मा के बेटे के सामने रंडी बन कर चूड़ने की कहानी

फिर अंकल उठ कर मम्मी की दोनो टाँगो को चौड़ी करके, दोनो टाँगो के बीच बैठ गया. फिर उसने मम्मी की गांद के नीचे 2 तकिये लगा कर मम्मी की छूट को कपड़े से पोंचा. और फिर अपने लंड का टोपा मम्मी की छूट पर रख कर रगड़ते हुए छूट में डाल दिया.

मम्मी: उउउँह.

अंकल धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू कर दिया, और मम्मी को छोड़ने लगा. रफ़ीक अंकल मम्मी के दोनो पैरों के घुटनो को पकड़ कर अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा.

अंकल: आहह उर्मिला मेरी जान.

अंकल मम्मी के दोनो बूब्स को हाथो में लेकर मसालने लगा, और धीरे-धीरे अपना लंड मम्मी की छूट में अंदर-बाहर करके मम्मी को छोड़ने लगा.

मम्मी की हालत अब खराब होने लगी थी. उसने अपने बूब्स को मसालते हुए अपने नीचे वाले होंठ को अपने दाँत के नीचे दबा लिया, और लंबी-लंबी आहें भरने लगी. अंकल मम्मी की जांघों पर हाथ घूमता हुआ मम्मी को छोड़ रहा था.

अंकल: उउउहह मेरे बारे में और क्या कहा उस मदारचोड़ ने?

मम्मी के सामने भड़वा अंकल पापा को गली दे रहा था, और मम्मी चुप-छाप सुन रही थी. मम्मी ने रफ़ीक अंकल की चेस्ट पर हाथ घूमते हुए रफ़ीक अंकल को अपने उपर खींच लिया. और फिर रफ़ीक को अपनी बाहों में भरने लगी.

मम्मी: आहह कुछ नही.

रफ़ीक मम्मी की दोनो टाँगो के बीच अपने घुटनो के बाल लेता मम्मी को छोड़ रहा था.

अंकल: आअहह उर्मिला उउँह.

मम्मी: आअहह.

अंकल घपा-घाप अपनी गांद को उपर-नीचे करके मम्मी को छोड़ने लगा. वो मम्मी के बूब्स को दबा रहा था, और मम्मी के रसीले होंठो को ज़बरदस्त चूस रहा था. दोनो बहुत हस्स-हस्स कर चुदाई का मज़ा ले रहे थे.

थोड़ी देर बाद अंकल पलंग के नीचे खड़ा हो गया, और मम्मी की गांद को पकड़ कर मम्मी को पोज़िशन में लाया. अंकल का लंड मम्मी की छूट के पानी से चमकने लगा था. उनके लंड का टोपा और भी ज़्यादा बाहर निकल गया था.

मम्मी ने अपनी दोनो टांगे उपर हवा में कर दी. अब मम्मी की छूट पूरी रसीली हो चुकी थी. अंकल ने मम्मी की पनटी से अपना लंड पोंछ कर, मम्मी की छूट को सॉफ किया, और फिर मम्मी की छूट पर थूक कर वो अपने लंड से छूट पर मलने लगा. फिर ज़ोर देकर अपने लंड का टोपा मम्मी की छूट में डाल दिए.

मम्मी: आअहह.

फिर अंकल धीरे-धीरे धक्के मार कर मम्मी को छोड़ने लगा. अंकल मम्मी के पैरों को घुटनो के यहाँ से पकड़ अपनी गांद को आयेज-पीछे करने लगा, और घपा-घाप मम्मी को छोड़ने लगा.

अंकल का लंड मम्मी की छूट को चीरता हुआ अंदर-बाहर होने लगा. उसने मम्मी की टाँगो को चौड़ी कर दिया, और ताबाद-तोड़ मम्मी को छोड़ने लगा.

अंकल: आअहह उर्मिला, मेरी रांड़, मदारचोड़ उउहह.

