मा की चुदाई बेटे के सामने

हेलो दोस्तों, मैं सोनू. कैसे हो आप लोग? जैसा की आप लोगों ने सेक्स स्टोरी के पिछले पार्ट में पढ़ा, की मैं रात में कामिनी आंटी के रूम में जाता हू, और उनकी छूट और गांद की तगड़ी चुदाई करता हू. फिर अगले दिन जब मैं अपने रूम में वापस आता हू, तो मम्मी नंगी रहती है, और रूम में कुछ उसेड कॉनडम्स मिलते है. इससे समझ आ जाता है की मम्मी रात में किसी से चूड़ी थी. आख़िर मम्मी किससे चूड़ी थी. अब आयेज-

मम्मी की हालत और रूम की हालत देख के मेरी समझ तो आ चुका था, की मम्मी किसी से चूड़ी थी. लेकिन मम्मी अभी सो रही थी, तो मैं उनको सोने दिया. फिर मैं नहाने चला गया. नहाने के बाद मैं अपने लिए खाना ऑर्डर किया, और हॉल में बैठ कर खाना खाया. कुछ देर बाद मम्मी हॉल में आई. मैं मम्मी को देख कर बोला-

सोनू: मम्मी आपको देख के लग रहा है आप पूरी रात मज़े की हो.

मम्मी (तोड़ा शरमाते हुए): हा की हू.

सोनू: लेकिन आपको एक बार मेरे को बताना चाहिए था ना.

मम्मी: अर्रे रात में तेरे जाने के बाद मेरी छूट में आग लगने लगी, और तू तो कल किसी और के साथ मज़े कर रहा था. मेरे को भी अपनी छूट को शांत करना था, तो मैं सोची मैं भी किसी के साथ मज़े कर लेती हू.

मेरे को कल से मम्मी का बिहेवियर तोड़ा बदला-बदला सा लग रहा था, और अभी भी मम्मी के बात करने के तरीके में काफ़ी बदलाव दिख रहा था, जो मेरी समझ नही आ रहा था.

सोनू: अछा, वैसे किससे चूड़ी हो?

मम्मी: अर्रे बीच पर कल वो आफ्रिकन ट्रेवर मिला था. वही आया था. क्या ज़बरदस्त लंड है उसका. लंड करीब 11 इंच लंबा, और बहुत मोटा, और तगड़ा लंड है. और जैसा उसका लंड है वैसी ही वो ख़तरनाक चुदाई भी करता है. वो मेरी छूट और गांद का भोंसड़ा बना दिया है.

सोनू: आप तो फुल मज़े ले लेकर चूड़ी होगी उससे.

मम्मी: हा, बहुत मज़ा आया उससे चूड़ने में. लेकिन तू भी तो जिसको छोड़ने गया था, उसको फुल मज़े लेकर छोड़ा होगा.

सोनू: हा बहुत मज़ा आया.

मम्मी: वो औरत तो एक-दूं खुश हो गयी होगी.

सोनू: बहुत खुश हुई है.

मम्मी: अछा है, चल वैसे मैं नहाने जेया रही हू.

सोनू: मैं भी आपके साथ आता हू.

मम्मी इतलाते हुए: अभी नही, क्यूंकी ट्रेवर मेरे को इतना ज़बरदस्त छोड़ा है, की मेरी छूट और गांद में बहुत दर्द हो रहा है. हम लोग बाद में चुदाई करेंगे.

सोनू: ठीक है.

फिर मम्मी अपने छूतदों को मतकते हुए नहाने चली गयी. मम्मी की बात में बहुत ज़्यादा चेंज दिख रहा था, और इसकी वजह मेरे को नही मिल रही थी. सबसे बड़ी बात ये थी की ट्रेवर अचानक से कैसे मम्मी को छोड़ने आ गया?

मतलब ये था की कल बीच पर ही मम्मी और ट्रेवर का चुदाई का प्लान फिक्स हो चुका था. इसीलिए मम्मी मेरे से पूछी थी की मैं रात भर उस औरत के साथ रहूँगा क्या. ताकि रात में मम्मी ट्रेवर से चुड सके.

अब मेरी समझ में आया, और मम्मी की रात में अचानक से छूट में आग लगने वाली बात भी झूठ थी. सब कुछ पहले ही फिक्स हो चुका था. मतलब ये था की मम्मी मेरे से झूठ बोल रही थी. लेकिन मम्मी मेरे से झूठ क्यूँ बोली?

अगर मम्मी मेरे को बोलती की उनको ट्रेवर से चूड़ना था, तो मैं माना नही करता. लेकिन वो मेरे से झूठ बोल रही थी. आख़िर वजह क्या थी? लेकिन कोई बात नही, धीरे-धीरे सारी वजह सामने आ जाएगी.

