मौसी की लड़की की चूत चोदी रात में

हेलो दोस्तो मेरा नामे आशु है और में जाईपुर का रहने वाला हू. मेरी उमर 21 साल है मेरी हाइट 6 फ्ट लंबी है और मेरा लंड भी 7 इंच लंबा है.

तो मैं ज़्यादा देर ना करते हुए कहानी पर आता हू.

ये बात है आज से 3 साल पहले की जब मैं 19 साल का था. यूयेसेस वक़्त मेरी मौसी की लड़की भी हमारे यहा वाकेशन मानने आई हुई थी. उसका नामे रिया था, वो 18 साल की थी. यूयेसेस वक़्त वो 12त क्लास में थी और जब मैने देखा तो उसे देखता ही रह गया. उसके चुचे और गांद देख के मॅन कर रहा था की वही पटक के छोड़ डू. और मैने ये निस्चे किया की मई इसे किसी भी हालत में छोड़ के रहुगा.

फिर मैं उसके साथ बहुत टाइम स्पेंड करने लग गया. पर मेरा ज़्यादा ध्यान उसके गांद पर था. उसे भी सयद लगने लगा था की मैं यूयेसेस पर लाइन मार रहा हू. वो भी एक दूं मस्त माल लगती थी.

एक दिन हमारे घर वेल एक फंक्षन में गये हुए थे. पर रिया ने कहा की मेरी तबीयत कराब मैं नही जेया सकती और इसी वजह से में उसका ध्यान रखने की बात कह कर वही रुक गया. अब मेरे पास पूरी रात थी क्यूकी हुमारे घर वेल अब अगले दिन ही आने वेल थे.

घर वालो के जाने के बाद हम दोनो ने साथ में खाना खाया. फिर जब मैं सोने जाने लगा तो उसने मुझसे कहा की मैं भी तुम्हारे साथ सो जौ क्या, मुझे अकेले में सोने से दर्र लगता है. तो मैने उससे हन करदी.

उसके बाद वो अपने कपड़े चेंज करके मेरे पास सोने को आ गयी. यूयेसेस टाइम बहुत ठंड थी इसलिए हम दोनो एक ही रज़ाई में सो गये.

फिर मैने रात में हिम्मत करके उसकी गांद पे हाथ रखा. जिससे उसको ऐसा लगे की मैं ये सब नींद में कर रहा हू. जब उसने कुछ रिक्ट नही किया तब उसकी गांद पे हाथ फिरने लग गया और उससे पीछे से जाकड़ लिया. और मैं उसको गले पे किस करने लग गया और उसके बूब्स दबाने लग गया.

अब वो भी जाग चुकी थी और मेरा साथ दे रही थी. मैं उसके होंठों को चूमने लग गया और वो भी मेरा साथ दे रही थी. किस करते करते मैने उसका टॉप उतार दिया. उसने नीचे लाल रंग की ब्रा पहनी थी. फिर मैने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके बूब्स चाटने लग गया.

इसके बाद मैने भी अपने सारे कपड़े निकल कर नंगा हो गया. फिर मैने उसकी पाजामी और लाल रंग की पनटी भी निकल के फेक दी और उसके पूरे जिस्म को चाटने लग गया.

इसके बाद मैने उसके हाथ में अपना लॉडा थमा दिया. और फिर वो मेरे काले मोटे लंड को चूसने लग गयी बिल्कुल एक रंडी की तरह चूस रही थी. 5 मिनिट लंड चूसने के बाद मैने उसको घोड़ी बना दिया. और अपने लंड पे नारियल का तेल लगा के उसकी छूट पे सेट किया और एक धक्का मारने के साथ ही उसकी हालत कराब हो गयी, उसको दर्द होने लगा था.

फिर मैं उससी पोज़िशन में 2 मिनिट रहा और उसके बाद मैने धक्के लगाने चालू कर दिए. थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी चुदाई करने में.

