कमवाली को नंगा देखने और नंगा करने की कहानी

हेलो दोस्तों, मेरा नाम कमाल किशोरे है. मेरी उमर 53 साल है, और मैं एक राशन की दुकान चलता हू. हाइट मेरी 5’11” है, और रंग सावला है. मेरी बीवी की मौत 8 साल पहले हो गयी थी, और अब घर में मैं और मेरी 23 साल की बेटी ही है.

मैं अपनी बेटी से बहुत प्यार करता हू, और उसको सारी खुशियाँ देने की कोशिश करता हू. ये जो कहानी है, वो 6 महीने पहले की है. तो चलिए कहानी शुरू करते है.

काफ़ी दीनो से मेरी दुकान पर एक औरत पोछा लगाने आती थी. उसका नाम रामा था. रामा 38 साल की एक गड्राई हुई औरत थी, जिसका पति मॅर चुका था. वैसे तो मैने कभी उसके बारे में कुछ ग़लत नही सोचा था, लेकिन एक दिन मैने सीन ही ऐसा देख लिया, की मेरे मॅन में उसके लिए ग़लत ख़याल आने लगे.

तो हुआ यू, की वो दुकान पर पोछा लगा रही थी, और तभी हमारी शॉपकीपर्स की मीटिंग होने वाली थी. मैने रामा को बोला की मैं मीटिंग में जेया रहा हू, तो वो 10 मिनिट दुकान का ध्यान रख ले. उसने भी हामी भर दी.

फिर मैं मीटिंग में चला गया. 10 मिनिट बाद जब मैं आया, तो रामा दुकान पर नही थी. मुझे लगा की वो चली गयी थी, लेकिन वो बातरूम में थी, और इस बात का मुझे नही पता था.

दरअसल मेरे पीछे से हुआ ये था, की एक कस्टमर तेल लेने आया था. वो तेल टोलते-टोलते उस पर तोड़ा तेल गिर गया था. उसने सारी पहनी थी, और तेल ब्लाउस पर गिर गया था. तो वो ब्लाउस सॉफ करने बातरूम में गयी थी.

अब वो बातरूम में थी, और उसने ब्लाउस और ब्रा उतारे हुए थे. उसने कुण्डी भी नही लगाई थी. मुझे बहुत तेज़ सस्यू आई थी, तो मैं जल्दी से बातरूम में चला गया. अंदर जाते ही उसने चीख मारी.

मैने वाहा जो नज़ारा देखा, तो कमाल का था. रामा की नाभि के नीचे तक बस सारी थी. उसके उपर से वो बिल्कुल नंगी थी. क्या कमाल की सेक्सी कमर थी उसकी. उसके बड़े-बड़े बूब्स तो दूध से भरे हुए थे.

वो ज़्यादा गोरी नही थी, लेकिन कामुक बहुत थी. उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया. मेरा दिल बोल रहा था, की उसको वही लिटा कर छोड़ डू, लेकिन मैने खुद पर कंट्रोल किया. फिर मैं सॉरी बोल कर जल्दी से बाहर आ गया.

जब वो बाहर आई तो बोली: सॉरी साब, मैं कुण्डी लगाना भूल गयी थी.

मैं: कोई बात नही रामा. हो जाता है.

मेरा लंड खड़ा हुआ था, और शायद उसने भी ये देख लिया था. उस दिन से मेरा दिल रामा को छोड़ने का करने लग गया. अब जब भी वो पोछा लगा रही होती, तो मेरी नज़र उसी पर टिकी रहती. उसकी मोटी गांद और बड़े बूब्स देख-देख कर मैं पागल हो रहा था.

वो भी अब जान-बूझ कर मुझे अपने बूब्स के दर्शन करवाती थी. फिर एक दिन मुझसे रहा नही गया, और मैने उसको छोड़ने का फैंसला किया. रामा पोछा लगा चुकी थी, और वॉशबेसिन के सामने खड़े होके हाथ धो रही थी, और शीशे में खुद को देख रही थी.

मैने अचानक से उसको पीछे से पकड़ लिया, और सीधा उसके बूब्स पर हाथ डाल दिए. फिर मैं उसके शोल्डर्स पर किस करने लगा, और उसको बोला-

मैं: रामा तुम बहुत सेक्सी लग रही हो. मैं चाह कर भी अपने आप को कंट्रोल नही कर पा रहा. मुझे तुमसे प्यार हो गया है.

वो बोली: साब बड़ी देर लगा दी आपने ये बोलने में. मेरे पति के बाद आप ही है, जिन्होने मुझे नंगा देखा है. मैं तो उसी दिन आपकी हो गयी थी. बस आपके कहने का इंतेज़ार कर रही थी.