मम्मी: आहह रफ़ीक.

रफ़ीक पोइरी स्पीड के साथ मम्मी को छोड़ने लगा. मम्मी के बूब्स ज़ोर-ज़ोर से हिलने लगे. फिर मम्मी ने पलंग की चादर को कस्स के पकड़ लिया, और लंबी-लंबी साँसे लेने लगी.

मम्मी: आह ह्म.

अंकल बहुत तगड़े-तगड़े शॉट मारने लगा, जिससे मम्मी की गांद और मम्मी के कूल्हे (हिप्स) बहुत ज़ोरो से झटके मारने लगे.

फिर आ आ करते हुए अंकल ने अपना लंड मम्मी की छूट से निकाल लिया. मम्मी की रसीली छूट रस्स से गीली हो चुकी थी. फिर मम्मी अपनी गांद को घुमा कर पलंग पर लेट गयी. मम्मी की छूट का पानी पीते ही अंकल का लंड और ज़्यादा सख़्त हो गया था.

मम्मी का कमरा अब रंडी खाना बन चुका था. नीचे मम्मी और अंकल के कपड़े बिखरे हुए थे. फिर अंकल ने कपड़े से अपना लंड सॉफ किया, और फिर मम्मी को पलंग से नीचे खड़ी करके मम्मी को झुका दिया.

मैं समझ गया था, की अब रफ़ीक उर्मिला की गांद मारने वाला था. मेरी मम्मी उर्मिला पलंग पर हाथ रख कर घोड़ी की तरह झुक गयी. अंकल मम्मी की फूली हुई गांद पर हाथ फेरने लगा.

अंकल: आ उर्मिला मेरी रांड़, क्या मस्त है तेरी गांद.

रफ़ीक हासणे लगा, और मम्मी भी हासणे लगी.

मम्मी (हस्ती हुई): आवारा सांड़, मार ले मेरी गांद.

दोनो मदारचोड़ मस्ती करते हुए एंजाय करने लगे. रफ़ीक मम्मी की गांद को सहलाने लगा, और फिर मम्मी की गांद पर थूका. उसके बाद वो अपने लंड को अपने हाथ से पकड़ कर लंड के टोपे से थूक मम्मी की गांद के छेड़ पर मलने लगा.

अंकल: उर्मिला मेरी रंडी, आज तेरी गांद को बहुत ज़ोरो से पेलने वाला हू.

फिर अंकल ने ज़ोर देकर लंड का टोपा मम्मी की गांद में डाल दिया. लंड का टोपा मम्मी की गांद को चियर कर अंदर चला गया.

मम्मी: ह रफ़ीक.

अंकल फिरसे ज़ोर देकर अपना लंड मम्मी की गांद में डालने लगा.

मम्मी: आ आआ.

अंकल ने मम्मी के दोनो कुल्हो (हिप्स) को पकड़ कर अपना लंड तोड़ा बाहर निकाला, और एक ज़ोर से धक्का मार कर अपना लंड उर्मिला की गांद में डाल दिया. मम्मी बहुत ज़ोर से चीखी, और आयेज की तरफ होने लगी. लेकिन झानतु अंकल ने बहुत मज़बूती से मम्मी को पकड़ कर रखा था, जिससे मम्मी हिल नही सकती थी.

मम्मी: आहह आहह रफ़ीक, मदारचोड़ क्या-क्या कर रहे हो?

अंकल: उहह भोंसड़ी वाली, दर्द में ही तो मज़ा आता है.

ये कहते हुए अंकल ने फिरसे एक ज़ोर से धक्का मारा. और इस बार मम्मी रोने की शकल बनती हुई ज़ोर से चीखी.

मम्मी: उूुुउउ उफ़फ्फ़, तेरी मा की मदारचोड़ रफ़ीक. पागल हो गया है क्या?

