10:30 हम सोने आ गये. गर्मी आज बहुत थी तो मा ने सारी निकाल दी आंड पेटिकोट आंड ब्लाउस में सोने आई. उसने मुझे भी बोला की ओन्ली हाफ पंत पहन लो. मैं भी ओन्ली हाफ पंत पे आ गया. हम दोनो अब एक ही बेड पे थे. मैने मा से बोला-
मैं: क्या दाद उस गर्ल से प्यार करते है?
मों: पता नही. शायद हा. इसलिए तो वाहा इतना डोर गये है.
मे: आप भी किसी के साथ चली जाओ, आंड एंजाय करो (मैने बचकाने ढंग से बोला).
मों ने स्माइल की आंड मेरे सिर पे हॅंड फेर दिया आंड बोली: मेरे लिए तुम हो ना.
मैने ज़्यादा बात नही की. बिकॉज़ मैं चाहता था की मों सो जाए. बुत मों का खरता काफ़ी देर के बाद भी स्टार्ट नही हुआ. मों मेरे ऑपोसिट साइड फेस कर के लेती थी. मुझसे रहा नही गया आंड मैने मों की कमर पे हॅंड रख दिया.
मों का कोई रिक्षन नही था. तो मैं मों की नाभि (बेल्ली बटन) को सहलाने लगा. मेरी हिम्मत और बढ़ी तो मैं उनसे पूरा सतत गया आंड अपना लंड मों की गांद पे रख दिया. बुत इस बार मों अचानक मेरी तरफ मूड गयी आंड पूछी-
मों: ये सब क्या हो रहा है?
मैं दर्र गया आंड चुप रहा.
मों ने मेरा लंड पकड़ लिया आंड बोली: ये सब क्या है? सेयेल तुझे मूठ मारना नही आता? इसे शांत कर आंड तब सोने आना अपनी मा के साथ.
मुझे पता था की मा जब मूड में आती है तब गाली बकती है. मुझे तोड़ा शायद गुस्सा भी आ गया आंड मैने रिटर्न में मों को बोला-
मे: साली कुटिया, मेरी मूठ मारी हुई पनटी पहनती है आंड मुझे ही मूठ मारना सिखाती है.
बोलने के बाद मैं खुद सोचने लगा की ये क्या किया मैने. बुत मा खुश होके मुझसे गले लग गयी, आंड किस करने लगी.
मों: वाह बेटा वाह. क्या बात है. दिल खुश हो गया. तू अपने बाप जैसे बिल्कुल नही है.
आंड मेरा लंड पंत से बाहर निकाल के हॅंड में पकड़ लिया.
मों: वाउ, कितना बड़ा है रे तेरा लंड. मुझे तो पता ही नही था की इतना बड़ा हो गया है तू.
मे: तुझे अछा लगा मेरा लंड मा?
मों: सेयेल अब मुझे मों मत बुला. मदारचोड़, रात में मेरी छूट सहलाता है, आंड दिन में मों बोलता है. अब से कभी मों मत बोलना मुझे. मैं तेरी कुटिया हू.
मेरा लंड उसके हॅंड में था आंड वो उसे हिला रही थी. मैं उठा आंड कमरे की लाइट ओं कर दी.
मे: मुझे अपनी कुटिया को आचे से देखना है.
मों: हा बिल्कुल देख ले. सब तेरा ही है. तेरा बाप जब बाहर मूह मार सकता है तो मैं घर पे क्यूँ नही.
मैं नीचे था, आंड मों मेरे उपर चढ़ गयी. मों ने अपने लिप्स को मेरे लिप्स से जोड़ दिया आंड ज़ोरो से किस होने लगा. मों की दोनो लेग्स मेरी कमर के दोनो तरफ थी. मैं दोनो तरफ से मों की पेटिकोट को घुटनो के उपर ले जाने लगा.
मों मुझे पागलों की तरह किस कर रही थी, आंड मैं साली की गांद सहला रहा था. फिर मैने मों की पनटी में हॅंड डाल दिया. मों दोनो हॅंड से मेरे हेड को पकड़ के सुकून से किस करने में बिज़ी थी, आंड मैं मों के च्छेद में उंगली करने लगा. फिर मैने पीछे से हॅंड उपर की तरफ करके मों के शोल्डर तक आया, तो मों की ह निकल गयी.
अब मों किस के साथ बूब्स मेरी चेस्ट से प्रेस कर रही थी. मों के वो बड़े-बड़े निपल्स मुझे चुभ रहे थे. देन मैने मों का ब्लाउस पीछे से खोल दिया आंड उनके चुचियो (बूब्स) को आज़ाद कर दिया.
