लड़की के अपने कज़िन भाई से सील तुड़वाने की कहानी

हेलो फ्रेंड्स, आशा करती हू आपको पिछला पार्ट अछा लगा होगा. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पढ़ लीजिए की कैसे मेरे अपने कज़िन भाई ने मुझे अपना लंड चुस्वाया और पानी पिलाया. अब आयेज-

रेहान ने छूट पे थूक लगाया, और लंड रखा और मुझे बोला-

रेहान: आलिया, अब तू लड़की से औरत बनने वाली है. जैसे ही ये अंदर जाएगा, तू औरत बन जाएगी और मेरी रॅंड.

फिर उसने मेरे टाँगो को फैला दिया, और लंड को छूट की दरार पे रख दिया, और तोड़ा घिसने लगा. और मैं सिसकियाँ भरने लगी. उसने लंड पकड़ा, और धक्का मारा, लेकिन छूट टाइट होने की वजह से उसका लंड फिसल गया. उसने फिरसे ट्राइ किया, लेकिन फिसल गया.

फिर उसने पास में रखी पॅरश्यूट तेल की बॉटल उठाई, और मेरी छूट पे तेल डालने लगा, और पूरी छूट पे फैला दिया तेल. फिर उंगली पे तेल लिया, और छूट के अंदर डाल दी, और अंदर-बाहर करने लगा.

रेहान: तेरी छूट तो काफ़ी टाइट है. मुझे तो लगा तू पूरी रॅंड होगी. कम से कम 10 तो लिए होंगे. लेकिन यहा तो सील पॅक है तू.

मैं: रेहान भाई मैने कभी किया नही है, आराम से करना.

रेहान: आलिया टेन्षन मत ले, तेरा रेहान है ना. वैसे भी अब से तो तू देख कितने लंड जाएँगे तेरी छूट में.

मैं: क्या मतलब भाई?

रेहान: कुछ नही.

फिर वो मेरी छूट में तेल से भारी उंगली डाल कर हिलने लगा. मैं तो सिसकियाँ ही भर रही थी, और रूम में आ आहह की आवाज़ गूँज रही थी. फिर उसने उंगली निकली, और उसके लंड पे उंगली का बचा हुआ तेल लगाया, और छूट की दरार पे रखा. लेकिन उसको कुछ याद आया तो उसने बोला-

रेहान: तेरी पनटी दे.

मैने उसको पनटी दी, जो मेरे सर के पास थी, और उसने मुझे मूह खोलने कहा और पनटी घुसा दी मूह में. फिर वो बोला-

रेहान: अभी मेरा लंड तेरी कुवारि छूट में जाएगा, तो तू मचल जाएगी, चीखेगी, और वक़्त रात के 12:30 हो रहा है. कोई सुन लेगा तेरी चीखे, इसलिए.

फिर उसने लंड वापस छूट पे रखा, और प्यार से पर ज़ोर से धक्का मारा, और उसके लंड का टोपा अंदर अंदर घुस गया. मैं मछली की तरह उछाल पड़ी, लेकिन उसने मेरी टाँग पकड़ के रखी थी, और धीरे-धीरे करके उसने आधा लंड अंदर डाल दिया.

मैं कुछ बोल नही पा रही थी पनटी मूह में होने की वजह से. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मैं चिल्लाना चाहती थी, लेकिन नही कर पाई. थोड़ी देर वो ऐसे ही रुका रहा.

रेहान: आलिया अब से तू मेरी रॅंड बन गयी है.

उसने लंड बाहर निकाला टॉप तक, और इस बार एक ही बार में पूरा लंड अंदर उतार दिया मेरी छूट मेईन. मेरी छूट में से खून निकल रहा था. उसने अपना लंड बाहर निकाला, और पास पड़ी चादर से छूट को सॉफ किया. सॉफ करके उसने कहा-

रेहान: अब से तू मेरी रॅंड है समझी? मैं जो बोलूँगा, वो करेगी. मैने आज तुझे औरत बनाया है.

मैं: जी भैया, मैं आपकी रंडी.

ये सुनते ही उसने मेरी टाँगो से पकड़ लिया, और अपनी तरफ खींच लिया, और लंड छूट में डाल दिया. फिर वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा. मैं तो मचल गयी थी पूरी, और उम्म उम्म की आवाज़ निकाल रही थी. फिर उसने मेरे मूह से पनटी निकली, और फिर छोड़ने लगा. पुर रूम में पच-पच की आवाज़े आ रही थी. थोड़ी देर बाद उसने अपना लंड निकाला और मुझे बोला-

रेहान: चल उपर आजा मेरे, और रंडी की तरह मेरे लंड को अपनी छूट को खिला, और उछाल-उछाल कर ले.