वो कह रही थी और तेजज और तेजज मार आहह… फाड़ दे मेरी छूट इसका भोसड़ा बना दे आज तेरे मोटे लंड से, मुझे अपनी रांड़ बना ले..

ये सब वो मज़े में बोल रही थी. मुझे भी उसकी चुदाई करने में बहुत मज़ा आ रहा था. उसकी छूट एक दूं टाइट थी और अब मैं उसकी छूट मारते मारते उसकी गांद पे थप्पड़ भी मारने लगा. इसमे उसको और मज़ा आ रहा था.

इसके बाद मैने उससे कहा की पोज़िशन चेंज कर लेते है. और में नीचे लेट गया था और वो मेरे उपर आके खुद के हाथ से मेरा लंड अपनी छूट पे सेट किया. वो लंड उसकी छूट में अब आराम से चला गया और वो अब मेरे लंड पे उछलने लग गयी थी और चिल्ला रही थी आआहह उूुुुुुुुुउउ… फुक्कक मे.. फक मईए… आएसए ही छोड़ मेरे को.. तेरे लंड की दीवानी हो गयी हू मैं, बहुत मस्त लंड है तेरा. अब मैं तुझसे रोज चुदाई किया करूँगी.मैने भी कहा हन जान अब मैं तुम्हे रोज छोड़ा करूगा वो भी हर पोज़िशन मे. पूरा कमरा चप्प चप्प की आवाज़ से गूँज रहा था. मैने कहा की मैं आने वाला हू कहा निकालु?

तो उसने कहा की मेरे अंदर ही निकल दो. तो फिर में उसके अंदर ही झाड़ गया था. जब मैने अपना लंड बाहर निकाला, उसके बाद वो मेरा लंड चूसने लग गयी. अब मैं आराम से अपना लंड चुस्वा रहा था और मैं उसके बालों में हाथ फिरा रहा था.

इसके बाद मैं उसकी छूट चाटने लग गया. उसकी छूट सूज के पाव रोटी जैसी हो गयी थी.

फिर वो बोलने लगी की भैया ये अपने मेरी छूट का क्या हाल कर दिया, इसे कितनी मोटी कर दी आपने.

मैने कहा जान तू टेन्षन मॅट ले, तू घर वालो की नज़र में मेरी बहें है लेकिन अकेले में तू मेरी रंडी है.

फिर वो कहने लगी की आज मुझे आपसे चुदाई करके बहुत मज़ा आया.

मैने भी उससे कहा की तुम बहुत मस्त माल हो, तुम्हे जब पहली बार देखा था तब ही मैने तान लिया था की मैं तुम्हे किसी भी हालत में छोड़ के ही रहुगा.

फिर आएसए बात करते करते मेरा फिर से खड़ा हो गया था. अबकी बार मैने उसको कहा की तुम कुटिया बन जाओ और मैं उसी पोस्टीओं में उसकी छूट पे लंड सेट किया.

अब रिया को ज़्यादा दर्द नही हो रहा था और अब मैं उसको छोड़ने लगा तो. अब उसे भी मज़ा आने लग गया था और वो भी मेरे धक्को का जवाब दे रही थी. और कह रही थी फक मे और ज़ोर से छोड़ो मेरे राजा, मैं तुम्हारी हू और ये छूट भी तुम्हारी है जब चाहो जहा चाहो इसे मार लेना..!

मैने भी कहा हन जान अब मैं तुम्हे रोज छोड़ा करूँगा और तुम्हारी गांद को और बड़ा कर दूँगा. और तुम्हारी पलंग तोड़ चुदाई किया करोंगा और तू मुझे प्रेगञेन्ट भी कर देना चाहे.

इसके बाद मैने कैसे उसकी गांद मारी ये मैं आपको अगली कहानी में बतौँगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो तो आप मुझे कॉमेंट में बता सकते है.
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