मौसा ने चोदा मा बेटी को

दोस्तों मेरी चुदाई कहानी में आपका स्वागत है. उमीद है आपने पिछला पार्ट पढ़ा होगा. पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मेरी चुदाई के बाद अब मौसा का मेरी मम्मी की चुदाई करने का प्रोग्राम था. मम्मी ने इसके लिए उनको लेने के लिए मौसा को बुलाया. अब आयेज-

फिर मौसा मम्मी को लेके आए तो मैं भी दरवाज़े की आवाज़ से उठी. मैने देखा टाइम 11:30 हुए थे अभी. वो अभी अंदर ही आई थी. मम्मी ने एक ब्लू शॉर्ट ओनेपीएसए डाला था, और अंदर सेम कलर का ब्रा पनटी सेट था. चूड़ने के लिए एक-दूं मस्त आइटम बन के आई थी.

फिर छाई पी के मैं मम्मी को बोली: तुम एंजाय करो, मैं बाहर ही रुकूंगी थोड़ी देर. आप लोग जाओ अंदर, मैं थोड़ी देर में आती हू.

और मैं वैसे ही नंगी खड़ी थी. मम्मी ने जाते-जाते मेरी गांद पे एक ज़ोर से छमात मारा और आँख मार के चली गयी. भूख भी लगी थी. मौसा ने आते वक्त नाश्ता लाया था. मैने सामने रखी हुई पेपर प्लेट उठाई, और चुपके से दरवाज़ा तोड़ा खोल के देखने लगी.

मुझे अंदर का नज़ारा देखना था, की मम्मी मौसा से कैसे चुड़वति है. इसलिए उनको अंदर जाने बोला था. मैने देखा तो मम्मी बोली-

मम्मी: आदि वियाग्रा दो (मौसा से वियाग्रा लेके उसमे से एक गोली मम्मी ने मौसा को खिलाई).

फिर मम्मी ने उन्हे हग किया, और उपर देखा तो मौसा ने अपने होंठ मम्मी के होंठो पर रख के किस्सिंग चालू किया. 5 मिनिट किस्सिंग के बाद मम्मी ने मौसा की त-शर्ट और शॉर्ट दोनो उतार दिए. मौसा अब पुर नंगे थे.

फिर मम्मी ने उन्हे धक्का मार के बेड पे गिरा दिया, और उनके उपर चढ़ गयी. उसके बाद किस करने लगी. फिर धीरे-धीरे नीचे खिसकने लगी किस करते-करते, और लंड पकड़ के चूसने और चाटने लगी. मौसा भी मस्ती में आ गये, और मम्मी की गांद को अपने मूह पे लेके आने को बोले. मम्मी ने सेम फॉलो किया.

मौसा ने मम्मी का ओनेपीएसए उपर किया, और पनटी साइड करके छूट चाटने लगे. उनकी जीभ लगते ही मम्मी की ज़ोर से मस्ती से आहह निकली, और वो फिर लंड चूसने लगी. मौसा भी मस्ती से चूस रहे थे, चाट रहे थे, दाने को भी काट लेते बीच-बीच में तो मम्मी की पूरी बॉडी सिहर जाती. 15 मिनिट चुसाई चली, और मम्मी की छूट रो पड़ी.

फिर मम्मी उठ के बेड पे खड़ी हुई, और मौसा को भी उठाया. उसके बाद वापस मौसा को किस करके खुद की छूट के आँसू पीने लगी मौसा के होंठो से. फिर वो मौसा से बोली-

मम्मी: आदि आज मुझे कुट्टी की तरह छोड़ के मेरी छूट और गांद फाड़ देना.

मौसा: हा रूचि, आज तुझे छोड़ के छूट और गांद का भोंसड़ा बनौँगा, और तुझे अपनी रंडी बनौँगा.

मम्मी: हा मैं कब से तेरी रंडी बनने को तैयार हू. मैं ही क्या, हम ज़्ब बहने तेरी रंडी बनेंगी, वो भी मेरे बेटी के साथ.

मौसा: तेरी बेटी तो मेरी रंडी बन चुकी है. अब तू भी बनेगी. फिर काव्या और नित्या को रंडी बना दूँगा.

मम्मी: हा बना ले.

बातें करते-करते मौसा ने मम्मी का ओनेपीएसए ब्रा और पनटी सब उतार के नंगी कर दिया था. फिर मम्मी को डॉगी बना के, छूट गीली करके लंड एक झटके में अंदर उतार दिया. मम्मी ज़ोर से बोल पड़ी-

मम्मी: उउईई मा, मार दिया तूने तो.

पर मौसा उसे ठोकते रहे. 15-20 मिनिट उस कुट्टी को छोड़ के वो कुत्ता नीचे उतार के छूट चाटने लगा. 5 मिनिट छाती ही होगी, की उस कुट्टी को पीछे से लंड डाल के 20 मिनिट तक छोड़ा. फिर उस कुट्टी की गांद चाटने लगे. करीब-करीब 15-20 मिनिट गांद छाती, और लंड सेट करके एक बार में ही पूरा लंड डाल दिया.

