मौसी की विधवा देवरानी को चोदने की कहानी

ही मेरा नामे रितेश है, और मैं वडोदरा, गुजरात से हू. ये मेरी दूसरी कहानी है. मेरी पहली कहानी को आपने बहुत सारा प्यार दिया, इसके लिए मैं आपसे थॅंक्स बोलता हू. मुझे काफ़ी सारे मेल्स आए है भाभी, आंटी, और लड़कियों के. आप सब का बहुत धन्यवाद. तो अब शुरू करते है मेरी दूसरी कहानी. कहानी पढ़ने के बाद आपके विचार मुझे ज़रूर भेजे.

मेरा नाम रितेश है. मैं वडोदरा गुजरात से हू. मेरी आगे 20 साल की हो गयी है. हाइट 5 फुट 4 इंच है. लंड का साइज़ बहुत अछा है. मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हू. मेरी मौसी का नामे रमीला है. उनकी एक देवरानी है विमला, उनकी आगे 35 यियर्ज़ है. वो एक विधवा है.

उनका फिगर 34-32-28 है. वो एक भरे पुर बदन की मालकिन है. उनके बॉब्स बहुत मोटे है, उसे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए. उसकी मोटी गांद किसी का भी लंड खड़ा कर दे. अक्सर मैं जब भी मेरी मौसी के घर जाता, तो मैं विमला आंटी के घर भी जाता था, जैसे वो मेरी फॅमिली ही हो. और उनके सारे काम में हेल्प करता था.

कोई भी काम हो, वो मुझसे बिना किसी परेशानी के कहती थी. कभी-कभी मैं विमला आंटी के घर पर ही रहता था. कभी एक-दो दिन या कभी एक हफ़्ता, मैं उनके घर पर ही रुकता था.

करीब एक हफ्ते पहले मैं जब मेरी मौसी के घर गया, तो दरवाज़ा बंद था. मैने कॉल की तो पता चला की वो किसी काम से बाहर गयी थी, और 3 दिन बाद वापस आएँगी.

मैने कहा: मैं आपके घर रहने आया था समान लेके.

मौसी ने कहा: तुम एक काम करो, तुम विमला आंटी के घर चले जाओ रहने के लिए. मैं विमला को कॉल करके बता देती हू की रितेश घर आया है रहने के लिए.

मैने कहा: ठीक है, आप विमला आंटी को कॉल करो. मैं आपके घर के बाहर उनका इंतेज़ार करता हू.

मौसी ने कहा: ठीक है, 5 मिनिट वेट करो.

मैने कहा: ओक.

करीब 5 मिनिट बाद विल्मा आंटी मुझे लेने के लिए आई. मुझे देख कर विमला आंटी के चेहरे पर एक ग़ज़ब की स्माइल आ गयी थी. वो मुझे देख कर बहुत खुश हो गयी थी. उनकी आँखों में से खुशी के कारण आँसू निकल गये.

मैने कहा: अर्रे विमला आंटी, कैसी हो?

विमला आंटी ने कहा: अर्रे रितेश, तुम कूब आए? मैं बहुत अची हू. मुझे तुम्हारी मौसी का कॉल आया तो मैं भाग के आहा तुम्हे लेने के लिए आ गयी.

फिर मैं विमला आंटी के साथ उनके घर पर चला गया.

आंटी ने कहा: रितेश तुम फ्रेश हो जाओ. मैं तुम्हारे लिए छाई और नाश्ता बनती हू.

मैने कहा: ओक विमला आंटी.

फिर मैं फ्रेश होने चला गया. आंटी किचन में चली गयी.

30 मिनिट के बाद मैं फ्रेश होके बाहर निकला, और डाइनिंग टेबल पर बैठ गया. फिर आंटी छाई और नाश्ता लेके आई. मैने देखा विमला आंटी ने एक ब्लॅक कलर की सेक्सी सारी पहन ली थी. ब्लॅक ब्लाउस, श क्या कयामत लग रही थी. मेरा तो ये देख के लंड ही खड़ा हो गया. फिर हम दोनो ने साथ में छाई नाश्ता स्टार्ट किया.

