तो दोस्तों कैसे हो आप सब?
उम्मेड करता हू की अची सेहत बनाए रखे होंगे. तो जैसा की आप जानते हो ये मेरी कहानी का 3र्ड पार्ट है, और ये मान कर चलता हू की आपने पहले 2 पार्ट ज़रूर पढ़े होंगे. अब आयेज की कहानी बताता हू.
तो उसी रूम में एक अटॅच्ड बातरूम था, जिसमे मों और चाची फ्रेश होने चले गये थे, और डोर उन्होने लॉक करना ज़रूरी नही समझा था. कुछ 5 मिनिट हुए थे, और वो अभी तक आई नही थी. इसलिए मैने आवाज़ लगाई.
राहुल: मुम्मा, चाची, कितना टाइम लगेगा?
अंदर से जवाब देते हुए.
चाची: राहुल कम इन.
ये सुनते ही मैं चेर से उठा, और बातरूम में झाँक कर देखा तो मों और चाची एक ही साथ शवर ले रही थी. दोनो की बॉडी एक-दूं गीली थी, गीले बाल, और खूबसूरती ही खूबसूरती.
मों (मेरी तरफ देखते हुए): यहा आ बेटा. तू भी तोड़ा फ्रेश हो ले.
राहुल: लेकिन आप इस वक़्त नहा रहे हो?
चाची: तेरे लिए तैयार हो रहे है पागल. देखा नही तेरे पापा और तेरे चाचू ने हमारा क्या हाल कर दिया था. अब तेरा फर्स्ट टाइम है, तो तुझे ऐसे अछा थोड़ी लगेगा.
मों: और हम भी तोड़ा फ्रेश रहेंगे तो तुझे और आचे से मज़े दे पाएँगे. कम, तू भी तोड़ा शवर ले ले.
तो मैं आयेज बढ़ा, और जैसे ही मैं करीब पहुँचा, तो चाची और मों ने मेरे दोनो हाथ पकड़े, और मुझे अंदर खींच लिया. फिर चाची ने मुझे पीछे से हग कर लिया, और मैं भी गीला होना शुरू हो चुका था.
मों ने मुझे आयेज से हग किया, मतलब की दोनो लॅडीस मुझे अपनी गीली बॉडी से चिपका रही थी, और दोनो बहुत मस्ती के मूड में थी. मों मेरी चेस्ट पे हाथ घुमा रही थी, और चाची मेरी पीठ पे, और नीचे जाते हुए मेरे बम्स को सहला रही थी.
चाची: तो चॅंप? कैसा लगा तुझे हमारा सेक्स ग़मे देख कर?
राहुल: चाची बहुत मज़ा आया. और आप लोग कितना तेज़ी से कर रही थी, और आप दोनो की आवाज़े सुन कर तो मुझे और एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी.
मों: तो तू सब सीख गया? या हम कुछ सिखाए? (हल्के-हल्के अपनी उंगलियाँ मेरी लुल्ली पे घूमते हुए)
राहुल: सीख तो गया हू मुम्मा सब. बस कुछ ग़लत करूँगा तो आप दोनो मुझे बता देना.
चाची: ज़रूर बेटा. अछा सुन, मुझे सस्यू आ रही है. फील करना है कैसा लगता है?
राहुल: हा चाची, क्यूँ नही?
ये सुनते ही चाची ने मुझे अपनी तरफ घुमा दिया, और मुझे कहा की मैं अपनी लुल्ली उनकी टाँगो के बीच रखू. तो मैने पहले अपनी लुल्ली उनकी टाँगो के बीच डाली, तो टाँगो के बीच गॅप ज़्यादा था, जिसकी वजह से मैं समझ नही पा रहा था.
तो चाची ने फिर अपने हाथ मेरे पीछे ले जेया कर मेरे बम्स पे रखा, और मुझे अपनी तरफ खींचा. जैसे ही मेरी लुल्ली उनकी टाँगो के बीच गयी, उन्होने अपने टांगे जोड़ ली.
