कच्ची उम्र की साली को चोदा

कोमल की एक टांग को उठा के मैंने अपने कंधे के ऊपर रखा और अपने मुहं को उसकी चूत की तरफ घुसाया. जाहिर हे की उसकी फांके खुल गई. मैंने जैसे ही अपने होंठो को उसकी चूत पर लगाया उसके अंदर की औरत की वासना का सैलाब निकल पड़ा. अह्ह्ह्ह अह्ह्हह्येस्स्स्स जीजू अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह आह्ह्ह मजा आ रहा हे अह्ह्ह्ह अह्ह्ह!

उसने मेरे बाल जोर से पकडे हुए थे. और मैं चूत को आइसक्रीम के जैसे चाट के उसे लिकिंग का प्लीजर दे रहा था. वो भी एकदम मस्ती में मुझे अह्ह्ह अह्ह्ह की सिसकियों से पागल बना रही थी. मेरी जीभ जब उसके छेद में घुसी तो उसकी बस ही हो गई. एक दो लिकिंग के अन्दर ही उसके योनी के रस मेरी जीभ पर आया छूटे और उसके बदन में झटके से लगे. वो खाली हो गई और उसके पाँव में एनर्जी कम होती लगी. मैंने उसके दुसरे पाँव को भी अपने कंधे के ऊपर ले लिया. उसका पूरा वेट मेरे ऊपरथा अब. वो दिवार के सहारे मेरे कंधो के ऊपर सवार थी और मैं अपनी इस हसीन और कच्ची साली की चूत को और जोर जोर से चाट रहा था.

एक मिनिट और मैंने उसकी चूत को ऐसे जोर जोर से चूसा. और फिर वो निचे उतर गई अपने आप ही.

मैं उसे पहले सेक्स में ज्यादा जोर नहीं करना चाहता था इसलिए मैंने उसे ब्लोवजोब के लिए पूछा भी नहीं. बाथरूम के फर्श के ऊपर उसे लिटा के मैंने उसके पुरे बदन के ऊपर साबुन लगाया. और फिर शावर फुल कर के उसे नहला दिया. फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर रख के उसकी टांगो को खोला. लंड सही जगह लगा था क्यूंकि मुझे सुपाडे के ऊपर गर्मी और चिपचिपेपन का अहसास हो गया था. कोमल को किस कर के जैसे ही मैंने एक झटका दिया. उसकी अंतड़ियो में जैसे लंड घुसा दिया हो वैसे अप अपने पेट को पकड़ के जोर से चीख पड़ी, अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह आह्ह्ह्हह्ह जीजू अह्ह्ह्ह, मर गई अह्ह्ह्ह निकालो प्लीज!

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मैंने उसे आगे कुछ कहने नहीं दिया और उसके होंठो के ऊपर अपने होंठो को रख के चूमने लगा. वो उह्ह उह्ह कर रही थी लेकिन उसके होंठो बंद थे इसलिए कुछ बहार नहीं आ रही थी आवाज. मेरा आधा लंड उसकी चूत में था. वो एक मिनिट छटपटाई और मैंने उसे किस किये और उसके बूब्स मसले. फिर वो थोडा एडजस्ट हुई और शांत भी. मैंने तभी एक और झटका दे के अपने साड़े पांच इंच के लंड में से पुरे 5 इंच अन्दर कर दिए. वो दर्द से बौखला उठी. लेकिन उसे भी पता था की कुछ देर में शांति मिलेगी. वो मेरे सिने से लिपट गई और अपने नेल पोलिश वाले नाख़ून से मेरी पीठ को खुरचने लगी.

उसे शांति मिल गई थी. और अब वो मुझे सपोर्ट करने लगी थी. उसकी कमर हिलने लगी थी. और उसकी ग्रिप ढीली हुई थी. मैंने उसके होंठो को आजाद किया और वो बोली, बाप रे जीजू इट पेइन्स अ लोट!

मैंने कहा, जानू यु विल एन्जॉय इट, ट्रस्ट मी!

वो मेरे गले लग गई और मैंने लौड़े को उसकी चूत में चलाने लगा. उसकी कमर भी हिल रही थी और वो मेरे लंड से चुदने के मजे को लूट रही थी.  उसकी गांड ऊपर निचे हो रही थी और वो मजे से चुदवाने लगी थी. मेरे लंड और उसके चूत का संगम एकदम टाईट था क्यूंकि आज उसका ओपनिंग जो था, उसने अपनी चूत से बहते हुए खून को देखा नहीं था. और शावर ओन होने की वजह से वो सब पानी के साथ बह रहा था. इसलिए मैं आश्वस्त था की वो देखेगी भी नहीं शायद तो.

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मेरे झटके तीव्र होते गए और कोमल की सिसकियाँ भी. उसे भी अब लंड लेने में मजा आने लगा था. पहले सेक्स में ज्यादा इधर उधर करना ठीक नहीं था. इसलिए मैं कोमल को सामान्य और प्रचलति मिशनरी पोज में ही चोदना चाहता था. और इस पोज़ में उसने भी जान लगा दी अपने जीजा यानी की मुझे खुश करने के लिए.

मैंने उसे 10 मिनिट चोदा और उसकी चूत फिर से सावन भादों हो गई. मेरे लंड के ऊपर चिपचिपाहट आई. और मेरे लंड को उसकी वजह से अलग ही उत्तेजना सी हुई. 2 मिनट के अन्दर मेरे लंड के पानी ने उसकी चूत को भर दिया. वो थक हे वही लेटी रही. मैंने जब लंड को अपनी इस हॉट साली की चूत से निकाला तो उसके ऊपर वीर्य और उसकी चूत का पानी लगा हुआ था. कोमल को मजा आ गया था और उसकी पुष्टि उसने मुझे गले लगा के की.

मैंने कोमल को साबुन से रगड़ रगड़ के साफ़ किया. अच्छा हुआ की उसने अपना खून नहीं देखा वरना बहुत डरती. लेकिन शावर चालू होने की वजह से खून चोदने के समय ही सब बह गया था.

फिर मैं उसकी चूत के अन्दर पानी की पिचकारी मारी ताकि वो गर्भ से ना हो जाए. कपडे पहन के मैं सीधे मेडिकल गया और एक पेक्ट कंडोम और अनवांटेड टेबलेट ले आया. कोमल को और कुछ घंटे चोदने का चांस था इसलिए मैंने अगले दिन के लिए बॉस को फोन कर के छुट्टी भी ले ली!

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