेने मेरी नज़र उसकी उल्टी तरफ घूमाली और तिरछी नज़र से उसे देख रहा था तो वो मूज़े घुरे जेया रही थी.

फिर मेने भी अपनी नज़र घुमाई जिसे देख कर मेरे तो मूह मे पानी आ गया. क्या कमाल का फिगर था उसका 36-34-38, कमाल की लग रही थी वो पिंक सदी पहने!

मेने जब उसकी तरफ देखा तो उसके मूह से फुसशह करके हसी निकल गयी. और मेरी तरफ देख के ज़ोर ज़ोर से हासणे लगी और बोली लगता है कुछ ज़्यादा ही भूख लगी है.

मेने बोला हा तोड़ा मेले मे ज़्यादा ही घूम लिया तो तक गया हू और भूखा भी हो गया हू. क्या करू आपके रंगीले (राजकोट सहेर को लोग रंगीला बोलते है) राजकोट ने तका दिया और मे भी हासणे लगा.

तब उसे पता चला की मे राजकोट से नही हू, तब उसने पूछा ओह तो आप राजकोट से नही है?

मेने कहा नही मे जामनगर से हू.

तब उसने कहा ओह जामनगर के लोग तो बहोट अकचे होते है मेने सुना है.

मेने कहा एक नमूना तो आपके सामने ही खड़ा है और मे फिर हास दिया और वो भी हास दी.

तब तक उसका समान पॅक हो गया तो वो वाहा से चली गयी और तोड़ा आगे चल के रुक गयी. मे पीछे मूड के ही देख रहा था वो शायद किसी का इंतेज़ार कर रही थी. मे भी अपना समान लेके आगे बढ़ा और उसके बाजू मे जा के पूछा क्या आप किसिका इंतेज़ार कर रही है माँ?

तब उसने कहा : रानी, मेरा नामे रानी है और नही मे किसी का इंतेज़ार नही कर रही हू. मे भी जस्ट मेले मे से आई हू और तोड़ा रिलॅक्स करने के लिए गार्डेन मे बेत्ने जा रही हू.

तब मेने कहा ओह चलिए फिर साथ मे चलते है मे भी गार्डेन ही जा रहा हू जहा मेरा परिवार मेरा इंतेज़ार कर रहा है.

रानी : ओह परिवार साथ मे है?

मे : जी हा आप बुरा ना माने तो ह्यूम जाय्न कर सकती है?

रानी : अरे मे जाय्न कर लूँगी तो आपकी वाइफ बुरा मान जाएगी और आपका झगड़ा हो जाएगा.. (हा हा हा हासणे लगती है)

मे : अरे रानी जी डॉन’त वरी मेरी वाइफ फ्री माइंड है वो बुरा नही लगाएगी. बल्कि उसे अक्चा लगेगा की आप ह्यूम जाय्न कर लेगी तो. क्यूकी हम सुबा से 4 लोग ही घूम रहे है, आप से मिलके वो भी खुश होगी.

रानी : सच मे? देख लेना फिर आयेज जेया के कुछ गड़बड़ हो जाए तो ज़िम्मेदारी मेरी नही और हासणे लगी..

फिर हम बाते करते करते आगे बढ़ने लगे. कुछ ही पल मे हम मेरी फॅमिली के पास पह्ोछ गया जहा मेरे बाकछे और बीवी वेट कर रहे थे.

वाहा पह्ोचते ही बाकछे मूज़े और रानी को साथ मे देख के पूछने लगे की पापा आंटी कों है?

तब मेरी बीवी ने पीछे मूड कर देखा तो मेने रानी का इंट्रो करवाया. मेरी वाइफ ने उससे हाथ मिलाया और अपना नाम बताया. फिर हम 5 लोग साथ मे रौंद मे बेत गये और इधर उधर की बात करते रहे और नास्टा करा.

बतो बतो मे पता चला की वो एक लॉयर है और डाइवोर्स है. कुछ 4 साल पहले उसका डाइवोर्स हो गया था तब से वो उसके घर मे अकेली रहती है. फिर काफ़ी बाते करी फिर मे अपने बाकचो के साथ तोड़ा दूर खेलने चला गया.

तब मेरी बीवी और रानी साथ मे बेत के बाते करने लगे और कुछ ही टाइम मे दोनो इतनी बेस्ट फ्रेंड हो गयी की एसा लगता हो बचपन की साथी हो. बहोट ज़ोर ज़ोर से हास रही थी दोनो काफ़ी घुल मिल गयी थी इतने कम टाइम मे.

फिर रात के करीब 1.30 बाज रहे थे तो बाकचो को नींद आने लगी. तो मे उनलोगो पास जाके बोला की चलो अब चलते है बाकचो को नींद आ रही है. फिर बस पकड़ने मे टाइम लगेगा और घर जाने मे भी एक दो घंटे लग जाएँगे.

तब फिर मेरी वाइफ ने रानी की और देखा और बाइ बोल के खड़ी होने लगी. तभी रानी ने उसका हाथ पकड़ के नीचे बिता दिया…

रानी : कोई कही नही जाएगा आज की रात सब मेरे घर पे रुक जाओ.

वाइफ : नही नही हम चलते है, अभी एक दो घंटे मे घर आ जाएँगे. फिर कभी राजकोट आएँगे तो आपके घर ज़रूर आएँगे.

रानी : बिल्कुल नही, मे एक भी बात सुनने को तैयार नही हू और रात ज़्यादा हो गयी है बाकछे ज़्यादा परेशन होंगे. आपको मेरे घर आना ही पड़ेगा.

