कहानी जिसमे लड़के पर चढ़ा उसकी बड़ी मा का खुमार

हेलो मैं राज आपका फिर से स्वागत करता हू देसी कहानी की साइट पर. उम्मीद है आप सभी आचे होंगे, और अपनी सेक्स लाइफ एंजाय कर रहे होंगे. आप मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर भेजा करे. इससे हमे हॉंसला होता है, और अपनी स्टोरी आप तक पहुँचते हुए अछा भी लगता है, जब आप हमे प्यार देते है.

आप मुझे एमाइल कर सकते है, या सकती है,

अब आयेज-

मैं बेड पे पड़ा-पड़ा अपनी बड़ी मा सुमन के बारे में सोच रहा था. वैसे मैं आप सभी को उनका इंट्रोडक्षन दे देता हू. मेरी बड़ी मा का नामे तो आपको पता चल ही चुका है. उनकी उमर 42 के पास है, लेकिन वो दिखती बिल्कुल 35 एआस की किसी मस्त हॉट भाभी की तरह है.

उनकी हाइट 5’3″ की है, और वेट 70 के करीब है. उनका फिगर 38-38-42 है. तो अब आप सोच ही सकते है, की मेरी बड़ी मा एक चलता फिरता बूम का गोला है. और उनका रंग भी काफ़ी सुंदर है. उनको देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.

मैं मा सुमन के बारे में सोच रहा था उनकी गांद की शेप हो ध्यान में रखते हुए. अब मैं अपने लंड को उपर से मसालने लगा. अब ऐसा कोई टाइम नही जाता था, जब मैने उनकी गांद और छूट के बारे में नही सोचा हो.

क्यूंकी मेरी बड़ी मा सुमन ने मेरी और चाची शीला की चुदाई के बारे में किसी को नही बताया था. तो मुझे चाची वाली बात पर अब यकीन होने लगा था, की कही बड़ी मा की छूट भी तो प्यासी नही थी.

एक दिन की बात है, की बड़ी मा च्चत पर कपड़े धो रही थी. और उस टाइम उनके सर पर कोई दुपट्टा नही था, क्यूंकी वो घर में च्चत पर ही कपड़े धो रही थी. उनका फेस मेरे रूम की तरफ था.

रूम का दरवाज़ा तोड़ा सा खुला था, जिसमे से मैं उनको बिल्कुल आराम से देख सकता था. फिर जैसे ही मेरी नज़र उन पर पड़ी, तो मुझे अपनी आँखों पे विस्वास नही हुआ. क्यूंकी उनके दोनो बड़े कबूतर जो बिल्कुल गोल और सफेद थे, क्लियर नज़र आ रहे थे.

मेरे लंड में बड़ी मा के चूचे देखते ही हलचल पैदा हो गयी. फिर मैने अपने उपर चादर डाल ली, और लंड को लोवर से बाहर निकाल कर मसालने लगा. अब जब वो कपड़ों में से पानी निचोढ़ने के लिए झुकती, तो उनकी चूचियाँ मानो मेरे सामने नंगी हो जाती.

क्या मस्त चूचियाँ थी बड़ी मा की, और उधर मैं अपने लंड पर थूक लगा कर अगले टोपे को आराम-आराम से मसल रहा था. ऐसा लग रहा था, मानो मेरा लंड मुझसे कह रहा हो “राज यार मुझे एक बार अपनी बड़ी मा की चूची पर घुसा दे, ताकि मैं अपनी गर्मी से तेरी बड़ी मा की चूची को पेल साकु”.

मेरे लिए उस टाइम अपने लंड को कंट्रोल करना मुश्किल हो गया था. जब मैं थूक लगा कर अपने लंड को मसल रहा था, तब मुझे बड़ी मा ने देख लिया (ये बात उन्होने ही मुझे बाद में बताई थी ), और मैं इस बात से अंजान था.

