मा बेटे की बातरूम में चुदाई की कहानी

नीता अपने घर चली गयी थी. रात को रोहित ने उसको अची-ख़ासी छोड़ा था. सुबा मुझे भी छोड़ा था. मैने खाना तैयार करके रोहित को नीचे बुला लिया.

मिताली: कैसी लगी नीता?

रोहित: मज़ा आ गया यार उसको छोड़ कर. 40 आगे वाली गड्राई हाउसवाइफ मिल जाए तो मज़ा भी बहुत आता है. वैसे भी नीता काफ़ी खुश-मिज़ाज लेडी है. उसको छोड़ कर तो और भी ज़्यादा मज़ा आता है.

मिताली: ह्म्‍म्म्म बूब्स भी आचे है. पसंद आ गये होंगे?

रोहित: ह्म बूब्स पकड़ कर छोड़ने में मज़ा बहुत आया था.

मिताली: अब तो चूड़ने के लिए आया करेगी. अब तो ओपन ही चूड़ेगी.

रोहित: ह्म बस ठीक है. नीता वैसे अची है, ज़्यादा नखरे नही करती. जो कहता हू झट से मान लेती है. माल भी अछा है, तो छोड़ने में मज़े भी देती है.

हम दोनो ने खाना खा लिया. मैने रोहित को बोला की नहा ले.

रोहित: अभी मैं आराम करूँगा. तुम काम कर लो. हम दोनो दोपहर को साथ ही नहाएँगे जब घर में कोई ना हो आने वाला.

मिताली: दोपहर को?

रोहित: ह्म, तुझे आज नहाते हुए छोड़ना हा. बहुत दिन हो गये साथ नही नहाए. मों तुम काम कर लो अपना.

मिताली: बेटा मुझे भी आराम करना है.

रोहित: कोई बात नही. तुम काम कर लो. तोड़ा जल्दी कर लेंगे. तेरी छूट छोड़ने का मॅन है.

मिताली: सुबा तो ली थी.

रोहित: अर्रे तभी तो मूड बना है. घर में तेरी जैसी अकेली मों हो, तो छोड़ने का मूड बन ही जाता है. ई लोवे योउ मों.

मिताली: ह्म लोवे योउ बेटा.

मैने 11 बजे तक काम कर लिया. फिर मैने मैं गाते लॉक कर लिया. रोहित नहाने चला गया. थोड़ी ही देर में मैं भी आ गयी. बेटे के पास आते ही मैं सारी और ब्रा खोल कर नंगी हो गयी.

रोहित ने मुझे कमर पकड़ कर खींच लिया, और लिप्स चूसने शुरू कर दिए. उपर शवर से पानी बरस रहा था. रोहित अपनी मों के मज़े ले रहा था, और मैं रोहित के.

मिताली: ऑश यहा छोड़ने की क्या सूझी तुझे?

रोहित: यहा तो सिर्फ़ प्यार करना है. मों तुझे बाहर ही छोड़ूँगा. यहा ढंग से छोड़ी नही जाती.

मिताली: ह्म, अर्रे तुझसे नही छोड़ी जाती? तुमने तो छोड़-छोड़ कर घोड़ी बना रखी है.

रोहित: ह्म यहा बहुत टाइम लगेगा. ऑश बूब्स चूसने दे मों. ऑश क्या बूब्स है मेरी जान. निपल्स चूसने में मज़ा आता है श.

रोहित निपल चूसने लगा. ठंडा पानी अछा लग रहा था. दोनो बूब्स चूसने में बेटा बिज़ी था. मुझे भी अछा फील होने लगा.

मिताली: ऑश बेबी, बहुत अछा लगता है जब तू बूब्स से खेलता है. ऑश उम्माह बेटा, मों को मज़े दो डार्लिंग.

रोहित: बहुत मस्त बूब्स है मों. क्या निपल है.

रोहित गाल और बूब्स दोनो चूस रहा था. मैं नहा रही थी. पानी की वजह से बॉडी भी मस्त हो गयी थी. नहाते हुए सेक्स करना अछा लगता है. कुछ देर तक मज़ा लेने के बाद रोहित ने बोला की बाहर चलो. मैने और रोहित ने टोलिया लपेट कर बाहर आ गये.

