माँ बेटी की मस्ती चार लोन्डो के साथ

maa beti ki chodan sex kahani आज आभा जैन करीब 42 साल की है, उनके पति की जब मौत हुई थी तो उनकी इकलौती बेटी सिर्फ आठ साल की थी। आभा जैन ने अपनी लड़की रूबी को लड़के की तरह पाला। आज रूबी 19 साल की हो गई है। आभा के पति एक स्थानीय पार्टी के नेता थे, अपनी मौत के बाद वे इतनी सम्पत्ति छोड़ गए थे कि आभा अपना और रूबी का खर्चा आराम से चला रही थी। इसके अलावा आभा एक एन जी ओ और महिलाओं के लिए एक हेल्थ सेण्टर भी चला थी जिससे भी अच्छी कमाई हो जाती थी, नेता की पत्नी होने के कारण आभा के बड़े बड़े अफसरों, पुलिस वालों और नेताओं से अच्छी पहचान थी। आभा अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखती थी इसलिए 42 साल की होने के बावजूद वह सिर्फ 30 साल की लगती थी। आभा ने रूबी को भी जूडो कराटे की ट्रेनिंग दे रखी थी, आभा चाहती थी कि उसकी लड़की रूबी एक लड़के की तरह निडर और हिम्मत वाली बने। आभा रोज सवेरे सात बजे अपने बंगले के सामने वाले मैदान में जोगिंग और टहलने के लिए जाती थी, साथ में रूबी को भी साथ ले जाती थी। आभा जैन जिससे भी मिल कर बात करती तो रूबी की बढ़ चढ़ कर तारीफ़ करती थी, आभा कहती- यह मेरी बेटी नहीं, मेरा बेटा है। अगर कहीं झगड़े की नौबत आयेगी तो रूबी एक साथ चार चार लड़कों से निपट सकती है और चारों पर भारी पड़ेगी। ऐसी बातें सुन सुन कर रूबी भी लोगों से बेकार, बिना बात पर पंगे लिया करती थी लेकिन लोग आभा के पुलिस से संबंधों के कारण चुप रह जाते थे। वैसे तो आभा खुद को काफी शरीफ दिखाती थी लेकिन लोग जानते थे कि आभा कई लोगों के लौड़े ले चुकी है, एक औरत को जवान बने रहने के लिए रोज चुदाई करवाना जरूरी है,

लण्ड का पानी डाले बिना जवानी का पौधा मुरझा जाता है। एक दिन शाम के समय आभा के घर के सामने वाले मैदान में एक पेड़ के पास चार लड़के पेशाब कर रहे थे और लम्बे लम्बे लंड निकाल कर पेशाब झटक रहे थे। उस समय रूबी अपने मकान के वरांडे में थी। पहले तो उसे बड़े बड़े लंड देख कर मजा आया, वह लड़कों के लंड गौर से देखती रही। लेकिन जब लड़के जाने की तैयारी करने लगे तो अचानक रूबी ने अपनी मम्मी को चिल्ला कर बुलाया जो उस समय घर में ही थी। जैसे ही आभा पास आई तो रूबी बोली- देखो मम्मी, ये लड़के मेरी तरफ अपने लंड दिखा कर इशारे कर रहे थे। आभा रूबी को अपने साथ उन लड़कों के करीब गई और गालियाँ देने लगी, आभा बोली- मादरचोदो, अगर तुम्हारे लंड में इतनी जवानी उबल रही है तो अपनी माँ बहन की चूतों में घुसा दो ! अगर किसी ने मेरी लड़की तरफ लंड निकाला तो उसी लंड को पकड़ कर तुम्हारी गांड में घुसा दूँगी। बेचारे लड़के यह सुन कर सन्न रह गए, फिर भी आभा का का मन नहीं माना। उसने रूबी से कहा- रूबी उठ, लगा एक एक तमाचा इन हरामियों के गालों पर ! फ़ौरन रूबी ने सबके गालों पर ऐसा झन्नाटेदार तमाचा लगाया कि लड़कों के गाल लाल हो गए। धीरे धीरे काफी भीड़ जमा हो गई इसलिए और झगड़ा बढ़ने के भय से लड़कों ने खिसकने में ही अपनी भलाई समझी। लेकिन जाते जाते वे रूबी और आभा को गुस्से की नजर से घूरते रहे। घर जाकर लड़कों ने अपमान का बदला लेने की योजना बनाई, उनके पड़ोस में एक आवारा किस्म का लड़का गुड्डू रहता था। उसके साथ मिलकर कुल चार लड़के इस योजना में शामिल हो गये। उन्हें पता था कि रात को आभा और रूबी अकेले सोती हैं। नेता की पत्नी होने से आभा रात को नौ बजे ही दोनों नौकरानियों की छुट्टी कर देती थी, रात को भी चौकीदार उस बंगले पर सिर्फ एक बार गश्त लगाता था। रात को जब आभा और रूबी सो चुके तो गुड्डू एक रस्सी लाया उससे हुक लगा कर पहले गुड्डू फिर अमर, राज और अमन छत पर चढ़ गए। फिर खिड़की खोलकर आभा के बेडरूम में घुस गए, एक बेड पर आभा और दूसरे पर रूबी सो रही थे। रात को कमरे में नाईट लेम्प जल रहा था, आभा मेक्सी और रूबी सलवार-कमीज पहने थी।