पर उन्होने मुझे कुछ नही कहा, और अब कपड़े निचोढ़ते टाइम वो और झुक जाती, जिससे मेरा बहुत बुरा हॉल हो चुका था. करीब 20 मिनिट यू ही चलता रहा. बड़ी मा सुमन ने अपनी चूचियों को भिगो लिया था, और अब तिरछी नज़रों से मेरे हाव-भाव पढ़ रही थी.

पता नही उनके मॅन में क्या आई, की मैने जैसे चाची की गांद मारते टाइम उनकी गांद की पोस्टीओं कर रखी थी, वो भी अब मेरी तरफ अपनी गांद को उसी तरह से करके कपड़े निचोढ़ रही थी.

और ये देख कर मैने मेरे लंड को बिल्कुल फास्ट-फास्ट हिलना शुरू कर दिया. जैसे कोई मिलफ पॉर्न स्तर चूड़ने से पहले अपनी पनटी उतारते टाइम गांद को घुमा के उतरती है, बिल्कुल उसी पोज़िशन में मेरी बड़ी मा सुमन अपनी गांद को मेरे सामने करके कपड़े निचोढ़ रही थी.

फिर 5 मिनिट बाद मैं झाड़ गया. मुझे आज से पहले कभी भी इतना मज़ा नही आया था, जब भी मैने अपने लंड की मालिश की थी. जिसके साथ ये हुआ है, और जिसने ये सब देखा है, उसको ही मेरी हालत समझ में आ सकती है, की कितने हसीन पल होते है वो.

अब जब मैने देसी कहानी पे इन्सेस्ट स्टोरीस काफ़ी पढ़ी है, तो मुझे अपनी बड़ी मा को छोड़ने की सोच में कुछ ग़लत नही लगा. क्यूंकी वो सब से पहले एक औरत है, जिनको अपनी छूट के लिए लंड की ज़रूरत थी.

और दोस्तों कोई भी लॅडीस हो, 40 की आगे तक आते-आते उसके पति उसको आचे से छोड़ नही पाते है 90 पर्सेंट केसस में. तब उनकी छूट में खुजली होना स्वाभाविक है. तो कुछ अपनी छूट में उंगली कर लेती है, और कुछ काफ़ी बोल्ड और अग्रेसिव होती है, तो वो किसी अंजान से भी रिश्ता आसानी से बना लेती है. और इस तरह से वो अपनी छूट की प्यास को ठंडा कर लेती है.

और कुछ होती है मेरी बड़ी मा सुमन की तरह, जो ना उंगली कर पाती है, ना पति से आचे से छूट की प्यास बुझा पाती है, और ना ही किसी बाहर वाले के साथ सेक्स के लिए तैयार हो पति है. तब वो करे तो क्या करे?

अगर वो इन्सेस्ट सेक्स करती है, तो ग़लत क्या है? मेरे हिसाब से अगर आप किसी रिलेटिव से सेक्स करते है, तो उसका अलग ही मज़ा है. ये सेफ भी है, और टाइम भी मिल जाता है. और सबसे बड़ी बात, बदनामी नही कर सकता कोई, और ना ही आपको ब्लॅकमेल कर सकता है.

वैसे भी आज-कल इन्सेस्ट इंडिया में भी नॉर्मल हो चुका है. जिसमे मैं तो हरयाणा स्टेट से आता हू. और मुझे इन्सेस्ट सेक्स में कोई प्राब्लम नही है. और जिनके साथ मैने किया, उनको भी कोई प्राब्लम नही थी.

हा सूरत में तोड़ा सा अजीब होता है. बुत जब उसको अपनी छूट की प्यास और एक जवान लंड और वो भी घर में मिलता है. और वो भी ट्रस्ट वाला. तो प्राब्लम क्या होगी उसको अपना शरीर सौंपने में. और जब आप ने सोच ही लिया हो की सेक्स करना है, तो और कुछ ज़्यादा सोचना नही चाहिए.