मतलब उनके थाइस के बीच मेरी लुल्ली को पकड़ रखा था, और मुझे खुद की तरफ खींच रही थी मेरे बम्स पकड़ कर. और फिर धीरे-धीरे सस्यू करना शुरू किया. कुछ ही सेकेंड्स में मुझे मेरी लुल्ली पे गरम-गरम महसूस होने लगा. मैने उनको हग कर रखा था, और मेरे हाथ चाची के बम्स के उपर रखे हुए थे.
मेरा फेस सिर्फ़ उनके बूब्स तक पहुँच रहा था, और इतना सॉफ्ट-सॉफ्ट फील हो रहा था. फिर चाची का सस्यू हो गया. तब उन्होने अपनी टांगे खोली, और मुझे डोर किया. फिर शॅमपू हाथ में लेकर मेरी लुल्ली पे रग़ाद के मुझे नहला दिया.
वाहा दोनो लॅडीस की बॉडी इतनी ग्लो कर रही थी, जैसे पानी के साथ-साथ आयिल भी लग रहा हो.
लॅडीस की स्किन ही इतनी सुंदर होती है क्या करे. खैर फिर हमारा शवर ख़तम हुआ, और हम साइड में आ कर टवल से अपनी बॉडी वाइप करने लगे. दोनो लॅडीस अपनी बॉडी पोंछने के बाद डोर हो कर अपने गीले-गीले बाल सूखने लगी.
जिनको हमेशा कपड़ो के साथ देखा हो, और अब बिल्कुल बिना कपड़ो के ऐसे करते हुए देख कर बहुत अछा लग रहा था. खैर फिर हम तीनो बाहर आए बेडरूम में, और पहले तो हम तीनो लेट गये.
मैं बीच में था, और मेरी दोनो साइड्स चाची और मों लेती हुई थी. उनके बाल गीले थे, स्किन ग्लो कर रही थी, और गोरे-गोरे बदन पे वो मंगलसूत्रा बहुत खूबसूरत नज़ारा था.
चाची: चल फिर राहुल, सबसे पहले तुझे थोड़ी स्ट्रेंत की ज़रूरत है. तो तू दूध पीने से शुरुवत कर.
राहुल: लेकिन किसका दूध चाची?
चाची: आब्वियस्ली तेरी मम्मी का. मा का दूध सेहत के लिए अछा होता है. तू चाहे तो मेरे भी पी सकता है.
राहुल: नही, पहले मम्मी.
फिर मैं मों की तरफ मुड़ा, और मैने अपने छ्होटे हाथो से मों के बूब्स को पकड़ा, और अपने मूह को उनके निपल्स के पास ले गया, और फिर चूसने लगा. मों का एक्सप्रेशन बिल्कुल नॉर्मल था, और वो बड़े प्यार से मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी. मुझे कुछ देर बाद तोड़ा-तोड़ा दूध आना शुरू हुआ, जो बहुत टेस्टी था.
चाची: तो राहुल? कैसा है मम्मी का दूध?
राहुल (निपल निकाल कर): टेस्टी है चाची.
चाची: लेकिन ऐसे थोड़ी पीते है. रुक मैं दिखती हू.
फिर हम अपनी पोज़िशन्स शिफ्ट करने लगे, और मों बीच में हो गयी. एक साइड मैं और दूसरी तरफ चाची लेट गयी, और चाची ने पहले तो अपने हाथो में मों के बूब्स पकड़े. फिर धीरे से उसको दबाया, और अपनी जीभ बाहर निकली, और निपल्स पे रख के अपना मूह बंद कर लिया, और चूसने लगी.
फिर कुछ सेकेंड बाद उन्होने ये प्रोसेस रिपीट किया, और आखरी में वो सक करने की आवाज़ नही आती? बिल्कुल वैसे किया.
चाची (निपल्स निकाल कर): समझा राहुल? कम ट्राइ तीस वन.
फिर मैने वही निपल चूसना शुरू किया जो चाची चूस रही थी. उस पर चाची की थूक और मों के दूध का मिश्रण बहुत मज़ेदार लग रहा था, और चाची मों के बूब्स दबा रही थी. मैने अपने बालों में उंगलियाँ महसूस की, और कुछ देर बाद मैं मों को किस करते-करते नीचे जाने लगा.