मैं उसके उपर आई और काउ-गर्ल पोज़िशन में बैठी. मैं उसका लंड सेट करके उसपे बैठ गयी. फिर मैं उछाल-उछाल के उसका लंड लेने लगी. मेरा दर्द भी कम हो गया था, और मुझे मज़ा आ रहा था. उसने मेरी गांद पकड़ी हुई थी, और दबा रहा था, और थप्पड़ भी मार रहा था ज़ोर-ज़ोर से.

मैं उसपे झुकी तो उसने मेरे बूब्स मूह में ले लिए, और मेरी सिसकियाँ बढ़ गयी.

उसने मेरी गांद पकड़ी, और मुझे उपर किया और तेज़-तेज़ उसका लंड मेरी छूट फाड़ने लगा. मेरे गार्ब को छू रहा था लंड, जैसे अभी फाड़ के अंदर घुस जाएगा. थोड़ी देर बाद वो रुक गया और कहा-

रेहान: अब घूम जा, अपनी गांद दिखाते हुए चुड अपने भाई के लंड से.

मैं रिवर्स कॉवगिरल पोज़िशन में छुड़वाने लगी, और वो कहने लगा-

रेहान: तेरी छूट कितनी मस्त लग रही है ये पोज़िशन में. देख के मज़ा आ रहा है, कैसे घुस रहा है मेरा लंड तेरी छूट के अंदर आलिया.

मैं: भाई ऐसा मत बोलो, मुझे शरम आती है.

रेहान: मेरे लंड से चुड रही है, और तुझे शरम आ रही है.

और वो हासणे लगा.

रेहान: आज तो पहला दिन है. अभी भी 4 दिन बाकी है. 4 दिन में देख तेरी शरम कैसे गायब करता हू. पूरी तरह से तुझे रॅंड बनौँगा अपनी.

उसने मुझे उठाया, और डॉगी स्टाइल में छोड़ने लगा. थोड़ी देर बाद उसने अपना गरम-गरम माल मेरी छूट में निकाल दिया. मैने कहा-

मैं: भाई आपने ये क्या कर दिया? अंदर ही निकाल दिया. मैं प्रेग्नेंट हो जौंगी.

रेहान: रंडिया माल छूट में ही लेती है. टेन्षन मत ले, मैं तुझे दवाई दिला दूँगा.

मैं: अछा भाई, याद से लेकर आना दवाई.

फिर मैं उसका लंड चूसने लगी थोड़ी तक. फिर हम एक-दूसरे को पकड़ के लेट गये, और थोड़ी देर रेस्ट की.

उसने ऐसे ही मेरी चुदाई की सुबा तक करीब 4-5 बार, और फिर हम लोग 6:30 बजे ऐसे ही नंगे सो गये तक कर.

फिर मेरी नींद 2 बजे खुली दोपहर में. रेहान मेरे पास सोया था, और हम दोनो नंगे थे. मैने ट्राइ किया बेड से उतरने का. जैसे ही मैं चलने लगी, मुझसे चला नही गया. मेरी पूरी छूट दर्द कर रही थी. मैं फिर वापस लेट गयी बिस्तर पे, और रेहान को उठाया.

मैं: रेहान भाई उठ जाओ. सुबा हो गयी है.

उसको थोड़ी देर उठाने के बाद वो उठा गया. लेकिन मुझे क्या पता था उसको उठाने से मैं वापस चूड़ने वाली थी. वो उठा और मुझे देख के बोलने लगा-

रेहान: दिन के उजाले में तेरे बूब्स बहुत आचे लग रहे है. क्या मस्त बॉडी है तेरी.

मैं: लेकिन भाई मेरे बूब्स भी इतने छ्होटे है, और गांद भी.

रेहान: टेन्षन मत ले मेरी रॅंड, थोड़े टाइम में इससे भी डबल बूब्स और गांद कर दूँगा तेरी.

मैं: अछा जी, अभी तो मुझसे चला तक नही जेया रहा. बातरूम तक नही जेया पा रही, इसलिए आपको उठाया है.

उसने मुझे कमर से पकड़ा, और जैसे मूवीस में राजकुमारी को राजकुमार उठता है, वैसे उठाया, और बातरूम ले गया. फिर मुझे उठा कर बिस्तर पे लिटा दिया. उसका लंड पूरा खड़ा था. उसने कहा-

रेहान: आलिया ये देख, सुबा-सुबा ये खड़ा हो जाता है, और उपर से तू नंगी बैठी है मेरे सामने. तो ये नीचे होने का नाम ही नही ले रहा.

