रामलाल शराब की ग्लास को अपनी गले से उतरते हुई अपने सामने बैठे किशनलाल से कहता है-
रामलाल : देख भाई किशन मुझे पता है की तू मेरी बेहन सुरोज की छूट मारता है.
किशनलाल तोड़ा शॉक होते हुए रामलाल से पूछता है –
किशनलाल : तुझे कैसे पता?
तभी रामलाल कहता है –
रामलाल : क्यूंकी मेरी बेहन एक रंडी है और वो मुझसे चुड़वति है.
रामलाल की बात सुनकर किशनलाल हास देता है. वही रामलाल अपनी बात जारी रख कर कहता है –
रामलाल : देख भाई मैं तुझे एक प्रस्ताव देता हू, मैं ना तुझे 1 लाख रुपय देता हू, मुझे तुम्हारी पत्नी प्रिया को छोड़ना है. बड़ी ही कामुक औरत है.
इतना कह कर रामलाल अपना लंड मसालने लगता है.
रामलाल की बात सुनकर किशनलाल के कन खड़े हो गये थे क्यूंकी किशनलाल एक लालची आदमी था. उसके नज़र मे पैसा और चुदाई के सिवा कुछ भी नही था. वो हर रात नयी नयी औरतों के साथ चुदाई करता है.
किशनलाल शराब की ग्लास उठा के बोलता है –
किशनलाल : तो फिर डील पक्की..!
और दोनो हस्स देते है.
लेकिन उंदोनो क्या पता था की उनकी ये बाते कोई और भी सुन रहा है. राज जो अपने पिता किशनलाल को लेने आया था वो अपने पिता की घिनोने बात सुनकर गुस्से तमतमा उठा था.
राज वाहा से अपने पिता को बिना लिए ही चला जाता है. फिर राज अपने घर मे जैसे घुसता है तो उसके सामने उसकी मा प्रिया खड़ी थी. प्रिया की उमर केवल 33 साल की है. लेकिन कोई उसे देख के कह नही सकता की उसका राज जैसा 20 साल का बेटा भी होगा. देखने मे प्रिया बहोट सुंदर थी, रोज की योग और डाइयेट मेंटेनेन्स के वजह से उसकी फिगर 34 – 26 – 34 है.
प्रिया राज को देखते ही तोड़ा परेशन होती हुई ही पूछता है :
प्रिया : क्या वो नही आए?
तो राज अपनी मा की सवाल पर जवाब देते हुई बोलता है :
राज : मिला ही नही, पता नही कहा होगा. चलिए खाना खाते है.
अपनी मा से जूथ बोलता है क्यूंकी सच वो बोल ने सकता. राज और प्रिया दोनो ही डिन्नर करते है, फिर दोनो अपने अपने कमरे मे चले जाते है.
फिर राज अपने कमरे मे आते ही सीधा बातरूम मे घुस जाता है और नंगा हो जाता है. राज का 12 इंच का लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका है. फिर राज अपने लंड को हाथ मे लेते हुए थोड़ी देर पहले की अपने पिता की बातो को याद करके वो मूठ मारना शुरू करता.
अपने लंड को हाथ से आयेज पीछे करते हुई वो बस एक ही बात रत्त रहा था प्रिया ई लोवे योउ.. प्रिया ई लोवे योउ.. करीब 30 मिनिट्स बाद राज झाड़ जाता है..
नहा धोके राज बातरूम से बाहर आता है और अपने स्टडी टेबल के सामने जाके बैठ जाता है और अपने लॅपटॉप पर अपना बॅंक बॅलेन्स देखता है. राज की 6 साल कमाई थी वो जिसको आज तक उसने किसी को भी नही बताया.
फिर राज लॅपटॉप की और देखते हुए बोलता है अब समय आ चुका है. और अपनी मा को ना की मा की तरह प्यार करता बल्कि वो प्रिया को अपनी बीवी की तरह भी प्यार करता है जिसका प्रिया को भनक तक नही है.