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गुड्डू ने पहले चुपचाप धीरे धीरे आभा की मेक्सी ऊपर खिसका कर उतार दी, फिर रूबी की सलवार-कमीज उतार दी। दोनों के शरीर पर सिर्फ पेंटी रह गई, आभा और रूबी की चूतें और तने हुए बोबे देख कर सबके लंड सांप की तरह फनफना रहे थे। गुड्डू ने आराम आराम से आभा की चड्डी भी नीची सरका दी लेकिन आभा को पता नहीं चला। आभा चूत से मस्त खुशबू आ रही थी और चूत से रस जैसा कुछ लगा हुआ था। शायद आभा कही किसी से चुदवा कर आई थी इसलिए बेखबरी से सो रही थी। अमर से रहा नहीं गया उसने एक उंगली आभा की चूत में घुसा दी और उसकी चूचियाँ दबाने लगा। आभा को पहले तो मजा आया, उसे सपने में लगा कि वह किसी अपने यार का लंड चूत में ले रही है, जब अमन ने आभा की गांड में भी उंगली डाली तो आभा जाग गई और चौंक कर पलंग पर बैठ गई, उसने देखा कि सामने चार चार लंड तैयार हैं, डर कर आभा ने पूछा- तुम लोग कौन हो और क्या चाहते हो? गुड्डू बोला- साली देख कर भी पूछ रही है? सामने लंड और हमारे सामने चूतें हैं, क्या हम भजन करने आये हैं? हम आज तेरी और तेरी बेटी को अपने लंड का स्वाद देने आये हैं। अगर हमारी बात नहीं मानी तो यहीं तुम्हारी लाश छोड़ कर चले जायेंगे, बात मान जाओगी तो तुम्हें मजा आयेगा। जब माँ चुदवायेगी तो बेटी को और मजा आयेगा, तुम फ़िक्र नहीं करो, हम लोग अनुभवी चोदू हैं, तुम्हें हमारे लंड जरूर पसंद आयेंगे। फिर तुम लोग हमसे हमेशा चुदवाती रहोगी। इसलिए हम पहले तुम्हें अपने तरीके चुदाई करेंगे, एक तुम्हारे मुँह में एक गांड में और एक चूत में लंड डालेगा। तुम भी याद करोगी इस नई सुहागरात को ! तब तक एक आदमी रूबी की चूत गर्म करेगा। सवेरे तक हमारा कार्यक्रम चलेगा, अगर आप राजीखुशी नहीं मानेगी तो हम मजबूर होकर जबरदस्ती करेंगे। हम तो अपने लंड का पानी तुम्हारी चूतों और गांडों में डाले बिना नही मानेंगे, आप फ़ौरन सारे कपड़े उतार दे। अब हमारे लंड को सब्र नहीं हो रहा है।

आभा खुशी खुशी तुरंत नंगी हो गई, सारे लड़के यह देख कर खुश हो गए कि आभा बड़ी जल्दी आसानी से चुदवाने को राजी हो गई। तीनों ने अपनी अपनी पोजीशन बना ली। अमन को गांड मारने का बड़ा शौक था इसलिए उसने अपना लंड आभा की चूत में डालने के लिए अपने ऊपर चढ़ा लिया। ताकि नीचे से अमर उसकी चूत में लंड घुसा सके। आभा राज का लंड चूसने लगी, उसे पहली बार स्वर्ग जैसा आनन्द आ रहा था, वह गपागप लंड लेने लगी। अमन का लंड लंबा होने के कारण आभा की गांड में दर्द होने लगा, वह ओय… ओय… उफ़… उफ़… अरे… अरे… करने लगी। अमन बोला- आप चिल्लाना बंद करके मेरे लंड का कमाल देखें.. आज मैं आपकी गांड को गेट बना दूँगा। आप हमेशा मेरे लंड को याद रखेंगी। राज ने आभा के मुंह में पेशाब कर दिया जिसे आभा स्वाद लेकर पी गई, फिर तीनों ने बदल बदल कर आभा की चुदाई चालू कर दी। उस समय जब रूबी सो रही थी तो गुड्डू ने रूबी की पैंटी निकाल दी। रूबी की कुंवारी बिना बाल की चूत देख कर चारों मस्त हो रहे थे। कमरे में चुदाई की आवाजें ‘फच… फच… फच… फच…’ गूँज रही थीं।