मम्मी थोड़ी चीखी, फिर सिसकारने लगी: आअहह ऑश एस्स श फक मी आस. सच में मस्त लंड है यार तेरा आदि. बना दे मुझे तेरी रंडी, और कस्स के छोड़ मेरी गांद को.

मम्मी फुल गांद चुदाई के नशे में थी. ऐसे ही अल्टी-पलटी मार के मौसा ने पुर डेढ़ घंटे तक छोड़ा. फिर पानी मम्मी के मूह में डाला. उसके बाद आधा घंटा रेस्ट करके वापस 2 घंटे आयेज-पीछे घुमा-घुमा के, कभी कुट्टी बना के, तो कभी उपर लेके और नीचे लेके भी छोड़ा.

मम्मी सिसकियाँ ले रही थी, चीख रही थी, मज़े ले रही थी. इस बार पानी मम्मी की छूट में निकाला. फिर 5 मिनिट बाद वो बाहर आए. सब पानी मम्मी की छूट से जांघों पर फैला हुआ फ्लो हो रहा था. फिर हम खाना खाए.

उसके बाद मौसा ने वियाग्रा का डबल डोस लिया, और हम दोनो को 3 घंटे तक छोड़ते रहे. मम्मी और मैं बहुत सिसकियाँ ले रहे थे, मज़े कर रहे थे. आहह श फक मे की आवाज़े पुर रूम में गूँज रही थी.

8 बजे के करीब मौसा ने पानी मम्मी की गांद में निकाला, और वो सीधा लेट गये. फिर मैं उनका गीला लंड चाट के खड़ा करने लगी. उनके लंड से हम तीनो के पानी का टेस्ट आ रहा था. फिर खड़ा होने के बाद मम्मी को उनके लंड पे मूह के पास पीठ करके बिता दिया. तो वो पैर हवा में उठा के नीचे से घपा-घाप छोड़ने लगे. मम्मी से कंट्रोल नही हो रहा था.

आहह ऑश फक मे, छोड़ो मुझे आहह, मैं तेरी रंडी हू, ज़ोर से छोड़ मेरी छूट को, आहह ऑश एस्स कम ओं फक मे हार्डर. ऐसे सिसकते हुए बात कर रही थी मम्मी.

उससे मौसा की धक्के की स्पीड भी बढ़ गयी थी. उनके धक्के इतने तेज़ थे की मम्मी की छूट ने ज़ोर से मूट की धार मारी. कम से कम 5 मिनिट तक रुक-रुक कर ऐसे ही लंड अंदर रख कर मूट-ती रही थी.

फिर 10 मिनिट बाद मौसा का पानी मम्मी की छूट में गिरने लगा. दोनो तक के वैसे ही पड़े रहे. मैने खाना ऑर्डर किया था. खाना खाया तो 9:40 हुए थे. मम्मी को वापस जाना था, तो उसने काव्या को फोन किया. देखा तो सब लोग घर में थे, और सब बहने उपर सोई हुई थी.

मम्मी को मौसा छोड़ के वापस आए. 10 बाज गये थे. मैने उन्हे वियाग्रा खिलाई, और 69 में लाते हुए बोली-

मृणाली: अब इस कुट्टी की बारी है.

15 मिनिट बाद 2 घंटे तक मेरी चूत का भोंसड़ा बनाते गये. पहले डॉगी, फिर मिशनरी, फिर काउ गर्ल, फिर रिवर्स काउ गर्ल, और फिर सारा पानी अंदर छ्चोढ़ दिया. मेरी छूट सुन्न पड़ी थी, और बहुत फैली हुई महसूस हो रही थी. पैर फैला के चल रही थी मैं.

मैने इन्हे टेरेस पे ले गयी. 2 बजे तक हम 2-3 सुत्ते ख़तम करके नीचे आए और नंगे ही सो गये. सुबा 10 बजे अनुश्री मौसी का कॉल आया तो मेरी नींद खुली. मैने कॉल उठाया तो वहाँ से उसकी चूड़ने की आवाज़े आई.

वो सिसकारियाँ ले रही थी: श एस, छोड़ो मुझे. मेरी चूत और गांद फाड़ दो, भोंसड़ा बनाओ इनका.

वो दोनो च्छेदो में एक साथ लंड लिए चुड रही थी. उसकी आवाज़ से मेरी चूत भी फड़फदा रही थी. फिर मैने मौसा को बुलाया. वो छाई बना के लाए.

छाई पी कर उनसे मेरी छूट मरवाई डॉगी में, और वैसे चूत में पानी भरवा के पड़ी रही.

अनुश्री का कॉल आया, तब मैने देखा मम्मी के मेसेज आए थे. वो नेक्स्ट स्टोरी में सुनौँगी. अपना फीडबॅक कॉमेंट में ज़रूर बताना.

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