मॉल में सेक्सी लड़की के मुंह की चुदाई

सिस्टर सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था की कैसे दीपशिखा दीदी जैक के घर गयी थी। फिर जैक ने कैसे ज़बरदस्त तरीके से दीदी की चूत की चुदाई की थी। अब आगे-

दीपशिखा दीदी घर पहुँच जाती है। ताबड़-तोड़ चुदाई के बाद दीदी को थोड़ा चलने में दिक्क्त हो रही थी। वो जैसे ही अंदर आती है। हम सब ड्राइंग रूम के सोफा पे बैठे थे। वो हम लोगों को देख के घबरा जाती है। फिर धीरे-धीरे हमसे छुप के ऊपर जाने की कोशिश करती है। तभी उसे मम्मी देख लेती है-

मम्मी: क्या हुआ बेटा, ऐसे लंगड़ा के क्यों चल रही है?

मम्मी के आवाज़ सुन के दीदी की फट जाती है। वो मम्मी को डरते हुए जवाब देती है-

दीपशिखा (झूठ बोलते हुए): मम्मी आज मैं लेग्स के वर्कआउट की हु। तो इसलिए पैर बहुत दर्द कर रहा है।

मम्मी: अच्छा ठीक है। सोने से पहले बाम लगा लेना। सुबह तक ठीक हो जाएगा।

दीदी एकदम घबरा गयी थी। मम्मी के मुह से ये सुन के उसकी जान में जान आई। अब वो बहुत खुश थी कि आज बच गयी वो। मन ही मन खुश हो रही थी।

दीपशिखा (मन में): मम्मी को क्या पता उनकी बेटी आज अपनी चूत ज़बरदस्त तरीके से मरवा के आई है। इसीलिए लंगड़ा के चल रही है, हा हा हा।

दीदी खुश हो ही रही थी कि पीछे से डैडी का भी आवाज़ आती है। इससे दीदी के ख़ुशी एक पल के लिए गायब हो जाती है।

पापा: दीपशिखा बेटा इधर आओ थोड़ा।

दीपशिखा: जी पापा बोलिए?

पापा: वो याद है हमने जो कार लेते हुए लकी ड्रा में नाम डाला था। उसमे हमारा फर्स्ट प्राइज़ निकल आया है।

ये सुन के दीदी के चेहरे पे वापस खुशी की लहर आ जाती है।

दीपशिखा: ये! क्या प्राइज़ मिला है पापा?

पापा: 2 लोगों का मालदीव्स का 1 वीक का ट्रिप, फुल स्पॉन्सर्ड उनकी तरफ से।

दीपशिखा दीदी के साथ हम सब भी ये सुन के खुश हो जाते है।

दीपशिखा: सही है। तो आप मम्मी के साथ चले जाइए। मस्त एक और बार हनीमून मना के आइये, हा हा हा।

दीदी के इस बात पे हम सब हंस देते है। अब सिचुएशन ये थी कि दीपशिखा दीदी मस्त चुदाई करके खुशी-खुशी आई थी, और ऊपर से ट्रिप की बात से और खुश हो जाती है।

पापा: पर बेटा मैं चाहता हु तुम इस ट्रिप पे जाओ। तुम बहुत दिन हो गये कहीं घूमी नहीं हो। तुम देखो किसके साथ जाओगी, मेरी तरफ से डन है, तुम ही जाओगी। ओके बेटा?

मम्मी: दीपशिखा तो जाएगी ही, लेकिन अब सब जल्दी से आ जाओ, डिनर रेडी है।

इसी पे सब डिनर टेबल पे बैठ जाते है, और दीदी भी फ्रेश होके आती है, और हमारे साथ जॉइन कर लेती है।

दीपशिखा दीदी बहुत खुश लग रही थी। उसके माइंड मैं अब जैक के साथ मालदीव जाने का ख्याल आने लगते है। वो ये सोच के बहुत एक्साइटेड हो गयी थी। फिर वो जल्दी-जल्दी डिनर करके अपने कमरे में चली जाती है।

वो मन ही मन सोचती है, कि मालदीव में बहुत मज़ा आएगा जैक के साथ। पूरा 1 वीक उसके साथ स्पेंड होगा। दिन रात उनके साथ, कोई डर्र भी नहीं। सिमरन भी अगर जेम्स के साथ चले तो? फिर तो डबल डेट टाइप्स हो जाएगा। और मज़ा आएगा। अब तो जल्दी सिमरन और जेम्स का सीन बनाना पड़ेगा।

दीपशिखा दीदी बहुत एक्साइटेड और खुश थी। उससे वेट नहीं हो रही थी जैक से ये सब बातें शेयर करने के लिए। वो तुरंत फोन उठा के सीधे कॉल मिला देती है। जैक फोन उठाता है।

जैक: क्या बात है, आज तुमने फोन किया?

