किचन में मा बेटे की चुदाई की कहानी

आप सब मों को स्टोरी बहुत पसंद आ रही है. बहुत सारी मोम्स और हाउसवाइव्स ने अपने सेक्स एक्सपीरियेन्स शेर किए है. आप भी शेर कर सकती हो. प्राइवसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

अगले दिन की बात है. मैने मों को रेड सारी में देख लिया. मों के बूब की दरार देख कर मेरा मॅन ललचाने लगा.

अमित: मों घर में गाउन पहन कर घूमा करो. तेरे बूब दिखने चाहिए और गोरी टांगे भी. सुबह 8 बजे तक घर में कोई नही आता. शाम को 8 बजे के बाद भी कोई नही आता.

मों: शादी हुई उसके बाद से मैं गाउन ही पहनती थी. तेरे दादा के सामने निघट्य रखती थी, उसमे मेरे बूब्स दिखते थे.

अमित: अब फिरसे गाउन रखा करो. नीचे ब्रा और पनटी नही होनी चाहिए.

मों: लगता है तू दिन में भी मज़े लेगा मों बेटी के.

अमित: बस मों दिन भर तू मेरे आयेज बूब्स दिखती रहनी चाहिए. इतने मस्त मुममे और चुचि दिखावगी तभी तो घर में रहने का मज़ा आएगा.

मों: चलो तुम नाइट ड्रेस दिलवा देना.

अगले दिन मैने मों और दीदी को अची-अची ड्रेस दिलवा दी. मों को रात में पहनाई तो मों के बूब की दरार दिख रही थी. बिना ब्रा के बूब्स किसी का भी लंड खड़ा कर सकते थे. पीछे से मों की गांद मस्त लग रही थी. दीदी को भी ड्रेस पहनाई तो वो भी भी कम नही लग रही थी. मैने दोनो को बोल दिया की सुबह-शाम दोनो यही पहना करो.

हमारे घर के अंदर कोई भी मर्द नही आता था. कोई भी लेडी आती तो पहले दादी वाले रूम में बैठती थी, जो की बाहर बना हुआ है. सुबह मैं जल्दी जाग गया था. दीदी मेरे पास ही सोई हुई थी. रात को दीदी की छूट छोड़ी थी तो वो देर तक उठने वाली थी. दीदी को 2 दिन बाद छोड़ी तो मज़ा भी बहुत आया था.

मैं नीचे गया तो मों किचन में थी. मों ने रेड गाउन पहना था, जिसमे मों के दोनो बूब्स आचे ख़ासे दिखते है. उनको पीछे से देखते ही लंड खड़ा होने लगा. मैं चुप-छाप पीछे गया और मों को पकड़ लिया. मेरा लोड्‍ा मों की गांद पर था. मों के गाउन में दोनो बूब खुले हिल रहे थे. मैने दोनो बूब्स को पकड़ लिया.

मों: ऑश आ गये तुम? मैं छाई लेकर तेरे रूम में आने वाली थी.

अमित: मुझे तो दूध पीना है. तेरे गोरे-गोरे बूब्स कब काम आएँगे?

मैने गाउन के अंदर हाथ डाल दिया, और बूब्स पकड़ लिए.

मों: श क्या कर रहे हो? रात तेरे साथ ही सोए थी? अब मुममे दबा रहे हो.

अमित: रात को दीदी को छोड़ी थी. तुझे तो अब छोड़नी है.

मों: मेरी यही लोगे या रूम में? छाई तैयार है. छाई पी लो.

अमित: यार मॅन तो यही छोड़ने का है. खड़े-खड़े ही छोड़नी है तुम को पीछे से.

मों: पहले छाई पी लो, थोड़ी तक़ज़गई आ जाएगी. ऑश ऐसे बूब दबाता है कोई? लंड गांद पर रग़ाद रहे हो. छूट गीली हो रही है.

अमित: ऑश बेबी क्या माल है! छूट मारने का मज़ा आ जाएगा.

मों: पहले ये छाई पी लो, फिर चाहे मों छोड़ना या बेहन.

मैने और मों ने छाई पी ली. मैं नंगा हो गया था. मैने मों को नीचे बिताया, और थोड़ी देर लंड चुस्वाया. मों भी नॉटी स्माइल दे रही थी. मैं मों को पीछे से पकड़ लिया और गाउन उपर कर दिया.

अमित: थोड़ी आयेज की और झुक जाओ. मैं पीछे से ही तेरी छूट लूँगा.

मों झुकी तो मैं लंड छूट पर रगड़ा, और छूट में घुसेध दिया.

मों: ऑश आराम से ले लो. अभी बहुत टाइम है कोई नही आएगा किचन में.

अमित: ऑश यार तू थोड़ी झुक जेया ना.

मों: अपनी मों को झुका कर हो मानोगे क्या? लो झुक गयी.

अमित: ऑश लंड बहुत टाइट हो गया है यार. ऑश छूट कहाँ गयी तेरी? मेरा लोड्‍ा पकड़ कर छूट पर रख दे.

