लड़के-लड़की के ट्रेन में रोमॅन्स की

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम विधयर्थी है. मेरी उमर 20 साल है और मैं अभी तक वर्जिन हू. मैं एक इंट्रोवर्ट हू, जिसके कारण मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है. खैर ये बातें तो होती रहेंगी. मैं इस लेखन के कारया में नया हू, और ये मेरी पहली कहानी है. अगर ग़लती हो जाए तो माफ़ करना. ये स्टोरी रियल है. आपको अगर इसे फेक समझना है तो आपका वेलकम है.

बात है डिसेंबर 2023 की. मैं देल्ही से अपने घर हयदेराबाद जेया रहा था. चुकी मेरे नाम की तरह मैं एक विधयर्थी (स्टूडेंट) हू, और देल्ही में पढ़ता हू.

मैने 3 पीयेम पर ट्रेन बोर्ड की और मिड्ल सीट थी मेरी. पर दिन का टाइम होने के कारण मैं लोवर पर बैठ गया. ट्रेन ने न्यू देल्ही रेलवे स्टेशन छ्चोढा, और अब अगला स्टॉप आगरा था, जहा एंट्री होती है इस कहानी की हेरोयिन की. काला सूट, और सलवार एक-दूं कॅसा हुआ, और काली बिंदी माथे पर, गुलाबी होंठ, कानो में झुमके, और चश्मा लगाए हुए.

नामे: भारती, आगे: 22, फिगर: 34-32-34 (ये सब मुझे बाद में पता चला है दोस्तों). बेहद खूबसूरत लड़की थी. खैर मैं ठहरा वर्जिन, जिसे हर तीसरी लड़की खूबसूरत लगती है.

वो मेरे कोच के सामने खड़ी थी. मुझे मेरी किस्मत का पता था. मुझे लगा इसका कोई और कोच होगा मुझे क्या, मैं तो दीदार से ही खुश हो गया. पर कहते है ना जिस काम की एक्सपेक्टेशन्स ना हो, और वो हो जाए तो क्या ही कहने.

हुआ भी वही. वो मेरे कोच में चढ़ि, और एक बार मुझे क्रॉस करके आयेज निकल गयी. ये मेरे लिए कोई नयी बात नही थी, तो मैं ज़्यादा उदास नही हुआ. फिर किस्मत ने साथ दिया, और वो मेरे पास आ कर रुकी. मैं गढ़ा रील्स देख रहा था. तभी एक-दूं से एक गाली वाली फन्नी रील आ गयी. मैने देखा और मैं मुस्कुरा दिया, और तभी वो भी हस्सी.

हइई…, कितनी प्यारी हस्सी थी वो. अब मैं भी उसे देख कर हस्सा और नर्वस हो कर वापस रील्स स्क्रोल करने लगा.

उसने समान सेट किया और मेरे सामने आ कर बैठ गयी. मेरी तो साँस में साँस अटक रही थी. शायद ये बात उसे समझ आई तो उसने मुझे पानी पास किया, और नेरा हाल पूछा.

भारती: अर्रे क्या हुआ आपको? सब ठीक है? ये लो पानी पी लो.

मे: अर्रे नही-नही मैं ठीक हू.

और मैं अपनी बॉटल से पानी पीने लगा.

वो बहुत धीरे बोली: मैने क्या अपने पानी में ज़हर मिलाया था जो खुद का पानी पी रहा है?

मैने बात सुनी और हस्स दिया और बोला: ऐसी कोई बात नही है.

और फिर एक सीप उसकी बॉटल से मार ली. वो भी हस्स दी और फिर हमारी बात-चीत चालू हुई.

पता चला की वो भी देल्ही में ही रहती थी, और नागपुर अपने घर जेया रही थी. और किस्मत से उसकी भी मिड्ल बर्त थी. वो मास्टर्स कर रही थी, और मुझसे बड़ी थी.

उसने मुझसे पूछा मेरे बारे में. मैने बताया की मैं फाइनल एअर में हू डिग्री के, और फिर वही से मास्टर’स करूँगा.

भारती: कों सी सीट है तुम्हारी?

मे: मिड्ल है. और आपकी?

भारती: मेरी भी मिड्ल ही है.

बस फिर बातें होती रही. हमारे कॉमपार्टमेंट में लोग आते गये जाते गये, और इतने में ही 8 बाज गये. ट्रेन ग्वेलियार क्रॉस कर चुकी थी, और वो भी थोड़ी बहुत फ्लर्टिंग कर रही थी, चुकी मैं शाइ था. बुत मैने सोचा की अभी नही तो कभी नही, और मैं भी चालू हो गया.

फिर हमने साथ खाना खाया, और फिर हम अपनी-अपनी बातों में लग गये. अचानक उसने मुझसे पूछा-

भारती: तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?

