लड़के ने बुआ को खेतो में चोदा

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है. उम्मीद करता हू की आपको पढ़ कर मज़ा आएगा.

हेलो दोस्तों, मेरा नाम रोहन[बदला हुआ नाम] है. ये स्टोरी मेरी सॅकी घटना पर है. ये स्टोरी मेरे और मेरे रिश्ते में लगने वाली बुआ के बीच की है. इसमे मैं आपको बतौँगा की कैसे बुआ मुझसे चूड़ी, और फिर हमेशा के लिए मेरी रंडी बन गयी.

कहानी 2 मंत्स पहले की है. मैं गाओं में रहता हू, और मेरी उमर 20 साल है. मैं कॉलेज में स्टडी कर रहा हू. साथ में पार्ट टाइम गाओं में ऑनलाइन वर्क भी करता हू, जिससे मेरा खर्च निकलता है. मैं अपने गाओं में कोई भी नयी योजना का ऑनलाइन काम करता हू.

बुआ का नाम प्रिया है, और उमर 38 है. बुआ हाउसवाइफ है, और बहुत ही सेक्सी लगती है. उनका फिगर 36-32-36 है, और उनको देख कर किसी का भी लंड काबू से बाहर हो सकता है.

मैं तो उन्हे पहले आचे से जानता भी नही था, लेकिन वो मेरे पास ऑनलाइन काम करवाने आने लगी, जिस कारण मेरी उनसे अची पहचान हो गयी. कहते है ना जब आपकी किस्मत में छूट लिखी हो, तो वो मिल ही जाती है.

बरसात के मौसम के वक़्त सरकार के द्वारा खेतो में जेया कर सभी किसानो को गिरदावली करना पद रा था. तो मेरे गाओं में मैं सभी के खेत में जेया कर गिरदावली का काम कर रहा था. एक दिन सुबा मुझे बुआ की कॉल आई.

बुआ: हेलो रोहन, मैं प्रिया बुआ बोल रही हू. कैसे हो तुम?

मे: हेलो बुआ, मैं ठीक हू, आप कैसे हो? और कैसे याद किया मुझे?

बुआ: मैं भी ठीक हू. मुझे खेत में गिरदावली करवाना है, तो तू कर दे.

मे: हा बुआ, लेकिन मैने आपका खेत नही देखा. मैं कर दूँगा, लेकिन आप मामा जी को मेरे घर भेज देना. मामा के साथ जेया कर मैं कर दूँगा.

बुआ: मामा जी को तो शहर जाना है सोधा और दवाई के लिए. तो वो तो नही आ सकते.

मे: अछा तो आप ही आ जाओ. मुझे खेत दिखा देना, मैं कर दूँगा.

बुआ: ओक मैं आती हू.

कुछ देर बाद बुआ मेरे घर आ गयी. आज बुआ बहुत ही सेक्सी लग रही थी, और हम दोनो बिके से खेत की तरफ निकल गये. खेतो के रास्ते उतने आचे नही होते, तो गड्ढो में बिके चलाने से बुआ के बूब्स मेरी पीठ से टच हो रहे थे.

उनके सॉफ्ट-सॉफ्ट बूब्स बार-बार मेरी पीठ पर डाबब रहे थे, और इससे मेरा लंड खड़ा हो गया, और मैं बुआ के बारे में ग़लत सोचने लगा. ये वो पल था, जब मेरी नज़र बुआ के लिए बदल गयी.

बुआ: बिके रोको, यहा से पैदल चलना होगा.

और फिर हम पैदल अंदर खेतो में जाने लगे. उनके खेत में पहुँच कर मैने लॅपटॉप निकल कर गिरदावली कर दिया. काम ख़तम होने के बाद हम वापस आने लगे. जैसे ही वो आयेज बढ़ी, उनका पैर फिसल गया जिससे वो गिर गयी. क्यूंकी बरसात के वक़्त खेतो में फिसलन होती है.

फिर उन्होने मुझे आवाज़ लगाई. मैं उनके पास गया, उन्हे उठाया, और पास की झोपड़ी में ले गया. उनके पैर में ज़्यादा ही दर्द हो रहा था, तो मैने उनको झोपड़ी की खटिया पर लिटाया, और उनके पैरों की मालिश करने लगा.

