मेरा नामे अमित है. ये मेरी मम्मी सेक्स स्टोरी है. मैं देल्ही का रहने वाला हू. अभी मैं ग्रॅजुयेशन की पढ़ाई कर रहा हू, और मुझे आंटीस के साथ सेक्स करने में काफ़ी मज़ा आता है. मेरा साइज़ मस्त है. लंड 7 इंच लंबा आंड 4 इंच चौड़ा है.
अब मैं अपनी मा के बारे में बताता हू. वो बहुत ही सुंदर है. उनका फिगर 38-32-38 है. मैं देखता हू तो पागल सा हो जाता हू. उनकी चुचियाँ काफ़ी बड़ी और रौंद शेप में है. मैं अपनी मा को पहले कभी बुरी नज़रों से नही देखता था, मगर कुछ घटनाओ ने मेरे अंदर के जानवर को जगा दिया.
हमारे फॅमिली में सिर्फ़ 3 ही लोग है- मैं, मम्मी, और पापा. पापा एक कंपनी में जॉब करते है, और मार्केट्टिंग में है.
एक बार की बात है, जब मैं मोबाइल में वीडियो देख रहा था. तभी मुझे एक मा बेटे का सेक्स वीडियो दिखा, जिसमे बेटा अपनी मा को छोड़ रहा था. वो देख के मेरा तो दिमाग़ खराब हो गया, और उसी टाइम मा आ गयी.
मेरी मा उस दिन वाइट सारी पहनी हुई थी, जिसमे उनकी वाइट ब्रा सॉफ-सॉफ नज़र आ रही थी. वो घर की सफाई कर रही थी. जब मा मेरे कमरे में पोछा लगा रही थी, तो उनकी सारी का पल्लू गिर चुका था. पर मा को इसका ज़रा सा भी अनुभव नही था. उनके बड़े-बड़े चुचे उनके ब्लाउस में समा नही रहे थे. बिल्कुल गोरे और बड़े चुचे थे.
ये सब देख के मेरा लंड बिल्कुल खड़ा हो गया, और मैं मा का चुपके से वीडियो बनाने लगा. वो जब भी हिलती, उनके चुचे भी ज़ोर-ज़ोर से हिलते थे. फिर मा पोछा लगा के मेरे कमरे से चली गयी. लेकिन मेरे दिमाग़ में सिर्फ़ मा के चुचे ही घूम रहे थे.
मैं फिर जल्दी से बातरूम गया, और मूठ मारी. उस वीडियो को मैने काई दीनो तक देखा, और मूठ भी मारी. उस दिन के बाद से मैं अपनी मा के चुचे दबाने का और मा को नंगा देखने का प्लॅनिंग करने लगा.
एक दोपहर को हम खाना खा के सोने गये. आज मैने अपनी मा की चुचि दबाना का सोचा. पापा उस दिन कहीं बाहर गये हुए थे, इसलिए मैं और मेरी मा साथ में सोए हुए थे. मा गहरी नींद में थी, मगर मुझे नींद नही आ रही थी.
तभी सडन्ली मेरी नज़र मेरी मा पे गयी. मा ने उस दिन रेड सारी पहनी हुई थी. उनकी ब्रा का स्ट्रॅप उनके गले में दिखाई दे रहा था, जिससे मेरे अंदर का शैतान जाग गया. मैं धीरे-धीरे मा से छिपकने लगा, लेकिन मा को पता नही चला.
मेरी हिम्मत बढ़ी, और मैने मा का पल्लू धीरे-धीरे से गिरा दिया. अब उनके बड़े चुचे मेरी आँखों के सामने थे. मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था. मैं अपने हाथ से उनकी चुचियों को छूने लगा. मा को ये सब बिल्कुल पता नही था. वो बिल्कुल गहरी नींद में थी. मैं अपना हाथ उनकी चुचि पर रख कर सोने की आक्टिंग कर रहा था.
