मा की चुदाई देखने की बेटे की तैयारी

मम्मी का फिगर तो आप जानते ही है. 36″ के बूब्स, 34″ की कमर, और सम्तिंग 40-42″ के गुब्बारे जैसे कूल्हे, जिन्हे देखते ही हर कोई पागल हो जाए. क्यूंकी मुझे भी मम्मी के कूल्हे आचे लगते है, और मैं भी ज़्यादातर मम्मी को घोड़ी बना कर ही छोड़ता हू.

होली के दिन होली जलते है, और दूसरे दिन रंगो से होली खेलते है. तो मेरा भी मॅन था की इस बार तो मम्मी संग आचे होली खेलूँगा. लेकिन होली के दिन मॉर्निंग में मम्मी के पास फोन आता है की मेरे सिर शाम को आ रहे थे. ये सुन कर मेरा दिमाग़ खराब हो जाता है. मैं समझ गया सिर आज रात भर मम्मी को छोड़ेंगे.

मैं: मम्मी, माना कर देती ना सिर को. मेरी आपके साथ पहली होली है, और मैं नही चाहता की कोई और दूसरा आए.

मम्मी: कोई बात नही बेटा, रात की ही तो बात है. कल दिन में तुझे जैसे मेरे साथ होली खेलनी है खेल लेना. मैं माना नही करूँगी.

मैं समझ गया था मम्मी को भी सिर से छुड़वाने का मॅन था.

मम्मी शाम को होली पूजने के लिए अची सी रेड कलर की सारी पहन कर तैयार होती है. 7 बजे डोरबेल बजती है. मैं डोर खोलता हू, तो सिर थे, और उनके साथ एक आदमी और होता है. मुझे गुस्सा तो बहुत आता है, लेकिन चेहरे पर झूठी स्माइल करके नमस्ते करता हू.

सिर और उनके दोस्त अंदर आ कर सोफे पर बैठते है. मम्मी नमस्ते करती है, और पानी पिलाती है, और किचन में जेया कर छाई बनाने लगती है. मम्मी के चेहरे के भाव भी उतरे-उतरे से दिखते है. शायद सिर के दोस्त की वजह से.

सिर के दोस्त वॉशरूम में जाते है, और मैं अपने रूम में. लेकिन तुरंत चुप-छाप से आ कर देखता हू तो सिर किचन में जाते है. मैं भी चुप-छाप से आ कर किचन के बाहर से उनकी बातें सुनने लगता हू.

सिर पीछे मम्मी को बाहों मैं भर कर “एल लोवे योउ मेरी जान” बोलते है, और गाल पर किस करते है.

मम्मी: पागल हो क्या? कोई देख लेगा तो?

सिर: डॉन’त वरी, ध्रुव टीवी देख रहा है, और मेरे दोस्त जो की मेरे प्रिन्सिपल है, उनको मैने सब बता दिया अपने बारे में. वो वॉशरूम गये है ताकि मैं तुमसे बात कर साकु.

मम्मी (गुस्सा करते हुए): आपका दिमागा खराब है क्या? आपने मुझे समझ क्या रखा है, जो अपने इस प्रिन्सिपल दोस्त को भी ले आए?

सिर ने तुरंत पॉकेट में से सोने की चैन निकाल कर मम्मी के गले में डालते हुए कहा: सॉरी जान, किसी को कुछ पता नही चलेगा, हम तीनो के अलावा.

और वो कसम खाने लगते है. मम्मी का गुस्सा तोड़ा शांत होता है.

मम्मी: आप सोफे पर बैठो, मैं छाई लाती हू.

सिर मम्मी को एक टॅबलेट देते हुए: ये नींद की टॅबलेट ध्रुव के मिल्क में मिला देना, ताकि कोई प्राब्लम ना हो.

सिर के सोफे पर आने से पहले मैं रूम में चला जाता हू. मम्मी छाई दे कर मुझे आवाज़ लगती है.

मम्मी: ध्रुव, चलो होली पूजन करके आना है.

मैं और मम्मी होली पूजन के लिए निकलते है, और रास्ते में बात करने लगते है. जैसे ही मम्मी मुझे कुछ बताने लगती है-

मैं: मैने सब सुन लिया मम्मी, आप और सिर में क्या बात हुई.

मम्मी: सॉरी बेटा.

मैं: क्या मम्मी आप भी. आपके पास सब तो है, फिर भी एक सोने की चैन के लिए आप दो-दो से सेक्स के लिए रेडी हो गयी?

मम्मी: बेटा वो बात नही है. गुस्सा मुझे भी आ रहा है. लेकिन क्या करती? अगर किसी को बता दिया तो बदनामी तो हमारी ही होगी. कोई ना, अब हम इस घर को किराए पर देकर दूसरे वाले में रह लेंगे, और उसका अड्रेस किसी को पता भी नही है. मैं अपना नंबर भी चेंज कर लूँगी. और हा, यहा के किरायेदारों को तुम अपना नंबर दे देना. ताकि फ्यूचर में कोई प्राब्लम ना हो.