विमला आंटी ने पूछा: कोई काम था के बस ऐसे ही आए हो?

मैने कहा: घर पर अकेला बोर हो रहा था. सोचता आपके पास थोड़े दिन रखूँगा तो मज़ा आ जाएगा.

विमला: हा बहुत सही किया रितेश. देखना इस बार हम खूब मस्ती करेंगे, और बहुत मज़ा आएगा.

मैने कहा: हा आंटी, मैं आपके साथ मस्ती करने ही आया हू.

आंटी: रितेश तुम बातें बहुत अची करते हो.

फिर हमने ऐसे ही बातें की इधर-उधर की. उसके बाद हमने नाश्ता ख़तम किया.

मैने आंटी से कहा: चलो आंटी आज मैं आपको बाहर माल में ले जाता हू घूमने के लिए.

आंटी ने कहा: नही कोई देखेगा तो हमारे बारे में क्या सोचेगा?

मैने अपने दोनो हाथो को उनके गाल पर रखा, और उनका सर उपर किया. फिर उनकी आँखों में देख कर कहा-

मैं: विमला आंटी आप दुनिया की फिकर ना करो. मैं जानता हू की आपके पति की मौत के बाद आपको काफ़ी तकलीफ़ का सामना करना पड़ा है. आपने आपके कितने साल इस विधवा की ज़िंदगी में गुज़ार दिए है. आप छ्होटी-छ्होटी खुशियों के लिए तारसी हो. आज से आप सिर्फ़ वही करोगी, जो मैं तुमसे कहूँगा. मैं आपकी ज़िंदगी में वो सारी खुशियाँ भर दूँगा, जिसकी आप हकदार हो.

मैं: और आज से आप ये बात अपने मॅन से निकाल दो की आप एक विधवा हो. आज से आपकी ज़िंदगी में वो सारी खुशियाँ वापस आ गयी है. मैं तुम्हारी बाकी ज़िंदगी को इतनी रंगीन बना दूँगा, की आप झुशी से झूम उतोगी. आज से आपकी ज़िंदगी की नयी शुरुआत है.

मेरे ये कहने से विमला आंटी की आँखों में आँसू आ गये. मैने उनके आँसू पोंछे, और कहा-

मैं: जाओ रेडी हो जाओ. हमे माल जाना है.

विमला आंटी ने कहा: ठीक है, मैं रेडी होके आती हू.

फिर मैं आंटी को लेके माल चला गया. आज ना-जाने कितने दीनो के बाद आंटी के चेहरे पर खुशी थी. वो मेरा हाथ पकड़ कर चल रही थी. फिर हम माल में गये. मैं आंटी को एक सारी के शोरुम में ले गया. मैने सेल्स गर्ल को कहा-

मैं: आप इनको नयी-नयी सारियाँ दिखाए, जो भी न्यू डिज़ाइन हो.

सेल्स गर्ल ने कहा: ओक सिर.

फिर वो विमला जी को सारी दिखाने लगी. हमने बहुत सारी न्यू सरीस खरीदी. सेल्स गर्ल ने उनकी काफ़ी हेल्प की न्यू सारे पसंद करने में. फिर मैने खुश होके सेल्स गर्ल को 500 र्स टिप दिए, तो उसमे मुझे थॅंक्स बोला और कहा-

सेल्स गर्ल: सिर आपसे कुछ बात करनी थी.

मैं बोला: हा बोलो?

वो बोली: सिर बाजू में हमारी अंडरगार्मेंट्स की शॉप है. मैं आपकी वाइफ के लिए बहुत आचे अंडरगार्मेंट्स ब्रा आंड पनटी बता डू?

मैने कहा: हा क्यूँ नही. लेकिन विमला आंटी थोड़ी शर्मा रही थी.

वो कह रही थी: नही मुझे ये सब नही लेना है.

मैने कहा: आंटी मैने आपको घर पर कहा था ना आज से आपकी ज़िंदगी की नयी शुरुआत है.