कुछ देर बाद मम्मी भी नहा के खाना खा लेती है. मम्मी एक नॉर्मल सी निघट्य पहनी रहती है, और रूम में लेती रहती है. और मैं हॉल में बैठ के टीवी देख रहा होता हू. थोड़ी देर बाद मम्मी मेरे को आवाज़ देती है. मैं रूम में जाता हू, तो मम्मी बोलती है-

मम्मी: सोनू थोड़ी देर में ना एक मसाज करने वाला आएगा. मैं यहीं रूम में ही मसाज कार्ओौनगी. तब तू हॉल में ही रहना.

सोनू: मम्मी आप मसाज करने वाले को क्यूँ बुला रही हो? मैं ही आपका मसाज कर देता हू.

मम्मी: अर्रे तू रात भर उस औरत के साथ चुदाई करके तक गया होगा. ये सोच के मैं मसाज वाला बुला ली.

सोनू: तो उसको माना कर दो, मैं मसाज कर देता हू.

मम्मी: नही कर सकती, क्यूंकी मैं उसे ऑनलाइन पैसे दे चुकी हू, और उनके पॉलिसी में रिफंड नही है.

सोनू: क्या मम्मी, आपको एक बार मेरे को बताना चाहिए था ना.

मम्मी: अर्रे कोई बात नही. अगली बार अगर मेरा मसाज करवाने का मॅन हुआ, तो तेरे को बोलूँगी, ठीक है?

सोनू: ठीक है.

फिर मैं वापस हॉल में बैठ कर टीवी देखने लग जाता हू, और 3 बजे मसाज करने वाला आता है. मैं उस आदमी को देखता हू, तो आदमी लगभग 40-45 साल के आस-पास का दिख रहा था, और दिखने में गोरा और अछा फिट पर्सनॅलिटी का था.

उसका नाम सम था. सम इंडियन ही था. मम्मी उसको बेडरूम में ले जाती है. मैं चुप-छाप हॉल से ही च्छूप कर रूम का सारा नज़ारा देख रहा था. लेकिन मेरे को और आचे से देखना था, तो मैं बेडरूम के दरवाज़े के बाहर च्छूप कर देख रहा था. ऐसे भी बेडरूम का दरवाज़ा खुला हुआ था. सम बोला-

सम: माँ अगर आपको दिक्कत ना हो, तो क्या आप अपने कपड़े निकाल कर ब्रा-पनटी में आएँगी? इससे मेरे को मसाज करने में आसानी होगी.

मम्मी: मेरे को कोई दिक्कत नही है.

फिर मम्मी उसके सामने ही अपनी निघट्य उतार देती है. अंदर मम्मी काले कलर की ब्रा और पनटी पहने रहती है. मम्मी का ब्रा बहुत छ्होटा रहता है. उसमे सिर्फ़ मम्मी के निपल्स ही ढके रहते है, और मम्मी की पनटी भी बहुत छ्होटी रहती है. उसमे सिर्फ़ मम्मी की छूट का च्छेद और चूतड़ का च्छेद ढाका रहता है.

मम्मी सम के सामने ब्रा-पनटी में होती है, और सम मम्मी का इतना बड़ा दूध और चूतड़ देख कर खुश होता रहता है. सम की आँखों में मम्मी को छोड़ने की लालसा सॉफ नज़र आ रही थी. वो बोला-

सम: बेड पर उटली हो कर लेट जाओ माँ.

मम्मी: ठीक है.

फिर मम्मी बेड पर उल्टी लेट जाती है, और सम मम्मी के चूतड़ को हवस भारी नज़रों से देखता रहता है. फिर सम मम्मी की पीठ पर खूब सारा तेल डालता है, और पीठ की मालिश करने लग जाता है. सम बोला-

सम: माँ क्या मैं आपकी ब्रा का हुक खोल डू? इससे मैं आपकी पीठ की आचे से मालिश कर पौँगा.

मम्मी: ठीक है खोल दो.

फिर सम एक-दूं खुशी-खुशी मम्मी की ब्रा का हुक खोल देता है, और फिर सम मम्मी की पीठ, कमर, और कंधे की बहुत आचे से मालिश करता है. मम्मी भी अपनी आँखें बंद करके मालिश का मज़ा लेते रहती है.

फिर सम मम्मी के पैरों की मालिश करता है, और फिर मम्मी की मोटी-मोटी जांघों की मालिश करता है. उसके बाद मम्मी के छूतदों की मालिश करते रहता है, और बोलता है-

सम: माँ, मैं आपकी पनटी निकाल डू? इससे मैं आपके हिप्स की आचे से मालिश कर पौँगा.

मम्मी: ठीक है, निकाल दो.

सम तो बहुत ज़्यादा खुश हो जाता है, और तुरंत मम्मी की चड्डी निकाल देता है. फिर मम्मी के छूतदों को अपनी आँखें फाड़ कर देखते रहता है. सम के मूह में पानी आ जाता है, और सम का लंड खड़ा हो जाता है. वो अपने एक हाथ से अपने लंड को सहला रहा होता है.

फिर सम अपने आपको तोड़ा कंट्रोल करता है, और मम्मी के छूतदों पर खूब सारा तेल डालता है. उसके बाद मम्मी के छूतदों की मालिश करने लगता है. सम मम्मी के छूतदों को मसल-मसल के मालिश कर रहा होता है.