बुआ: घुटने की तरफ ज़्यादा दर्द हो रहा है. यहा मालिश कर दो.

मैने बोला: बुआ सारी को तोड़ा उपर करना पड़ेगा.

बुआ: हा कर दो. यहा वैसे भी कोई नही है. बस तुम आचे से मालिश कर दो, जिससे मैं चलने लागू.

मैने सारी को जाँघ तक उठा दिया, और उनके घुटने की मालिश करने लगा. उनकी गोरी-गोरी जाँघ देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर मैने उनकी सारी को पेट तक कर दिया. अब मैं जाँघ की मालिश करने लगा. मैं उनकी गोरी जाँघ देख कर पागल सा होने लगा.

कब मेरा हाथ उनकी छूट पर चला गया, मुझे पता ही नही चला. और मैं उनकी पनटी के उपर से छूट मसालने लगा. इससे वो भी गरम हो कर आ उहह की सिसकारियाँ लेने लगी.

बुआ की सिसकारियों से मेरी हिम्मत बढ़ने लगी, और मैने सोचा यही सही मौका था. मैं उनके बूब्स भी दबाने लगा. मैने अपनी उंगली उनकी छूट में डाल दी, और आयेज-पीछे करने लगा.

बुआ: आ हुम्म, ऐसा मत करो.

मैं रुका नही, और उनके बूब्स भी मसालने लगा. क्या मज़ा आ रहा था उनके रसीले बूब्स को दबाने में. ऐसा लग रहा था, जैसे मैं जन्नत में था.

बुआ: आ हुम्म उहह ई लोवे योउ.

फिर मैने उनका ब्लाउस निकाल दिया. उन्होने ब्रा नही पहनी थी. अब उनके रसीले बूब्स मेरे सामने नंगे थे. मैने सारी भी निकाल दी. मैं भी अपने पुर कपड़े निकाल कर उनके बूब्स चूसने लगा, और उनको किस करते हुए पेटिकोट निकाल दिया.

उन्होने पनटी भी नही पहनी थी, और अब बुआ मेरे सामने पूरी तरह नंगी थी. क्या लाजवाब जिस्म था उनका. एक-दूं कॅसा हुआ बदन और झांतो भारी छूट थी. अब वो मेरा बिल्कुल भी विरोध नही कर रही थी.बुआ: मुझे मत तड़पाव उहह उम्म्म हह.

मैं उनके सुंदर बदन को देख कर बहुत उत्तेजित होने लगा, और उनके पुर शरीर को उपर से लेके नीचे तक रग़ाद-रग़ाद कर किस करने लगा. फिर मैं उनकी छूट पर आया, और उनकी छूट चाटने लगा.

उनकी छूट नदी की तरह काम-रस्स छ्चोढ़ रही थी, और उसको चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था. कुछ देर मैने ऐसे ही उनकी छूट को चूसा, जिससे वो झाड़ गयी. फिर उन्होने मेरा लंड पकड़ा, और उसको चूसा शुरू कर दिया.

बड़ा ही मनमोहक नज़ारा होता है दोस्तों, कब कोई सेक्सी औरत आपका लंड चूस रही होती है. उनके लंड चूस्टे हुए मैं उनकी छूट और गांद सहला रहा था.

जब बुआ बहुत गरम हो गयी, तो मैं उनकी टाँगो के बीच आ गया. फिर मैने अपना लंड उनकी छूट में सेट किया, और एक ही झटके में पूरा अंदर डाल दिया और छोड़ने लगा. वो मस्त आहह उहह उम्म कर रही थी.

फिर उसने मुझे बताया की वो गिरी नही थी, और वो नाटक कर रही थी. वो मुझसे छुड़वाना चाहती थी. ये जान कर मैं और जोश में आ गया, और तेज़ी से उन्हे छोड़ने लग गया.

मैने उनको 1 घंटे तक रुक-रुक कर चोदा, और हम 3 बार झाडे. मैने पहली बार किसी को चोदा था. इसके बाद मैने बुआ को छोड़ना जारी रखा.

आपको कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना. [email protected]

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