मैं: अभी नही भाई, सब जाग रहे होंगे. और अम्मी का कॉल भी आ गया होगा. इसको शांत रखो अभी.

उतने में अम्मी का कॉल आया तो मैं पलटी और फोन टेबल से उठाया लेते हुए ही, और उल्टी लेट गयी. फिर मैने कॉल उठाई.

मैं: हेलो अम्मी.

अम्मी: हेलो की बच्ची, कहा है रात से?

मैं: वो मम्मी मेरी तबीयत खराब हो गयी थी, तो रेहान भाई मुझे हॉस्पिटल लेकर आए थे.

अचानक रेहान ने अपना लंड मेरी छूट में डाल दिया, और मैं चीख पड़ी.

अम्मी: क्या हुआ आलिया, अचानक चिल्ला क्यूँ उठी? रेहान को फोन दे, उससे बात करा मेरी.

अब उनको कों बताए, की जिस रेहान की तारीफ करते आप थकती नही थी, वही रेहान आपकी बेटी की छूट में लंड डाल कर अभी उसे छोड़ रहा था.

मैं: लो रेहान भाई, अम्मी को आप से कुछ बात करनी है.

मैने फोन स्पीकर पे कर दिया, और मूह तकिये पे रख दिया, क्यूंकी रेहान मुझे छोड़े जेया रहा था.

रेहान: जी खाला, बोलिए क्या हुआ?

अम्मी: क्या हो गया इसको, चिल्ला क्यू रही है ये? और इसकी तबीयत खराब कैसे हो गयी?

रेहान: खाला वो शायद कल का खाना इसको सूट नही हुआ, और उल्टी होने लगी इसको. मैं साथ ही था इसके, तो हॉस्पिटल ले आया. अब रात को 12 बजे कॉन्सा डॉक्टर मिलता है? इसलिए हॉस्पिटल लेकर आया.

वो अपना लंड मेरी छूट में मारे जेया रहा था, मेरी अम्मी से बात करते वक़्त भी.

रेहान: वो चिल्लाई इसलिए क्यूंकी वो फोन पे बात कर रही थी, और डॉक्टर ने इंजेक्षन लगा दिया. क्यूंकी इतनी देर से नाटक कर रही थी इंजेक्षन के लिए.

अम्मी: ठीक है, थॅंक योउ बेटा. अपनी बेहन का ख़याल रखना, और जल्दी से आ जाना.

रेहान: जी खाला, बड़े आचे से ख़याल रख रहा हू आलिया का. आप फिकर ना करो, हम 5-6 बजे तक आ जाएँगे. इसको शॉपिंग करनी है. अछा खाला, डॉक्टर आ गये, हम आ कर बात करते है.

जैसे ही उसने कॉल रखा, मैने कह-

मैं: रेहान भाई, ये क्या किया आ आपने? मैं बात कर रही थी उम्म अम्मी से, और आपने अंदर डाल दिया. आ, और बोल रहे हो डॉक्टर इंजेक्षन लगा रहा था. और क्या बोले, मैं नाटक कर रही थी. आ आह इसका बड़े आचे से ख़याल रख रहा हू.

रेहान: सही तो कहा मैने. मैं तुम्हारा डॉक्टर, और अपना इंजेक्षन लगाया मैने तुमको. और पूरी रात तो तुम्हारा ख़याल रखा मैने. तुम्हारी छूट का भी ख़याल रखा. उसको अपना माल पिलाया इतनी बार. अब इससे अछा तो कोई ख़याल नही रख सकता है.

मैं: अछा तो अब इंजेक्षन लगा तो दिया. लेकिन इंजेक्षन खाली भी करना होता है ना. तो फिर खाली करो इंजेक्षन.

वो तेज़-तेज़ धक्के मारने लगा, इतने ज़ोर से, की मेरी गांद सुन्न पद गयी. फिर उसने उसका माल निकाल दिया छूट के अंदर. अब मेरी हालत ऐसी थी की सारी पहनना तो मुश्किल था, और पैर भी उठा नही पा रही थी मैं.

उसने मुझे अपने कपड़े दिए त-शर्ट और ट्रॅक पंत. मैने जब उसकी त-शर्ट पहनी, तो ओवरसाइज़्ड लग रही थी मेरे पे. फिर हम धीरे-धीरे करके बाहर गये.