मों: सब काम मुझे ही करना पड़ेगा. ऑश लंड तो बहुत टाइट है सच में.

अमित: बस तू मेरी घरवाली बन कर छुड़वा ले. रुक यार पहले स्लॅब पर बैठ तू. तेरे बूब चूसने दे.

मों: बूब्स भी चूसोगे यहाँ?

मों मेरे सामने बैठ गयी. मैं मों के बूब्स चूसने लगा. मों के बूब्स बड़े-बड़े थे, तो मज़ा आने लगा. वो मस्त होकेर निपल चुस्वा रही थी.

मों के गोरे बूब बारी-बारी से चूज़. 40 आगे वाली लॅडीस को छोड़ने में एक अलग ही मज़ा आता है. एक तो वो पका हुआ माल होती है, और चुदाई में पूरा साथ देती है. बिना नखरे किए मज़े लेने हो तो ऐसी लेडी को छोड़ो. दूसरी बात उनके बूब्स और छूट मस्त होते है, तो मज़ा भी खूब आता है.

मों: ऑश आराम से चूस लो यार. कहीं भागी थोड़ी जेया रही हू. मज़ा लेना है तो आराम से लो, जल्दबाज़ी मत करो.

मैं बीच-बीच में मों के लिप्स और गाल भी चूस रहा था. मों बार-बार स्माइल दे रही थी.

अमित: क्या हुआ यार? हस्स क्यूँ रही हो?

मों: बस सोच रही थी की जिसको बेटा समझा, वो तो हब्बी बन गया. देख कैसे मज़े ले रहा है मों के, जैसे अपनी ही घरवाली हो. मों को घरवाली बना कर छोड़ रहा है. सब तो यही सोचते है की ये दोनो मों और सोन है. पर उनको क्या पता की बेटा मों को वाइफ बना कर छोड़ता है.

अमित: यार इतनी मस्त माल को छोड़ना चाहिए. वैसे भी तुमको चुड़वणी ही है. मेरे से नही तो दादा जी से मरवावगी. तो बेटे से छुड़वाने में क्या प्राब्लम है?

मों: मैने तो माना नही किया तुमको. तुमने तो मेरी रेल बना रखी है. ऑश, बूब्स बहुत आचे से चूस्टा है तू. जब गोल-गोल जीभ फेरता है तो मज़ा बहुत आता है.

अमित: किचन में छोड़ने में मज़ा आएगा.

मों: तेरा साथ तो कही भी मज़ा आएगा यार.

अमित: चल अब छूट मरवा ले मम्मी.

मों: देख तेरा लंड कैसे तन्ना हुआ है. ऑश अकड़ तो ऐसे रहा है जैसे मा छोड़ देगा!

अमित: इसकी मों की छूट चूड़ने वाली है यार.

मैने मों की छूट पर लंड फेरना शुरू कर दिया. मों की सिसकियाँ शुरू होने लगी.

मों: ऑश उपर-नीचे मत कर अब. बस छूट में घुसेध दे.

अमित: तेरी छूट बहुत गहरी है, छोड़ने में मज़ा आता है.

मों: तेरा लंड अंदर फील होता है. मुझे भी बहुत अछा लगता है. एक बात बोलू?

अमित: बोल मेरी छूट.

मों: छोड़ते टाइम तू बहुत अछा लगता है. अगर पहले पता होता की तू मुझे छोड़ना चाहता है, तो 2-3 साल पहले ही घर में रख लेती. तू प्यार से छोड़ता है.

अमित: तू भी मुझे बहुत अची लगती है मों. इतनी मस्त और गोरी छूट छोड़ने के लिए मिल गयी है. बूब्स और गांद मस्त है तेरे यार. जब तू झुकती है तो गोरे-गोरे बूब्स बहुत आचे लगते है, लंड खड़ा कर देती हो.

मों: ऑश सच में!

मैने लंड धीरे-धीरे मों की छूट में घुसा दिया. लंड मों की छूट में जाने लगा. मैने मों का गाउन उतार कर नंगी कर दी. मों के बूब्स मेरे सामने थे. मों के साथ लगने पर मज़ा आने लगता है. वैसे भी खुद की मस्त मों को छोड़ने का अलग ही मज़ा है.

मों: ऑश आअहह वाह मेरे शेर अब सही है. ऑश आअहह मों को बहुत खुश रखता है तू.

अमित: ह्म आआहह मम्मी छूट डोगी तो मैं भी खुश रहुगा.

मों: अर्रे अब तो जी करे तब पकड़ कर छोड़ सकते हो. अपने घर में इतनी आज़ादी है की कहीं भी कभी भी किसी भी छूट को छोड़ सकते हो.

अमित: सही कहा मों, ऐसी आज़ादी और कहाँ!

मों हासणे लगी.