फिर मैने आयेज कुछ करने का सोचा. धीरे-धीरे मैं उनके चुचों को दबाने लगा. मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे इससे सॉफ्ट चीज़ दुनिया में और कुछ नही है. मेरी हिम्मत बढ़ी. मैं उनका ब्लाउस का 1 हुक खोला, जिससे उनकी चुचि थोड़ी और बाहर आ गयी. मैने उसपे एक किस किया, और उससे आयेज बढ़ने की हिम्मत नही हुई. लेकिन उसके बाद जब मैं मा को देखता, तो मैं अपने अंदर ही अंदर काफ़ी खुश होता.
अब मैं उन्हे नंगा देखने का प्लान करने लगा. मगर किस्मत मानो मेरा साथ दिए जेया रही थी. मा आज रेड सारी पहनी हुई थी, और बिल्कुल आक्ट्रेस लग रही थी. आज मैं प्लान कर चुका था की मा को नंगा देखूँगा. तो मैने बातरूम के दरवाज़े में होल कर दिया, ताकि मा को नंगा देख साकु. मा कुछ कपड़े लेकर बातरूम चली गयी.
जैसे ही मा ने बातरूम का डोर लॉक किया मैं डोर के पास आके खड़ा हो गया, मेरी मा को नंगा देखने. मा उस वक्त अपनी सारी उतार रही थी. उन्होने जैसे ही अपना ब्लाउस और ब्रा उतारे, उनके फुटबॉल बाहर आ गये. मैं जोश में आ गया, बुत कंट्रोल किया. तभी मा ने अपना पेटिकोट उतरा. अब वो सिर्फ़ पनटी में थी.
मैं उनकी छूट देखने का वेट कर रहा था, की तभी मा ने अपनी पनटी भी उतार दी. मेरी मा अब पूरी तरह से न्यूड थी. उनकी गांद बहुत ही ज़्यादा बड़ी थी. छूट में बाल नही थे. मा कपड़े ढोने लगी. वो जितना हिलती थी, उनकी गांद और चुचियाँ उतना ही हिलती. मैं ये सब देख कर बाहर आ गया. लेकिन अब मैने सोच लिया था मैं मा को अब छोड़ के रहूँगा.
किस्मत ने फिर से मेरा साथ दिया. पापा कुछ काम से 7 दिन की लिए बाहर जाने वाले थे. मैं मेडिकल गया, और सेक्स चढ़ने वाली टॅब्लेट्स लेकर आया. साथ में 2 कॉनडम्स भी ले आया. अब मुझे उस दिन का इंतेज़ार था, जब में मा को छोड़ूँगा.
जिस दिन पापा गया, तो मैं रात का इंतेज़ार करने लगा. फिर जब मैं और मा खाने बैठे, तो मैं पहले ही उनके दूध में वो टॅब्लेट्स मिला चुका था. मा को खाने के बाद दूध पीने की आदत है. हम खाना खा के सोने ही वाले थे, की मा को कुछ होने लगा. वो अजीब बर्ताव करने लगी. मैं समझ गया था की टॅबलेट का असर शुरू हो चुका था.
फिर मा ने बोला: मुझे नींद आ रही है, और मैं सोने जेया रही हू.
अब नींद तो एक बहाना था, असल में उनकी छूट में आग लगी थी. फिर मैने थोड़ी देर के लिए वेट करी, और उसके बाद जाके चेक किया की मा क्या कर रही थी.
मैने देखा की मा बेड पर टाँगें खोल कर बैठी थी, और उन्होने अपनी सारी और पेटिकोट घुटनो तक किए हुए थे. पल्लू उनका नीचे गिरा हुआ था, जिससे मा के ब्लाउस में से उनके बूब्स की गहरी क्लीवेज दिख रही थी.
मा का एक हाथ उनकी सारी के अंदर था, और दूसरा उनके एक चुचे पर. वो सारी के अंदर वाले हाथ से अपनी छूट में फिंगरिंग कर रही थी, और दूसरे हाथ से बूब दबा रही थी. उनकी आँखें बंद थी.
दोस्तों आज की कहानी यहीं तक. इससे आयेज की सेक्स कहानी अगर आप जानना चाहते है, तो ज़्यादा से ज़्यादा कॉमेंट करे. आपको ये कहानी कैसी लगी, वो भी मुझे ज़रूर बताए. जितनी ज़्यादा फीडबॅक होगी, उतना ही जल्दी नेक्स्ट पार्ट आएगा.