दीपशिखा: जी। आज मैं बहुत खुश हु।

जैक: अच्छा। इतनी पसंद आई आज की चुदाई?

दीपशिखा: वो तो मुझे पसंद है ही। पर एक और खुशी की बात है।

जैक: बताओ फिर।

दीपशिखा: हम मालदीव घूमने जा रहे है।

जैक थोड़ा शॉक हो जाता है

जैक: क्या? मालदीव! वो कैसे?

दीपशिखा: पापा और मम्मी ने एक लकी ड्रॉ में नाम डाला था, तो हमारा फर्स्ट प्राइज़ आया मालदीव के ट्रिप का।

जैक: वाह। बढ़िया है।

दीपशिखा: मैं सोच रही थी सिमरन को भी ले चलते है।

जैक: अरे हा, मैं जेम्स को भी बोल देता हु। उन दोनों का हनीमून भी हो जाएगा, और हम दोनों का भी। हाहाहा।

दीपशिखा: मतलब, समझी नहीं मैं?

जैक: अरे वो दोनों अब रिलेशनशिप में आ चुके है। जेम्स से बात हुई थी मेरी।

दीपशिखा: वाह, और ये साली रंडी सिमरन मुझे बताई नहीं अभी तक।

जैक: हाहा। कोई नहीं मैं बता दिया ना, अब खुश?

दीपशिखा: जी। अब ठीक है चारों जाएंगे एक साथ।

जैक: मज़ा तो बहुत आएगा। पूरी दिन रात तुम्हारे साथ। मस्त घूमेंगे, फिरेंगे, और बहुत सारी चुदाई भी करेंगे।

दीपशिखा दीदी ये सुन के बहुत एक्साइटेड हो जाती है।

दीपशिखा: जी सुन के ही मज़ा आ रहा है।

जैक: और हां, जो तुम कपड़े लेके जाओगी वहां, सब मेरी पसंद के होंगे।

दीपशिखा: जी ठीक है। आप साथ होते हो, तो सेफ फील होता है। कुछ भी पहन सकती हूं वहां पे।

जैक ये सुन के खुश हो जाता है। दीपशिखा भी बहुत एक्साइटेड हो जाती है। वो सोचती है पता नहीं कैसे-कैसे कपड़े सिलेक्ट करेगा जैक उसके लिए।

जैक: चलो मैं सोता हु। बहुत मेहनत की है आज (चुदाई की बात याद करके बोलता है, दीपशिखा भी समझ जाती है)।

दीपशिखा: जी बिल्कुल।

जैक: ठीक है… सेक्सी।

तभी उसे जैक का वीडियो कॉल आता है। दीपशिखा कॉल उठा लेती है।

जैक: सोने से पहले अपना ये सेक्सी सा जिस्म तो दिखा दो।

दीपशिखा (शर्माते हुए): आप भी ना।

दीपशिखा दीदी अब बिना ज़्यादा सोचे अपने सारे कपड़े उतार के जैक के सामने वीडियो कॉल पे बैठ जाती है। जैक भी अपना लंड निकाल के दीपशिखा के नंगी जिस्म को देखते हुए मास्टर्बेट करने लगता है। दीपशिखा भी ये सब देख के एक्साइटेड होने लगती है, और साथ ही वो भी अपनी चूत में उंगली करने लगती है। थोड़ी देर में दोनो साथ में झड़ जाते है।

जैक: मज़ा आ गया। तुम्हारे जिस्म देख के मेरे से तो रुका ही नहीं जाता।

दीपशिखा: आपका भी ये बड़ा लंड देख के मेरी चूत गीली हो जाती है।

जैक: चलो अब जल्दी से कल सिमरन और जेम्स से बात करके मालदीव्स का प्लान बनाते है। फिर वहाँ पे सुबह शाम चुदाई करेंगे।

