इस ज़बरदस्त चुदाई के बाद हम सब सो गये. पर टॅबलेट की वजह से मेरा लंड वापस जल्दी खड़ा हो गया. दी नंगी पड़ी हुई थी, तो मैने उसकी छूट में लंड पेल दिया और उसे छोड़ने लगा. कुछ देर के बाद वो जाग गयी.
दी: ये क्या कर रहे हो?
मे: वो कायरा को छोड़ने के चक्कर में तुम्हारी चुदाई ठीक से हो नही पाई, सो वही कर रहा हू (और मैने ज़ोर से धक्का मारा).
दी: आ (और उसने मुझे जाकड़ लिया).
मैने दी के दोनो पैर उठा के अपने कंधे पे रख कर दी को करीब 20 मिनिट छोड़ा. वो पूरी तरह से तक गयी थी, तो मैने भी उसकी छूट को अपने लंड के पानी से भर दिया. फिर हम दोनो दोबारा सो गये.
कायरा तो पहले से ही सो रही थी. फिर जब मेरी आँख खुली, तो मैने देखा की दी अभी तक सो रही थी. पर कायरा रूम में नही थी. मैं रूम से बाहर गया, तो वो ड्रॉयिंग रूम में शॉर्ट्स पहने बैठ कर छाई पी रही थी.
मे: अब तो तुम हॅपी हो ना, मों की तुमने आख़िर ले ही ली.
कायरा: अभी कहा अंकल, मज़े तो असली आप ने लिए हम दोनो की चुदाई करके. मुझे और मों को तो कुछ ख़ास करने को ही नही मिला.
मे: अर्रे कोई बात नही, अब तुम दोनो अकेले ही हो घर पे. रात को जो करना हो वो कर लेना अपनी मों के साथ. अब मैं थोड़ी तुम दोनो के बीच अवँगा उस टाइम.
कायरा: ओक. बात तो ये भी सही है.
मे (उसके पास बैठते हुए): एक बात तो बता (उसकी गांद को सहलाते हुए). अब इसको कब देने वाली हो?
कायरा: सॉरी अंकल, कुछ तो बाकी रहने दो मेरे फ्यूचर हब्बी के लिए. मों ने तो शादी के बाद चुडवाया, इसलिए दिक्कत नही. अगर मैने अपनी शादी के पहले से ही तीनो होल्स खुलवा दिए, तो अपने हब्बी को क्या मूह दिखौँगी. ह्म?
मे: ह्म, पर तेरी छूट तो खुली ही होगी, और उसे ये पता चल जाएगा तो?
कायरा: अब शादी से पहले लड़की की छूट का खुल जाना कोई बड़ी बात नही है. पहले के ज़माने में ये बड़ी बात मानी जाती थी. पर आज कल ये कामन है. क्यूंकी मोस्ट्ली हब्बी और वाइफ भी अपनी शादी से पहले काई बार चुड़वते है. और अगर मान लो की शादी से पहले कुछ नही हुआ, और हब्बी अपनी वाइफ को ये पूछे की तुम्हारी छूट तो खुली हुई लग रही है? तो वाइफ उसे सीधा पूछेगी, “क्यूँ, तुमने भी शादी से पहले किसी की खोली होगी?”
कायरा: अब मोस्ट्ली लड़के भी किसी ना किसी को छोड़े रहते है शादी से पहले. सो दोनो की चुप हो जाती है. अगर इस सवाल का आन्सर हब्बी ‘नो’ में देता है, तो उसका चूतिया काट जाता है, की उसको शादी से पहले कोई मौका नही मिला. और दूसरा ये की लड़का भी समझ जाता है, की जिस साइज़ के लंड से उसकी बीवी चूड़ी हुई है, उसके मुक़ाबले उसका खुद का साइज़ कम है, इसलिए ही उसका लंड बीवी की छूट में आराम से चला गया.
मे: ह्म्म्म्म.
कायरा: अब इस ऐसे माहौल में हब्बी अपनी बीवी से वर्जिन गांद की होप तो रख ही सकता है ना?
मे: ह्म, लगता है की तुम कॉलेज में चुदाई सब्जेक्ट पे फ्ड कर रही हो.
