जेठ हुआ अपने भाई की बीवी का दीवाना

और फिर राकु अपने बेडरूम से निकल कर उपर टेरेस पर गया, तो देखता है की पिंकी उल्टी हो कर सोई हुई थी. उसने पिंकी को जगाया पर पिंकी गहरी नींद में थी. तो वो भी साइड में सो गया. नेक्स्ट सुबा दोनो जल्दी से अपने-अपने कपड़े पहन कर नीचे आ गये. पिंकी किचन में चली गयी अंजू के पास सब के लिए नाश्ता बनाने के लिए.

सामने डाइनिंग टेबल पर दोनो के सास-ससुर बैठे थे. ससुर जी प्रीतम लाल, और सासू मा सुमन. उनको नाश्ता दिया. सन्नी और रिया भी उठ कर आ गये नाश्ते के लिए, और राजू और राकु भी आ गये. सब ने साथ में मिल कर नाश्ता कर लिया, और फिर सब अपने-अपने काम में लग गये.

फिर रिया और सन्नी अपने कॉलेज चले गये. राकु अपने ऑफीस चला गया, और सास-ससुर उपर टेरेस पर चले गये. अंजू सारे कपड़े लेकर ढोने चली गयी. वो पिंकी को बोल कर गयी की तुम सारे बर्तन धो लेना किचन में ले जेया कर. अब हॉल में राजू और पिंकी थे, तो फिर पिंकी बर्तन लेने आई. राजू ने सिर नीचे झुका दिया.

पिंकी: क्या हुआ जेठ जी?

राजू: कुछ नही पिंकी.

पिंकी: तो फिर आपने सिर नीचे क्यूँ किया, जब मैं बर्तन ले रही थी?

राजू: कुछ नही पिंकी, ऐसे ही.

पिंकी: कोई बात है क्या जो आप ऐसे कर रहे हो?

राजू: नही-नही, कोई बात नही है.

पिंकी: तो फिर आप सिर झुका कर के मुझसे बात कर रहे हो. मेरी तरफ देख कर बात करो जेठ जी.

राजू का मूह उतरा हुआ था. वो शर्मिंदा था इसलिए उसके सामने देख कर बात नही कर रहा था. जब राजू कुछ नही बोला तो पिंकी चुप-छाप बर्तन लेकर चली गयी किचन में ढोने के लिए. राजू अपने बेडरूम में चला गया.

राजू (मॅन में): ये क्या हो रहा है मुझे? मैं पिंकी के बारे में क्यूँ सोच रहा हू? मैं आँखें बंद करता हू तो मुझे पिंकी की छूट दिखाई देती है. ऐसा क्यूँ हो रहा है मेरे साथ? मुझे कुछ समझ नही आ रहा है मैं क्या करू?

अंजू: अर्रे आप अभी तक जाग रहे हो, सोए नही? सो जाओ बहुत रात हो गयी है.

राजू: तुम सो जाओ, मुझे नींद नही आ रही है. जब नींद आएगी तब सो जौंगा.

और अंजू फिर उसकी तरफ देखती है तो राजू परेशन सा लगता है. फिर अंजू उसे रिझाने की कोशिश करती है, मतलब सेक्स के लिए उत्तेजित करती है. उसे परेशन देख कर और परेशन नही करती है.

अंजू: तो आप आओ मेरे पास, मैं आपको बहुत मज़ा देती हू, और फिर आप को अची नींद आ जाएगी.

राजू: क्या बात है, तुम तो बहुत गर्म हो गयी हो.

अंजू: आप मेरे पति है, और आपको ठंडा करने के लिए मुझे गरम तो होना पड़ेगा. और अब आप चुप-छाप बैठे रहो. मुझे जो करना है वो करने दो, आप बस मज़े लो.

और फिर अंजू ने राजू की पंत खोल दी, और लंड बाहर निकाला. वैसे लंड तो पहले से ही खड़ा हुआ था. लेकिन उसने उधर ध्यान नही दिया, और अपने हाथ में पकड़ कर राजू के लंड को उपर-नीचे करने, मतलब लंड को हिलने लगी. राजू को बहुत मज़ा आने लगा, और वो अपने मूह से हल्की आवाज़ में ह ह ह ह करने लगा.

राजू: अंजू तुम्हारे होंठ मेरे लंड को मज़ा दे रहे है. आहह ह ह बहुत मज़ा आ रहा है.

अंजू: आपका लंड मुझे भी तो मज़ा दे रहा है. चलो अब मेरी छूट में अपना लंड डालो, क्यूंकी अब मुझे मेरी छूट में आपका लंड चाहिए.

राजू: तो उठो, और अपने कपड़े उतरो, और मेरे कपड़े भी उतरो. फिर मेरे लंड पर बैठ जाओ, और मज़े लो मेरे लंड के.

अंजू: हा मैं तो मज़े लूँगी ना, क्यूंकी आप मेरे पति हो. और आपका ये लंड सिर्फ़ मेरी छूट का है. तो ये मेरी छूट में ही जाएगा हमेशा के लिए.