मे: नही यार, मैं शाइ हू. लड़कियों से बात नही कर पाता.

भारती: हा-हा वो तो दिख रहा है तुम कितने शाइ हो.

मैं भी हस्स दिया. फिर वो उठ कर वॉशरूम के लिए गयी, और जाते ही वापस आ गयी.

मैने पूछा: क्या हुआ?

तो बड़ा मासूम सा चेहरा बना कर बोली-

भारती: वाहा अंधेरा है, और मुझे दर्र लग रहा है. तुम चलो ना.

मैं यहा से दो बात समझा. एक तो लड़की मुझे पर भरोसा दिखा रही थी, और फ्रेंड्ली भी थी. तो मेरा काम बन सकता था.

मैं: चलो ठीक है.

फिर हम वॉशरूम से आ कर अपनी-अपनी सीट पर बैठ गये, और मिड्ल वाली पर सोने लगे. मैं लेता और अपनी चादर नही लाया था, तो उसने ये देख कर अपनी शॉल पास की. उसकी खुश्बू ने मेरा मॅन मो लिया.

मैं लेट गया और सोने की कोशिश कर रहा था, पर सो नही पाया क्यूंकी ज़िंदगी में पहली बार मेरे साथ ये सब हो रहा था. मैं तो मानो प्यार में पद गया. मैने देखा वो फोन चला रही थी, और मैने ध्यान दिया की वो सेक्स स्टोरीस पढ़ रही थी. मैं भी रात दिन पढ़ता हू, तो ये बात समझने में देर नही लगी.

साथ में वो धीरे-धीरे अपने हाथ चला रही थी, जिससे किसी को पता ना चले. रात का टाइम था, और 11 बाज रहे थे. सब सो चुके थे, पर हम नही. वो शायद ज़्यादा गरम हो चुकी थी. उसने मुझे आवाज़ लगाई, और मैं सोने का नाटक करते हुए उठा.

“हाए, रात में कितनी खूबसूरत लग रही हो”, ये मेरे मूह से निकल गया. वो मुस्कुरा दी.

भारती: वॉशरूम जाना है.

मे: वापस?

भारती: हा प्लीज़ चलो ना.

हम फिर गये. मैने देखा उसको टाइम लग रहा था और वो सिसकारी भरने लगी. बाहर मेरा भी लंड खड़ा होने लगा. मैने मस्ती में बोला-

मे: आवाज़ कम करो, रात का टाइम है, किसी ने सुन ली तो दिक्कत हो जाएगी.

वो बहुत गरम हो चुकी थी और बोली: अर्रे क्या करू, नही रहा जेया रहा है. तुम ही आ कर मदद कर दो.

और इतने में गाते खुला. मैने सोचा आज ज़्यादा मेहरबान थी किस्मत. मैं चला गया और जाते ही उसने मुझे गले लगा लिया. हम दो जिस्म एक जान होने लगे. उसने मेरे पुर चेहरे पर किस किया, जैसे हम प्रेमी बहुत दीनो बाद मिले हो.

मैं भी पीछे नही हटता. मैने भी किया, पर मैं ठहरा अनादि. वो स्मूच करने लगी, पर मुझसे तो कोई लड़की से बात तक नही होती थी, किस कहा से आएगा? अनगिनत बात ट्राइ किया, पर नही हुआ.

भारती: बेबी कोई बात नही, तुम मज़े लो सिर्फ़. फिर कभी सीखा दूँगी तुम्हे.

मैं (मॅन में): साला मैं तो आज ही की सोच रहा था पर ये तो.

फिर किस्सिंग के बाद मैं उसकी छूट में उंगली करने लगा, और साथ में दूसरे हाथ से उसके 34″ के काससे हुए बूब्स दबा रहा था. वो और डीप किस करने लगी, और 2 मिनिट में झाड़ गयी मेरे हाथ में. मैने हाथ अलग किया उसकी छूट के पास से, और उसकी आँखों में देख कर चाटने लगा.

पता नही मुझे क्या हुआ, बहुत अछा फील हुआ, और दो-एक बार चाटने के बाद वो मुझे फिर स्मूच करने लगी. अबकी बार मैं भी तोड़ा साथ देने लगा, और अब मेरा लंड तो फटने को था. उसका हाथ लगते ही लंड और बड़ा होने लगा. उसने मेरी आखों में देखा और वो नीचे जाने लगी. मैने उसे रोका और बोला-

मे: नीचे जगह गंदी है, रहने दो.

उसे मेरी ये बात सुन कर पता नही क्या हुआ? वो उठी, और उसने मुझे “ई लोवे योउ बेबी” बोला. मैने भी ई लोवे योउ टू बोल दिया, और मैं शर्मा सा गया. मेरे लिए सब नया था.