मम्मी को रोटी देख कर और मम्मी के मूह से गाली सुन कर अंकल हासणे लगा. फिर रफ़ीक मम्मी के उपर झुक गया, और मम्मी की चिकनी पीठ को जीभ से चाटने लगा. और मम्मी के बूब्स जो लटक रहे थे, उनको दोनो हाथो से दबाने लगा.

अंकल: क्या हुआ उर्मिला, गांद फटत गयी तेरी?

मम्मी: आआहह रफ़ीक, इस तरह से तो तू मेरी गांद भी फाड़ देगा.

दोस्तों ये सीन इमॅजिन करने से ही आपका लंड पानी छ्चोढ़ देगा. और कितने लोडो ने तो मूठ मार-मार कर अपने लंड का पानी निकाल दिया होगा.

रफ़ीक खड़ा हो गया, और फिर धीरे-धीरे अपनी गांद आयेज-पीछे करके मम्मी की गांद मरने लगा.

मम्मी: आअहह.

रफ़ीक उर्मिला की गांद पर हाथ फेरता हुआ उर्मिला की गांद मारने लगा.

अंकल: उउःम्म्म उर्मिला, क्या मस्त गांद है तेरी.

ये बोल कर अंकल ने ज़ोर से मम्मी की गांद पर थप्पड़ मारा.

मम्मी: उफफफ्फ़ रफ़ीक.

मम्मी अपना एक हाथ पीछे की तरफ करके अंकल को थप्पड़ मारने से रोकने लगी. रफ़ीक ने मम्मी का हाथ पकड़ कर मम्मी की कमर पर रख दिया, और दूसरे हाथ से थप्पड़ मारने लगा

मम्मी: आहह मदारचोड़, हरामी मत कर. बाहर आवाज़ जेया रही है.

अंकल: उहह रंडी, यही तो मैं चाहता हू, की तेरे बारे में सब को पता चले की तू कितनी बड़ी रांड़ है.

अंकल दूसरे हाथ से मम्मी की गांद पर ज़ोर से थप्पड़ मारने लगा. वो मम्मी की गांद पर तगड़े पूरी ताक़त के साथ शॉट मारने लगा. इससे मम्मी की जांघें, मम्मी की गांद, और मम्मी के कूल्हे (हिप्स) ज़ोर-ज़ोर से झटके खाने लगे. मम्मी: आहह रफ़ीक मदारचोड़.

मम्मी ने अपना दूसरा हाथ भी पीछे की तरफ करके अंकल के दूसरे हाथ को भी थप्पड़ मारने से रोका. और अब मम्मी विदाउट सपोर्ट सिर्फ़ झुकी हुई थी.

रफ़ीक ने मम्मी का दूसरा हाथ भी मम्मी के पहले वाले हाथ के साथ मम्मी की कमर पर रख दिया, और फिर दोनो हाथो को अपने एक हाथ से मज़बूत पकड़ लिया. और फिर वो दोबारा मम्मी की गांद पर थप्पड़ मारता हुआ तगड़े-तगड़े शॉट मारने लगा. मम्मी की गांद ठप-ठप बजने लगी.

मम्मी: आहह आवारा सांड़.

अंकल: आ मेरी रसीली रांड़ उउउँह.

थप्पड़ से मम्मी की पूरी गांद लाल हो गयी थी.

रफ़ीक ने मम्मी को सीधी खड़ी कर दिया. और मम्मी के कंधो को चूमता हुआ मम्मी के बूब्स को बेदर्दी से मसालने लगा.

मम्मी: आह हरामी सांड़, बस कर दर्द हो रहा है मुझे.

अंकल मम्मी की गांद मारे जेया रहा था.

अंकल: आहह बहनचोड़ रांड़, बहुत तड़पाया है तूने मुझे.

मम्मी: आह अफ आहह.

