लड़के और ट्रेन वाली भाभी की चुदाई की हॉट कहानी

हेलो दोस्तों, मैं राज आपका फिरसे स्वागत करता हू देसी कहानी की साइट पर. उम्मीद आप सभी आचे होंगे, और अपनी सेक्स लाइफ एंजाय कर रहे होंगे. आप मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर भेजा करे. इससे हमे हॉंसला होता है, और अपनी स्टोरी आप तक पहुँचते हुए अछा भी लगता है, जब आप हमे प्यार देते है.

आप मुझे एमाइल कर सकते या सकती है 

अब आयेज:

अब ममता फिरसे खड़ी हुई, और मेरा लंड फिरसे चूसना स्टार्ट कर दिया. मैने भी यही किया. मैं अब ममता की छूट चूस रहा था, और साथ में अब उसकी गांद के छेड़ पर अपनी उंगली को घुमा रहा था. इसका पता ममता को चल गया था.

2 मिनिट की कोशिश के बाद मेरी थोड़ी सी उंगली ममता की गांद में चली गयी. इससे ममता को दर्द हुआ, बुत वो मुझे कुछ नही बोली. उधर ममता मेरा लंड चूस रही थी.

इधर मैं उसकी छूट चूस रहा था, और साथ की साथ अब मेरी एक उंगली ममता की गांद में जाने लग गयी थी. उसको दर्द के साथ अब गांद में उंगली से मज़ा आने लग गया था.

ममता: राज एक बात तो है. इस उमर में ही तुम एक औरत सारा सुख देना सीख गये हो. तुम मुझे वो मज़ा दे रहे हो, जो कभी मुझे मेरे पति से भी नही मिला.

ममता: तुममे कुछ ख़ास है राज. औरत कभी भी लंड से नही, बल्कि सामने वाले के तरीके और नालेज से संतुष्ट होती है. सिर्फ़ खड़ा करके लंड देने से छूट को खुशी नही मिलती. बल्कि एक औरत ना सिर्फ़ सेक्स चाहती है, बल्कि वो प्यार भी चाहती है, जैसा तुमने आज मुझसे किया.

मुझे ममता की बात में दूं लगा. और जितनी भी लॅडीस, लड़कियाँ इस स्टोरी को रेड कर रही है, वो इस बात से सहमत होंगी, की सेक्स सिर्फ़ छूट में लंड डालने से नही होता. अगर ऐसा होता तो कोई भी औरत इस दुनिया में प्यासी नही रहती. इस बात के बारे में मुझे ज़रूर अपने विचार शेर करे, ख़ास कर लॅडीस.

ममता: राज अब वो टाइम आ गया है, जब हम इस जिस्मानी आग को सही से ठंडा कर पाएगे. यानी की अब तुम ये लंड मेरी छूट में डाल दो. अब मुझसे रहा नही जेया रहा.

मे: तुम सही कह रही हो ममता. क्यूंकी मेरा भी तुम्हारे जैसा हाल है. अब तो तुम्हारी छूट में लंड डालने के बाद ही मुझे सुकून मिलेगा. अब मैने पिल्लो उठाया, और उसकी कमर के नीचे लगा दिया, जिससे उसकी गुलाबी छूट में और उभार आ गया.

ममता: राज देखो, मैं 2 साल से चूड़ी नही हू. तो प्लीज़ तोड़ा प्यार से लंड डालना. नही तो तुम्हारी मर्ज़ी. मैं तुम्हे माना नही करूँगी. अब सब तुम पर है.

ऐसा बोल कर ममता ने अपनी टांगे खोल कर मुझे निमंत्रण दिया की आओ छोड़ डालो इस प्यासी छूट को, और मिटा डालो इसकी खुजली. मैने अब उसकी छूट पर एक प्यार भरा किस किया. और फिर मैने बोला-

मे: छूट छोड़ कर आज मैं तेरी सारी प्राब्लम ठीक कर दूँगा. और आज के बाद तुझे उंगली नही, बल्कि मेरा ये लंड मिलेगा.

अब मैने ममता की दोनो टाँगो को अपने कंधो पर लगाया. फिर मैने लंड को उसकी छूट के मुख पर रख दिया. ममता की छूट में मानो आग लगी हो, जिसको मेरा लंड फील कर रहा था.

अब मैने लंड पर तोड़ा सा ज़ोर लगाया, तो 1 इंच ही लंड गया था, और ममता चिल्ला उठी.

ममता: आअहह उई मा मॅर गयी. कितना मोटा लंड है. इतनी गीली छूट को भी चुभ रहा है. तुम्हारा लंड सच में कमाल है राज. मुझे मेरी छूट फटने का आभास हो चुका है.

मे: सच में यार, तुम्हारी छूट बिल्कुल कुवारि छूट की तरह है. जो मेरे लंड को जाकड़ रही है.