दीपशिखा: जी बिल्कुल। कल करते है बात। गुड नाईट।

जैक: गुड नाईट सेक्सी।

दीपशिखा अब फ़ोन कट करके फेस पे बड़ी सी स्माइल लेके और मन में मालदीव्स के थॉट्स लेके सो जाती है।

अगले दिन सुबह सब लोग फ़ोन पे बात करके पूरा प्लान बना लेते है। और शाम को मालदीव्स जाने के लिए शॉपिंग करने जाने का डिसाइड करते है। दीपशिखा दीदी घर पे भी बता दी, कि वो सिमरन के साथ जाएगी। और आज शॉपिंग करने जाना था, तो उसे परमिशन मिल जाती है।

फिर शाम को वो सब शॉपिंग मॉल जाते है शॉपिंग करने। दीपशिखा जैक का हाथ पकड़ के स्टोर के अंदर घुस जाती है, और सिमरन जेम्स के पीछे-पीछे जाने लगती है। जैक अब स्टोर में जाके दीदी के लिए कुछ क्रॉप टॉप, टैंक टॉप्स, ड्रेसेस, शॉर्ट्स, स्कर्ट्स सेलेक्ट करता है।

दीपशिखा दीदी को बड़ी ख़ुशी हो रही थी, जैक को ऐसे उसके लिए कपडे सेलेक्ट करते देखते हुए। वो अब अंदर से खुद भी एक्ससाइटेड थी वो सारे कपड़े ट्राय करने के लिए। जैक सारे कपड़े लेके दीपशिखा दीदी के साथ ट्रायल रूम की तरफ चल देता है।

जैक: चलो जल्दी से अब एक-एक करके पहन के दिखाओ।

दीपशिखा: जी ठीक है।

दीपशिखा फटाफट सारे कपड़े लेके अंदर ट्रायल रूम में चली जाती है, और जैक उसके बाहर वेट करता है। दीदी अब बारी-बारी कपड़े ट्राय करके जैक को दिखाती है। उसके गोरे-गोरे दूध जैसे जिस्म पे सभी ड्रेस मस्त जच रही थी। दीदी उन सभी ड्रेसेस में बहुत ही हॉट लग रही थी।

दीपशिखा: आपकी चॉइस तो बहुत अच्छी है।

जैक: वो तो है ही, हाहाहा।

दीपशिखा: ये सारी ले लेती हु। या और भी कुछ लेना है?

जैक: बिकिनी और स्विमसूट लेंगे ना।

दीपशिखा: जी। वैसे आपको मेरा साइज़ एग्जैक्ट कैसे पता?

जैक: तुम्हारे जिस्म का एक-एक कोना मैंने अपने हाथो से नापा है, हा हा हा।

ये बोल के जैक दीपशिखा दीदी के बूब्स पे हाथ फेर लेता है।

दीपशिखा: बेशरम! यहाँ! कुछ मत करो।

फिर जैक जाके कुछ बिकिनी सेलेक्ट करता है, और दीपशिखा को ट्राय करने को देता है। दीपशिखा ट्रेल रूम के अंदर जाती है, और बिकिनी पहन के डोर खोलती है। जैसे ही जैक उसे देखता है, वो बहुत खुश हो जाता है।

जैक: क्या मस्त माल लग रही हो। बहुत सेक्सी है। चलो बाक़ी भी पहन के दिखाओ।

दीपशिखा अब अंदर जाके बाक़ी भी सेलेक्ट की हुई बिकिनी एक-एक पहन के दिखाती है। दीदी को ऐसे बिकिनी में देख के जैक का लंड भी फुल हार्ड हो गया था। जैसे ही दीपशिखा लास्ट वाली बिकिनी दिखा के अंदर जाने लगती है, जैक भी उसके पीछे ट्रायल रूम के अंदर चला जाता है। फिर वो डोर लॉक कर देता है।

दीपशिखा: आप क्यूँ अंदर आ गये?

