लंड देख कर पागल हुई बहन

दोस्तों अगर आपको कहानी पसंद आए तो मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर दीजिए. कहानी का 3र्ड पार्ट आपके लिए हाज़िर है. तो शुरू करते है.

मैं फ्रूटी लेके जैसे ही अंदर गया तो देखा खुश्बू अभी भी सिर्फ़ पनटी और स्पोर्ट्स ब्रा में ही थी.

आते ही उसने मुझे बोला: भाई आपको मैने डरे दिया था विदाउट पंत का. निकालो जल्दी.

मैने उसको फ्रूटी दी, और उसने पी ली.

तब उसने फिरसे कहा: भाई पंत!

मैने पंत उतरी जैसे ही, साला अंडरवेर भी पता नही कैसे साथ में उतार गया. मेरा लंड पहले से ही खड़ा था. वो सीधे साँप की तरह फंफना के बाहर आ गया. खुश्बू का मूह खुला का खुला रह गया. उसने जैसे ही मेरा लंड देखा, तो वो बिना पालक झपकाए देखती ही रही.

मैने फटत से अंडरवेर उपर की और उसको सॉरी कहा. पर अब उसकी आँखों में सॉफ दिख रहा था की उसने मेरा खड़ा लंड बहुत गौर से देखा था. मैं एक-दूं शांत हो गया था. थोड़ी देर बाद मैने फिरसे सॉरी बोला.

उसने अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा: इट’स ओक भाई. कोई बात नही.

मैं तोड़ा शांत हुआ. फिर उसने फ्रूटी ख़तम की. अब हम दोनो ने सोचा रात बहुत हो गयी थी, सो जाते है. पर नींद नही आ रही थी. मैं भी सीट पे आ गया और वो भी. मैं फोन देखने लगा.

थोड़ी देर बाद उसने कहा: भाई आपको नींद आ रही है?

मैने उसे ना कहा.

फिर उसने कहा: मुझे भी नही आ रही है.

मैने कहा: फिर अब क्या किया जाए?

तब उसने कहा: चलो भाई कुछ बातें करते है.

मैने कहा: ओके.

तब हम दोनो नीचे सीट पर टेक लगा के बैठ गये. ऐसे ही बातें करने के बाद उसने कहा-

वो: भाई, आप वो सेक्स के बारे में कुछ बोल रहे थे.

मैं चुप हो गया.

तब उसने कहा: भाई हमारे अलावा कों है यहा? और वैसे भी हम दोनो कों सी बातें च्छूपाते है एक-दूसरे से. बताओ ना आपने 1स्ट्रीट टाइम कैसे, कब, और कहा किया था? मुझे भी नालेज मिल जाएगी, बताओ ना. टाइम पास भी होगा.

फिर मैने उसे अपनी स्टोरी बताना शुरू किया. वो बड़े गौर से सुन रही थी. अगर आप लोग ये स्टोरी सुनना चाहते है तो मुझे बताईएएगा. मैं आपके लिए ये स्टोरी लेकर अवँगा. स्टोरी सुनते-सुनते वो बहुत गरम हो गयी.

उसने कहा: काश मेरा भी ब्फ होता भाई. मॅन मेरा भी करता है ये सब करने के लिए, पर क्या करू? उपर से भैया की वजह से कोई लड़का मेरा बाय्फ्रेंड भी नही बनता.

मैने कहा: कोई बात नही, कभी ना कभी हो ही जाएगा.

हम ये सब बातें कर रहे थे. मेरा लंड खड़ा था, और उसका अचानक हाथ लग गया. मेरी बॉडी में जैसे करेंट आ गया हो.

उसने कहा: भाई आप . तो हो ना?

मैने हा कहा, पर अब मेरा मॅन कर रहा था या तो इसको छोड़ डालु, या फिर लंड हिला के माल निकाल लू. मैने सोचा . ही ट्राइ करता हू.

फिर मैने उसे कहा: क्यूँ ना हम फिरसे एक और लडो का मॅच खेले?

उसने बिना देरी किए हा कह दिया. फिर मैने फोन निकाला. हम लोग फिरसे खेलने लगे.

तब उसने कहा: भाई डरे करेंगे ना फिरसे.

तब मैने कहा: हा बिल्कुल. पर इस बार क्या करे?

वो बोली: कुछ भी करेंगे, यहा कों देखने वाला है हमको 4-5 दिन.

