मा की पहली सामूहिक चुदाई-1

हेलो दोस्तों आशा करता हू की आप सब अकचे होंगे. आपने अभी तक पढ़ा की कैसे मैने और मेरे दोस्त निखिल ने मिलकर मेरी मा वंदना को छोड़ा और फिर मैने निखिल के साथ मिल कर उसकी मा नीलम को भी छोड़ा. पिछली स्टोरीस आपने नही पढ़े तो यहा पढ़ सकते है:

ये पार्ट उसके कुछ टाइम के बाद की है. बहुत जगह मैने मा के जगह वंदना लिखा है आंड बहुत जगह मा भी सो डॉन’त कन्फ्यूज़. चलिए अब कहानी में आयेज बढ़ते है.

नीलम की चुदाई करने के बाद मई अपने घर वापस आ रहा था. हुँने ये फिक्स किया था की हम वंदना और नीलम दोनो को नही बताएँगे की हुँने उन दोनो को छोड़ा है.

मई शाम के 6 बजे तक घर आया और बेल बजाया तो मा ने गाते खोला. उनको नही पता था की मई आ रहा हू इसीलिए उन्होने सारी पहन रखी थी.

मा ने गाते खोला और फिर मई जैसे ही अंदर हो कर गाते लॉक किया की मा ने मुझे पकड़ा और मेरे जीभ को अपने मूह में भर लिया और चूसने लगी.

मैने भी अपना समान वही गिरा दिया और मा के चूतदों को कस कर पकड़ लिया और उन्हे वही सोफे पर लिटा दिया और हम किस करने लगे.

अब मैने मा के गांद को छोरा और उनके ब्लाउस को खोलने लगा. तो मा ने मेरा हाथ हटाया और खुद मेरा हाथ पकड़ लिया 5 मिनिट्स की किस के बाद हम अलग हुए तो मैने अपना हाथ डाइरेक्ट मा के बूब्स पर लगा दिया. पर मा ने मेरा हाथ हटाया और बोली – अभी नही तोड़ा वेट करो.

मैने भी अपना हाथ उनके पेट पर रखा और बोला – इतना दिन से तो वेट ही कर रहा था..

मा – तो बस कुछ घंटे और कर लो.

इतना बोल कर मा चली गयी खाना ब्नाने और फिर मैने भी चेंज किया. रात को खाना खाते टाइम मा ने नीलम के बारे में पूछा. तो मैने उनसे झुत बोल दिया की हम कुछ नही कर पाए और अब निखिल अकेला ट्राइ करेगा देखते है क्या होता है.

हुँने खाना खाया और फिर मई बेडरूम में जेया कर लेट गया. मैने सिर्फ़ एक हाफ पंत पहना हुआ था. मा ने भी बर्तन सॉफ किए और फिर शवर ले कर ब्लाउस पेटीकोत में ही रूम में आ गयी. उस वक्त शाम के 7:30 बाज रहे थे.

मैने तुरंत अपना पंत निकाला और मा ने भी अपने ब्लाउस के बटन को खोला और मेरे उपर आ गयी. हुँने फिर से किस करना स्टार्ट किया और इस बार मैने अपने हाथ मा के बूब्स पर रखा और उसे दबाने लगा. मा भी मेरे बदन पर अपने नाख़ून चुबा रही थी.

कुछ देर के किस के बाद मैने मा को पलट कर नीचे किया और मई उनके पेट पर बैठ गया. और उनके दोनो बूब्स को आपस में मिला दिया और मा का मूह ओपन कर दिया.

मैने मा के बूब्स में लंड घुसाया और लंड हल्का सा मा के मूह में भी चला गया.

कुछ देर हुँने ऐसे ही किया तो मा बोली – ऐसे मज़ा नही आ रही मई अपनी चुचियाँ चॉर्ने जेया रही हू.

ऐसा बोल कर मा ने मेरे लंड को अपने मूह में भर लिया. मैने उनको रोका और हम 69 के पोज़ में आ गये. काफ़ी दीनो बाद आज मई अपनी मा की छूट को चाट रहा था ये सोच कर अलग ही सुख मिल रहा था. मा की छूट पर हल्के बाल भी थे.