ऐसा बोल कर मैने लंड का दबाव बढ़ा दिया. मुझे इतना मज़ा आया, की मैं बता नही सकता. उधर ममता का बहुत बुरा हाल था. उसकी आँखों से आँसू निकल गये, और उसने ज़ोर से चीख मार दी-

ममता: इस लोड ने आज फाड़ दी मेरी छूट.

और उसने मेरी पीठ पर फिरसे अपने नाख़ून गाड़ा दिए, जिससे दर्द मुझे भी हुआ. बुत अब मैं पीछे नही हट सकता था. मई क्या, कोई भी मर्द इस टाइम पीछे नही हट सकता. ये एक रिलिटी है, की कोई भी औरत इस दर्द में लंड लेना नही चाहेगी.

बुत ममता ने अपने आप पर काबू कर रखा था. अब मैने भी तकिया आचे से अड्जस्ट किया, और ममता के माथे पर किस किया, फिर आँखों पर, और मैने ध्यान अब अपने लंड पर लगाया. मैने पुर ज़ोर से झटका मारा, और मेरा लंड ममता की छूट को चीरता हुआ उसकी छूट में लास्ट तक जाके रुक गया.

मुझे लगा की किसी ने मेरे लंड को चील दिया हो, बुत ममता की छूट इतनी टाइट थी, की क्या मज़ा आया इस झटके में. ममता को देख मुझे अपने लंड और मर्द होने पर आज प्राउड हुआ, की मैने मेरे लंड से इसकी छूट और इसका ये हाल किया है.

ममता: मा मॅर गयी. मा के लोड, बहनचोड़, कोई रंडी नही हू मैं, जो मेरा ये हाल कर दिया. भागी कही नही जेया रही थी.

और वो रो भी रही थी. झटके के बाद ममता के नाख़ून अबकी बार और ज़ोर से मेरी कमर में गढ़ गये. वैसे ममता को बहुत दर्द हो रहा था. वो चिल्ला रही थी आअहह आअहह कोई रंडी नही हू. और वो रो भी रही थी. बुत उसने मुझे लंड बाहर निकलने को नही बोला.

मैने फिरसे उसके होंठो को चूसा, उसकी चूची चूसी, आँखों को चूमा, माथे को चूमा. फिर 5 मिनिट में जानने के लिए की ममता ठीक हुई, मैने पूछा-

मे: अब तुम ठीक हो. तुम रो क्यू रही हो, ज़्यादा दर्द हुआ क्या?

ममता: राज इतना दर्द मुझे सुहग्रात को भी नही हुआ, क्यूंकी तेरा लंड लंबा और तोड़ा मोटा है मेरे पति से. और इतना बड़ा लंड छूट में जाएगा, तो आँसू तो आएँगे ही वैसे. ये दर्द और खुशी दोनो के आँसू है.

ममता: आज बहुत दीनो के बाद मेरी छूट को लंड नसीब हुआ है. आज मैं तेरी. जो मांगोगे, जो भी तुम कहोगे मैं तुम्हारी हर बात मानूँगी. बस मुझे प्यार करो और छोड़ो.

अब मैने लंड को फिर घुसाया, और नॉर्मल सेक्स किया था. कही जाके 5 मिनिट बाद ममता ने अपनी गांद को उठा के मुझे छोड़ने में कंपनी देना शुरू किया. अब मैने लंड को रोका, और उसको देखा.

तो ममता बोली: क्या हुआ राज, छोड़ो मुझे. अब मज़ा आ रहा है छोड़ो. क्या लंड है, और क्या तरीका है तुम्हारे छोड़ने का. लगता है तुमने काफ़ी औरतों को छोड़ा है.

मैने कहा: काफ़ी तो नही, बुत मेरी मा समान चाची को बहुत छोड़ा है. उसी के साथ सेक्स करने से मुझे ये एक्षपरिएनसे है. और ऐसा बोल कर फिरसे मैने पूरा झटका लगाया, और ममता की छूट में अंदर तक फिरसे मेरा लंड टकराया. और ताप की आवाज़ के साथ ही ममता की आवाज़ आई-

ममता: हाए मार दिया मा! अभी भी मेरी छूट को इसका लंड चियर रहा है. आआ आअहह आहह छोड़ो मेरी छूट आहह आअहह छोड़ो मेरी छूट राज.

मे: ममता तुम अब उपर आ जाओ, मेरे लंड पर बैठ जाना.

फिर ममता उठी, और मेरे लंड पर बैठ गयी और पूरा लंड अपनी छूट में ले लिया. मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की क्या बतौ.

मे: अया अया, ममता मेरी रांड़, ऐसे ही उपर-नीचे होती रहो. देखो मेरा नाग कैसे तुम्हारे बिल में जेया रहा है जान. वैसे बता डू ये मेरा बहुत मॅन पसंद आक्षन है चुदाई करते टाइम. क्यूंकी आप अपने लंड को छूट छोड़ते हुए देख के प्राउड फील करते हो, और दूसरा आप आसानी से छूट को रग़ाद भी सकते हो. और मैं अब ममता की छूट के साथ ऐसा ही कर रहा था.