पहले मैने मों के पेट पे काफ़ी किस किए, और उनकी नाभि में जीभ भी डाल कर घुमाई. फिर नीचे जाने लगा तो चाची भी मेरे साथ नीचे की तरफ आई, और उन्होने अपनी उंगलियों से पहले मों के चूत के बालों को तोड़ा हटाया.
फिर खुद हाथो से मों की छूट को खोला, और मुझे कहा चाटने के लिए. मैं धीरे-धीरे जीभ घूमने लगा, और उसका स्वाद कुछ अजीब लगा. लेकिन फील बहुत सॉफ्ट था.
फिर चाची को लगा की मैं ग़लत चाट रहा था, तो उन्होने मुझे हटाया और खुद मों की टाँगो के बीच आके लेट गयी. फिर मुझसे कहा की मैं ध्यान से देखु. उन्होने फिर दोनो हाथो से पहले छूट को खोला, और एक थंब मों के उपर के हिस्से पर रखा. फिर तोड़ा सा थूक छूट पे डाला, और जीभ लगा कर बहुत तेज़ी से उपर-नीचे घूमने लगी. जैसे उसको पूरा खा रही हो.
ये दो लॅडीस को देख कर तो मैं हैरान ही हो गया. कुछ देर बाद चाची ने मुझे बोला की मैं साथ-साथ चातु. मतलब अब मैं मों की छूट चाट रहा था, और चाची का मूह भी मेरे एक-दूं करीब था.
हम साथ में चाटने लगे, और कभी-कभी तो चाची के और मेरे होंठ मिल जाते. फिर चाची मेरी तरफ देखती और हम कुछ सेकेंड किस करते, और फिर छूट चाट-ते. इसमे मज़ा बहुत आ रहा था.
चाची: अछा चॅंप, अभी तू लेट जेया. हम दोनो तुझे एक साथ मज़ा देते है.
तो मैं जैसे ही लेता तो एक साइड चाची और एक साइड मों दोनो मेरी पूरी बॉडी पे किस करने लगे. कभी मेरे पेट पे, कभी मेरी चेस्ट पे, और कभी मेरे निपल्स चूस्टे. कभी मेरे शोल्डर्स को, कभी मेरी नेक पे चाटने लगे. चाची तो मानो की मेरी बॉडी की आइस क्रीम की तरह चाट रही हो, बिल्कुल पूरी बॉडी उनकी थूक से गीली कर दी थी.
फिर एक टाइम पे मों, मैं, और चाची हम तीनो एक-दूसरे को होंठो पे किस कर रहे थे एक साथ. कब किसकी जीभ किसके साथ मिल रही थी समझ नही आ रहा था. लेकिन इतना सेक्सी लग रहा था, की मेरी लुल्ली पूरी टाइट हो गयी थी.
फिर चाची नीचे गयी, और उन्होने मेरी लुल्ली को पकड़ कर मूह में लेना शुरू किया. मैने इन दोनो को करते हुए तो देख ही लिया था, लेकिन जो पापा और चाचू ने महसूस किया था, वो अब मैं महसूस करने लगा था.
चाची के मूह में जाते ही मुझे थोड़ी गर्माहट और तोड़ा गीला-पन्न महसूस होने लगा था. वो मेरी स्किन को पूरा नीचे करती, और सिर्फ़ मेरी लुल्ली के टॉप पार्ट के उपर पूरी तरह जीभ घुमा कर रोल करती. और मूह में लेकर फिर पोप साउंड की तरह बाहर निकालती.
मों मेरे बॉडी पे किस कर रही थी. और कुछ देर बाद मों साइड में लेट गयी. चाची वही पे मेरी लुल्ली को उनकी छूट में डाल कर मेरे उपर बैठ गयी.
चाची: हमने लंड ले लिए हुए है, तो इसकी लुल्ली की छ्होटी लगती है, नही?
मों: मुझे कैसे पता, मैने थोड़ी अब तक लिया है अंदर.