मों: ऑश बेटे का लंड लेने में मज़ा आता है यार. तेरे जैसा जवान बेटा मों को छोड़े तो मों को और क्या चाहिए.

लंड अपना काम करने लगा. मों खुश होने लगी.

मों: आहह बेटा मज़ा आ रहा है.

अमित: चल घोड़ी बन जेया, फिर मज़ा आएगा.

मैने मों को आयेज की और झुका लिया, और पीछे से शॉट मारा. मों की गांद मेरी जाँघ से लग रही थी.

मों: ऑश ये बढ़िया है यार. ऐसे तो मज़ा आएगा.

अमित: ऑश ऐसे झुकी हुई मों मस्त लगती है. ऑश तेरे बूब्स भी हिल रहे है.

हर शॉट में लंड छूट में घुस जाता और मों की गांद साथ लग कर मज़ा आने लगा.

मों: ओह मितू ऊहह आख़िर मों की ले ही ली.

अमित: ऑश मों ऐसे ही झुकी रहो मज़ा आ रहा है.

मैने एक हाथ से मों का बूब पकड़ लिया, और दूसरे हाथ को मों के कंधे को पकड़ कर शॉट मारने लगा. लंड मों की छूट में मस्ती करने लगा.

मों: आहह मितू बेटा ऑश आअहह आज सुबह-सुबह ही मों की ले रहा है. आनंह आहह मज़ा आ रहा है.

अमित: क्या बूब है तेरे मेरी जान. मस्त छूट है तेरी आअहह. ऑश गांद साथ लगती है तो मस्ती चढ़ने लगती है मम्मी.

मों: ऑश मुझे भी मज़ा आ रहा है. ऑश अभी तेरा लोड्‍ा और मोटा होगा, लंबा भी होगा यार.

अमित: ह्म बस तू मरवती रहना यार.

मों: ऑश बेबी ऑश बेबी छोड़ मों की छूट.

मों की सिसकियाँ तेज़ होने लगी. मैं भी ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था. मों के हिलते हुए बूब्स को पकड़ कर छोड़ने में मज़ा आ रहा था. उनको मज़ा आ रहा था. वो बिना हीले मज़ा ले रही थी. मैने मों को करीब 20 मिनिट तक छोड़ी. वो 2 बार झाड़ चुकी थी.

मों: ऑश अब कितनी देर लगाएगा बेटे ऑश फटाफट छोड़. एक बार मज़ा आ जाए तो छ्चोढ़ देना यार. बहुत देर से ऐसे ही झुका रखी है मों को.

अमित: बस साली कुटिया 2 मिनिट और मरवा ले बस एक बार मज़ा आ जाए, फिर छ्चोढ़ दूँगा. ऑश मज़ा बहुत आ रहा है बस पानी निकल जाने दे.

मों: श बहुत ज़ोर से छोड़ रहा है तू. ऑश मैं तो 2 बार झाड़ गयी यार. तू सच में मोतेरचोड़ है.

अमित: ऑश ऊओ रुक जेया रंडी, छुड़वा ले. 2 मिनिट में क्या होता है. ऑश आहह साली आअहह तेरी छूट चिकनी हो गयी है. ऑश आअहह आआहह ऊओ बेबी ऊहह मम्मी ऊओ मों ऑश आअहह.

मों: कम ओं यार अब हो जाएगा.

अमित: आहह ह हहू ऊओ कोन ओं कुटिया ऑश आअहह बस हो गया साली.

थोड़ी देर में मैं झाड़ गया. टाइम तो लगा बुत मज़ा बहुत आया. मों को सीधी किया, और उसके बूब्स लाल हो चुके थे.

मों: ऑश बहुत मेहनत की बेटे ने आज. मज़ा आया क्या मों छोड़ कर?

अमित: बहुत.

मों: ऑश दोनो मुममे लाल कर दिए तुमने मों के. चलो ठीक हो जाएँगे, बस तुमको मज़ा आना चाहिए.

अमित: ई लोवे योउ मों. थॅंक्स यार इतनी मस्त छूट देने के लिए.

मों: लोवे योउ बेटा, तूने भी खूब बजाई है मों की. चलो तुम आराम कर लो. मैं गाउन पहन कर आती हू. तेरे लिए छाई लाती हू.

अमित: मों नंगी भी मस्त लगती है तू. गाउन में बूब दिखते है तब बड़ी मस्त लगती है. पीछे से गांद के तो क्या कहने.

मों ने मुझे किस किया. मैने मों के बूब्स पर हाथ फेरा, और मों को बाहों में लेकर पीठ पर भी हाथ फेरा.

मों: लोवे योउ बेबी. अब चलो, सासू मा आ जाएगी.

अमित: कोई बात नही, उसको भी छोड़ लूँगा.

मैं और मों दोनो हस्स पड़े. मैने मों को गाउन पहना दिया. मों को किस किया और उपर चला गया.

बहुत सारी हाउसवाइव्स ने अपने दिल की बात शेर की है. आपको स्टोरी अची लगी तो बताना

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