मैने आंटी को लेके अंडरगार्मेंट्स की शॉप के अंदर चला गया. वाहा पर बहुत सारी ब्रा आंड पनटी थी. सेल्स गर्ल विमला आंटी को लेके चली गयी ब्रा पनटी दिखाने. मैं वाहा खड़ा रहा. थोड़ी देर बाद दूसरी सेल्स गर्ल ने मुझे बुलाया और कहा-

दूसरी सेल्स गर्ल: सिर मैं आपकी वाइफ के लिए स्पेशल सेक्सी ब्रा पनटी दिखौ? जिससे आपकी वाइफ बहुत खुश हो जाएगी.

मैने कहा: हा ज़रूर.

फिर उसने मुझे एक ब्लॅक कलर की सेक्सी ब्रा आंड पनटी दिखाई, जो सिर्फ़ एक पतली सी जाली वाली ब्रा पनटी थी, जो बहुत सेक्सी थी. मैने उसे चुपके से पॅक करवा लिया विमला आंटी को गिफ्ट देने के लिए. फिर मैने सेल्स गर्ल को 100 रुपय टिप दी. उसने थॅंक योउ कहा.

फिर हमने पुर दिन बहुत शॉपिंग की. उसके बाद हमने पानिपुरी खाई. फिर हम पुर दिन ऐसे ही एक-दूसरे के साथ मस्ती में घूमते रहे. पूरा दिन आंटी के चेहरे पर एक ग़ज़ब की स्माइल आ गयी, जिसे देख कर मैं बहुत खुश हो गया. फिर हम वापस शाम को आंटी के घर आ गये.

आंटी ने मुझे थॅंक्स बोला, और कहा: रितेश आज मैं बहुत खुश हू. तुमने मेरे लिए जो किया है उसका मैं कैसे शुक्रिया करू?

मैने कहा: विमला आंटी, आपकी खुशी में ही मेरी खुशी है.

फिर हम दोनो सो गये. रात को 8 बजे आंटी ने मुझे उठाया, और कहा-

आंटी: उठो रितेश, खाना तैयार है.

आंटी ने खाने में पनीर मसाला, रोटी, डाल, भाट बनाया था. हम दोनो ने खाना खाया. फिर मेरा मॅन आंटी को छोड़ने का हो रहा था. मैं बार-बार आंटी को देखता तो वो भी स्माइल करती थी.

मैने आंटी से कहा: आंटी मैं एक मिनिट में आया.

फिर मैने जो सेक्सी ब्रा आंड पनटी गिफ्ट पॅक करवाई थी वो पॅकेट मैने उन्हे दिया और कहा-

मैं: ये मेरी तरफ से आपके लिए छ्होटा सा गिफ्ट.

आंटी ने गिफ्ट लिया, और फिर उसे ओपन किया. उसमे सेक्सी ब्लॅक ब्रा आंड पनटी देख के आंटी शर्मा गयी, और कहा-

आंटी: रितेश तुम बहुत बदमाश हो गये हो.

ये कह कर वो अपने कमरे में भाग गयी. मैं भी उनके पीछे चला गया. उन्होने दरवाज़ा अंदर से बंद कर दिया था.

मैने कहा: प्लीज़ आंटी, मैं आपको ये सेक्सी कपड़ों में देखना चाहता हू.

आंटी ने कहा: नही रितेश, मुझे शरम आ रही है.

मैने कहा: आपको मेरी कसम आंटी, प्लीज़.

फिर उन्होने कहा: ठीक है, तुम 1 घंटा वेट करो.

मैने कहा: ओक.

फिर मैं बाहर ही उनका वेट करने लगा. 1 घंटे के बाद आंटी ने दरवाज़ा खोला, और मुझे आवाज़ लगाई-

आंटी: रितेश.

मैं उनके रूम में चला गया. रूम में अंधेरा था, और आंटी ने लाइट्स बंद कर दी थी. मैने जैसे ही लाइट ओं की, तो मैने देखा आंटी बेड पर न्यू रेड सारी पहन के तैयार हुई थी, जैसे न्यू दुल्हन शादी के लिए रेडी होती है. क्या अप्सरा लग रही थी. उसके गुलाबी होंठ, उसके दोनो मोटे-मोटे बूब्स, मेकप किया ब्यूटिफुल चेहरा देख के मेरा लंड खड़ा हो गया.