चाची: हा, मतलब बता रही हू. देख ना राहुल का कितना कर्व शेप है. और उपर की तरफ बेंड है. जिससे ये छूट के अंदर जाने के बाद टॉप पोर्षन पे रब हो रहा है.
मों: अभी तो छ्होटा है ना. और थोड़े टाइम बाद तो लंबा और मोटा भी होने लगेगा.
मैं लेते-लेते चाची को अपने उपर उछलते हुए देख रहा था, और उनके बूब्स काफ़ी हिल रहे थे. उनके गले में मंगलसूत्रा भी इतना हिल रहा था, और ये देख कर मैं आपको बता नही सकता हू की मैं क्या महसूस कर रहा था उस वक़्त.
खैर कुछ देर बाद चाची ने अपने दोनो हाथ मेरी छाती पर रखे, और वो अब सिर्फ़ अपनी गांद को उपर उठा के नीचे लंड पे रग़ाद रही थी. मुझे बहुत गीला-गीला महसूस हो रहा था अंदर, और काफ़ी गर्माहट लगने लगी थी. इतने में चाची उठी, और मुझसे कहा की मैं उनके पीछे आ जौ.
बेसिकली चाची डॉगी पोज़िशन में आ गयी थी, और इतनी देर मेरे उपर उछालने की वजह से तक चुकी थी. मैने तो सीधे अपनी कड़क लुल्ली को उनकी छूट में डाला, और मैं चाची को देख रहा था. उनकी बॉडी इतनी क्लीन थी, और पीछे से मिलफ बॉडी कैसी होती है ये तो आपको गूगले करके ही देखना पड़ेगा.
और वो भी डॉगी पोज़िशन में, जहा उनकी गांद के उपर मैने हाथ रखा था, और उसका सपोर्ट लेकर मैं आयेज-पीछे हो रहा था. कुछ देर इसी तरह करने के बाद मैं थकने लगा था, और तोड़ा-तोड़ा पसीना आने लगा था.
इस वक़्त पे मेरी मों मेरे पास आई, और उन्होने अपना हाथ मेरी गांद की साइड में रखा, और रब करने लगी. क्यूंकी उन्होने जान लिया था, की मेरा कम अब निकालने वाला था, और मैं उसकी कोशिश कर रहा था. लेकिन कुछ और मिनिट तक बात नही बनी.
चाची: इसका निकला नही है, कुछ करो ना.
मों: तू कंटिन्यू कर, मैं देखती हू.
फिर ये था की चाची नीचे डॉगी पोज़िशन में और मैं उनके पीछे. मों बिल्कुल चाची के उपर खड़ी हो गयी, और मेरे ठीक सामने. मों झुक कर मेरे होंठो को चूमने लगी. मैं मों को स्मूच भी कर रहा था और नीचे से चाची को छोड़ भी रहा था. ऐसा करने से कुछ ही देर में मेरे लंड का सारा पानी छूट में ही निकल गया.
चाची: वेरी गुड राहुल. योउ’रे डन.
ये सुनते ही मैने गहरी साँसे लेनी शुरू की, और काफ़ी बॉडी दुखने लगी थी इतनी मेहनत के बाद. मैने फिर लंड बाहर निकाला, और पास ही में सीधा लेट गया. काफ़ी भारी-भारी सा लग रहा था, लेकिन लुल्ली से जो माल निकला, उसके बाद बेहाध खुशी हुई.
फिर कुछ देर हमने बातें की, और करीब आधे घंटे बाद यही सेम प्रोसेस मम्मी ने भी शुरू कर दिया. इस बार मों ने मेरी लुल्ली कड़क की, और उनकी छूट में लेने लगी, जहा चाची मेरी बॉडी को चूमने और चाटने लगी थी.
फिर मैने उस रात करीब 4-5 बार अपना माल निकाला थोड़ी-थोड़ी देर में. कभी मों की छूट में, तो कभी चाची की. खैर करीब सुबा के 5 बजे हम सब इतने तक चुके थे. हम तीनो वैसे ही नंगे उसी बेड पे सो गये.
तो दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी? मुझे कॉमेंट्स करके और नीचे दिए गये मैल ई’द पे मैल करके ज़रूर बताए.