और मेरी तरफ कुछ उदास नज़रो से देखने लगी, मे कुछ समाज नही पाया.

फिर मेने वाइफ की तरफ देखा तो उसने मूज़े स्माइल की और हा बोल दिया. जिससे रानी बहोट ही ज़्यादा खुश हुई.

तब रानी खड़ी हो गयी और मेरी वाइफ का हाथ पकड़ के उसको खड़ा किया और भाग के मेरे एक बाकछे को अपनी गोद मे उठा लिया और बोली चलो चलते है मेरे घर. मेरी वाइफ ने मूज़े आँख मारी और बोली की लगता है आज आपकी लॉटरी लगने वाली है.

(दोस्तो मे आपको बताना चाहूँगा की मेरी वाइफ बहोट ज़्यादा ओपन माइंड है. जो सेक्स को सिर्फ़ एक सरीर की ज़रूरत समजती है. नही की हमारे समाज की तरहा पाप पुण्या गैर औरत से रिस्ता वो सब वो नही मनती है. उसे ज़्यादा इक्चा नही होती इसलिए वो मूज़े कभी बाहर छोड़ने से रोकती नही है. उल्टा वो खुद भी मेरी सेट्टिंग करवा देती है अपनी किसी फ्रेंड से. पिछली स्टोरी मे मेने बताया की केसे एक पंजाबी भाभी को उसने मेरे लिए ढूँढा था और मेने जाम के उसकी चुदाई करी थी.)

फिर हम उसकी लग्षुरी ब्मो कार मे उस के घर चले गये. रानी का घर काफ़ी बड़ा था, एक लॉयर का घर तो आप समाज ही सकते है कितना बड़ा होता है.

उसके बाद हम कमरे मे जेया कर फ्रेश हुए तब तक मेरे दोनो बाकछे सो गये थे एक कमरे मे. फिर हुँने तीनो ने बेत के साथ मे छाई पिया और एसए ही बेते बेते बात कर रहे थे.

मेरी नज़र बार बार रानी की और जा रही थी. जब रानी फ्रेश हो कर आई थी तो उसने एक पिंक कलर का सिल्क वाला निघट्य पहन रखा था जिसमे उसका फिगर लाजवाब लग रहा था. जो स्लीव लेस था जिसमे से उसकी ब्रा की प्लास्टिक स्ट्रीप सॉफ सॉफ दिखाई दे रही थी.

हम लोग हॉल मे डाइनिंग टेबल पे चेर पर बेते थे. मुझसे अब रहा नही जा रहा था तो मेने मेरी वाइफ को लेग्स पर टच किया एक दो बार लेग्स पे लेग्स मारा. तब वो समाज गयी और उसने कहा आप लोग बेतो मुझे बहोट नींद आ रही है. और वो खड़ी हो गयी और रानी को देख कर स्माइल पास करने लगी और टके केर बोल के चली गयी.

अब मे और रानी एक दूसरे के सामने देख रहे थे.

मे आप को हॉल के महॉल के बारे मे तोड़ा बताता हू. एक बड़ा सा हॉल है जिसमे दीं लाइट जल रही थी और पूरे हॉल मे खुसबु फैली हुई थी. पूरा रोमॅंटिक मूड बन रहा था. रानी और मे एक दूसरे को प्यार भारी निगाहो से देख रहे थे.

रानी का चेहरा कुछ कुछ ममता कुलकर्णी जेसा लग रहा था और फिगर भी ऑलमोस्ट उसे मिलता था. पूरा भरा हुआ बदन और दूध जैसी गोरी रानी भूरी भूरी आँखो से मूज़े देख रही थी.

कुछ पल एक दूसरे की आँखो मे देख कर रानी शर्मा के नज़रे जुकाने लगी. फिर मेने रानी के हाथ पर हाथ रखा तो वो सहें गयी और उसकी धड़कने बढ़ने लगी. लेकिन उसने अपना हाथ हटाया नही.

तब मे समाज गया की इसको मेरी ज़रूरत है. मे खड़ा हुआ और उसके खुले बालो को उसके चेहरे से हटाया और उसके माथे पे एक किस किया. तब उसने अपनी आँखे बंद करली.

वो चेर पर बेती थी और मे उसके बजुमे नीचे बेत गया. मेने उसकी तोड़दी पे हाथ रख के उसका चेहरा अपनी और उठाया. तो उसने चेहरा उपर उठाते उठाते अपनी आँख खोली और मेरी तरफ देखने लगी.

बेचारी बहोट प्यार की भूखी थी सेक्स तो दोनो को चड़ा ही था. लेकिन उससे पहले उसे एक हुंदर्ड चाहिए था जो मे बहोट अकचे से समाज सकता हू. क्यूकी मेने अपनी लाइफ मे इतनी लेडी के साथ सेक्स किया है की मे औरत की राग राग से वाकेफ़ हो गया हू.

तब फिर मेने रानी की गोद मे अपना सर रखा और उसकी कमर को अपनी बहो मे ले लिया. इससे रानी इतनी भावुक हो गयी की वो ऑलमोस्ट रोने ही वाली थी. उसकी आँखो मे नामी आ गयी थी.

कुछ देर एसए ही मे उसकी गोद मे सर रख के बेता रहा और वो मेरे सर पे अपने मुलायम हाथ फेरने लगी. कुछ टाइम बाद उसने मेरा चेहरा अपने हाथो मे भरा और उपर की तरफ कर के मूज़े एक लीप किस दी छोटी सी और मुस्कुराने लगी.

आयेज क्या हुआ ये मई आपको अगले पार्ट मे बतौँगा जल्दी ही.

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