बाहर आ कर हमने ऑटो पकड़ी, और माल गये. माल के पास ही मेडिकल था. वाहा ऑटो वाले भैया को रोकने को बोला. मेडिकल से उसने दवाई ला कर दी मुझे, और कान में बोला-

रेहान: कॉंडम लू, या ऐसे ही मेरा माल छूट में निकलवाना है?

मैं: भाई आपने ही तो कहा था रंडिया अपनी छूट माल से भर्वाती है. तो फिर कॉंडम का खर्चा क्यूँ करना?

रेहान: आह मेरी रॅंड, अब देख बाकी के 4 दिन कैसे रंगीन बनेंगी.

फिर हमने थोड़ी शॉपिंग की वाहा से. उसने मुझे क्रोतचलेषस पॅंटीस खरीद कर दी. दोस्तों मैं बहुत सिंपल फॅमिली से हू, तो मुझे सिंपल पनटी और थॉंग्ज़ के बारे में पता था, ज़्यादा नही.

आपको अगर पता ना हो तो बता डू, क्रोतचलेषस पनटी में बस साइड्स में पनटी होती है छूट पे और गांद पे नही. मैं बड़ी कन्फ्यूज़्ड थी, और शर्मा रही थी.

फिर हम 5 बजे वापस आ गये. मैने थोड़े कपड़े अपने बाग से रेहान के रूम में रख दिए, ताकि छुड़वाने के बाद कपड़े हो मेरे पास.

फिर दोस्तों अगले 4 दिन रेहान भाई ने रात भर मेरी चुदाई की. हम शाम को फंक्षन अटेंड करते और रात से सुबा तक चुदाई. रेहान भाई ने मेरी गांद मारने की इक्चा भी की थी, लेकिन मेरे माना करने पे बोले ठीक है नेक्स्ट टाइम.

हम दोनो ऐसे हो गये थे, की फंक्षन्स के टाइम भी कुछ ना कुछ करते, कभी बॅक स्टेज के पीछे जेया कर मैं उसका लंड चूस्टी. फिर लास्ट दे पे खाने के टाइम रेहान भाई मेरे पास में बैठे थे.

सब नॉर्मल था. फिर अचानक उसने अपना हाथ मेरी जांघों पे रख दिया. मैने कुछ नही कहा, तो उन्होने मेरी लेगैंग्स के अंदर हाथ डाल दिया. मैं घबरा गयी, की कोई देख लेगा. लेकिन रेहान भाई तो हाथ निकाल ही नही रहे थे.

वो मेरी छूट रगड़ने लगे. मुझे भी मज़ा आ रहा था. लेकिन दर्र भी लग रहा था. फिर थोड़ी देर बाद उसने हाथ निकाल दिया.

मैं उठ के निकल गयी वाहा से, और उसके रूम पे चली गयी. अब मेरा हाल तो पूरा खराब हो गया था. मैने उसे बुलाया रूम पे मेसेज करके, फिर उसे कहा-

मैं: रेहान भाई, ये ग़लत बात है. पहले तो खुद गरम करते हो, और फिर ऐसे ही ठंडा छ्चोढ़ देते हो.

रेहान: चल आजा रॅंड, तेरी गरमी निकालु.

मैं: वही तो चाहती हू, आपका लंड और मेरी छूट बस.

फिर उसने मुझे खूब चूमा, और छोड़ा. हमे सुबा ही निकलना था, इसलिए हमने बस 3-4 बजे तक मज़ा किया, और फिर मैं अपने रूम आ गयी. फिर हम दोनो अलग हो गये. मेरा मॅन नही लग रहा था थोड़े दिन तक. फिर मैने…

आयेज की स्टोरी अगले पार्ट में बतौँगी. आपको याद हो तो रेहान भाई ने कहा था-

“वैसे भी अब से तो तू देख कितने लंड जाएँगे तेरी छूट में”. नेक्स्ट पार्ट इसी से रिलेटेड है तो अपनी जिगयसा बढ़ाए रखे, और आपका प्यार बनाए रखे.

आप लोग कॉमेंट करके या फिर मुझे एमाइल करके बताए की आपको ये पार्ट कैसा लगा.

एमाइल: आलियसीद्दीक़ुए2111@गमाल.कॉम

मुझे ज़्यादा एक्सपीरियेन्स नही है, तो अगर कुछ ग़लती होती है तो माफी चाहती हू. आप मुझे कॉमेंट करके बताना अगर कुछ सजेशन हो तो.

यह कहानी भी पड़े  गोवा की मंजू


error: Content is protected !!