ममता: सच राज आहह आहह छूट में आचे से तुम्हारा नाग अंदर-बाहर हो रहा है. इस नाग को लगता है ये बिल बहुत पसंद आ रहा है. वाउ! क्या लंड है राज तुम्हारा, कैसे छोड़ रहा है.

10 मिनिट हम ऐसे ही छोड़ते रहे. अब तक इन 20 मिनिट में ममता की छूट 2 बार अपना पानी छोढ़ चुकी थी. अब मैं झड़ने के करीब भी नही था. ममता मेरे उपर से उठी, और घोड़ी बन गयी. या आप कुटिया भी बोल सकते है.

ये भी बेस्ट पोज़िशन है, क्यूंकी आप में से जिसने भी किसी लॅडीस को छोड़ा है, तो खुद इमॅजिन करिए कैसी दिखती है औरत जब उसकी गांद और छूट दोनो एक साथ आपके लंड को अपनी तरफ बुला रही हो.

मैने अब फिरसे अपने होंठ उसकी छूट पर रख दिए, और 10 मिनिट उसकी छूट को चूसा.

ममता: आहह आहह चूसो राज आ आहह चूसो राज आहह आ चूसो राज मेरी छूट को.

ये कह कर वो 1 बार फिर झाड़ गयी. छूट को चूसने के बाद मैने लंड को पीछे से उसकी छूट पर सेट किया, और ज़ोर का झटका मारा. वो इस हमले को संभाल नही पाई, और उसका सर बेड पर जाके लग गया. वो साथ में दर्द से फिर चीलाई.

ममता: उई मा, छोड़ दी मेरी छूट. क्या मस्त लंड है, और क्या मस्त तरीके से छोड़ने वाला मिला है. एक जवान लंड, और वो भी इतना एक्सपीरियेन्स्ड. मेरी 2 साल की प्यास 2 घंटो में ही बुझा दी.

वाउ, कितने प्यार से छूट को चूस्टा है. फिर उतनी ही ज़ोर से छूट को लंड चीरता है. बड़ा ही छोड़ू लोड्‍ा मिला है मेरी छूट को. ये तो किसी भी औरत को ठंडा कर दे. बस वो इसको पूरा टाइम दे सके.

अब मैं उसको छोड़े जेया रहा था, और उसकी गांद में उंगली किए जेया रहा. 10 मिनिट हो गये थे. तो मैने अपने झटको की स्पीड तेज़ का दी, और पुर रूम में ठप-ठप होने लगी.

ममता: राज आहह आहह छोड़ो राज, फाड़ दो मेरी इस छूट को. इसने मुझे बहुत तंग किया है. छोड़ो मेरी छूट, ओह तुम्हारी ये उंगली मेरी गांद को बहुत मज़े दे रही है. आह आहह छोड़ो राज.

मैं उसको छोड़े जेया रहा था, और बोल रहा था-

मे: ममता साली मेरी रंडी, क्या छूट है, क्या गांद, क्या माल है तू. तुझे छोड़ के आज मैं तो बहुत ही खुश हुआ. मैने ज़रूर कोई आचे करम किए है, जो तेरे जैसी चिकनी छूट को छोड़ने का मौका मिला. अया ममता तेरी छूट.

ममता: छोड़ो मेरी छूट राज. क्या मस्त लंड है तेरा यार. उससे भी अछा तुझे छोड़ने का जो ज्ञान है, मैं तो उसकी कायल ही हो गयी. मैं 4 बार झाड़ चुकी हू. अब मेरी छूट दुखने लगी है. अब तो अपने लंड के माल से मेरी छूट भर दो. और बना लो मुझे अपनी रंडी, ओह राज.

अब मैने 5 मिनिट बहुत तेज़-तेज़ ममता की छूट को छोड़ा, और वो चिल्लती रही-

ममता: आ आहह आ छोड़ो, फाड़ दो मेरी छूट. क्या लोड्‍ा है.

मैं अब उसको छोड़ता रहा, और फिर उसकी छूट में मैने बहुत सारा अपने लंड का माल डाल दिया.

हम दोनो बहुत खुश थे, और साथ में इतनी लंबी और बंद बजने वाली चुदाई के बाद तक चुके थे. उस दिन मैने ममता को एक बार और बहुत आचे से छोड़ा.

जाने से पहले ममता ने मुझे कुछ रुपय भी दिए. मैने बहुत माना किया, पर वो मानी नही.

अब दोस्तों उसके बाद हिस्सर मैं और ममता मिलते रहे, और उसको मैने बहुत छोड़ा. वो मेरी परसोनल सेक्स लेडी बन गयी थी. उसको छोड़ने में सच में जन्नत मिली मुझे.

ये थी मेरी और ममता की चुदाई. तो आपको कैसी लगी ये कहानी? अगर कोई भाभी, आंटी या विडो जिसको भी कोई सजेशन या मुझसे मिलने का मॅन हो, तो मुझे एमाइल कर सकती है

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