भारती: अर्रे बेबी, तुम शर्मा गये. अब इसकी आदत डाल लो.

फिर एक डीप किस किया, और वो फिर नीचे जाने लगी. मैने फिर माना किया, और उसे बहुत टाइट हग किया. इससे लंड उसकी छूट में लगा और उसकी सिसकारी निकल गयी. आअहह… बेबी. फिर वो ऐसे ही हग करते हुए मेरा लंड सहलाने लगी, और मेरा 2 मिनिट में ही गया.

भारती: तुम वर्जिन हो बेबी?

मे: हा बेबी.

और वो फिर मुझे “ई लोवे योउ” बोली.

मैने अबकी बार उसके बूब्स दबा कर ई लोवे योउ टू बोला. मैने टाइम देखा तो 12 बाज चुके थे

मे: बेबी अब चले, बहुत टाइम हो गया है? किसी को पता चला तो हम पकड़े जाएँगे.

भारती: हा बेबी चलो, मैं भी नही चाहती की इस कहानी का एंड इतनी जल्दी और ऐसे हो (इतना बोल कर उसने मुझे आँख मारी).

मैने तभी सोचा साला बीसी मैं चूतिया सा लड़का और इसे क्या दिखा मुझेमे?

फिर हम अपने कॉमपार्टमेंट में आ गये. हम अकेले ही थे, और मैं उसके सामने बैठा. उसने मुझे प्यार से अपनी तरफ बुला कर गले लगा लिया. उसके शरीर की खुसबु मुझे मंतरा-मुग्धा कर रही थी.

मेरा लंड फिर खड़ा होने लगा. मैने उसके होंठो पर किस किया, और फिर हम अपनी काम-वासना में डूब गये.

मैं उसके बूब्स दबाने लगा, और फिर मेरी एक उंगली उसके छूट में चली गयी. वो अपनी आवाज़ कंट्रोल कर रही थी किस करते-करते. हो सकता है वो एक्सपीरियेन्स्ड हो. मुझे क्या मुझे तो छूट मिल ही गयी थी. पर पता नही कितने टाइम के लिए.

फिर उसने मेरा हाथ रोका, और मेरी आँखों में देख कर उसने अपने एक हाथ से मेरा खड़ा लंड पकड़ा. मेरे मूह से आअहह निकल गयी, और वो मेरा लंड हिलने लगी. फिर वो मेरा लंड मूह में लेने को हुई, और मुझे ब्लोवजोब देने लगी. मैं जन्नत में था. मेरी आहें बहुत ज़्यादा होने लगी, तो वो खड़ी हुई और इठलाते हुए बोली-

भारती: बेबी आवाज़ मत करो, वरना सब मज़ा खराब हो जाएगा.

मैने अपना हाथ अपने मूह पर रखा, और 5 मिनिट में मैं झाड़ गया. वो मेरा पानी पी गयी, और हम फिर अपने कपड़े ठीक करके लेट गये. भोपाल स्टेशन आया तो हम अलग हुए, अपनी-अपनी सीट पर गये, और फिर सो गये. उसका स्टेशन आने वाला था. जब मेरी नींद खुली वो मुझे निहार ही रही थी. मुझे उठता देख बोली-

भारती: बेबी लेते रहो, बहुत क्यूट लग रहे हो.

मुझे अब उससे प्यार होने लग रहा था. उसने मुझसे मेरा फोन माँगा और अपना मोबाइल नंबर सवे किया, और मेरा नंबर भी ले गयी. फिर एक लास्ट बार गुड बाइ किस देने लगी. तभी उसका स्टेशन आया. मैने उसे उसकी शॉल देनी चाही तो वो बोली-

भारती: रहने दो ना, ये तुम्हे मेरा एहसास देगी. तुम्हे गरम रखेगी.

मैं फिर शर्मा गया.

वो बोली: तुम शरमाते हुए कितने आचे लगते हो.

फिर मैं उसे बाहर तक छ्चोढने गया, और देखा तो उसके पापा आए थे उसे लेने. वो मुझे बाइ बोल कर चली गयी. मुझे लगता है मैं उसे अब प्यार करने लगा हू, और वो भी मुझसे प्यार करती है शायद. आप सोचोगे कितना चूतिया लड़का है, पर ये सब मेरे समत पहली बार हो रहा है, तो इसलिए मुझे ये एहसास हुआ.

अब देखो ये कहानी क्या मोड़ लेती है. आयेज क्या हुआ ये जाँएंगे अगले पार्ट में. तब तक के लिए बाइ.

और हा दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है. अगर कोई ग़लती हुई हो तो माफ़ कर देना और फीडबॅक के लिए मेरी मैल ईद है, आप उस पर मुझे मैल करिए. आपको कहानी कैसी लगी बताइए.

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