ये स्टोरी Wहत्साप्प से बेडरूम तक सीरीस का 7त पार्ट हैं, अगर आप नये हैं, तो आपसे अनुरोध हैं की पहले के सभी 6 पार्ट्स बरी बरी आराम से पढ़ लीजिए, बहुत मज़ा आएगा.
: दे 2 :
मे:ही मों, योउ लुक नाइस. (मों ने आज भी लूस कपड़े पहने थे)
मों: तांकष.
मे: पापा चले गये ऑफीस?
मों: हा.
मे: इसका मतलब डार्लिंग, मे तुम्हारा पति हूँ अब.
मों: ह्म. जी. बोलो क्या सेवा करू?
मे: मेरी बेड टी कहा हैं श्वेता डार्लिंग?
मों: श…बेड टी चाहिए, रुक टुजे अभी बताती हूँ.
और मों मुझे मरने को पीछे डोडी और उस टाइम मों के बूब्स मस्ती से उछाल रहे थे.
मैं घूम फिरकर वापस अपने रूम मे बेड के पास आके खुद को उल्टा होकर ब्रेक लगाया, तो मैं पीठ के बाल बेड पे गिरा, और मों मेरे उपर.
मों की साँसे तेज तेज चल रही थी, और उसके बड़े बड़े बूब्स भी उपर नीचे हो रहे थे. एक मस्त सेक्सी माल मेरे उपर था.
मों मेरे उपर से हटने की कोशिश करने लगी. तभी मैने अपने दोनो हाथ उसके गंद पे रखकर उसको वापस अपनी और खींचा, और उसकी गांद को सहलाने लगा.
मों: छोड़ो मुझे, ये क्या कर रहे हो.
मे: वोही जो मुझे अपनी वाइफ से करना चाहिए, रोमॅन्स.
मों: ह्म. इतनी जल्दी, अभी तो हुमारा दूसरा ही दिन हैं. (मों बेड से उठकर जाने लगी)
मे: (मैने मों का हाथ पकड़ कर वापस बेड पे गिरा दिया और उसके उपर आ गया)
5 दीनो मे ये दूसरा दिन हैं, तो इतना जल्दी तो करना ही पड़ेगा.
(और धिरेसे एक हाथ को हल्के से मों के ब्रेस्ट पे रखा, और दूसरे हाथ से उसकी झंगो को सहलाने लगा. मों भी एंजाय कर रही थी.)
मों को भी मुझ से 5त दे को चूड़ना था, और मुझे भी उसकी चुदाई करनी थी.
बस, बीच के ये 4 डेज़ तो एक प्रेपरेशन थी, जिसमे मों और मे एक दूसरे के साथ आचे से कंफर्टबल हो जाए.
और दोनो मे से किसी को एक दूसरे से चुदाई मे कोई गिल्ट, या कोई रिश्ते का बंधन महसूस ना हो.
ये 4 दिन को मों को मुझे हल्का हल्का अपने करीब लाना था, और मुझे उसे सिड्यूस करना था. और बस, वोही सब तो चल रहा था.
इसलिए मों को मे कही पे भी टच करू वो डाइरेक्ट माना नही करती थी, उल्टा वो खुश होती की जितना मे उसे टच करूँगा, उतना उसे मुझे कम अप्रोच करना होगा और उतनी ही हम दोनो के बीच इंटिमेसी बरकरार रहेगी.
मों के साथ ये सब करने मे मज़ा आ रहा था, एक रोमांचक अनुभव.
मों: इस स्पीड से तो तू कही आयेज मत निकल जाना.
मे: मुझे लगा आपको स्पीड पसंद होगी. हर औरत को स्पीड पसंद होती हैं.
(मों ने अपनी नज़रे झुका ली).
मैने मों की पकड़ को लूस किया तो वो वाहा से चल पड़ी, जाते जाते वो अपने कपड़े सही कर रही थी, जो बेड पे मैने बिखेरे थे.
मों वापस किचन की और जा रही थी, और मैं उसके पीछे पीछे जाते हुए ये गुनगुना रहा था, “अभी ना जाओ छोड़ता, के दिल अभी भरा नही.”
मों: सच बात हैं, तेरा दिल तो कभी भरता ही नही लगता हैं.
