हेलो दोस्तों, मेरा नाम रीना है, और मेरी उमर 21 है, और मैं आमेडबॅड से हू. अगर कोई आमेडबॅड से है, और अगर लेज़्बीयन सेक्स में इंट्रेस्टेड हो, तो मैल या फीडबॅक ज़रूर देना. और लेज़्बीयन गर्ल्स बेफिकर होके मेसेज कर सकती है.
मैं नेक्स्ट वीक मुंबई आ रही हू, तो मुंबई की लेज़्बीयन गर्ल्स मुझे मैल कर सकती है. और पिछली स्टोरी पर कोई फीडबॅक ही नही मिला है, तो इस कहानी पर फीडबॅक ज़रूर देना. एमाइल ईद है क्राज़्ीबल्ल893@गमाल.कॉम.
पिछली स्टोरी में पढ़ा की कैसे जब मैं कृपा भाभी के घर गयी और भैया की बात निकली, तो भाभी का मूह उतार गया, और वो रोने लगी. फिर मैने भाभी को शांत किया. तभी मैने भाभी को किस किया, और फिर भाभी कैसे अपने आप पर काबू ना रख सकी और फिर मेरे को डॉमिनेट करने लगी, ये आप पिछली स्टोरी में पढ़ सकते है. अब आयेज की स्टोरी पर चलते है.
कृपा: ले रंडी, चूस आचे से चूस. साली बहुत सेक्स चढ़ा था ना तुझे. आज तेरा सारा पानी निकालती हो. ले मद्रचोड़ ले, चूस मेरे बूब्स. क्या फिगर है तेरा, मज़ा ही आ गया.
मे: थॅंक योउ भाभी. आह आप बहुत डॉमैनेटिंग हो. आज आपके बूब्स को चूस-चूस के सारा दूध पी जौंगी आ.
कृपा: आह आ, चूस मेरी जान, और चूस. हाए तेरे होंठ तो कमाल कर रहे है. क्या चूस ती है रे तू वाह. ऑश आज मेरा डूडू पिलौंगी तुझे.मे: हा, डूडू पीने का बहुत मॅन है, पिलाओ ह. बहुत टेस्टी है. आज इसी दूध की छाई बनाएँगे ह.
फिर कृपा भाभी ने मेरी पंत के अंदर हाथ डाला, और छूट मसालने लगी. मैं भी उनको बहुत इनटेन्स किस कर रही थी. पहले उपर के होंठ, फिर नीचे के होंठ, और फिर टंग सक कर रही थी. मानो तो मैं काबू में ही नही थी अपने आप के.
कृपा: वाह किया चिकनी छूट है तेरी. मज़ा ही आ जाएगा. पूरा हाथ डाल दूँगी आज इस छूट में. वैसे भी बहुत आग है तेरे छूट में ना. आज मैं तेरी सारी आग मिटा दूँगी. फाड़ दूँगी ये छूट को. तेरी ये छूट को आचे से मसल दूँगी. देखु तो ज़रा तुझ जैसी रंडियों की छूट कैसी होती है. बता चल छिनाल.
मे: ह, बहुत अछा लग रहा है. और तेज़, और तेज़ ह.
मैने मेरी आँखें ही उपर कर ली थी. मेरा पानी निकालने वाला था ह. आह मैं झड़ने वाली हू. आह भाभी.
कृपा: रुक, मेरे मूह पे चढ़ ना तू. अहह मेरे मूह में आजा. साली रंडी आज तेरी छूट का सारा पानी निकल देती हू मदारचोड़ साली अहह ओह.
फिर मैं उनके मूह पर बैठ गयी और वो अपनी टंग से मेरे को छोड़ने लगी. वो कभी चाट-ती तो कभी अपनी टंग मेरे अंदर डाल कर. ज़ोर-ज़ोर से अंदर-बाहर करती. आह अहह बहुत मज़ा आ रहा था.
मे: अहह भाभी मैं झड़ने वाली हू.
कृपा: अछा लग रहा है ना तुझे, तो फिर और ले. ले मेरी रंडी, और ले. अब तेरी गांद छोड़ूँगी. तेरी गांद की स्मेल बहुत सेक्सी है. आह मज़ा आ रहा है. बहुत बड़ी गांद है तेरी. तेरी मा से भी बड़ी गांद है. और किस-किस से मरवती है जो की इतनी बड़ी गांद है तेरी. और जिस्म तो क्या बतौ, ह बहुत हॉट जिस्म है तेरा, एक-दूं बवाल. बहनचोड़ क्या चीज़ है रे तू?