क्यूंकी छूट को लंड चाहिए, और लंड को छूट. उन्हे इससे कोई मतलब नही है, की वो किसकी छूट है और किसका लंड. बल्कि वो तो और मज़ा देता है आप दोनो को चुदाई के टाइम. ये तो हुआ थोड़े ज्ञान छोड़ी की बातें. अब आयेज चलते है अपनी स्टोरी पर.

अब मुझे भी यकीन हो गया था, की बड़ी मा की छूट प्यासी थी, और उसको लंड ही शांत कर सकता था. और मा सुमन को मेरा लंड पसंद भी आ गया था, या फिर उससे भी ज़्यादा मेरे छोड़ने का तरीका उनको पसंद आया होगा. बुत हा ये तो पक्का हो गया था, की वो मुझसे चूड़ना ज़रूर चाहती थी, और मेरे लंड से अपनी छूट की प्यास को बुझाना चाहती थी.

लेकिन अब ना तो पहल वो कर रही थी, और ना ही मैं कर रहा था. इतनी डोर से तो मैं चूचियों और गोल गांद को देख कर ही लंड को हिला सकता था, सुमन मा की छूट को छोड़ नही सकता था.

अब जब भी हमारा घर में आमना-सामना होता, तो मैं उनकी चूचिया, गांद और छूट के उभार को देखता. और बड़ी मा को भी ये सब पता था. वो भी मेरे लंड को खा जाने वाली नज़रों से देखती थी, और ये मुझे भी पता था.

अब यू ही टाइम गुज़रता गया, और हम दोनो एक-दूसरे को देखते रहते. मुझे जब भी टाइम मिलता मैं तो चाची शीला को छोड़ देता. इससे मुझे तोड़ा सा सुकून मिल जाता. लेकिन बड़ी मा कुछ नही कर सकती थी.

बुत हम दोनो जानते थे की आग दोनो तरफ बराबर थी. लेकिन पहल कों करे मसला ये था. 2 महीने इसी देखा-देखी में निकल गये, और इधर मेरा लंड मुझे डेली गालियाँ देता “आबे यार, कुछ तो सोच मेरी. कितनी सुंदर गांद और छूट है. इसके लिए मचल रहा हू, और तू है की कुछ करता नही.”

तो मैने अब सोच लिया था, की मुझे ही पहल करनी पड़ेगी. बुत मुझे समझ नही आ रहा था, की कहा से शुरू किया जाए. फिर मुझे याद आया, की क्यूँ ना पहले मैं बड़ी मा के पुर नागे जिस्म को तो देख लू. और आप जानते है ही, की किसी औरत को नंगा कहा पे देखा जेया सकता है. वो सिर्फ़ 3 ही प्लेसस है.

जब वो नहा रही हो
जब वो रूम में कपड़े बदल रही हो.
और लास्ट, जब वो सेक्स कर रही हो. तो सेक्स वाला ऑप्षन तो हुआ कानक्ले. ये बड़ी मा की लाइफ से अब कोसो डोर था, ये भी मुझे बाद मैं पता चल था.

तो अब बचा ड्रेस चेंज और नहाने वाला तरीका. आप अब अनुमान लगाइए, की कों सा तरीका मैने उसे किया होगा मेरी बड़ी मा सुमन की छूट गांद को नंगा देखने के लिए.

और इसके लिए आपको वेट करनी होगी नेक्स्ट पार्ट की. आप लोग अपना प्यार यू ही देते रहे. और हा, मुझे एक लोकल लेडी ने कॉंटॅक्ट भी किया है, तो आप भी मुझे कॉंटॅक्ट कर सकती है. सेफ्टी, ट्रस्ट और आपको सब तरह से खुश रखने की गॅरेंटी मेरी. तो आप मुझे एमाइल कर सकती है

यह कहानी भी पड़े  लंड की प्यासी औरत की आग उगलती चूत


error: Content is protected !!