मा को पता था की मुझे छूट पर हल्के बाल पसंद है इसलिए वो उतना छोटा बाल ही रखती थी. कुछ देर के इस चटाई के माहूल में जब मा की छूट और मेरा लंड दोनो गीला हो गया तो मई मा के पैरों की तरफ गया.

मा ने अपने पैर फैला लिए थे और फिर मैने भी एक ही झटके में लंड अंदर डाल दिया. मा ने एक आआअहह ऊऊऊओह भारी और पूरा लंड अंदर ले लिया.

अब मा को भी मज़ा आने लगा था और वो भी मेरा साथ दे रही थी. बीच बीच में मई मा के बूब्स भी चुसता और सोचता की काश इनसे दूध आता तो कितना मज़ा आता.

करीब 20 मिनिट्स बाद हम दोनो ही झाड़ गये और फिर मई मा को पकड़ कर लेट गया.

मैने टाइम देखा तो रात के 10:30 बाज रहे थे.

मे – मा पॉर्न देखोगी?

मा – हन लगा लो जब तुम्हारा मॅन है तो.

मैने लॅपटॉप में एक थ्रीसम पॉर्न प्ले किया और हम देखने लगे, एक सीन डबल पेनेट्रेशन वाला आया तब-

मा – ये सच में होता है क्या ऐसा?

मे – हन मा, ट्राइ करोगी कभी?

मा – नही ये ब्स इसी में अक्चा लगता है.

मे – मा ट्राइ करते है मज़ा आएगा.

मा – मज़ा कुछ भी न्ही आएगा और वैसे भी तू क्यू इतना उतावला हो रहा?

मे – मेरे पास है कुछ लोग जो ट्राइ करना चाहते है.

मा – नही मुझे नही करना.

इसके बाद मई कुछ नही बोला और हम पॉर्न देखने लगे. पॉर्न देखने के बाद हम एक बार और छुदाई करने को तैयार थे और फिर मा को छोड़ते वक्त मैने उनसे पूछा-

मे – मा ट्राइ करते है ना थ्रीसम?

मा – सोच कर बतौँगी तू अभी छुदाई पर ध्यान दे.

हुँने सेक्स किया और फिर ह्म सो गये.

अगली सुबह मेरी नींद खुली तो सुबह के 10 ब्ज रहे थे. मई उठ कर गया तो मा किचन में थी और मा ने सारी पहन रखी थी. मई उनके पास गया और उनको किस करते हुए उनके पेटीकोत पर हाथ रख कर सारी खोल दिया.

मा – सारी क्यूँ निकल दिया कोई आ जाएगा तो..?

मे – मैने पहले भी कहा था मा की आप घर में सारी न्ही पहनोगी.

मा – ठीक है नही पहनुँगी पर मेरी भी एक शर्त है.

मे – वो क्या?

मा – तू मुझे मा मत बोला कर.

मे – तब क्या बोलू?

मा – कुछ भी पर मा नही.

मे – ठीक है आज से जब हम दोनो होंगे तो मई आपको आपके नाम से बूलौँगा.

मा – हन ये ठीक रहेगा पर ध्यान रहे अकेले में ही सबके सामने न्ही.

मे – ठीक है पर आपकी छुदाई करते वक्त तो आपको मा ही बोलूँगा.

मा – वो तेरी मर्ज़ी है और एक और बात बतौ?

मे – हन बताओ.

मा – मई थ्रीसम के लिए तैयार हू.

मे – क्या बात है मा बॅक तो बॅक सर्प्राइज़!

मा – अभी क्या बोला था मैने.

मे – श सॉरी, क्या बात है वंदना आज बहुत सर्प्राइज़ दे रही हो मुझे.

मा – पर उसमें एक कंडीशन है.

मे – अब वो क्या है वंदना मेरी जान ये भी बता दो?

मा – एक जो होगा वो स्ट्रेंजर होगा और वो भी 50+ का.

मे – ठीक है देखते है कुछ मेरी रानी इसका भी.

मैने ये बोल तो दिया था पर मुझे भी साँझ नही आ रहा था की मई कैसे जुगाड़ करू. फिर मैने सोशियल मीडीया पर ये पोस्ट किया तो मुझे कुछ मेसेज आए पर ज़्यादातर फेक थे तो मैने उनको जाने दिया पर एक मेसेज था जो की आफताब नाम से था.