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तभी गुड्डू ने रूबी को उठा कर पलंग के पास खड़ा कर दिया जहाँ आभा तीन तीन लौड़ों से चुदवा रही थी। रूबी को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसकी मम्मी इतनी बड़ी चुदक्कड़ है। उसका मुंह खुला का खुला रह गया, उसे कुछ समझ में नहीं आया। वह सिर्फ मम्मी की चूत और गांड में आदर बाहर होने वाले लम्बे लम्बे लंड देख कर ताज्जुब मान रही थी और सोचने लगी कि अगर यही लंड मेरी चूत में डाले जायेंगे तो क्या होगा। चुदते चुदते आभा बोली- रूबी, डरो नहीं, ये लोग मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकेंगे, ये अच्छे लड़के हैं, अपना काम कर रहे हैं। आज मुझे तुम्हारे पापा की याद आ रही है, वे तो अब नहीं हैं लेकिन इन लोगों ने मुझे खुश कर दिया, ऐसा मजा मुझे आज तक नहीं मिला। बेटी, चुदाई से बड़ा कोई सुख नहीं है, औरतें तो एक लंड के लिए तरस जाती हैं, यहाँ तो घर में ही चार चार तगड़े लंड मिल गए, इस मौके का पूरा फ़ायदा लेना चाहिए। रूबी बोली- मम्मी, मैं भी आपकी बेटी हूँ, मैं भी आपकी तरह चुदवाना चाहती हूँ। जब शादी के बाद भी चूत में लंड घुसेगा तो आज क्यों नहीं। आप ही तो कहती हैं कि चूत सिर्फ चुदाने के लिए बनी है, चाहे किसी का लंड हो, मजा एक सा आता है। यह सुन कर गुड्डू बोला- रूबी तुम खुद तय करो कि पहला लंड किसका लोगी?

रूबी बोली- शायद तुम्हें पता नहीं है कि ‘मेरे बारे में मम्मी सबसे कहती हैं कि मेरी बेटी एक साथ चार चार को निपटा सकती है !’ इसलिए माँ तरह मैं बारी बारी सबसे चुदवाऊँगी और सबका लंड लूंगी। तब तक आभा का एक दौर हो चुका था, सबने मिल कर रूबी को पलंग पर गिरा लिया और पागलों की तरह चोदने लगे। जब रूबी की चूत फटी तो वह चिल्लाई, आभा बोली- बेटी, लंड का अपमान नहीं करो, उसे आराम से अपनी चूत और गांड में जाने दो, तभी असली में वही मजा आयेगा जो मैं ले चुकी हूँ। रूबी धक्के पर धक्का सहने लगी, वह मस्त होकर नीचे से अपनी चूत उछाल कर लंड अन्दर लेने लगी। एक घण्टे के बाद रूबी की चूत वीर्य से भर गई, वीर्य बाहर रिसने लगा तो आभा ने अपनी बेटी की चूत से सारा वीर्य चाट लिया। आभा बोली- मेरी एक दिन की खुराक मिल गई। यही है मेरी जवानी का राज ! अगर तुम लोग हमेशा मेरी इसी तरह से चुदाई करते रहोगे तो रूबी तुम में से जिस का लंड पसंद करेगी, तो मैं उसी से रूबी की शादी करवा दूंगी। लेकिन एक शर्त है कि शादी के बाद भी तुम सब रूबी के साथ मुझे भी अपने लंड का मजा देते रहोगे। रूबी को अमर का लण्ड पसन्द आया क्योंकि उसके वीर्य से रूबी की चूत भर गई थी, वह बोली- मुझे भी वीर्य पीने के फायदे पता चल गए हैं। उस रात तीन बार चुदाई का दौर चला, आभा और रूबी की चूतें और गांड सूज गई थी। बाद में आभा ने अपना वायदा पूरा किया और रूबी की शादी अमर से करा दी। आज अमर अपने उन सभी दोस्तों के साथ रूबी की जमकर चुदाई कर रहा है। रूबी एक तरह से सबकी सांझी पत्नी बन कर रह रही है, उसे लण्डों की कोई कमी नहीं रही ! कभी कभी जब आभा की चूत गर्म हो जाती है तो वह इन्हीं लोगों को बुला कर अपनी गर्मी शांत कर लेती है।



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