हेलो रीडर्स, आपने लास्ट पार्ट में जाना की कैसे मेरी बेहन ने मेरे को अपनी गांद मारने के लिए एक ऑफर दिया, और मैने कैसे अपनी मम्मी के उपर मूठ मारी. अब आयेज के स्टोरी स्टार्ट करता हू.
मम्मी मेरे लंड को खड़ा देख के खुद को कंट्रोल नही कर पाई, और मेरे सामने ही अपनी निघट्य को उपर करके अपनी छूट में उंगली करने लगी, और अपने बूब्स मसालने लगी.
ये देख के मेरा भी कंट्रोल नही हो रहा था. मॅन कर रहा था की अपनी मम्मी की छूट की सारी गर्मी अभी उसको छोड़-छोड़ के शांत कर डू. बुत मैने बहुत कंट्रोल किया.
लेकिन अब कंट्रोल नही हुआ, तो मैं धीरे-धीरे उठने की आक्टिंग करके उठ के बैठ गया. मम्मी ने मेरे को उठते देख खुद को सही किया, और झाड़ू लगाने लगी.
झाड़ू लगते हुए मम्मी की नज़र बेड पे पड़े पानी पे पड़ी. तो मम्मी समझ गयी थी ये पानी मेरी और जनवी की चुदाई का था, जो अभी तक सूखा नही था. फिर मम्मी जान-बूझ कर मेरे से पूछती है-
मम्मी: बेटा ये बेडशीट कैसे गीली हो गयी?
मे (चौंकते हुए): वो मम्मी रात को नीचे पानी पीने गया था. तो उपर आते पे ग्लास ग़लती से गिर गया और ये फैल गया.
ये बात मम्मी समझ गयी होंगी की सुबा उनके बूब्स में जो पानी था, वो मेरी मूठ का ही था.
मम्मी: कल रात में कितने बजे सोया था?
मे: 12 बजे के आस-पास.
मम्मी: तुम दोनो का ये कब से चल रहा है?
मे (कुछ ना जानने की आक्टिंग करते हुए): किस चीज़ का पूच रही हो आप मम्मी?
मम्मी: ज़्यादा भोला बनने की कोशिश मत कर. मैने सब देखा है, कल तेरे और जनवी के बीच में जो हो रहा था. और नीचा आके जो तूने मेरे साथ किया.
मे: सॉरी मम्मी, वो मैं नीचे गया तो देखा आप बिना कुछ पहने लेती थी. इसलिए मैं खुद को कंट्रोल नही कर पाया.
मम्मी (हेस्ट हुए): तू अपनी बेहन की लेकर फ्री हुआ था. उसके बाद अपनी मा को देख के कंट्रोल नही कर पाया.
मे: सॉरी मम्मी, प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो. आयेज से ऐसा कभी नही होगा.
मम्मी: एक बात बता.
मे: हा मम्मी.
मम्मी: तुझे जनवी से सॅटिस्फॅक्षन नही मिला था क्या, जो तू मेरे उपर वो गिरा के चला गया?
मे: सॅटिस्फाइ तो किया था. बुत मम्मी मैं आपके रूम के बाहर से जेया रहा था. तो आपको बिना कपड़ो के देख के मेरा खड़ा हो गया. और मैने आपके उपर गिरा दिया.
मम्मी: क्या खड़ा हो गया, और क्या गिरा दिया सीधे बोल?
मैं समझ गया था, की मम्मी अब मेरा लेना चाह रही थी. तो मैने कॉन्फिडेन्स में बोला-
मे: मम्मी मेरा लंड आपकी मोटी गांद और बूब्स देख के खड़ा हो गया था. तो मैने अपने लंड को हिलाया आपको देखते हुए, और हिलाते-हिलाते मैं आपको छोड़ने के ख़यालो में खो गया था. और मेरा पानी आपके बूब्स पे कब गिर गया, पता ही नही चला.
मम्मी (सेक्सी अदा में): तू अपनी मम्मी को ऐसी निगाहो से देखता है? शरम नही आती है तुझे?