मे:(मों को वापस लिपटाते हुए) जब बीवी इतनी सुंदर और सेक्सी हो, तो किसिका मान कैसे भर सकता हैं. (सेक्सी शब्द बोलते टाइम मैने अपना हाथ उसकी नाभि के उपर फेरने लगा.)
मों: हटो भी, अब इस उमरा मे कहा वो सब.
मे: नही डार्लिंग, आज भी तुम बहुत सेक्सी लगती हो. जब तुम स्माइल करती हो तो ऐसा लगता हैं की फूलो की बारिश हो रही हो.
ये तुम्हारी आँखे तो मानो झील की तरहा गहरी हैं, इनमे खो जाने का मान होता हैं. और..और…
मों:(खुश होते हुए) और क्या..?
मे: जब तुम झुकती हो तो ऐसा लगता हैं की पूरी दुनिया तुम्हारे सामने झुक गयी (उसके बूब्स को सहला दिया)
और जब तुम चलती हो तो लगता हैं की हर खुशी तुम्हारे पीछे ही चल रही हो.(उसकी गंद को सहला दिया)
तुम्हारा एक एक पार्ट जैसे उपरवाले ने टाइम निकालकर प्रिपेर किया हैं.
मों: श…इतनी पसंद हू मैं तुम्हे?
मे: एस. इसलिए तो तुम्हे मों को जगह अपनी पार्ट्नर बनाने का रिस्क लिया.
पापा की जगह मे होता, तो तुम्हे इस तरहा कभी अकेला ना छोड़ता. तुम काम करने की चीज़ थोड़ी ना हो…? ( और मैं रुक गया)
मों: तो फिर…
मे: (मों को टाइट्ली हग करते हुए, और अपने दोनो हाथो को हल्के से मों की छूट पर रखते हुए) तुम तो बस प्यार करने की चीज़ हो.
तुम तो जैसे सिर्फ़ रोमॅन्स के लिए बनी हो. (आज पहली बार मैने अपने मों की छूट को उपर से टच किया.)
मों: तुम इतना लोवे करते हो मुझ से.?
मे: जी, मों.
मों: तो फिर चलो, तुम्हारे बेडरूम मे चलते हैं (मेरा हाथ पकड़ कर मुझे खूचते हुए) और वाहा जाकर…वाहा जाकर तेरा रूम सॉफ करते हैं, कितना गंदा पड़ा हैं.
ये सुनकर जैसे मेरी हवा निकल गयी. रोमॅन्स का भूत जैसे गायब हो गया. मेरा फेस देखकर मों हास रही थी.
मेरे बेडरूम मे जाकर मों ने मुझसे मेरा बेडरूम सॉफ करवाया, बाद मे उसका बेडरूम भी हुँने मिलके ठीक किया.
फिर काम पूरा होते ही मैने मों को उसके बेड के उपर गिरा दिया. (इस तरहा गिरने का अब मों को भी अछा लगने लगा)
मैने अपने दोनो हाथो को मों की कमर मे पिरो दिया, और उसे अपनी तरफ खींचा, अब हम दोनो के होत तकरीबन मिलने ही वेल थे.
मों: ये क्या कर रहे हो.?
मे: वोही, जो एक पति को काम के बाद मिलबा चाहिए. इनाम. और इनाम के तौर पे प्यार.(और मैने स्माइल दी)
मों: अछा जी, तो ये बात हैं.( मों भी स्माइल दे रही थी)
मे: (अपने हाथो से उनकी गांद को हल्के से सहलाने लगा) तो डार्लिंग, आज का कुछ प्लान हैं, या अपने पति को ऐसे ही थकते रहने का हैं ?
मों: क्यूँ, पति को तकलीफ़ हो रही हैं?
मे: अरे नही, मेरा मतलब की अगर अपने पति को तकना ही हैं, तो और भी तो तरीके हैं, उसके. क्यूँ?
मों: बदमाश, तुम मार खाओगे.(स्माइल देते हुए) चल आजा, मैं तुझे थकती हूँ.
और फिरसे मुझे मों किचन मे ले गयी, और वोही कल के जैसा सेम सीन, यहा वाहा टच करना, अपनी बॉडी दिखना.