उसके बाद राज अपने मोबाइल से किसी को कॉल करता है और बोलता है-
राज : हेलो! तुम कहा हो? मुझे तुमसे अभी मिलना है, रेडी रहो.
इतना कह कर राज चुपके से घर से निकल जाता है. राज एक बड़े से घर के सामने जाता है, राज को देखते ही गेट्मन दरवाजा खोल देता है. वो घर के अंदर दाखिल होता है और सामने एक आधेर उम्मार के आदमी बैठे है.
आदमी को देखते ही बोलता हा –
राज : नमस्ते वॅकिल साहब. मुझे अपने मा से शादी करनी है और अपने मा – बाप की डाइवोर्स करवानी है.
ये राज की बात पर वॅकिल मुस्कुराया और किसी को कॉल करके 30 मिनिट्स मैं सारे काग ज़द तैयार करने को कहे. और करीब 30 मिनिट्स बाद राज के हाथ मैं काग ज़द थे.
वकीलसाहब राज की और देखते हुई बोलते है –
वॅकिल : सिग्नेचर लेक देना मुझे काम हो जाएगा.
उनकी बात सुनकर राज मुस्कुरा उठा और अपनी घर की चल दिया.
घर पहुच कर राज सीधा निद्रा की आगोश मैं था.
सुबह उठकर तैयार होके राज अपनी मा के पास जाता है और काग ज़द पर साइन लेता है प्रिया राज पर बहोट प्यार करती है जिसस वजह से प्रिया ने बिना सवाल जवाब किए साइन कर दिया है.
प्रिया ने लाइट ग्रीन कलर की सारी पहेनी हुई थी. जिस मैं उसकी सुंदर ता और उभर कर आ रही थी जिस वजह से राज का लंड खड़ा हो गया. राज ने अपने आप को कंट्रोल किया और वॅकिल की घर की और चल दिया.
वॅकिल की घर पहुच ते ही सारे काग ज़द वॅकिल को सोप देता है . करीब दो घंटे वॅकिल वापिस से राज को कागज़ाद वापिस देता है और बोलता है –
वॅकिल : लो तुम्हारी शादी भी हो गयी और तुम्हारे . की डाइवोर्स भी हो गयी .
और दोनो मुस्कुरा देते है..
राज अपने घर चला जाता है. जैसी ही राज घर जाता है तो देखता है की किशनलाल प्रिया को रामलाल के साथ सेक्स करने के लिए फोर्स कर रही है.
यह सब देख कर राज गुस्से से भर जाता है और किशनलाल को एक जोरदार लत मारता है और गुस्से से बोलता है-
राज : तुम्हारी हिम्मत कैसी हुई मेरी बीवी को सुने की.
राज गुस्से मैं डाइवोर्स पेपर्स किशनलाल को देता है और अपना और प्रिया का मॅरेज सर्टिफिकेट दिखता है. किशनलाल ये सब देख कर शॉक था वही राज रामलाल की बहोट कुटाई करता.
राज प्रिया को लेके और कुछ ज़रूरी काग ज़द लेके वाहा से चला जाता है. फिर राज प्रिया को बस स्टॅंड लेके जाता वाहा से दोनो अपने पास वेल डिस्ट्रिक्ट और चल देते है.
इसी बीच प्रिया शॉक मे थी क्यूंकी प्रिया अपनी पति किशनलाल से अँधा प्यार जो करती थी. और उसे अपने प्यार का ये सला मिला है.. प्रिया के पिता देबनट ने अपनी बेटी प्रिया की किशनलाल से करवाई थी क्यूंकी देबनट ने किशनलाल के पिता से वाडा किया था.
प्रिया ने कभी सोचा ने नही था उसे अपनी जिंदगी से ऐसा कुछ भी सहने को मिलेगा.
आयेज की कहानी अगली पार्ट मे.
स्टे ट्यूंड..