मैने हा कहा. हमारा ग़मे फिरसे शुरू हो गया. मुझे ही पहला 6 आया, और मैने अपनी गोटी बढ़ा ली. पर उसको भी आ गया, और वो मेरी गोटी के ही पीछे पड़ी थी, जैसे मुझसे कुछ करवाना ही हो उसने. फिर फाइनली उसने उड़ा भी दी. अब मैने उसे देखा. वो बेहिसाब हासणे लगी.

मैने कहा: बताइए मेडम, क्या करना है.

वो: भाई जो बोलूँगी करना पड़ेगा.

मैने कहा: अब तक तेरी कों सी बात मैं नही माना हू पागल?

उसने कहा: हा ये तो है. मेरा भाई बहुत अछा है.

मैने कहा: मस्का मत लगा. बता क्या करना है?

उसने कहा: अब ना इसको आज़ाद कर दो (मेरे लंड की तरफ इशारा करके).

मैं एक-दूं शॉक हो गया. मेरे मूह से एक-दूं से निकला-

मैं: वॉट!

उसने कहा: करना तो पड़ेगा भाई, डरे है.

मैने बोला: बुत हम भाई-बेहन है. मैं तेरे सामने कैसे?

उसने खा: भाई आपको डरे मैने दिया है, और मेरे अलावा यहा कोई नही. अब जल्दी करो, ग़मे खेलनी है.

फिर मैं खड़ा हुआ, अपना अंडरवेर निकाला, और बैठ गया. मेरा लंड पूरा खड़ा था, और उसमे से हल्का-हल्का प्रेकुं निकल रहा था. वो मेरे लंड को बस घूरे जेया रही थी.

मैने कहा: खुश्बू मेडम, चलो खेलो. खावगी क्या इसको?

और मैं हासणे लगा. उसने भी हस्स दिया, और हम आयेज बढ़े. वो तिरछी निगाह से मेरा लंड देख रही थी. अब मेरे मॅन में भी हवस भर गयी थी पूरी तरह. मैने उसकी गोटी को मौका देख के उड़ा दिया, पर मैं जल्दबाज़ी नही करना चाहता था.

तो मैने उसको डरे नही दिया, बल्कि उससे क्वेस्चन किया: तूने कभी सेक्स किया है?

तो उसने नही कहा.

मैने बोला: करने का मॅन तो होता होगा?

तो उसने कहा: बहुत भाई, पर क्या करे?

फिर हम लोग खेलने लगे. उसने मेरी गोटी फिरसे उड़ा दी, और बोली: भाई आपका डरे है, आपको मुझे किस करना है. वो भी डीप फ्रेंच किस.

मैं अब तक समझ गया था की ये ट्रूथ आंड डरे मुझसे छूट चुदाई करवाने वाला था. मैं उसके करीब गया, और उसके लिप्स पे लिप्स रख के किस करने लगा. हम दोनो डीप्ली एक-दूसरे को स्मूच कर रहे थे. उसकी आँखें बंद थी, और वो पागलों की तरह मुझे चूम रही थी, मैं भी.

फिर 15 मिनिट की किस के बाद मैं और वो दोनो होश में आए और अलग हुए. अब हम दोनो खेलने लगे, पर मॅन कर रहा था एक-दूसरे की गोतिया उड़ाते रहे. फिर अचानक मैने उसकी गोटी उड़ा दी, और वो तो जैसे एक-दूं से खुश हो गयी.

मैने उसको कहा: अपनी स्पोर्ट्स ब्रा निकाल दो.

उसने पहले नखरे दिखाते हुए कहा: नही भाई.

फिर मैने बोला: मेरा लंड खुला हुआ है.

ये सुन के वो चुप हो गयी, और उसने उतार दिए. उसके गोल-गोल गुलाबी निपल्स अफ यार क्या माल लग रही थी वो कसम से. मॅन तो कर रहा था सारा दूध पी जौ. मैं खेलते-खेलते उसके बूब्स को देख रहा था. इस बार फिर मैने गोटी उड़ा दी, और उसको पनटी निकालने को कहा.

इस बार उसने सुनते ही पनटी निकाल के साइड में रख दी. उसकी छूट एक-दूं किसी रशियन की तरह पूरी गुलाबी थी, और एक-दूं क्लीन शेव थी. आयेज क्या हुआ, नेक्स्ट पार्ट में…

अगले पार्ट में बतौँगा आयेज क्या हुआ. आपकी फीडबॅक आप मैल कर सकते हो

यह कहानी भी पड़े  बहन की चुदाई करके सिर दर्द भागने की कहानी

error: Content is protected !!