मैं अब बैठ गया आंड मों ऑलमोस्ट मेरी गोद में थी. उनका पेटिकोट पूरा उपर उठ चुका था, आंड मों लिटरली मेरे लंड पे बैठी थी. मैं मों की एक चुचि को चूसने आंड एक को दबाने लगा. मों मेरे बालों को सहलाने लगी, आंड हल्का-हल्का मेरे लंड पे आयेज-पीछे करके पनटी के उपर से ही छूट रगड़ने लगी. मों की छूट को मैं सही में महसूस कर पा रहा था, बिकॉज़ छूट वेट थी, आंड पनटी पतली थी.
मेरी आंड मों की साँसे तेज़ हो चुकी थी. मों के निपल्स बड़े होने के कारण मेरा मूह निपल से ही भर जेया रहा था. निपल्स का कलर ब्लॅक था. दूसरे हॅंड से मैं पूरा चुचि मसल रहा था. कभी रिघ्त चुचि चूस्टा तो कभी लेफ्ट चुचि. मा अब लंड पे ज़ोर-ज़ोर से रगड़ने लगी. मेरा लंड तंन के 7 इंच का हो चुका था, आंड मों की छूट के पानी से भीग चुका था.
में: साली कुटिया, तेरी छूट तो पूरी गीली है.
अचानक मों मेरी गोद से उतार गयी आंड मेरी साइड में हल्का लेट गयी. मैं भी लेट गया. मों ने अपना सिर उठाया आंड मेरी आइज़ में देखते हुए एक हॅंड मेरी पंत में डाल दिया, आंड लंड बाहर निकाल लिया.
मों: साला ये तो तेरे बाप से भी लंबा है रे. सच बता कब से मुझे छोड़ने के सपने देख रहा है?
मे: साली कुटिया, जब बड़ा लंड मिला है तो इसे चूस ना. बकवास क्यूँ कर रही है?
मों को शायद हल्का गुस्सा आया आंड उसने लंड को कस्स के पकड़ा आंड ज़ोर-ज़ोर से हिलने लगी. अफ, मेरी तो आहह निकल गयी. मेरा मूह खुला रह गया.
मे: ये क्या कर रही ही साली कुटिया?
मेरा लंड लाल हो चुका था. मा स्माइल के साथ हिलती रही, आंड जैसे ही उसे लगा की मेरा माल निकल सकता था, उसने हिलना छोढ़ दिया.
मे: रुक क्यूँ गयी साली? अफ, हिला ना.
मों: पहले ये बता मदारचोड़, कल रात मेरे कमरे में तू आया था की नही?
मे: हा आया था आंड तेरी छूट पे मूठ भी मारी थी.
अब मुझसे रहा नही जेया रहा था. इसलिए मैं उठा आंड अपने घुटनो के बाल बेड पे खड़ा हो गया. मों बेड पे पूरी तरह बैठी थी. इस पोज़िशन में मों का फेस बिल्कुल मेरे लंड के सामने था. मैने लंड झट से कुटिया के मूह में डाल दिया.
मेरे फोर्स के कारण लंड पूरा एक साथ मूह में घुस गया. मेरा 7 इंच का लंड उसके गले तक चला गया. मों का फेस लाल हो गया आंड आइज़ बाहर आ गयी. मों झटपटाने लगी, बुत मैने सिर आंड हेर को कस्स के पकड़ रखा था. मैने लंड हाफ बाहर निकाला तो साली को तोड़ा साँस आया. बुत मैने फिर पूरा अंदर धकेल दिया आंड यही कुछ देर करता रहा, हाफ बाहर आंड पूरा अंदर.
पुर कमरे में फॅक-फॅक की आवाज़े गूँज रही थी. कुटिया की आइज़ रेड हो चुकी थी. नोस, मौत सबसे पानी निकालने लगा था. मों अपने हॅंड से बहुत कोशिश करती रही मुझे पीछे हटाने की, बुत मैं नही हटा. 5 मिनिट बाद मैने लंड बाहर निकाला तो मों ने ज़ोरो की साँस ली आंड खाँसने लगी.
मों ने झट से अपने हॅंड से फेस सॉफ किया, आंड मुझे उपर देखने लगी. फेस पूरा लाल हो चुका था. लग रहा था की किसी ने 2-4 थप्पड़ जड़ दिए हो, आंड जिस पोज़िशन में वो मुझे देख रही थी, एक-दूं मेरी पालतू कुटिया लग रही थी.
मों ने स्माइल की आंड बोली: मज़ा आ गया मदारचोड़. अछा है तेरा बाप बाहर गांद मरवा रहा है. अब से तो मैं तेरे से ही मार्व्ौनगी सिर्फ़.
अब मों ने खुद से मेरा लंड अपने मूह में भर लिया, आंड लॉलिपोप की तरह चूसने लगी. साली के मौत में पहले से बहुत सारा थूक था, इसलिए लंड स्मूद्ली अंदर-बाहर हो रहा था. लगभग और 8 मिनिट बाद मेरा माल निकल गया, आंड मों का मूह मेरे माल से भर गया. साली ने पूरा माल पी लिया. फिर कुटिया की तरह मेरा लंड भी चाट-चाट के सॉफ किया.
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