जैक: देखो तुम्हे कौन याद कर रहा है।

जैक अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए ये बोलता है। दीपशिखा ये देख के शर्मा जाती है, और प्यारी सी स्माइल देती है।

जैक: तुम्हें ऐसे सेक्सी कपड़ों में देख के एक्साइटेड हो गया ये भी।

दीपशिखा: ये तो अच्छी बात है।

ये बोल के दीपशिखा अपना हाथ जैक के लंड के ऊपर रख देती है, और धीरे-धीरे लंड के ऊपर हाथ फेरने लगती है।

जैक: अब तुमने इसे जगाया है, तो अब सुलाना भी तुम्हें ही पड़ेगा।

दीपशिखा समझ जाती है कि जैक क्या कहना चाहता था। पर उसे थोड़ा डर लगता है, क्योंकि वो एक शोरूम के ट्रायल रूम में थी।

दीपशिखा: यहां किसी को पता चल जाएगा। हम कहीं और चल लेते है।

जैक: बैठना तो अभी पड़ेगा। और बाकी चीजों की फिकर मत करो। मैं हु ना तुम्हारे साथ।

दीपशिखा हां में सिर हिलाती है, और नीचे नीज़ पे बैठ जाती है। अब वो जैक की जीन्स की ज़िप खोल के उसके लंड को बाहर निकाल देती है। जैक का लंड फुल हार्ड था। दीपशिखा अब हल्के-हल्के अपने हाथ से उसका लंड हिलाने लग जाती है। उसे जैक के लंड की स्मेल आने लगती है। स्मेल की वजह से वो थोड़ा एक्साइट होने लगती है। दीपशिखा अब अपनी स्पीड थोड़ी इनक्रीस करती है।

जैक: जल्दी करो थोड़ा।

दीपशिखा ये सुन के बिना टाइम वेस्ट करके सीधा लंड को अपने मुँह में लेके चूसने लग जाती है। जैक को बहुत मज़ा आता है जब उसका लंड दीपशिखा के मुँह में जाता है।

जैक अब दीपशिखा के बाल अपने एक हाथ मैं लेता है, और कस के पकड़ लेता है। दीदी को इससे दर्द होता है। पर वो रुकती नहीं। अब वो भी मदहोश होने लगी थी, और उसे भी अब लंड चूसने में मज़ा आ रहा था।

दीपशिखा अब बाहर की फिकर छोड़ के फुल मज़े से लंड चूस रही थी। जैक भी बहुत मज़े में था। वो अब धीरे-धीरे धक्के मारने लग जाता है दीपशिखा के मुह के में।

दीपशिखा के लिए ये थोड़ा अनकम्फर्टेबल होता है। जैक का लंड अब उसके गले में टच कर रहा था। वो एक बार थोड़ी कोशिश करती है लंड को अपने मुह से बाहर निकालने की। पर जैक की पकड़ के आगे उसकी कहाँ चलनी थी।

जैक बिल्कुल मदहोश होके धक्के मारता रहता है। उसका बिल्कुल ध्यान नहीं था कि दीपशिखा की क्या हालत थी। थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद जैक अब झड़ जाता है, और सारी मलाई दीपशिखा के मुह में छोड़ देता है। सारी मलाई सीधा दीपशिखा दीदी के गले से सीधा अंदर चली जाती है। जैक अब दीपशिखा के बाल छोड़ देता है। दीदी को बड़ा रिलीफ मिलता है, और वो तुरंत नीचे मुह करके खांसने लगती है।

दीपशिखा: आप तो मेरी जान ही निकाल देते आज।

जैक: इतना मज़ा आ रहा था तुम्हारा माउथ फक करके, कि समझ ही नहीं आया।

जैक अब आगे होके एक स्वीट और सॉफ्ट सी किस कर देता है। दीपशिखा भी वापस किस कर देती है। दीपशिखा अब नॉर्मल होके खुश हो जाती है।

जैक: चले यहाँ से अब?

दीपशिखा: चलो जल्दी।

दोनो अब इस स्टोर से बिल करवा के बाहर निकल जाते है। आगे पढ़ना कैसे चारों मालदीव्स जाके एन्जॉय करते है। और एक दूसरे के साथ चुदाई करते है। थैंक यू।

तो बी कंटिन्यूड…

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