मैं: तो मेरी प्यास बुझा दो आज.

ये बोल कर मैने अपने होंठ उसके होंठो के साथ लगा दिए. तभी उसने मुझे रोक दिया. फिर वो बोली-

रामा: साब यहा नही. अभी ना तो जगह सही, और ना ही मेरी हालत. मैं आपके सामने अची से बनके आके चूड़ना चाहती हू.

मैं: चलो फिर एक घंटे में मेरे घर पर मिलते है.

रामा: ठीक है साब.

फिर वो चली गयी, और मैं भी थोड़ी देर में दुकान बंद करके घर पहुँच गया. 2 बाज चुके थे, और घर की डोरबेल बाजी. मैने भाग के दरवाज़ा खोला, और मेरे सामने हुस्न की पारी खड़ी थी.

ब्लॅक सारी में रामा किसी भोजपुरी हेरोयिन से कम नही लग रही थी. उसके मोटे बूब्स और बड़ी गांद का जलवा डेक्ते ही बन रहा था. फिर मैने उसको अंदर बुलाया, और दरवाज़ा बंद कर दिया.

दरवाज़ा बंद करते ही मैने उसकी सारी का पल्लू पकड़ा, और उसको खींच दिया. वो घूम गयी, और उसकी सारी उसके बदन से अलग हो गयी. अब वो कामुक स्त्री मेरे सामने सिर्फ़ ब्लाउस और पेटिकोट में थी.

मैने उसको बाहों में लिया, और हम दोनो पागलों की तरह किस करने लगे. 5 मिनिट तक हमने किस किया, और फिर मैं उसकी क्लीवेज में मूह डाल के प्यार करने लगा. फिर मैने उसका ब्लाउस खोला, और ब्रा भी निकाल दी.

जिन बूब्स को देख कर मेरी जवानी जागी थी, आज वो बूब्स मेरे सामने थे. मैं देखते ही उसके बूब्स पर टूट गया, और निपल खींच-खींच कर चूसने लगा. वो आहें भर रही थी, और मेरे सर को अपने बूब्स में दबा रही थी.

फिर मैने उसको बेड पर लिटाया, और उसकी कमर पर आके उसकी नाभि चूसने लग गया. फिर मैने उसके पेटिकोट का नाडा खोला, और उसको उतार दिया. उसने पनटी नही पहनी थी, और अब उसकी हल्के बालों वाली छूट मेरे सामने थी, जो थोड़ी गीली थी.

उसकी छूट देखते ही मैने उस पर जीभ चलना शुरू कर दिया. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट को चाटने और चूसने लग गया. वो पागल हो रही थी, और मेरे सर को अपनी जांघों में दबा रही थी. मैने बहुत टाइम बाद आज छूट का स्वाद लिया था.

फिर उसने मुझे धक्का दिया, और मेरे उपर आके मुझे नंगा कर दिया. मेरा 7 इंच का खड़ा लंड देख कर वो बोली-

रामा: ये तो मेरे पति से भी बड़ा है. वो भी क्या मज़ा देते थे मुझे.

फिर उसने लंड मूह में डाला, और चूसने लग गयी. वो माहिर थी लंड चूसने में. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैं उसके बाल पकड़ कर उसके मूह में धक्के देने लग गया.

कुछ देर लंड चूस कर वो मेरे उपर आ गयी. उसने लंड पकड़ कर सीधा खड़ा किया, और छूट पर सेट करके उसके उपर बैठ गयी. बैठते हुए उसने ज़ोर की आहह भारी. फिर उसने अपने हाथ मेरी चेस्ट पर रखे, और गांद उपर नीचे करनी शुरू की.

बहुत मज़ा आ रहा था. उपर से मुझे उसके बूब्स का मज़ा मिल रहा था, और नीचे से उसकी गरम छूट का. 20 मिनिट वो ऐसे ही मेरे लंड पर उपर नीचे होने लगी. फिर वो आ आ करते हुए झाड़ गयी.

मेरे अभी निकलना बाकी था. मैने उसको नीचे लिया, और तेज़-तेज़ छोड़ने लगा. 10 मिनिट और मैने उसको छोड़ा, और फिर पानी उसकी छूट में ही निकाल दिया. फिर मैं उसके उपर ही लेट गया.

ये सब करते हुए 3 बाज गये थे. मैं भूल ही गया था की 3 बजे मेरी बेटी कॉलेज से वापस आती है. तभी डोरबेल बाजी, और जब मैने घड़ी की तरफ देखा तो मैं समझ गया की मेरी बेटी पायल वापस आ गयी होगी.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.

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