उसके बाद भाभी ने कहा: मेरी छूट भी मसल दो. कब से तरस रही है कोई इसे आके छाते. इसका पानी निकाले. मैं इसी टाइम का इंतेज़ार कर रही थी कब से.
मैने तुरंत मेरा हाथ उनकी छूट पर रखा, और मसालने लगी. भाई सिसकारियाँ लेने लगी. अहह, मैने भाभी को कमर से पकड़ा, और होंठो पर होंठ रख दिए और दूसरे हाथ से उनकी छूट मसालने लगी. भाभी वाहा मेरे गले में हाथ डाल कर मेरा पूरा साथ दे रही थी, और मेरे बाल सहला रही थी.
भाभी: अहह्ा हह ऐसे ही और तेज़ मेरे रंडी. अहह, और करती रहो, रुकना मत. और ज़ोर से. रुकना मत मेरी रानी. मसल दो इस छूट को आहह, और तेज़, पूरा हाथ डाल दो अहह.
मे: हा कृपा, आज इस छूट का पानी निकाल दूँगी मैं. आहह, क्या छूट है. भैया कैसे छूतिए है जो ये छूट छ्चोढ़ कर दूसरी छूट के पीछे पड़े है आह.
(लेज़्बीयन गर्ल बेफिकर हो कर मेसेज कर सकती है, और अभी तक जिसकी छूट गीली हो चुकी है, और लंड खड़ा हो चुका है, वो मुझे फीडबॅक ज़रूर देना)
कृपा: अहह मदारचोड़, ऐसे ही कर. और कर मेरी छिनाल रंडी. बड़ी चुड़क्कड़ है तू. पहले क्यूँ नही मिली तू मुझे? साली रंडी.
मे: पहले का छ्चोढ़ दो. अभी का मज़ा लो मेरे भाभी. आज आप ही की हू मैं जैसे चाहो वैसे छोड़ सकते हो मुझे अहह.
फिर भाभी उठी और मुझे खड़ा किया, और मुझे पीछे से पकड़ कर मेरे गले पर किस करने लगी अहह. वो कभी मेरे कान पर किस करती, कभी मेरे गाल पर. वो एक हाथ से मेरे बूब्स और दूसरे हाथ से मेरी छूट मसल रही थी. फिर मुझे पीछे से लड़कों की तरह छोड़ रही थी.
पुर रूम में पच-पच की आवाज़ आ रही थी. मेरी छूट उससे टकराती तब ह क्या मज़ा आता था पूछो ही मत दोस्तों अहह. फिर भाभी ने मेरी टांगे और चौड़ी की, और छूट पर हाथ से मारने लगी. मैं तो सहम गयी.
मे: उई मा मॅर गयी आज तो. मार ही डालगी क्या भाभी मुझे? अपनी पति के लंड पर भी ऐसे ही मार्टी हो क्या?
भाभी: पति को नही, पर रंडी को ज़रूर मार्टी हू. चुप कर छिनाल, वरना मा छोड़ दूँगी तेरी. आज कुछ मत बोल छिनाल, पति का गुस्सा तेरी छूट पर निकालूंगी
मे: धीरे करो भाभी ह. मॅर गई उ मा अहह.
फिर भाभी ने मेरी छूट को चाटना शुरू किया. मेरी तो टांगे काँपने लगी. मैने दीवार को पकड़ लिया, और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी अहह ओह.
मे: आ आह आ ऐसे ही, मत रूको, छातो, और छातो. छातो मेरे रंडी भाभी. ये छूट अब तुम्हारे ही है. तुम्हारे लिए ही शेविंग करके लाई हू. चाट-चाट कर सॉफ कर दो इस हरामी छूट को आ आ.
भाभी: हा आज तो इस पिंक छूट को लाल कर दूँगी. इस छूट का भोंसड़ा बना दूँगी अहह.
मैं झाड़ गयी थी, और अब भाभी की बारी थी. मैने भाभी को पलंग पर घोड़ी बनाया, और पीछे से उनकी गांद चाटने लगी. ह क्या गांद थी. फिर मैने एक बीच की उंगली उनकी छूट में डाली, और ज़ोर से अंदर-बाहर करने लगी अहह.
भाभी: अहह, और ज़ोर से, मत रूको. यॅ तीस वे. डॉन’त स्टॉप प्लीज़. यॅ फक मे डार्लिंग फक मे अहह.
और फिर भाभी चिल्लाते हुए झाड़ गयी और हम दोनो एक-दूसरे पर लेट गयी. फिर हम किस करने लगे.
अभी के लिए इतना ही, आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में. बाइ, गुड नाइट. थॅंक योउ वेरी मच.