मैं आयेज थी और रोहित पीछे. फिर हम घर के बीच में चले गये, तो रोहित ने रोक लिया. हम दोनो ने बॉडी को सूखाया, और फिर रोहित ने टोलिया हटा दिया. हम दोनो नंगे खड़े थे. मैने रोहित की तरफ देखा. रोहित का लंड तंन गया था. उसने मुझे अपनी तरफ खींचा, और बाहों में भर लिया.

रोहित: यार तुझे सामने बिता कर छोड़ना हा. छूट भी चुड्ती रहे, और तेरे बूब्स भी चूस्टा राहु. तू ही बता तुझे कहा छोड़ू?

मिताली: ह्म, रूको यार. तुमको भी रोज़ नये-नये स्टाइल से छोड़ने की सूझती है. वो टेबल पर बिता कर ठीक रहेगा.

हम दोनो ने तोड़ा अड्जस्ट किया तो ठीक हो गया. रोहित ने खड़े-खड़े छूट पर लंड रखा और गाल चूसने लगा. फिर रोहित ने शॉट मारने शुरू कर दिए. लंड छूट में जाने लगा.

रोहित: ऊहह मों, मज़ा आ रहा है क्या?

मिताली: ह्म, बस तू छोड़ता रह मज़ा खूब आएगा. ऑश अछा है, ऐसे ही करते रहो.

रोहित: मों आहह मज़ा दो मुझे. क्या छूट है तेरी. एक बात बता, तूने कभी किसी और से चुडवाई है क्या?

मिताली: नही यार, ये सब ठीक नही रहता. फिर तू मिल गया. अब तो कोई टेन्षन नही है. घर में ही लंड मिल जाए तो फिर बाहर नही जाना चाहिए. तू छोड़ता भी बहुत मस्त है. लॅडीस को जवान बाय्स पसंद आते है.

रोहित: ऑश मों, तेरे बूब्स देख कर ही लंड खड़ा हो जाता है. आहह, क्या बात है.

मिताली: तुम जब चूस्टे हो तो मुझे भी बहुत अछा फील होता है. ऑश आहह बेटे अछा लग रहा है. ऑश मज़ा आ रहा है.

रोहित: आहह.

मिताली: लॅडीस तभी खुश रहती है, जब उनको डेली घर वाले का लंड मिले. तुम तो उपर-नीचे दोनो जगह से मज़े दे रहे हो.

रोहित का लंड काफ़ी तंन गया था. लंड छूट के अंदर जाता तो खूब मज़ा आता. अंदर-बाहर होने से ही मज़ा आता है.

रोहित: ऑश मों, चुड़वते टाइम स्माइल देती हो तो बहुत अछा लगता है.

मिताली: स्माइल तो अपने आप ही आ जाती है.

रोहित: ऑश, तुमको छोड़ता हू तो मज़ा बहुत आता है. तेरी बॉडी बहुत मस्त है. पीछे से कोई देख ले तो उपर चढ़ने का मूड बन जाता है.

मिताली: और आयेज से देख ले तब?

रोहित: फिर तो पकड़ कर बूब्स दबाने का मूड बन जाता है.

मिताली: अछा ये बात है. तुमने अब आयेज से देखी थी या पीछे से?

रोहित: ह्म, अभी बताता हू. चल अब घोड़ी बन जेया.

रोहित ने मुझे टेबल पर ही घोड़ी बना लिया. मैं झुकी तो पाट मेरे पीछे आ गया. मेरी गांद पकड़ ली, और अपना लंड छूट पर सेट कर लिया. फिर ज़ोर से झटका मारा, तो एक ही शॉट में लंड छूट चीरता हुआ अंदर चला गया.

मिताली: ऑश यार रोहित, आराम से. ई’म युवर मों, नोट आ मिलफ. फर्स्ट शॉट इतनी ज़ोर से नही करते.

रोहित: ऑश, सॉरी मों.

मिताली: ह्म, आराम से करो मज़ा आएगा. जितनी देर मॅन करे मों तैयार है.

