मा की चूत अभी भी टाइट

हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम ज़ीहाँ है मई नॉर्मल लुक्स वाला बंदा हू. ये कहानी मेरी लाइफ की सॅकी कहानी है जो मेरे और मेरी अम्मी के बीच मे हुई है.

वैसे तो मेरा लंड नॉर्मल ही है लेकिन जब भी किसी को फक करता हू तो उसका पूरा पानी निकल देता हू. अब ज़्यादा बोर ना लर्टे हुए मई सीधा स्टोरी पे आता हू.

ये बात लास्ट मंत की है मई घर पे बेता टीवी देख रा था बाहर मौसम मस्त हो र्खा था. मुझे अम्मी ने आवाज़ लगाई किचन से.

सॉरी मई अम्मी के बारे मे बताना तो भूल ही गया. अम्मी का नाम सबा है, हल्की सी चुबी है बुत जहा से चर्बी टाइट और शेप मे होनी चाहिए वॉया से पूरी मेनटेन है. मेरा मतलब है अम्मी के बूब्स और गंद टाइट है और पूरी रौंद शेप मे है. अम्मी घर पे बिना दुपपते के ही रहती है जिससे उनकी क्लीवेज क्लियर दिखती है. घर पे ज़्यादातर हम दोनो ही होते है क्योकि अब्बू बाहर जॉब करते है. तो वो मंत मे 1-2 बार ही आते है.

जब अम्मी ने मुझे आवाज़ लगाई तो मई किचन मे गया. तो वो किचन मे उपर की शेल पेर से डिब्बा उतार रही थी. पसीने से उनका कुर्ता उनके फिगर पे चिपक रा था और उपर से हाथ उछा करने की वज से पूरी शेप क्लियर दिख रही थी. कुर्ता उँचा होने की वज से उनकी नंगी कमर मस्त लग र्ही थी पसीने की बूँदो से भीगी हुई.

उन्होने मुझे बोला की मेरा हाथ ठीक से न्ही जा रा है स्टूल लकर् आओ. मई गया और जान कर के स्टूल क पाए थोड़े कमजोर करके लाया. जब ऐसा सीन देखने को मिलेगा तो हर किसी की नियत तो खराब हो ही जाती है सो मैने भी ट्राइ मरने की सोची.

मई- लो अम्मी ये स्टूल.

सबा- ला इधर रखो इसे मई इस पेर खड़ी होती हू तुम ध्यम से पकड़ना इसे कही मई गिर ना जौ.

मैने ओक बोला और वो चाड गयी. जब उनके दोनो हाथ उपर थे तो मैने तोड़ा स्टूल हिला दिया. जिससे उनका बॅलेन्स बिगड़ा और वो चिल्लाते हुए गिरने लगी. मैने झट से उनकी कमर अपने दोनो हाथो से पकड़ी. तो मेरे हाथ सीधे उनके बूब्स के नीचे लगे कुर्ते के अंदर से. तब मैने पाया की वो घ्र पे बिना ब्रा के रहती है.

थोड़ी देर तो मैने उन्हे एसए ही पकड़े र्खा फिर जब तोड़ा होश आया तो उन्हे आहिस्ते से नीचे उतरा. उस दिन मैने पहले बार उनके बदन की गर्मी और खुसबू को महसूस किया. उनकी साँसे भी तेज हो र्खी थी जिससे उनके बूब्स उपर नीचे हो र्हे थे.

मैने उन्हे नीचे उतरा और पूछा की कही लगी तो नही.

अम्मी- मुझे लग रा है जेसे कमर मे लचक आ गयी है हिला न्ही पा र्ही हू मई अपनी कमर.

मई- तो आप चलो मई मालिश क्र देता हू हल्की सी.

अम्मी- नही तू परेशन ना हो मई देख लूँगी.

मैने ओक बोला और उन्हे छ्चोड़ दिया मगर जेसे ही वो एक कदम चली कमर मे लचक के कारण दर्द के मारे आआहह निकल गयी.

मई- आप को ज़्यादा तकलीफ़ है मई कर देता हू मालिश.

अम्मी- ठीक है चलो मेरे बेडरूम मे वॉया कर देना.

मई अम्मी को गोद मे उहकर उनके बेडरूम मे लेकर गया और उन्हे बेड पे लिटाया. लिटाए टाइम उनके लिप्स मेरे लिप्स के बहद करीब थे तब मुझे उनकी गरम साँस महसूस हुई.

मैने उन्हे उल्टा लेटएने को बोला वो कम से कुर्ता उपर क्रकर उल्टी लेट गयी. उनकी गोरी गोरी कमर पे मैने जेसे ही आयिल के साथ हाथ फेरा तो उनकी सिसकारी निकल गयी हल्की से.

मई ये तो साँझ चुका था की तड़प तो है बस ये कन्फर्म करना बाकी था की क्या ये अपने बेटे के साथ खाली हो जाएँगी या पति का ही वेट क्रएंगी?

अब मई उनके कुल्लो के दोनो तरफ पेर करके इस तरह से बेता केसे घोड़ी पेर बेत्ते है. मई अपना हाथ उनकी सलवार के य्चा से शुरू करते हुए उनके कुर्ते के अंदर से होते हुए उनके शहोल्दर तक ले रा था.