फिर अंजू अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी, और राजू के भी कपड़े उतार कर उसे भी नंगा कर दिया. अब वो अपनी चिकनी गीली छूट में राजू का लंड लेने के लिए तैयार थी. राजू का लंड भी अंजू की छूट में जाने के लिए उछाल रहा था. अंजू ने अपनी दोनो टांगे फैला कर राजू का लंड अपनी छूट में लिया, और ज़ोर-ज़ोर से उपर-नीचे उछालने लगी.

अंजू: ह ह ह आपका लंड पूरा छूट की गहराइयों तक जेया रहा है. मुझे बहुत मज़ा आ रहा है.

राजू: हा तुमको मज़ा तो आएगा ना. क्यूंकी तुम्हारी छूट बहुत गीली है. इसलिए मेरा लंड बड़े आराम से अंदर तक जेया रहा है.

अंजू: हा इसलिए तो मुझसे कंट्रोल नही हो रहा है, और मैं और ज़ोर-ज़ोर से उछालने लगी हू आपके लंड के उपर बैठ कर.

राजू: और तुम्हारी छूट इतनी गरम है, की मेरा लंड अपने आप ही घुस रहा है.

अंजू: हा आपका लंड मेरी छूट को बहुत पसंद है. इसलिए तो आपके लंड को देख कर तड़पने लगती है अपने अंदर लेने के लिए.

राजू: हा और मेरा लंड भी तुम्हारी छूट देख कर खड़ा हो जाता है अंदर जाने के लिए. चलो अब हम डॉगी स्टाइल में करते है, क्यूंकी मेरा अब निकालने वाला है.

फिर अंजू डॉगी स्टाइल में आ गयी, और राजू पीछे से उसकी छूट में अपना लंड डाल कर उसे घपा-घाप छोड़ने लगा.

करीब 10 मिनिट के बाद राजू ने अपने लंड के माल की पिचकारी अंजू की छूट के अंदर गहराई तक मारी, मतलब लंड का माल छूट में छ्चोढ़ दिया. रात के करीब 12:00 बजे राजू गहरी नींद में था, और उसे एक सपना आया.

पिंकी: नॉक नॉक? ( मैं पिंकी).

राजू: मुझे पता है तुम पिंकी हो, दरवाज़ा खुला है आ जाओ.

पिंकी: आपको कैसे पता चला की मैं हू?

राजू: पिंकी मुझे पता है जब तेरी छूट में खुजली होती है, तब तू मेरे दरवाज़े पर आती है.

पिंकी: अछा अगर मेरी छूट में खुजली होती है, तो आपका लंड भी तो तड़प्ता है ना मेरी छूट के लिए?

राजू: चल ठीक है ठीक है. क्ब अपने कपड़े उतार कर नंगी हो जेया.

पिंकी: लगता है आप बहुत उतावले हो मुझे छोड़ने के लिए.

राजू: हा मैं उतावला हू तुझको छोड़ने के लिए. चल अब जल्दी कर, अपने कपड़े उतार, और मुझे अपना सेक्सी जिस्म दिखा. फिर अपने सेक्सी बूब्स और चिकनी छूट दिखा.

फिर पिंकी ने अपने कपड़े उतार दिए, और नंगी हो गयी राजू के सामने. राजू बेड पर सीधा लेता था हाथ में अपना लंड पकड़ कर.

राजू: चल अब मेरे पास आ. पहले हम 69 की पोज़िशन में सेक्स करेंगे, तो मेरा लंड चूस और मैं तेरी छूट चाट-ता हू.

पिंकी: वाउ, आपका लंड तो बहुत टेस्टी है. मुझे यकीन नही आ रहा की मैं अपने पति के भाई का लंड अपने मूह में लेकर कुलफी की तरह चूस रही हू.

राजू: मैं भी यकीन नही कर सकता की मैं भी अपने भाई की बीवी की छूट चाट रहा हू. वो भी बड़े मज़े से. तेरी छूट बहुत मस्त है, मुझे चाटने में बहुत मज़ा आ रहा है. और तेरी छूट इतनी जल्दी गरम हो जाती है, और अपना पानी छ्चोढने लगती है. तो और ज़्यादा मज़ा आता है ऐसे चूसने में.

पिंकी: आपका लंड ला-जवाब है और मुझे बहुत पसंद आया है. मैं हमेशा आपका लंड ऐसे ही चूस्टी रहूंगी. आपका गरमा-गरम लंड मेरे होंठो को बहुत मज़ा दे रहा है.

राजू: चल अब तुम घोड़ी बन जेया. मेरा लंड अब तेरी छूट में जाने के लिए तड़प रहा है.

पिंकी: हा मेरी छूट भी तड़प रही है आपका लंड लेने के लिए. लो मैं घोड़ी बन गयी. अब जल्दी से मेरी छूट में अपना लंड डाल दो.

राजू: वाउ यार, तेरी छूट तो बड़ी गीली है, जो मेरा पूरा का पूरा लंड एक ही बार में अंदर ले लिया. बहुत मज़ा आ रहा है तेरी छूट में लंड डाल कर. मुझे ऐसी ही चिकनी छूट रस्स भारी चाहिए थी छोड़ने के लिए. काश तू मेरी बीवी होती तो मैं दिन रात तुझे छोड़ता रहता.