रोहित का लंड काम करने लगा. मुझे थोड़ी ही देर में मज़ा आने लगा. मेरे बूब्स नीचे लटक रहे थे. बेटा कमर पकड़ कर छोड़ने लगा.

मिताली: ऊहह लोवे योउ बेटा. मों की बहुत आचे से सेवा कर रहे हो. मों की ऐसे ही सेवा करते रहो.

रोहित: ऑश मों की छूट छोड़ कर मज़ा आ रहा है. मों ऑश तेरी छूट बहुत मस्त है. ऑश बड़ी मस्त गांद है तेरी मेरी जान.

मिताली: ऑश बेटे ऑश आअहह मज़ा आ रहा है तेरी मों को. ऑश मस्त छोड़ रहा है.

बेटे के शॉट से मैं आयेज खिसक तही थी. काई बार लंड भी बाहर निकल जाता था.

मिताली: बेटा ढंग से पकड़ लो. बूब्स किसलिए है. बूब्स पकड़ कर छोड़ो. लोड को बाहर मत निकालो यार. अब वेट नही हो रही.

रोहित ने दोनो बूब्स पकड़ लिए, और अब वो शॉट मारने लगा.

रोहित: अब तो ठीक है मेरी जान? तेरे बूब्स पकड़ कर छोड़ रहा हू.

मिताली: ऑश मेरी जान, बहुत मज़ा आएगा. कम बॉय, फक युवर मों.

रोहित: ऊओ, मज़ा आ रहा है मेरी रंडी. क्या बूब्स है तेरे. ऑश चुदाई का मज़ा डबल हो जाता है, जब तू घोड़ी बन कर बूब्स पकद्वति है. ऑश मेरी घोड़ी, बहुत मज़े दे रही हो.

मिताली: ऑश, मेरे घोड़े घोड़ी-छोड़ बन गया तू.

रोहित: ऑश मों, ई लोवे योउ डार्लिंग. मज़ा आ रहा है बहुत ऑश आअहह.

मिताली: बूब्स बहुत दबाता है तू. ऑश यार ऊहह, लंड में मज़ा है वो कोई नही देता. बेटा तेरा लंड सूपर है.

रोहित: लोवे योउ मों ऊओ जो बेटे को अपनी छूट दे रही हो. आह आहह यार ऑश, मेरी जान मिताली.

लंड ज़ोर-ज़ोर से अंदर-बाहर होने से छूट खूब चिकनी हो गयी थी. बेटा पीछे से खूब छोड़ रहा था.

मिताली: ऊहह चुड रही हू यार. ऑश सच में लोड के लिए तरस रही थी. बेटा तूने मुझे निहाल कर दिया.

रोहित: ऑश मों, बस मरवती रहो. होने वाला है, ऑश तुम मरवती रहो छूट.

मिताली: ऑश मेरा भी होने वाला है. बीच में मत छ्चोढ़ देना यार. उफ़फ्फ़, क्या लंड है तेरा.

रोहित: ऑश मों बस 2 मिनिट्स.

मिताली: फक मे यार. कम मी सोन, फक मे.

ज़ोर-ज़ोर से शोर लगने से मैं झाड़ गयी. बेटा भी झाड़ गया. उसने ज़ोर-ज़ोर से शॉट मार कर छूट में पानी छ्चोढ़ दिया.

रोहित: ऑश मों बहुत मज़ा आया है. श चलो बेडरूम में. क्या छूट है तुम्हारी.

रोहित ने मुझे सीधा किया और किस किया.

रोहित: चूड़ने के बाद बहुत मस्त लगती हो.

मिताली: चलो अब कपड़े पहन कर आराम कर लो. बहुत देर से नंगे हो कर छोड़ा-छोड़ी कर रहे हो. मुझे भी बहुत मज़ा आया.

आप सब के एमाइल बहुत मिल रहे है. आप भी अपनी बात बता रही हो. सब हाउसवाइफ को बहुत बहुत प्यार. आप भी अपना सेक्स एक्सपीरियेन्स ज़रूर शेर करे.

यह कहानी भी पड़े  थ्रीसम के बाद बीवी बनेगी फोरसम रांड़


error: Content is protected !!