मम्मी भी फुल मज़े ले रही थी. मैं तोड़ा ध्यान से देखा, तो सम बीच-बीच में अपनी उंगली मम्मी के छूतदों के च्छेद में भी घुसा रहा था. लेकिन मम्मी उसको कुछ भी नही बोल रही थी. इससे उसका कॉन्फिडेन्स और बढ़ रहा था.

फिर सम मम्मी को लिटा देता है, और मम्मी के पेट की मालिश करता है. वो मम्मी के पैरों को मालिश करता है. फिर मम्मी की मोटी-मोटी जांघों की. उसके बाद सम अपना हाथ मम्मी की छूट के उपर वाले हिस्से पर ले आता है, और हल्के हाथो से मालिश करता है.

मम्मी थोड़ी-थोड़ी मचलने लगती है. सम समझ जाता है की उसको अब कुछ ही देर में अपना लंड उस छूट में डालने का मौका मिल जाएगा. मम्मी की साँसे थोड़ी बढ़ जाती है, लेकिन सम जान-बूझ कर मम्मी की प्यास को अधूरा छ्चोढ़ देता है, और अपना हाथ हटा लेता है. मम्मी भी थोड़ी हैरानी से उसको देखती है.

सम ने ऐसा जान-बूझ कर किया. उसके मॅन में ये बात थी की अगर सम हाथो से ही मम्मी की छूट का पानी निकाल देगा, तो मम्मी सम को अपनी छूट छोड़ने नही देगी. यहीं सोच कर सम मम्मी की छूट का पानी नही निकाला. फिर सम बोला-

सम: माँ मैं आपकी ब्रा निकाल कर आपके बूब की मालिश कर डू?

मम्मी: हा करो.

फिर सम मम्मी की ब्रा पूरा निकाल देता है, और मम्मी का बड़ा-बड़ा दूध उसके सामने आ जाता है. सम के मूह में पानी आ जाता है. फिर सम मम्मी के दूध पर तेल डालता, है, और मम्मी के दूध की मालिश करने लग जाता है.

सम मम्मी के दूध को मसल-मसल के मालिश कर रहा होता है. मम्मी अपनी आँखें बंद करके हल्की-हल्की सिसकारी लेने लगती है. फिर सम अपनी त-शर्ट निकाल देता है, और फिर अपनी पंत निकाल के नंगा हो जाता है. उसके बाद बाग से कॉंडम निकाल कर पहन लेता है.

वो फिर सीधा मम्मी के उपर चढ़ जाता है, और मम्मी की टाँगों को फैला के अपना लंड सीधा मम्मी की छूट में घुसा देता है. सम मम्मी को छोड़ने लगता है. मम्मी भी उसको अपने दोनो हाथो से जाकड़ लेती है, और एंजाय करते रहती है.

मम्मी: आ अया अया अया ओह एस फक मे. अया आ फक मे हार्डर, अया अया ओह आ.

सम घचा घच मम्मी को छोड़ते रहता है, और मम्मी के दूध को चूस्टे भी रहता है. मम्मी भी फुल मज़े लेके उससे चुड रही होती है. मैं सब कुछ च्छूप कर देख रहा होता हू. तभी मम्मी मेरे को देख लेती है.

वो मम्मी मेरे को देख लेती है और एक कातीली मुस्कान देती है. मम्मी की मुस्कान आज बहुत अलग थी. ऐसा लग रहा था जैसे की मम्मी मेरे को चिढ़ा रही थी.

मम्मी: अया, बहुत मज़ा आ रहा है. अया अया श तुम अया बहुत अच्छा छोड़ते हो, अया अया. बहुत मज़ा आ रहा है आ, और ज़ोर से छोड़ो मेरे को अया अया.

ये सब मम्मी मेरे को देख कर कातीली मुस्कान देते हुए बोल रही थी. अब मेरे को पक्का समझ आ गया की मम्मी मेरे को चिढ़ा रही थी. फिर मम्मी सम को लिटा देती है, और उसका लंड अपनी छूट में घुसा कर ज़ोर-ज़ोर से कूदने लगती है.

मम्मी: आ अया और छोड़ो मेरे को आहा अया अया अया. फक अया अयाया अयाया अया. मैं झाड़ रही हू.

सम: मैं भी.

फिर दोनो साथ में झाड़ जाते है. मम्मी मेरी तरफ देख कर मुस्कुराते हुए उससे लिपट जाती है. फिर थोड़ी देर लेते रहने के बाद मम्मी बोली-

मम्मी: चलो सम, हम दोनो साथ में शवर लेंगे.

फिर मम्मी उसका हाथ पकड़ के अपने चूतड़ मटकते हुए, और मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखते हुए सम को अपने साथ बातरूम में ले जाती है. बातरूम का दरवाज़ा अंदर से लॉक था, तो मैं कुछ नही देख पाया.

आयेज क्या हुआ, अगले पार्ट में पता चलेगा. तो बे कंटिन्यूड…

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