आज मुझे अछा ख़ासा काम करवाया. पापा को आने मे अभी 1 घंटा बाकी था.
मे: (सोफे पे बैठते हुए) आज तो पूरे दिन तक गये.
मों:ह्म. तेरी यही तो विश थी.
मे: क्या, तुम भी खिच रही हो. मुझे लगा की हब्बी वाइफ का खेल मतलब उसमे हसी मज़ाक होगा, तुम मेरी केर करोगी, तोड़ा बहुत रोमॅन्स होगा. पर यहा तो?
मों: बचु. ये सब फ़िल्मो मे होता हैं, असली मे तो ऐसा ही होता हैं. और तू कोन्से रोमॅन्स की बात कर रहा था (तोड़ा गुस्से होते हुए)
मे:(मामला संभालते हुए) अरे, वो तो ऐसे ही, मूह से निकल गया.
मों: ह्म…चल अब मे फ्रेश होने जा रही हूँ.
और मों बातरूम मे चली गई, आज मों अपने बेडरूम के बातरूम के बजे बाहर कामन वेल मे गयी नहाने. कुछ देर बाद मों की आवाज़ आई?
मों: अरे सुनो ना. मेरे कपड़े और टवल मे अपने बेडरूम मे ही भूल आनी, ज़रा लड़ोगे प्लीज़.
मे: अभी लता हूँ.
मे अंदर गया, तो मैने मों के कपड़े और टवल वाहा पड़े थे, जिसमे ब्रा और पेंटी उपर ही रखी थी. मैने उसे हाथो मे लिया, और स्मेल करने लगा.
मों: मिले के नही तुझे, ज़रा जल्दी कर, तेरे पापा आ जाएँगे.
मे: यहा बेड पे तो सिर्फ़ टवल हैं, कोई कपड़े नही हैं. (मैने मों के कपड़े और वाइट टवल वापस अलमारी मे रख दिए, और छोटे साइज़ का पिंक टवल निकल दिया.)
मों: अरे, ठीक से देख. वोही बेड पे ही पड़े हैं.
मे: नही हैं, तुम कहो तो तुम्हारी अलमारी मे से निकल डू.
मों: नही, रहने दे. तू सिर्फ़ टवल ले आ.
और मैने मों को टवल दिया. कुछ देर बाद मों वोही पिंक टवल लपेट कर बाहर आई.
वाह, वाह, क्या लग रही थी. भीगा बदन, गीले बाल, उसके बड़े बूब्स और उसकी गांद को टवल पूरा नही धक रहा था. मों के 25% बूब्स बाहर दिखाई दे रहे थे.
मान किया की अभी जाकर मों को दबोच लू, पर मैने कंट्रोल किया. मुझे देखती हुई मों स्मिले करते हुए अपने बेडरूम को जा रही थी, उसने हल्के से कुछ बोला, पर मुझे समझ नही आया.
अपने रूम के गाते पे जाकर उसने पलट कर मुझे देखकर एक फ्लाइयिंग किस दी, और रूम को अंदर से बंद कर दिया. कुछ देर बाद मों बाहर आनी, और मेरे सामने बैठकर हासणे लगी.
मे: क्या हुआ. क्यूँ हास रही हो.
मों: कुछ नही. मेरे 5 दिन के पति ने आज इतना काम करने के बाद, तुमको कुछ इनाम देने का सोचा था, पर तुमने वो चान्स गावा दिया?
मे: मतलब.
मों:***** (मों ने वापस वोही शब्द हल्के मे बोले, जो उसने बातरूम से निकालने के बाद बोले थे)
मे: सॉफ सॉफ कहो.
मों: रोमॅन्स. पागल मैने उस टाइम रोमॅन्स बोला था, जो तूने ठीक से नही सुना, तेरी ग़लती. तुझे तोड़ा रोमॅन्स चाहिए था, तो मैने सोचा, तेरे साथ तोड़ा ट्राइ कर लेती हूँ, प्ले मे भी थोड़ी ज़्यादा जान आजाएगी.
मे: ओह मी गोद. सच मे. तो अभी भी आधा घंटा बाकी हैं मों, प्लीज़ चलो ट्राइ करते हैं कुछ.