मे: कैसी शरम? मैने तो आपको भी मेरे खड़े लंड को देख के अपनी छूट में उंगली करते हुए देखा है.
मम्मी (शरमाते हुए): मतलब तू सो नही रहा था?
मे: जिस घर में दो इतने खरे माल घूम रहे हो. जिनको देख के किसी का भी लंड खड़ा हो जाए. उस घर में किसी जवान लड़के को नींद कैसे आ सकती है.
इतना बूल के मैने मम्मी की कमर को पकड़ के अपनी तरफ खीच लिया, और उन्होने भी कोई ऑपोसिशन नही किया. उनकी कमर पकड़ते ही मेरा लोड्ा खड़ा हो गया, और मम्मी की जांघों में लगने लगा. फिर मैं उनको किस करने के लिए उठा.
मम्मी: बेटा कंट्रोल कर, तेरी बेहन बगल वाले रूम में सो रही है.
मे: हा तो कल जब बेहन चुड रही थी, तब मम्मी भी तो गाते पे खड़ी हो के अपनी छूट सहला रही थी.
मम्मी: अर्रे बेटा.
इतना बोलते ही मैं मम्मी के होंठो को चूसने लगा, और उनकी गांद को बहुत बुरी तरह मसालने लगा. मैं उनके बूब्स को बाहर निकाल के पीने के लिए झुक ही रहा था, की तभी मम्मी ने मुझे ज़बरदस्ती हटा दिया.
मे: क्या मम्मी, आप तो खड़े लंड को धोखा दे रही हो.
मम्मी: तूने रात में मुझे मेरी छूट मसालते देख के मेरी गर्मी को शांत नही किया. उसका बदला है ये. और मेरे बूब्स पे अपना माल छ्चोढने के सज़ा है.
ये बोल के मम्मी बाहर जाने लगी. मैं बेड पे बैठ के अपना लंड बाहर निकाल के सहलाने लगा. तो मम्मी बोली-
मम्मी: अब क्यूँ हाथ से हिला रहा है? जाके अपनी बेहन को जगा ले.
ये बोल के मम्मी नीचे चली गयी, और मैं जनवी के रूम में गया तो देखा जनवी उल्टी सो रही थी. मुझे उसकी गांद देख के कंट्रोल नही हुआ, और मैने सीधे जाके उसकी शॉर्ट्स को निकाल के फेंक दिया.
मैने उसकी गांद में पास में रखी वॅसलीन की डिब्बी से वॅसलीन लगा दी, और अपने लंड पे भी लगा ली. उसके बाद मैने जनवी की छूट को चाट के उसको उठाया. वो जैसे ही उठने के लिए मुड़ने वाली थी, मैने झट से उसकी गांद पे लंड टीका के एक ज़ोरदार झटका दिया, और मेरा लंड जनवी की गांद में आधा चला गया. जनवी की नीड पूरी चली गयी.
जनवी: सेयेल बेहन को लोड! भोंसड़ी के! मदारचोड़! प्यार से गांद मार लेता. माना तो किया नही मैने. ऐसे रंडियो की तरह छोड़ता है, जैसे मानो आज आई हू, और कल वापस आने के पैसे माँगूंगी.
मे: भोंसड़ी की, तू अपनी गांद छुड़ा के सो, और रूम का गाते भी मत लगा. मैं तेरी गांद को देख के मूठ भी मारूँगा क्या, जब मुझे पता है की तू आज अपनी गांद देने वाली है.
तब मैने एक ज़ोर का झटका और दिया, और मेरा लंड पूरा उसकी गांद में घुस गया. जनवी दर्द की वजह से रोने लगी, और गली दे रही थी.
जनवी: बेहन का लोड्ा! भोंसड़ी का! बेहन को रंडी की तरह छोड़ता है. बाहर निकाल भोंसड़ी वाले इसको. मैं दर्द से मॅर जौंगी.
मे: रुक, रेस्ट कर ऐसे ही.
और मैं उसको किस करने लगा.
फिर धीरे-धीरे मैं अपने लंड को अंदर-बाहर करने लगा. अब उसको भी मज़ा आने लगा, और उसने अपनी गांद ऊँची करके और जोश में किस करना स्टार्ट कर दिया.