मई- अम्मी आप ये कुर्ता उतार दीजिए व्रना आयिल से ये पूरा खराब हो जाएगा.

सबा- नही रहने दो मई तुम्हारे सामने बिना कुर्ते के नही.

मई- मुझसे क्या शरम अपने भी तो मुझे बिना कपड़ो के कितनी बार देखा है और मई कॉन्सा किसी को बतौँगा की मैने आपको बिना कपड़ो के देखा है.

सबा- फिर भी मुझे शरम आती है.

मई- अक्चा तो मई आँखे बंद कर लेता हू आप टीबी उतार देना.

सबा- फिर तुम मेरी मालिश केसे करोगे. तोड़ा सोचने के बाद, अक्चा चलो मई उतार देती हू बुत प्रॉमिस क्रो किसी को कुछ पता नही चलेगा ना?

मई- प्रॉमिस.

इतने मे ही वो मेरे सामने पीठ करके कुर्ता उतार देती है. मैने पहली बार किसी औरत की नंगी पीठ देखी थी. तो मेरा लंड तो झट से फूंकर मार के खड़ा हो गया और शॉर्ट्स मे तंबू बना दिया.

मई- चलो अम्मी लेट जाओ काम बाकी है अभी तो.

सबा- चल अकचे से क्रो वैसे मज़ा तो आ रा है.

मैने फिर उसी पोज़िशन मे आकर उनकी मालिश शुरू की और धीरे धीरे अपने लंड को उनके कुल्लो पे रगड़ना शुरू किया. मई ये ज़्ब इतने आराम से कर रा था जिससे उन्हे मुझ पे कोई शक ना हो.

उधर अम्मी की आआहह हमम्म्मम ऊऊहह की सिसकारी अब थोड़ी तेज होने लग गयी थी.

मुझे साँझ तो आ गया था की ये गरम होने लगी है बुत मेरे साथ होगा या न्ही इसका कन्फर्म करना बाकी था. सो मैने नेक्स्ट मूव चला अपना.

मई अब अपना हाथ उनकी पाजामी मे डाल कर उनकी गंद के उपर भी मालिश करने ल्गा. उन्होने चड्डी भी न्ही पहनी थी. मैने बिना उनसे पूछे उनकी पाजामी गंद से नीचे सरका दी.

वो एकडम से पीछे मूडी और मुझे देखने लगी, मेरी तो गंद फट गयी. लेकिन उनकी आँखो मे हवस दिख रही थी. तो मैने उन्हे आगे धक्का देकर फिर लेता दिया और उनकी पाजामी निकल दी पूरी.

अब वो पीछे से पूरी नंगी दिख र्ही थी मुझे. उनकी गोल मटोल टाइट गंद किसी बुड्ढे का लोड्‍ा भी खड़ा क्र दे, फिर मई तो जवान मेरा तो रॉकेट बना बेता था.

मई उनकी गंद ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा उनकी सिसकारिया और बढ़ गयी आआहह ऊऊऊओहााआ ह्म्‍म्ममम्म्ममम…

मैने उन्हे सीधा किया तो जो नज़ारा था वो दिख क्र मेरे होश उड़ गये. बड़े बड़े बूब्स डाक्र ब्राउन निपल एकद्ूम कड़क और उससे भी शानदार शेव्ड छूट. छूट देखने से टा लग चुका था की गर्मी कितनी होगी उनकी छूट से धीरे धीरे पानी निकल रा था.

सबा- क्या कर र्हे हो ये?

मई- अक्चा जी, इतनी देर से तो बड़े मज़े लिए जा र्हे थे.

सबा- कोई बेटा अपनी अम्मी को एसए करता है क्या?

मई- तो फिर केसे करता है?

अम्मी मे अपने दोनो परो से मेरे शॉर्ट्स के उपर से मेरा लंड दबा दिया.

सबा- अम्मी की तड़प शांत क्रटा है. आजा बेटा तेरे अब्बू के बिना मेरी छूट जल रही है.

मई- (नखरे दिखाते हुए) तो जलने दो मुझे तो आपको नंगा देखना था बस.

सबा- मदारचोड़ नाटक क्र रा है क्या?!

मई उनके मूह से गली सुनक्र शोकेड था.

मई- आप गली बकते हो?

सबा- तेरे अब्बू और मैने भूत अययाशी मारी हुई है. वो तो अब वो बाहर काम करते है इसलिए और तू भी अब यही रहता है इसलिए होता न्ही है कुछ भी. मई तो किचन मे ही समझ गयी थी ज्ब तू मुझे घूर रा था की मेरे बाकछे को मेरा जिस्म चाहिए.

इतना बोल क्र उन्होने मुझे आँख मार दी.

अब नेक्स्ट पार्ट मे ब्टौँगा की केसे क्या क्या हुआ और केसे मेरी खाला की भी छूट अम्मी ने मुझे दिलवा दी.

कोई भी भाभी आंटी या गर्ल अपनी छूट की गर्मी शांत क्रवाना चाहती हो तो मुझे मैल क्र सकती है. मेरी मैल ईद है बेगज़ीहाँ@गमाल.कॉम आप अपने फीडबॅक मुझे ज़रूर सेंड क्रना, मुझे वेट रहेगा आप लोगो की मई का.

अब चालू तोड़ा अपने लोड को अम्मी की छूट से कसार्ट करवा लू मई, बाइ.

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