मों: वन हेलो. ये सिर्फ़ उस वक़्त के लिए था, और मेरा मूड भी था. तो आयेज से देखना, जब जो मिलनेवाला हो, ले लेना, बाद मे शायद ना मिले. (और वो हासणे लगी)
मे: तुम बहुत ही कामिनी हो.
मों: जैसी भी हूँ, तुम्हारी ही बीवी हूँ. (और हम दोनो हासणे लगे) अछा, अब तुम भी नहलो, जल्दी से.
मेरी तो इचा नही थी, पर मम्मी ने फोर्स किया तो मैं चला गया, बातरूम. वाहा मैने मों के कपड़े और उनके पीछे मों की ब्रा चड्डी टाँगे हुए थे.
मैने ब्रा और चड्डी को अपने लंड पे रखकर मों को फक करता हुआ इमॅजिन कर के मूठ मारी. कुछ पानी ब्रा के उपर गिर गया, तो मैने उसे पूरा भिगो के वापस तंग दिया, और बाहर आगेया.
फिर मों अंदर बातरूम मे गयी और मेरी जैसे फट गयी.
मों: अरे, मेरे कपड़े कैसे भीगे?
मे: अरे, वो टवल लटकते वक़्त नीचे घर गये, तो गीले हो गये. मैने वापस रख दिया उन्हे.
मों: अरे, कोई बात नही, वैसे ही उन्हे भीगने का काम मेरा हब्बी नही करेगा, तो कौन करेगा? (और वो हासणे लगी)
मे: क्या मों. आप भी.
कुछ देर मे पापा आए. हुँने खाना खाकर सोने चले गये. नाइट को फिर कीहोल से मों के बेडरूम मे देखा.
मों को सेक्स की भूक छड़ी थी, पर पापा थके हुए थे, तो वो मों की छूट मे कुछ धक्के लगाकर फूस हो गये. उसके बाद मों का मुझे (अनिल को) व्हातसपप मेसेज आया :
मों: आज का हो गया, अब कल क्या.
मे (अनिल): आज कुछ चेंज फील किया अपने बेटे मे?
मों: तुमने कहा था की बेटे से कपड़े मँगवके, उसे नीचे गिरा के गीले कपड़ो का बहाना करके, मुझे टवल मे बाहर आना हैं. पर मेरा बेटा तो एक कदम आयेज निका.
मे: क्यूँ, क्या हुआ?
मों: उसने मेरे बेड पे रखे कपड़ो को वापस अलमारी मे रख दिया, और मुझे बोला की कपड़े नही हैं.
और मेरे रखे टवल के बजे मुझे छोरा टवल दिया, जिससे वो मेरी बॉडी देख सके. और मुझे लगता हैं उसने बातरूम मे मेरे उंद्रवेार पे मूठ मारी हैं.
मे: ऑम्ग…इतनी जल्दी. मतलब तेरा बेटा तेरी लेने को रेडी लगता हैं.
मों: ह्म. तुम सब लड़को को बस वोही चाहिए, फिर वो किसी बाहरवाली की हो, या घरवाली की. कामीने सब.
मे: ह्म, उसका छोड़, ये बता तूने एंजाय किया की नही.
मों: एस. माझा आया उसके साथ हब्बी वाला प्ले करने मे. पर मैं अब भी उसके साथ सेक्स करने के लिए, पूरी तरह से रेडी नही हूँ.
मे: डॉन’त वरी, तुम हो जाओगी. कल के दिन तुम 50% जितनी रेडी हो जाओगी, मेरी गॅरेंटी हैं, तुम्हे बस मेरा प्लान फॉलो करना हैं.
मों: अछा जी, क्या करना हैं कल.
मे(अनिल): कल तुम्हे बेटे के साथ घूमने जाना हैं, शॉपिंग करनी हैं, और एंजाय करना हैं. (और मों को मैने पूरा प्लान समझा दिया).
तो कल दे 3 में क्या होगा ये जानिए अगले पार्ट मे.
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क्या आप मे से किसी को कभी अपनी मों/सिज़ के साथ इंटिमेट होने का ख़याल आया, कभी ? तो नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर बताईएएगा.