मैने आंटी को अपनी बाहों में भर लिया. आंटी ने भी मुझे कस्स के अपनी बाहों में भर लिया. मैं लगातार आंटी को किस कर रहा था. वो भी रिप्लाइ में किस कर रही थी. हम दोनो एक-दूसरे के मूह में जीभ डाल कर एक-दूसरे की जीभ चाट रहे थे.

करीब 15 मिनिट तक हम दोनो एक-दूसरे को किस करते रहे. फिर मैने आंटी को खड़ा किया, और उनके सारे कपड़े निकाल दिए.

आंटी एक बॉम्ब लग रही थी. क्या फिगर था आंटी का. मैं उनके मुम्मो को ज़ोरो से दबा रहा था. मैं वासना में इतना पागल हो गया था, की मैं ज़ोर-ज़ोर से उनके मुम्मो को दबा रहा था, जिससे इनके मूह से आह आह की आवाज़ निकल रही थी.

10 मिनिट तक दोनो मुम्मो को बुरी तरह से दबाने के बाद, मैने उन्हे चूसना चालू कर दिया. फिर थोड़ी देर के बाद मैं उनकी नेवेल में अपनी जीभ घुसा के चाटने लगा, जिससे आंटी तड़प उठी. फिर मैने उपर उठ कर मैने जो सेक्सी पनटी गिफ्ट की थी उसे निकाल दिया. क्या खूबसूरत छूट थी आंटी की, एक-दूं मस्त. छूट पर एक भी बाल नही था. आंटी ने उसे क्लीन शेव किया था.

मैने उनकी दोनो टाँगो को फैला कर अपने मूह को उनकी छूट पर रख दिया, जिससे उनके मूह से आ आ की आवाज़ निकल गयी. अब मैं उनकी छूट में अपनी पूरी ज़ुबान डाल कर चाट रहा था. वो आ आह श श कर रही थी. 20 मिनिट छूट चाटने के बाद उनका पानी निकल गया, जिसे मैं चाट गया. वाह, क्या नमकीन स्वाद था उनकी छूट के रस्स का, मज़ा आ गया.

फिर थोड़ी देर बाद आंटी ने कहा: अब मेरी बारी है रितेश तुम्हे खुश करने की.

ये कह कर आंटी ने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए. मेरे लंड को देख कर उन्होने कहा-

आंटी: वाह क्या नोटा लंड है तुम्हारा रितेश. आज मज़ा आ जाएगा.

ये कह कर आंटी ने मेरा लंड अपने मूह में ले लिया, और चूसने लगी. मुझे जो स्वर्ग की फीलिंग आ रही थी, उसे मैं बता नही सकता. वो मेरा लंड पूरा मूह में ले कर चूस रही थी. मुझे बहुत अछा लग रहा था. 20 मिनिट लंड चुसवाने के बाद मैने कहा-

मैं: अब तुम लेट जाओ आंटी. अब मैं तुम्हे वो सुख दूँगा, जिसके लिए तुम इतने सालों से तड़प रही हो.

फिर वो बेड पर लेट गयी. मैने उनकी टाँगो को फैलाया, और अपने लंड को उनकी छूट के सुराख पर सेट किया. फिर मैने एक ज़ोरदार शॉट मारा. मेरा लंड आंटी की छूट को फाड़ता हुआ 2 इंच अंदर चला गया. आंटी ने ज़ोर से चीख मारी-

आंटी: श आह मा मॅर गयी. निकालो अपना लंड, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

मैं आंटी को किस कर रहा था, और उनके बूब्स सहला रहा था. 2 मिनिट रुक कर मैने फिरसे एक ज़ोरदार शॉट मारा. मेरा 5 इंच लंड छूट में चला गया, और आंटी ने आवाज़ निकाली-

आंटी: ऑश मा, ऑश मा मुझे नही छुड़वाना. मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

मैने फिरसे एक और शॉट लगाया ज़ोर से, पूरी ताक़त से, जिससे मेरा पूरा 8 इंच लंड आंटी की छूट को फाड़ता हुआ छूट में चला गया.

