मा और अंकल के चुदाई संबंध-3

हेलो गाइस स्वागत है आपका “मा और अंकल के चुदाई संबंध पार्ट 3” मे. पिछले पार्ट मे हुँने देखा की कैसे मा और अंकल पार्टी से घर आने के बाद चुदाई की.

अब आयेज…

सुबह हो गयी थी और मई अभी भी नींद मे ही था. मई नींद से जाग गया और बाहर आया तो मों कुछ किचन मे काम कर रही थी और अंकल कही नज़र नही आ रहे थे. शायद अंकल जिम गये थे. सो मई मा के पास गया. मा ने मुझे ब्रश करने को बोला और वो हमारे लिए ब्रेकफास्ट बनाने लगी.

थोड़ी देर बाद अंकल भी जिम से आ गये और वो अपनी डाइयेट के लिए किचन मे गये. वाहा पे मा को देख के उन्होने मा को स्माइल दी मा ने भी अंकल को स्माइल दी. अंकल ने उन्हे जो लेना था वो लिया और वो वही डाइनिंग टेबल पर बैठ गये.

अंकल कुछ खा रहे थे तो मा ने अंकल को ब्रेकफास्ट को पूछा, की क्या बनाना है. तो अंकल ने कहा आप जो दे वही अब खाएँगे भाभी जी.

मों- श ऐसा क्या, तो कुछ नही मिलेगा आज खाने को.

अंकल – कुछ नही तो सही है, हमे सिर्फ़ एक गाल की किस ही दो हम उसी से खुश हो जाएँगे.

मों – कुछ भी क्या, ऐसा मत बोलो आदर्श यही है, सुन लेगा वो और दादी भी है पास वेल कमरे मे तो चुप रहो.

अंकल – ठीक है, तो कब मिलेगा?

मों- क्या?

अंकल- ब्रेकफास्ट के बारे मे बात कर रहे है हम.

मों – आछा तो वेट करो.

थोड़ी देर बाद हम सबने ब्रेकफास्ट किया. अब मा नहाने को चली गयी. अंकल उनके कमरे मे थे. जैसे ही मा नहाने गयी अंकल उठ गये और वॉशरूम की तरफ चले पड़े मई वही पे था. तो मई पीछे गया.

मा अंदर नहा रही थी और अंकल ने वॉशरूम का डोर आयेज किया और सीधे अंदर गये. मा ने ये देखा की अंकल अंदर आ गये है तो मा को थोड़ी घबराहट सी हो गयी. और मा ने अंकल को बोला ये क्या कर रहे हो.

किसीने देख लिया तो चलो बाहर जाओ जल्दी. लेकिन अंकल कहा मानने वेल थे. अंकल मा के पास गये और मा को पकड़ लिया लेकिन मा ने अंकल से गुस्से मे आके बोला. अभी नही जाओ बाहर, बस हो गया.

अंकल को समाज आ गया की मा को आछा नही लगा सो अंकल ने सॉरी कहा और वो वाहा से चले गये. मा ने नाहया और अपने बाल खुले हो रखकर बाहर आ गयी. अंकल को मा ने दांता था तो अंकल तोड़ा गिल्टी फील कर रहे थे.

मों- ऐसे क्यूँ बैठे हो, मैने कहा था ना ऐसे दिन मे नही. तुम समझते क्यूँ नही, यहा पे दादी है, आदर्श है. किसी ने देखा तो क्या होगा. और आज तुम्हारे भैया भी आने वेल है.

अंकल ने जब सुना की पापा आने वेल है तो उनका चेहरा उतार गया. क्यूकी अंकल आज रात को भी मा को छोड़ना चाहते थे लेकिन पापा आने वेल थे तो उनका प्लान मिस हो गया.

अंकल – अक्चा तो ठीक है, कब आने वेल है?

भैया – मई जाता हू उन्हे लाने के लिए.

मों- आएँगे अब 12 भजे, तो अब नाहके जाओ और उन्हे एरपोर्ट से लेकर आओ.

अंकल ने मा को हा कहा और नहाने चले गये.

पापा आने वेल थे तो मई खुश था और मई उनका इंतेज़ार करने लगा. थोड़ी देर बाद पापा आ गये. हुँने साथ मिलके दोपहर का खाना खाया. उसके बाद मई मों और पापा मोविए के लिए गये. कुछ शॉपिंग की और रात को घर बाहर से खाना ख़ाके लौट आए.

अब हमारा सोने का समय हो गया था मई सो गया. मों और पापा कुछ ऐसे ही बाते करने लगे थे. उनका हसी मज़ाक चालू था.