पिंकी: हा मैं भी आपसे हमेशा दिन रात चुड़वति. अब रुकना मत, मुझे ऐसे ही छोड़ते रहो. बहुत मज़ा आ रहा है ह ह. आपका लंड मुझे बहुत मज़ा दे रहा है. प्लीज़ स्पीड से छोड़ो, धक्के थोड़े और तेज़ मारो. मुझे बहुत मज़ा आ रहा है.

राजू: साली चुड़क्कड़ आज तुझे इतना छोड़ूँगा, इतना छोड़ूँगा, की तेरी छूट फाड़ डालूँगा. तेरी छूट का भोंसड़ा बना दूँगा साली रंडी. अब देख कितनी तेज़ी से तेरी छूट में अपना लंड घुसा कर घपा-घाप करता हू. अर्रे साली रंडी, ये क्या? तेरी छूट तो बहुत ख़तरनाक है. मेरा इतना जल्दी कभी नही निकलता. ये क्या, मैं गया मैं गया मैं गया. (थे एंड, सपना टूट गया)

अंजू: डार्लिंग क्या हुआ? तुम क्यूँ चिल्ला रहे हो?

और झट से राजू के आँख खुली, और वो उठ कर बैठ गया. फिर वो होश में आया, और उसे पता चला की वो सब सपना था.

राजू: अर्रे कुछ नही ऐसे ही. (दिल में:- इसका मतलब मैं सब सपना देख रहा था. अरे ये क्या? मेरा पाजामा क्यूँ गीला है? मेरा तो सपने में ही निकल गया.

नेक्स्ट सुबा जब पिंकी राजू को नाश्ता देने आई, तो राजू ने उसका रोक लिया.

राजू: पिंकी रूको, मुझे तुमसे एक ज़रूरी बात करनी है.

पिंकी: जेठ जी बोलिए आपको मुझसे क्या बात करनी है?

राजू: वो मैं ये बोलना चाहता हू, की मैं.

पिंकी: बोलिए आप क्यूँ झिझक रहे हो? जो भी बोलना है . के बोल ..

राजू: तो ., उसे रात टेरेस पर मैने तुम्हारे साथ सेक्स किया था.

पिंकी: ये आप क्या बोल रहे हो, आपको कुछ पता भी है?

राजू: हा मुझे सब पता है. उस रात जब राकु नीचे आया था, तब मैं उपर टेरेस पर आया था. तुम नंगी हो कर घोड़ी बनी हुई थी, तो तुम्हारी छूट देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था. फिर मैं खुद पर कंट्रोल नही कर पाया तुम्हारी चिकनी छूट देख कर, और मैने तुम्हे छोड़ डाला.

पिंकी: आप ये सब सच बोल रहे हो?

राजू: हा पिंकी, मैं सब सच बोल रहा हू. और मैं इस बात से शर्मिंदा हू.

पिंकी: आपको शरम नही आती अपने छ्होटे भाई की बीवी के साथ ऐसा करते हुए?

राजू: मैं बहुत शर्मिंदा हू.

पिंकी: आप क्या समझते है. आप शर्मिंदा है तो आपकी ग़लती माफ़ हो जाएगी?

राजू: मुझे पता है मैने बहुत बड़ी ग़लती की है. इसीलिए तो मैं शर्मिंदा हू, और मैं तुमसे माफी चाहता हू.

पिंकी: ठीक है, मैने आपको माफ़ किया. लेकिन आपने फिरसे यही ग़लती की तो.

राजू: मैं ऐसा फिर कभी नही करूँगा. क्यूंकी मुझे पता चल गया है की मैने कितनी बड़ी ग़लती की है.

पिंकी (दिल में): पता नही इन पर भरोसा किया जाए या नही. क्यूंकी ये आदमी बहुत हरामी लगते है.

पिंकी: ठीक है जेठ जी, आप कहते हो तो मैं मान लेती हू. लेकिन फिरसे ऐसी हरकतें मत करना प्लीज़.

राजू: थॅंक योउ सो मच तुमने मुझे माफ़ कर दिया. लेकिन पिंकी मैं इसके बदले में तुम्हे कुछ देना चाहता हू.

पिंकी: अछा तो आप क्या देना चाहते है? (दिल में: लंड).

राजू: मैं आज रात का डिन्नर ऑफर करना चाहता हू तुम्हे. प्लीज़ पिंकी मुझे माना मत करना, नही तो मेरा दिल टूट जाएगा.

पिंकी: ठीक है ठीक है, अगर आपको इसमे खुशी मिलती है तो यही ठीक. मैं आपका डिन्नर का ऑफर आक्सेप्ट करती हू.

इससे आयेज क्या हुआ, वो कहानी के नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा. नेक्स्ट पार्ट में राजू और पिंकी के बीच में नों-स्टॉप मज़ेदार ज़बरदस्त चुदाई होने वाली है. तो प्लीज़ मेरी कहानी पढ़ना. आप सब को बहुत मज़ा आएगा.

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