कायरा: फ्ड तो नही, पर हम गर्ल्स इकट्ठा होती है तो इस तरह की टॉक्स होती रहती है.
मे: अछा जी. और क्या बातें होती रहती है? क्या कोई तुम जैसा है जो अपनी फॅमिली या रिलेशन्षिप में सेक्स करता हो?
कायरा: अब ऐसी बातें कोई ओपन्ली थोड़ी शेर करता है. मुझे तो लगता है की मेरे ग्रूप में शायद मैं अकेली ही होंगी, और अगर कोई होगा भी तो मुझे ये पता नही. बाकी तो ग्रूप में किसने कों सा ब्फ बनाया, उसके साथ क्या किया, कैसा रहा एक्सपीरियेन्स, ये सब बातें होती रहती है.
मे: ह्म्म्म्म.
कायरा: पर अंकल, आपको अंदर चुदाई के वक़्त मों को वो सब बातें नही बतानी चाहिए थी.
मे: कों सी बेटा?
कायरा: वही की मेरी छूट ओपन है. मैने पहले भी सेक्स किया है बहुत बार वो वाली?
मे: मतलब ये सच है ना?
कायरा (स्माइल के साथ अपना सिर झुकते हुए): यार, अंकल. शादी से पहले आज-कल तो ये कामन है कॉलेज लाइफ में. आपको भी पता है. आप खुद ही तो कर रहे है. पर आपको अगर पूछना था तो मुझसे पूच लेते अकेले में. मों के सामने ये सब नही बोलना चाहिए था. वो अब क्या सोचेंगी मेरे बारे में?
मे: अर्रे उस टाइम पे वो राज़ी नही थी तुम्हे मुझसे छुड़वाने के लिए. उसे ये लगता था की उसकी कुँवारी बेटी की छूट का उद्घाटन मैने किया. पर मैने उसे जब बताया की तुम्हारी छूट पहले से ही ओपन थी, तो कम से कम उसको मेरे पे तो गुस्सा नही आएगा.
कायरा: तो आप ने खुद को बचाने के लिए मुझे विल्लियान बना दिया?
मे: बेटा, जिस दिन मैने दी की छ्चाटी पे हाथ लगाया और उसकी गांद सहलाई थी, उस दिन से मैं विलेन हू. और जिस दिन से तुमने मों को किस किया, तब से तुम भी विलेन हो. पर उससे फराक क्या पड़ता है? हमे जो चाहिए वो जब तक मिल रहा है, तो फिर कोई क्या सोचे क्या फराक पड़ता है.
कायरा: बात तो सही है.
मे: अब बताओ अपनी गांद कब मारने डोगी?
कायरा: आपको बताया तो सही मैने अपना रीज़न. मेरी शादी से पहले तो नही दूँगी अंकल, प्लीज़.
मे: इसका मतलब की तुम शादी के बाद भी देती रहोगी मुझे?
कायरा (हेस्ट हुए): क्या पता, हब्बी का लंड अगर उतना लंबा या तगड़ा नही हुआ तो?
मे: तो तुम पहले चेक नही करोगी उस लंड को जो तुम्हे रोज़ रात को लेना है, हा?
कायरा: वो तो करूँगी, पर अगर अछा पैसा, गाड़ी, बांग्ला सब होगा, और लंड का साइज़ उतना अछा नही हुआ, तो कॉंप्रमाइज़ कर लूँगी. उसके लिए तो आप हो ही ना, क्यूँ? (और वो हासणे लगी)
मे: तुम सच में छिनाल हो. क्या सोच है तेरी. तुम्हारे हब्बी पे तरस आ रहा है.
कायरा: उसी तरह जिस तरह आपको पापा के उपर तरस आया था (वो अपने पैरों से मेरा लंड अब सहलाने लगी थी). उसी तरह आप मेरे हब्बी पे तरस खा कर मुझे छोड़ लेना (अब वो दोनो पैरों के बीच मेरे लंड को रगड़ने लगी).
मे: पर फ्यूचर में रिटर्न्स पाने के लिए तुम्हे प्रेज़ेंट में इनवेस्टमेंट करना होगा.