फिर रफ़ीक मम्मी को पलंग पर गिरा देता है. मम्मी ज़ोर-ज़ोर से सक़्नसे लेने लगती है, और गांद में गोल छेड़ दिखाई देने लगा. रफ़ीक का लंड अब भी झटके मार रहा था. फिर रफ़ीक अंकल भी मम्मी के उपर लेट गया.

मम्मी: उऊहह मदारचोड़, हालत खराब कर दी मेरी.

अंकल: उउंम्म मेरी जान.

फिर रफ़ीक अंकल मम्मी के उपर से हॅट गया. और कपड़े से अपने लंड को सॉफ किया, और फिर मम्मी की गांद सॉफ करने लगा. फिर अंकल सीधा लेट गया, और मम्मी को अपने उपर करके मम्मी को अपने लंड पर बिता दिया.

और मम्मी ने अंकल के लंड को अपनी छूट पर रख कर लंड को अपनी छूट में ले लिया. फिर धीरे-धीरे अपनी फूली हुई गांद को उपर-नीचे करके अंकल के लंड को अपनी छूट में लेने लगी.

रफ़ीक मम्मी के बूब्स को मसालने लगा. अंकल मम्मी को देख कर स्माइल करने लगा. मम्मी अंकल के उपर लेट गयी, और अंकल के गालों को चींटी काट-ती हुई बोली.

मम्मी: बदमाश!

अंकल मम्मी को अपनी बाहों में भर कर मम्मी की नंगी पीठ पर हाथ घूमने लगा. और मम्मी अपनी गांद उपर-नीचे करके अंकल के लंड से चूड़ने लगी.

फिर रफ़ीक ने मम्मी की कमर को टाइट पकड़ कर फाटाक से मम्मी को अपने नीचे कर दिया, और खुद मम्मी की दोनो टाँगो के बीच बैठा अपना लंड छूट में डाले हुए था. रफ़ीक ने अपने घुटनो के बाल बैठ कर मम्मी की दोनो टाँगो को उनकी कमर तक मोड़ दिया, और फिर गॅप गॅप गॅप मम्मी को छोड़ने लगा.

मम्मी: आहह ऊहह.

रफ़ीक पागल फुल स्पीड में शॉट मार कर मम्मी को छोड़ने लगा.

अंकल: आअहह आहह रंडी, बहुत ग़ज़ब की औरत है तू.

मम्मी: आहह रफ़ीक.

अंकल मम्मी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. उनका लंड फुल स्पीड से मम्मी की छूट में अंदर-बाहर होने लगा.

बाप रे! रफ़ीक झानतु बहुत हार्ड चुदाई कर रहा था मम्मी की. मैं भी ज़ोर-ज़ोर से मूठ मारने लगा अपने लंड की. आप लोगों में से भी कितने लोग अपने लंड की मूठ मार रहे हो, तो कॉमेंट करके बताना. बहुत ज़बरदस्त चुदाई देख कर हर किसी का पानी निकालने वाला है. और अब रफ़ीक अंकल भी शायद झड़ने वाला था.

रफ़ीक तगड़े-तगड़े शॉट मारने लगा. अंकल के हर धक्के से मम्मी को ज़ोरो से झटका लगता, और मम्मी की गांद ठप-ठप करके बजती हुई झटके खाने लगती. मम्मी की हालत बहुत खराब हो चुकी थी. मम्मी की छूट से धीरे-धीरे पानी निकालने लगा.

अंकल: आअहह साली रांड़ उउउः बहुत आग है तेरे अंदर आअहह, ले साली ले.

मम्मी: हाए मा, रफ़ीक आहह.

मम्मी ने अपनी आँखें बंद किए हुए, अपने सिर के तकिये को दोनो हाथो से टाइट पकड़ लिया, और अपना मूह दर्द के मारे यहा-वाहा करने लगी.