मम्मी की ये बात सुन कर मुझे भी राहत मिली, की चलो ये लास्ट बार था. फिर मम्मी ने होली पूजन किया और थोड़ी देर बाद होलिका दहन भी हो गया. हम घर आ गये. सब ने खाना खाया, और मैं अपने रूम में चला गया. मम्मी किचन का काम करके अपने रूम में चली गयी, और सिर और उनके दोस्त गेस्ट रूम में लेट कर टीवी देखने लगे.

10 बजे मम्मी मेरे रूम में दूध का ग्लास लेकर आती है, और मुझे दूध देती है. तो मैं मम्मी को हल्के गुस्से में देखने लगता हू. मम्मी मुस्कुराते हुए…

मम्मी: डॉन’त वरी बेटा, इसमे नींद की टॅबलेट नही मिलाई. मुझे पता है मेरा बेटा आज लिव ब्लू फिल्म देखेगा.

मैं: थॅंक्स मम्मी. (मम्मी को बाहों में भर कर किस करते हुए) मम्मी प्लीज़ एक बार छोड़ने दो ना. देखो कैसे मेरा लंड खड़ा हो गया.

मम्मी: पागल है क्या? पता लग गया तो गड़बड़ हो जाएगी. कल जितना छोड़ना है छोड़ लेना, माना नही करूँगी. बुत प्लीज़ आज नही.

मैं: ठीक है मम्मी, बुत ये खड़ा है. इसका क्या करू?

मम्मी कुछ सेकेंड सोचती है. फिर मुझे दरवाज़े के पास खड़ा करके कहती है-

मम्मी: तू इन दोनो पर ध्यान रखना. मैं इसका इलाज करती हू.

फिर मम्मी नीचे बैठ कर, लोवर में से मेरे खड़े लंड को निकाल कर गुप से मूह में लेकर चूसने लगती है. मम्मी कभी मेरे लंड के सिर पर जीभ फिरती है. फिर गुप से लंड को चूसने लगती है. तो कभी मेरी दोनो गोलियों को मूह में भर लेती है.

मेरी सिसकारियाँ छूटने लगती है, लेकिन मैं कंट्रोल करता हू, ताकि आवाज़ बाहर ना जाए. आज पहली बार मम्मी मेरे लंड को खुद के घर में चोरी-च्छूपे चूस रही थी. 10 मिनिट की शानदार चुसाई के बाद मैं अपना पूरा स्पर्म मम्मी के मूह में छोढ़ देता हू, जिसे मम्मी गतक जाती है.

फिर वो खड़ी हो कर बॉटल में से पानी पीटी है. जैसे ही मम्मी जाने लगती है, मैं मम्मी को बाहों में भर कर कहता हू-

मैं: मम्मी एक बात और.

मम्मी: अब क्या है ध्रुव?

मैं: प्लीज़ मम्मी, आप अपनी गांद मत मरवाना. उस पर सिर्फ़ मेरा हक है. और प्लीज़ विंडो के पर्दे मत लगाना, और लाइट ओं रखना.

मम्मी: डॉन’त वरी, मेरी गांद पर सिर्फ़ तेरा ही हक है. लेकिन ध्यान से देखना, किसी को पता नही चलना चाहिए.

और मम्मी अपने बेडरूम में चली जाती है.

बेडरूम की विंडो ऐसी है जिसमे से दिन के टाइम बाहर का दिखता है, लेकिन बाहर से अंदर नही देख सकते. और रात में अगर रूम की लाइट जाली है, और बाहर अंधेरा हो, तो अंदर का पूरा नज़ारा क्लियर नज़र आता है.

मैं लाइट बंद करके सोने का नाटक करता हू. 11 बजे देखता हू टीवी बंद हो जाती है, और लाइट भी, और हल्की सी मम्मी के बेडरूम की कुण्डी बंद होने की आवाज़ आती है.

5 मिनिट बाद धीरे-धीरे गेस्ट रूम में जेया कर देखता हू, तो कोई नज़र नही आता है. लगता है सिर और उनके दोस्त मम्मी के बेडरूम में चले जाते है.

मैं जैसे ही मम्मी के बेडरूम की तरफ जाने लगता हू, सेंटर टेबल पर 4 टॅबलेट के खाली रॅपर्स पड़े होते है, जो की 100 म्ग वियाग्रा के होते है. मुझे समझ में आ जाता है की दोनो ने 2-2 टॅब्लेट्स ली थी. मतलब आज तो मम्मी को ज़ोरदार चुदाई होने वाली थी.

मुझे तोड़ा गुस्सा आया, पर अचानक पता नही क्यूँ एक अजीब सी लेहायर शरीर में चलने लगती है, और लंड करवाते लेने लगता है. क्यूंकी पहली बार मम्मी की थ्रीसम चुदाई होने जेया रही थी, जिसे मैं क्लियर देख सकता था.


आपको बता डू की प्रिन्सिपल सिर की आगे लगभग 55 की होगी. उनके आधे बाल सफेद थे, और सिर को तो आप जानते ही है, 40 के हटते-काटते.

अगर आपको स्टोरी पसंद आई, तो मैल ज़रूर करे. ताकि नेक्स्ट पार्ट जल्दी ही लेकर अओ.

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