उसने अपना आगे 54 बताया था,हुँने बात की और वो आने को रेडी था. मैने ये बात मा को बताई तो वो माना करने लगी ये बोल क्र की वो दूसरे धर्म का है. पर मैने फिर मा को समझाया और आख़िरकार मा रेडी हुई.

उसने 1 मंत बाद आने का बोला और ये भी कहा की तब ट्के हम आपस में सेक्स ना करे ताकि छूट तोड़ा टाइट रहे. हम मान गये और कुछ दिन बाद मुझे एक प्लान सूझा. और मैने उसे 2 लोग को और लाने का बोला और वो भी रेडी हो गया. मैने ये बात मा को नही बताया.

1 महीने बाद सनडे को उन सब को शाम को आना था. शाम के करीब 5 बजे मा बिल्कुल साज कर तैयार थी उन्होने ब्लॅक सारी वित ब्लॅक ब्लाउस पेटीकोत ब्रा आंड पनटी पहना हुआ था.

अभी उनको आने में 30 मिनिट्स थे, हम हॉल में बैठे हुए थे. फिर थोड़ी देर बाद मई अपने रूम में चला गया और फिर डोरबेल बजा. मैने गाते मा को खोलने का बोला ताकि उनको मेरा सर्प्राइज़ पता चले, मा ने जा कर गाते खोला.

मा ने उनको हॉल में बिताया और फिर मेरे पास आई.

मा – तुमने तो एक को बोला था ये 3 है..

मे – हन तो क्या हुआ मेरी जान जैसे तुम 2 को संभालती वैसे ही 4 को संभाल लेना.

मा- और मेरा जो हाल होगा उसका क्या??

मे – अरे वंदना टेन्षन क्यू ले रही हो मई जानता हू तुम संभाल लॉगी 4 को.

मा – जिसकी छूट फटने वाली हो उसे टेन्षन ना हो तो किसको होगा राजा,पर कोई ना आज मई भी दिखती हू की कितनी बड़ी रंडी है तेरी मा.

मे – मा न्ही मेरी वंदना और रंडी तो तू है साली इसीलिए तो 3 को बुलाया है.

इतना बोलने के बाद मैने वंदना को किस किया और हम नीचे हॉल में आ गये झा वो ज़्ब थे,आफताब ने मुझे बाकी दोनो से मिलाया उनकी आगे भी अराउंड 55-56 थी और उनका नाम आरिफ़ और आनवार था.

हम हॉल में थे तो मैने मा को उनके लिए कुछ लाने को भेजा,मा गयी और जूस ले कर आई,मैने ध्यान दिया तो पता चला की आते वक्त मा ने अपनी सारी तोड़ा और नीचे कर लिया था और ब्लाउस का एक बटन भी खोल दिया था.

मा अपनी गांद मतकते आ रही थी और उन्होने अपना पेट भी ओपन कर लिया था.

फिर मा ने तीनो को जूस दिया, आरिफ़ और आफताब एक साथ बैठे थे. मा उनको जूस दे कर मेरे पास आने लगी तो आरिफ़ ने उनको बुलाया. फिर मा ने मेरी तरफ देखा तो मैने उनको जाने का इशारा किया.

मा गयी तो आरिफ़ और आफताब ने अपना एक एक पैर आयेज कर दिए और मा की गांद का एक हिस्सा आरिफ़ के और दूसरा हिस्सा आफताब के पैरों पर रख के बैठ गयी.

वो दोनो मा के पेट के आधे आधे हिस्से को मसालने लगे,आफताब ने अपना हाथ मा के बूब्स की तरफ बढ़ाया तो मा ने उसे अभी टाइम न्ही हुआ है ऐसा बोल कर रोक दिया. वो दोनो मा के पुर बॉडी को मसल रहे थे.

15-20 मिनिट्स बॉडी मसलने के बाद उन्होने मा को चोर दिया और मा मेरे पास आ गयी.

ये पार्ट यही रोकते है आशा करता हू आपको ये पार्ट पसंद आया होगा तो कैसा लगा ये पार्ट

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