आंटी फिर चिल्लाई: श मा, प्लीज़ रितेश अपना लंड बाहर निकालो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

आंटी की आँखों में आँसू आ गये थे. उनके चेहरे पर दर्द सॉफ देखा जेया सकता था. मैं बिना हीले उनके उपर पड़ा रहा, उन्हे किस करता रहा, आंड बूब्स चूस्टा रहा. 5 मिनिट वेट करने के बाद मैने धीरे-धीरे उन्हे छोड़ना चालू किया. मेरे हर धक्के पर आंटी आ आह श मा ऑश ऑश कर रही थी.

थोड़ी देर बाद मैने ज़ोरो से उन्हे छोड़ना चालू कर दिया. वो सिसकारियाँ ले रही थी. 20 मिनिट से मैं उन्हे ज़ोरो से छोड़ रहा था. फिर अचानक आंटी ने अपने नाख़ून मेरी पीठ पर गाड़ा दिए. आंटी ने अपनी छूट का पानी छ्चोड़ दिया था.

मैं उन्हे बेरेहमी से छोड़ रहा था. 5 मिनिट बाद फिर आंटी ने छूट का पानी छोड़ दिया. मैं उन्हे 30 मिनिट से पुर ज़ोरो से छोड़ रहा था. अब मेरा पानी निकालने वाला था, तो मैने उनके कंधे पकड़े, और ज़ोरो से आंटी को छोड़ने लगा. थोड़ी देर में मेरे लंड से वीर्या का फुवरा निकला, जिससे मैने आंटी की छूट को मेरे वीर्या से भर लिया.

मैं और आंटी हाफने लगे, और आंटी के उपर ही गिर गया. आंटी ने मुझे कस्स के पकड़ लिया. आंटी के चेहरे पर एक अजीब सी स्माइल थी, जो ये बता रही थी की आंटी को पूरी संतुष्टि प्राप्त हुई थी. फिर थोड़ी देर बाद मैं आंटी के उपर से उठा, तो देखा आंटी की छूट से मेरा वीर्या और खून निकल रहा था. आंटी की छूट मेरी ज़ोरदार चुदाई से फटत गयी थी. जगह-जगह पर से खून निकल रहा था.

मैने आंटी से कहा: आंटी तुम ठीक तो हो ना?

आंटी ने कहा: हा रितेश, मैं ठीक हू. पर तुमने मेरी छूट का भोंसड़ा बना दिया है. तुमने मुझे बहुत बेरेहमी से छोड़ा है. पर मैं आज बहुत खुश हू. आज तुमने मुझे छोड़ के मुझे वो सुख दिया है, जिसके लिए मैं बरसो से प्यासी थी.

फिर वो रोने लगी, और मुझे कहा: रितेश तुम कभी मुझे छ्चोढ़ के नही जाना वरना मैं मॅर जौंगी. मैने उन्हे गले लगा लिया और कहा-

मैं: आंटी मैं आपके साथ ही हू. और मैं आपको छ्चोढ़ के कभी नही जौंगा. मैं आपसे प्रॉमिस करता हू.

आंटी से उठा नही जेया रहा था. तो मैं उन्हे अपनी बाहों में उठा के बातरूम ले गया. फिर हम दोनो साथ में नहाए. मैने आंटी को कपड़े पहनाए, और आंटी को किस किया, और बेड पर लिटा दिया. फिर थोड़ी देर बाद मैं और आंटी सो गये.

फिर अब हमे जब भी मौका मिलता है, मैं आंटी को बेरेहमी से छोड़ता हू. वो भी मुझसे छुड़वा के बहुत खुश है.

तो फ्रेंड्स ये थी मेरी दूसरी कहानी उमीद करता हू मेरी कहानी आपको पसंद आई होगी. कोई भी लड़की, भाभी, या आंटी मेरे साथ सेक्स करना चाहती हो तो मुझे मैल करे.

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