मैने फिर अपनी स्पीड को और बढ़ा दिया, और वॅसलीन की वजह से लंड बड़े आराम से अंदर-बाहर हो रहा था.
जनवी: आ श आ अफ हाए मॅर गयी!
ये सुन के मैं उसको डॉगी स्टाइल में करके और ज़ोर से छोड़ने लगा. मैं उसकी गांद पर ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारने लगा, और उसके बाल पकड़ के उसके बूब्स पे थप्पड़ मारने लगा.
जनवी: धीरे मार भाई, मम्मी नीचे है. आवाज़ चली जाएगी.
मे: हा तो क्या करेंगी बेहन की लोदी वो?
जनवी: हम दोनो कू चुदाई बंद कर देंगी.
मे: ऐसे-कैसे कर देंगी? तुझे उसके सामने और छोड़ूँगा.
जनवी: इतना कॉन्फिडेन्स? चल तेरे लिए एक और ऑफर है.
मे: तू ये ऑफर देके मेरे जोश को बढ़ा देती है. बता क्या ऑफर है?
जनवी: मेरी फ्रेंड है ना पालक, उसकी छूट दील्वौनगी.
मैने इतना सुन के उसकी गांद में से लंड पूरा बाहर निकाल लिया, और नों स्टॉप 50-60 धक्के लंड अंदर-बाहर करके दिए. इससे वो झाड़ गयी, और उसका पूरा माल बेड पे गिर गया. फिर मैं 5-10 मिनिट उसको और पेल के उसकी गांद में ही झाड़ गया.
जनवी (रिलॅक्स की साँस लेते हुए): आ वाउ! मज़ा आ गया आज तो गांद छुड़वा के. गांद मरवा के पूरा दिन फ्रेश फील करूँगी.
मे: शाम के लिए तैयार रहना, मम्मी के सामने चूड़ने के लिए.
जनवी (चौंकते हुए): क्या! इतना जल्दी.
मे: क्या चौंक रही है? तैयार हो जेया, 8 बजने वाले है.
बोल के मैं अपने रूम में आ गया, और तैयार होके खाना खाने नीचे आ गया.
मैने देखा की मम्मी किचन में थी. मैं किचन की तरफ गया, तो नज़ारा देख के मेरा लंड खड़ा का खड़ा रह गया. मम्मी ने बॅकलेस ब्लाउस पहना था, और उसको कमर पे इतना नीचे बाँधी थी, की उनकी कमर को देख के मेरा लोड्ा खड़ा हो गया.
मैं चुप-छाप से उसके पीछे गया, और उसकी गांद पे एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा, जिससे मम्मी उछाल गयी. फिर वो पीछे की तरफ मूड के मेरे को गाली देने लगी.
मम्मी: मदारचोड़!
मे: ओह वाह मम्मी, आप भी गाली देती हो.
मम्मी (गुस्स्से में): इतनी तेज़ गांद पे मारेगा तो कों नही गाली देगा?
मे: मम्मी अभी तो गांद पे मारा है. जब गांद मारूँगा आपकी तब तो आप गाली की बारिश कर डोगी.
ये बोल के मैं मम्मी के बूब्स को दबाने लगा. इतने में जनवी आने लगी, और मैं किचन से पानी का जुग लेके बाहर आ गया. फिर बाहर जुग रख के जनवी को डाइनिंग टेबल पे अपनी गोद में बता के किस करने लगा.
मम्मी की आवाज़ सुन के जनवी उठ के अपनी चेर पे बैठ गयी. फिर हमने खाना खाया, और अपने-अपने काम पे निकालने लगे.
तभी जनवी बोली: भाई मेरे को आज मेरे मॉदेलिंग सेंटर छ्चोढ़ देगा क्या?
मे: चल आजा.
इसके आयेज क्या हुआ, जानिए मेरी नेक्स्ट स्टोरी में. तो फ्रेंड्स कैसी लगी स्टोरी, कॉमेंट में ज़रूर बताना. मिलूँगा अपनी नेक्स्ट स्टोरी में.
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