अंकल पुर जोश और गुस्से में मम्मी को छोड़ रहा था. उहफफ्फ़ फफफफ्फ़ मम्मी की क्या मस्त गांद हिल रही थी अंकल के धक्को से. अंदर कमरे का पूरा माहौल मम्मी की चीखों और मम्मी की गांद की आवाज़ों से भर गया था. मेरे लंड ने फिरसे पानी भी छ्चोढ़ दिया.

अंकल: आहग्ग मदारचोड़ रंडी आहह.

मम्मी: आहह रफ़ीक आहह.

फिर अचानक से अंकल रुक गया, और फिर एक ज़ोर से धक्का मारा.

मम्मी: आहह.

फिर मम्मी उपर की तरफ हो गयी, और रफ़ीक ने फिरसे एक धक्का मारा.

मम्मी: ऑश.

फिर रफ़ीक अंकल ने मम्मी की दोनो टाँगो को छ्चोढ़ दिया, और मम्मी के उपर लेट गया. दर्द के मारे मम्मी की टांगे अकड़ गयी थी. मम्मी अपनी आँखें बंद की हुई रफ़ीक को अपनी बाहों में भर ली, और लंबी-लंबी साँसे लेने लगी.

रफ़ीक अंकल भी लंबी-लंबी साँसे लेने लगा. रफ़ीक अपने लंड की एक-एक बूँद मम्मी की कोख में डाल रहा था. मम्मी अंकल के गरम-गरम वीर्या को अपने अंदर महसूस करने लगी. अंकल मम्मी के गालों को चूमने लगा.

अंकल: उउउहमम्म उर्मिला मज़ा आ गया.

मम्मी: उऊहह रफ़ीक, बहुत ताक़तवर हो आप. दर्द के मारे मेरी हालत खराब कर दिए.

उसके बाद रफ़ीक मम्मी के उपर से उठ गया, और अपना मुरझाया हुआ लंड मम्मी की छूट से निकाला. उफफफ्फ़, मम्मी की छूट का भोंसड़ा बन चुका था. अंकल का गरम-गरम लावा झट से पिचकारी की तरह से मम्मी की छूट से बाहर आने लगा, जिसको मम्मी अपनी उंगली में लेकर अपनी छूट पर मलने लगी.

रफ़ीक अपना लंड मम्मी के ब्लाउस से सॉफ करने लगा, और फिर ब्लाउस को मम्मी के उपर फेंक दिया. फिर वो उठ कर बातरूम चला गया.

मम्मी की हालत किसी रांड़ की तरह हो गयी थी. मम्मी के बाल बिखरे हुए थे. फिर उन्होने अपने ब्लाउस से अपनी छूट के पानी को सॉफ किया, और फिर उठ कर बैठ गयी और अपने बालों को ठीक करने लगी.

तभी रफ़ीक अंकल स्माइल करता हुआ मम्मी के पास आया. मम्मी भी रफ़ीक को कातिल स्माइल देने लगी.

अंकल(हस्ता हुआ): मज़ा आ गया.

और वो मम्मी को चूमने लगा.

मम्मी ने रफ़ीक को प्यार से ढाका दिया, और बोली-

मम्मी: मुझे मूतने जाना है.

फिर मम्मी उठ कर बातरूम चली गयी, और अंकल नंगा ही पलंग पर लेट गया. जब मम्मी वापस आई, तब रफ़ीक ने मम्मी को हाथ पकड़ कर अपने उपर खींच लिया.

मम्मी ( हँसती हुई): सुबा के 5 बाज चुके है. थोड़ी देर तो सो जाओ.

मम्मी के कहने के बाद मुझे ध्यान आया, की सुबा के 5 बजने वाले थे. मतलब ब्लू फिल्म देखते-देखते कब सुबा हो गयी कुछ पता ही नही चला. उसके बाद मैं चुप-छाप अपने कमरे में जेया कर सो गया.

तो दोस्तों मेरी ये कहानी पढ़ कर आप अपने लंड की मूठ मार कर पानी निकालिए, और मज़ा आए तो कॉमेंट्स करके ज़रूर बताना.

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