कायरा: क्या?
मे: तुम्हारी गांद. अगर आज तुम डोगी तो फ्यूचर में मैं तुम्हारे बुलाने पे दौड़ा चला अवँगा.
कायरा (मेरे लंड को सहलाते हुए अपनी टाँगो से): क्यूँ, ऐसे नही आओगे क्या? मेरी चुदाई तुम्हे पसंद नही आई?
मे: क्या पता कल को तुम्हारी मामी आ जाए, और उसकी छूट तुमसे ज़्यादा रसीली हो (मैं उसका पैर जो मेरे लंड को सहला रहा था, उसे उपर उठा कर उसके पैर के अंगूठे को चूसने लगा) और तुम्हारी मामी की सेवा में से टाइम ना मिले, और तुम्हारे पास ना आ पौ तो?
कायरा: ह्म (और कायरा अपनी छूट पे फिंगर घूमने लगी).
मेरा लंड भी अब फिरसे खड़ा हो रहा था. कायरा को अपनी छूट चुड़वणी थी, और मुझे उसकी गांद मारनी थी. क्यूंकी आज लोहा हर तरीके से गरम था. और मुझे उसकी कुवारि गांद छोड़नी थी. मेरे उपर जैसे उसका भूत सवार हो गया, और मैने उसे वो बात कह दी, जो शायद मुझे नही कहनी चाहिए थी.
मे: अगर तुम हा बोलती हो, तो मैं तुम्हे ये बात बतौँगा की तुम सच में अपने पापा की ही बेटी हो.
कायरा: वॉट! लेकिन वो मों और आप?
मे: तुम्हे सच जानना है? अगर हा तो चलो अपने बेडरूम में.
कायरा (कुछ देर सोचने के बाद): ठीक है, मैं रेडी हू. लेकिन मुझे पूरा सच जानना है.
कायरा अपने बेडरूम की और चल पड़ी, और जाते हुए अपने पुर कपड़े उतार दिए. मैने भी रूम में एंटर हो कर गाते को लॉक कर दिया. अंदर बेड पे जाते ही उसको किस्सिंग करते हुए उसके बूब्स और थाइस को दबाने लगा. वो भी मेरे लंड को सहलाने लगी, और एक हाथ से अपनी छूट रगड़ने लगी. सो मैने पहले उसको खुश रखते हुए उसको बेड पे लिटाया.
मे: उस दिन जब मैने तुम्हे अपना फोन दिया था, तब तुम इसी बेड पे फिंगरिंग कर रही थी, मोन कर रही थी. तब से तुम्हे छोड़ने के लिए मररा जेया रहा था.
कायरा: तो उसी दिन थोड़ी हिम्मत दिखा के छोड़ लेते. मैं खुली पड़ी थी, तो शायद माना भी नही कर पाती?
मे: एस, पर तुम्हारी मों भी तो थी घर पे, जो ना होती तो पक्का छोड़ देता.
कायरा: आपको मों से क्यूँ डरना? आपने तो उनकी ऑलरेडी ले रखी थी ना?
मे: हा, पर खुद की छूट शेर करना और बेटी की शेर करना दो अलग बातें है.
कायरा: ह्म, अब सिर्फ़ बातें ही करोगे या मुझे ठंडा भी करोगे? ह्म?
उतने में बाहर कुछ गिरने की आवाज़ आई, तो मुझे लगा की दी शायद उठ गयी होंगी. तो मैने सोचा की अब तो कायरा की गांद मिलने से रही.
तो फ्रेंड्स, क्या मैं कायरा की गांद मार पौँगा, या दी बीच में रोक देंगी? ये पढ़िए नेक्स्ट पार्ट में, जो की इस सीज़न का लास्ट पार्ट होगा, आ फाइनॅली पार्ट.
आप इस स्टोरी के नीचे कॉमेंट्स कीजिए. आप चाहे तो हमसे कॉंटॅक्ट कर सकते है, एमाइल ईद लज़्यलीहास@गमाल.कॉम पे, या इस्पे ग-छत भी कर सकते है.