परेशान कामवाली की चुदाई

वैशलि तदप उथि। उसकि फ़रुसत्रतिओन मेहसूस हो रहि थि। वो अब बूकस नहि देख पा रहि थि। मैं मेरे पस पेर अब दोपहर मे क्सक्सक्स सद देखता था । और मूथ मरता था। वैशलि ये सब चुपके से देखे ऐसा बनदोबसत मैने किअ । मुझे यकिन था वैशलि इसमे भि फसेगि। लेकिन इसके लिये मुझे 12 दिन वैत करना पदा। उस दिन मैने मेहसूस किअ के वैशलि दरवजे कि चिर मे से झाक रहि थि। उस दिन मैं गनद मरने वलि बफ़ देख रहा था। वैशलि ने मेरा फ़वरा उदते हुए देखा। मैने मेरा सुम मेरे छति पेर मल दिया। और पुरपोसेली थोदा चतने का नतक किया। पस बनद किअ, कपदे थिक किये और ओफ़्फ़िसे के लिये चल पदा। निचे आते हि मैने नोतिसे किया कि वो मेरे लुनद के जगह को चोरिसे देखि थि। अब एक दिन बाद इस सब मेहनत का मीथा फल चखने का मैने फैसला किअ कयोनकि मेरि बिबि मुमबै जा रहि थि मौसि के पास पूजा के लिये। मैने बिबि को पुने सततिओन पेर सुबह 6 बजे बुस मे बिथा दिया। घर आ कर वैशलि के मिथे खवबमे सो गया । 8 बजे उथा। वैशलि आज 8।15 को आयि। मैं बरुश करके उस से चै पिअ। आखरि बर सेदुसे करके उसपेर चधने के लिये बेतब था। मैने मेरा त्रिम्मेर चलु करके मेरे झत कत दिये और तोइलेत पेर गिरा दिये। फिर बथरूम मे आकर नहया। निचे आकर वैशलि से नशता लिया। उसको कहा “मैं आज ओफ़्फ़िसे नहि जऊनगा , उपर सोमपुतेर पेर काम करुनगा।” उपर आतेहि मैने दरवजेके सतोप्पेर को और मेरे पस चैर को धगा बानध दिअ तकि जब मैं चैर हिलौ तो दरवजा खुले। 11 बजे मैने सोमपुतेर ओन किअ । दो बर दरवजा खुलने का चेसक किअ। 11।30 के करिब वैस्सहलि उपर आयि। तोइलेत मे गयि। 5 मिनुते बाद उसने फ़लुश किअ। उसने मेरे झत जरूर देखे।

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मेरे अनदज से वो वहि गरम होनेवलि थि। बलुए फ़िलम चलु थि , मैं मूथ भि मार रहा था पूरा ननगा होकर। मेरा पूरा धयन दरवजे पर था। 10 मिनुते बाद पस के ससरीन पर जो दरवजे कि ज़िर्रि कि शदोव थि उसमे कुच हुलचुल दिखि। मैने और 5 मिनुते वैत किअ , सोनफ़िरम हुअ के वैशलि सुब देख रहि है। मैने अब मेरि सोमपुतेर चैर जोर से रिघत कि तरफ़ सरकै और दरवजा आधा खुल गया। वहा मेरि सेक्स गोद्देस्स पुरे जवनि मे खदि थि । उसका लेफ़त हनद रिघत बूब को दबा रहा था और रिघत हनद सलवर पर से छुत को सहला रहा था। मैं उसके समने ननगा खदा था । 2 सेसोनद ऊसे कुच समझ मे नहि आया। तब तक मैं आधि दूरि तय कर छूका था। भगने के लिये जैसे हि वो पलति , मैने ऊसे पिछे से दबोच लिया। ऊसके दोनो मम्मय मेरे हाथ मे थे । ऊसकि पिथ मेरे छति पेर थि और मेरा लुनद ऊसके गनद कि चिर पेर। मैने तुरनत ऊसके मम्मय सहलना चलु किअ। नेसक और एअर लोबेस को चतना सुरु किअ और कुत्ते कि तरह गनद पेर धक्के लगना सुरु किअ। वो कुच बोलने से पहले ऊसका 1 मम्मा और कमर पकदकर ऊसे बेद पेर लकर पतक दिया। ऊसका एक हाथ मेरे निचे फसया ,दूसेरे हाथ से ऊसका दूसरा हाथ पकदा और ऊसको लिप किस्सिनग चलु किअ। एक हथ से ऊसकि चुत कपदे के ऊपेर से सहला रहा था।

तिन-चर मिनुते के किस्सिनग के बाद ऊसने पोसितिवे रेसपोनसे देते हुए मेरे जीभ से जीभ भिददि और अपने मेरे निचे फसे हाथ से मेरि पिथ सहलना सुरु किअ।अब मैने ऊसका हाथ छोद दिया और ऊसके मम्मय मेरे छति के निचे दबये। और ऊसके थीक उपर आ गया। मेरा तना हुअ लुनद ऊसके चुत पर था। मैं ऊसे चूम रहा था। ऊसने कहा “दो मिनुते रूको न” मैने पूछा किस लिये? ऊसने कहा “पलेअसे” मैं रूक गया। उस पेर से हत गया। वो मुझे निहरने लगि। मेरे सलेअन छति पेर हथ फेरते बोलि “बहोत खयल रखते हो इसका “ मने कहा “अब तु दिखा तु कितना खयल रखति है तेरा, उतर दे कपदे “ उसने कहा “मैं नहि” मैने कहा “ मैं उतर दूनगा तो कपदे तो फतेनगे , उतर दे” वो दर गयि और कपदे उतरने लगि, बरस्सिएर थि नहि । ननगि होने के बाद मैने इशरे से मेरे बगल मे बुलया। दोनो मम्मय दोनो हाथ से चुपने कि नकम कोशिश करते वो मेरे पस आ गयि। मैने ऊसे अपने बहो मे भर लिया , सहलया। फिर ऊसके मम्मय चूसने लगा तो ऊसने मेरा मूह अपने बूब पेर दबोच लिया। मैं ऊसके निप्पलेस पेर मेरि जीभ फिरा रहा था।

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