पापा – क्या मुझे मिस नही किया क्या जाने के बाद?

मों- क्या करे अब मिस करने, हम तो करते है मिस आपको लेकिन आप को कहा इतना समय हमे मिस करने मे.

पापा – ऐसा कुछ नही निक्की, तुम मेरी जान हो, तुम्हे तो मई हमेशा याद करता हू.

मों- कुछ भी क्या, झुटे हो आप.

और बतो बतो मे पापा ने मा को किस करना चालू किया मा भी पापा को चूम रही थी. अब डोन्ो ही पूरे जोश मे थे और पापा ने मा की निघट्य उतार दी और मा को नंगा किया. और मा ने पापा के कपड़े उतार दिए.

पापा – तुम्हारा ये प्यार बदन मुझे सोने ही नही देता था. और पापा मा को चाटने लगे. पापा ने मा की छूट मे जीभ डालकर चूसना चालू किया. मा की मूह से अब सिसकिया आने लगी.

मों- ऑश ह्म्‍म्म्मम औचह बेबी

मा ने फिर पापा का लंड अपने मूह मे लिया और चूसने लगी. अब पापा मा को छोड़ने के लिए तैयार थे और उन्होने मा की छूट मे अपना बड़ा लंड डाला. और ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगे. पूरा बेड हिल रहा था और मा की मूह से आवाज़े आ रही थी.

थोड़ी देर ऐसे ही छोड़ने के बाद पापा ज़ड़ गये. और उन्होने अपना सारा माल मा की छूट मे उतार दिया और मा और पापा ऐसे ही अब सो गये.

सुबह जब मेरी आँख खुली तो पापा सोए हुए थे और मा बाहर कुछ काम मे व्यस्त थी. मई भी बाहर गया फ्रेश हुआ. मा ने मुझे पापा को उठाने को कहा. मैने पापा को उठा लिया और ह्म सबने ब्रेकफास्ट किया.

ब्रेकफास्ट करते समय पापा ने ह्यूम कुछ बताया. पापा ने घूमने जाने का प्लान बनाया था. पापा ने कहा की मई भी बहोट दीनो से आप के साथ कही घूमने नही गया हू तो हम कोई ट्रिप प्लान करते है और पापा ने ह्यूम पूछा की खा जाना है.

मई तो बहोट खुश था. मों ने कुछ जागे बताई और आख़िर मे हुँने एक जगहा तय की. हम लोनवला जाने वेल थे बारिश का मौसम था और बारिश मे लोनवाला मे बहुत खुच देखने को मिलता है. पापा जाड़ा दिन ट्के फ्री नही र सकते थे इसलिए हुँने 2 दिन का प्लान किया.

पापा ने होटेल्स बुक किए थे. मई पापा मों और अंकल भी साथ आ रहे थे. हम ज़्ब हमारी गाड़ी से गये और पहले होटेल मे जाके हुँने हमारे रूम देखकर हमारा समान र्ख दिया. और अब हम घूमने जाने वेल थे.

उस दिन हुँने बहोट सारे ज़रने देखे और पानी मे बहोट एंजाय किया. अंकल ने हमारे खूब सारी फोटोस खींचे. वाहा पे सारा दिन बारिश ही थी तो हम ज़्ब बारिश मे ही घूम रहे थे. मा का सारा शरीर भीग गया था और मा की ब्रा दिख रही थी.

अंकल मों को बहोट तीखी नज़र से घूर रहे थे और मा के जिस्म का देखकर ही मज़ा ले रहे थे. लेकिन मा पापा साथ होने की वजह से अंकल पे उतना ध्यान नही दे रही थी. पापा और मा साथ साथ घूम रहे थे और मई अंकल के साथ मौज कर रहा था.

शाम होने के बाद हम होटेल गये और अपने कपड़े चेंज करके खाना खा लिया. अब सोने का समय हो गया था. अंकल खना खाने के बाद कही बाहर गये हुए थे. हम अब सोने चले गये.

मों और पापा एक रूम मे सोने चले गये. मई भी मा और पापा के साथ ही था. और अंकल बाहर से आने के बाद दूसरे कमरे मे चले गये. मुझे नींद नही आ रही थी तो मैने मा से खा की मई अंकल के रूम मे जाता हू और सोने के वक्त आता हू.

तो मा ने भी हा बोला और मई अंकल के रूम चला गया. मैने और अंकल ने आज की फोटोस देखी. फोटो देखते देखते मुझे वही नींद आ गयी. और मई सो गया.

करीब 12 भाज गये थे और मुझे पापा के रूम का दरवाजा खुलने का आवाज़ आ गया. शायद मा बाहर बातरूम के किए आ गयी थी. हमारा डोर ओपन ही था. अंकल ने मा को बाहर आते देख लिया और वो भी मा के पीछे पीछे बातरूम मे गये.

मई भी उठ गया और दरवाजे से बाहर बातरूम मे देखने लगा. मा बाहर आ रही थी तभी अंकल वाहा गये और उन्होने मा को पकड़ लिया और चूमने लगे. ये देखकर मा को शॉक लगा.

मा – क्या कर रहे हो, तुम्हारे बाइया अभी सोए नही है, वो अंदर ही है, मुझे जाना है.

लेकिन अंकल मा को किस कर रहे थे. उन्हे अब जाड़ा कंट्रोल नही हो रहा था. अंकल मा के बूब्स को मस्ल रहे थे और गर्दन पे चूम रहे थे.

अंकल – सिर्फ़ 1 मिनिट्स रूको फिर जाई और वो मा को किस करने लगे. अब मा ने अंकल को जाने को कहा और अंकल ने मा को छोड़ दिया. और मा ने अंकल के गाल पे किस किया और बोला अब सो जाओ. और वाहा से चली गयी.

अंकल का कुंड न गया था. अब अंकल रूम मे आ गये और मा के आज के फोटो को ज़ूम करके देखने लगे और अपना लंड भी एक हाथ से हिलने लगे. कुछ देर बाद वो बातरूम मे चले गये और मूठ मार के आ गये. आज अंकल को मूठ मार के ही सोना था.

अगले दिन सुबह हम ज़्ब खाना ख़ाके, लोनवाला की दूसरी जगह देखी और बहोट एंजाय किया. अब रात जाड़ा हो गयी थी तो हुँने रूम पे आके आराम किया और हमे दूसरे दिन घर लौटना था. तो हम सुबह जल्दी उठ गये और हमारे घर की तरफ रवाना हो गये.

लेकिन इस ट्रिप से अब अंकल को मा को छोड़बे की इक्चा बहोट ब्ड गयी थी. मा पास होके भी अंकल मा को टच नही कर पा रहे थे. सो अब अंकल मा को छोड़ने का प्लान बनाने लगे और पापा कब जयनगे इसका इंतेज़ार करने लगे.

वो दिन दूर नही था पापा बिज़्नेस मीटिंग के लिए बाहर जाने वेल थे. 3 दिन के बाद पापा जाने वेल थे तब ट्के अंकल को ऐसे काम निभाना था. एक दिन मा किचन मे कुछ कर रही थी. और पापा बाहर गये थे और मई भी वही खेल रहा था.

तो अंकल ने चुपचाप आके मा को पीछे से पकड़ लिया और मा को चूमने लगे और मा के बूब्स को दबाने लगे. मा ने खा की

मों-. अब तोड़ा इंतज़ार करो, इतनी भी क्या जल्दी है. क्ल तुम्हारे भैया जाने वेल है. क्ल ट्के इंतज़ार नही कर सकते हो क्या?

अंकल का लंड मा की गंद पे रग़ाद रहा था और अंकल मा को पीछे से किस कर रहे थे.

अंकल – अब कंट्रोल नही हो रहा है, भाभी जी कितने दीनो से. मई आपको बहो मे भरना चाहता हू.

मों-. मल्लों है, दिख रहा है मुझे तुम्हरे तकलीफ़, लेकिन क्या कर सकते है. एक दिन रूको अब बाद मे बहोट कुछ मिलेगा.

अंकल – मई जो मागुंगा वो मिलेगा क्या?

मों -. हा देखते है.

अंकल – नही, देना ही पड़ेगा आपको, नही तो नही जाने दूँगा आज.

मों – चलो अब, ज़िद मत करो मेरे प्यारे देवर जी.

अंकल – देवर नही, सिर्फ़ आदि बोलो मुझे आप.

मों- श आदि, अब छ्चोड़ो कोई तो आएगा.

अंकल – सिर्फ़ एक किस आपके होतो की.. और अंकल ने मा के ओठो को चूम लिया. 1 मीं चूसने के बाद अब मा ने कहा अब बस हुआ.

अंकल – ओहक, चलो एक दिन करते है इंतेज़ार.

मों- हा करो, इंतज़ार का फल मीठा होता है.

और अब अंकल वाहा से चले गये. और मा को छोड़ने के दिन का इंतज़ार करने लगे.

तो बे कंटिन्यूड…

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