इंडियन ट्रेन के बातरूम मे चुदी

हेलो दोस्तो ये मेरी स्टोरी का 6त पार्ट है उम्मीद है आपको मेरी स्टोरी पसंद आएगी.

जैसा की अपने लास्ट पार्ट मे जाना की जब मुझे पता चला की मेरी छ्होटी बेहन भी इमरान से छुड़वा रही है. तो मई गुस्से मे इमरान से मिलने गयी और वाहा खुद चुड के आ गयी.

इसके बाद मैने अपनी बेहन को कभी नही टोंका और उसने भी इमरान से मिलना जारी रखा जिसकी गवाही उसका तेज़ी से बढ़ता फिगर दे रहा था.

उस दिन इमरान से चूड़ने के बाद मेरा भी चुदाई का भूत उतार गया था और मैने तन लिया था अब इमरान से कभी नही मिलूंगी. मैने यह ही किया, इसके बाद मैने अपना पूरा फोकस स्टडी पे किया और इमरान से नही मिली. करीब 6 महीनो तक मैने सेक्स नही किया. जब कभी मॅन हुआ तो अपनी उंगलिओ से ही काम चलाया.

मैने देल्ही के एक कॉलेज से म्बा करने के लिए एग्ज़ॅम दिया था जिसमे मई पास हो गयी. इसके बाद इंटरव्यू देने के लिए मुझे देल्ही जाना था. मई और मेरी मा ट्रेन से देल्ही जाने के लिए निकल गये.

ट्रेन मे हम लोगो के साथ एक आंटी और उनका एक लड़का भी सफ़र कर रहे थे. उस लड़के का नामे रोहित था जिसकी आगे 32 साल की थी और वो दिखने मे बड़ा स्मार्ट था. साथ ही साथ उसकी हॉट मसकुलर बॉडी थी जिसको देख के मई अंदर ही अंदर इंप्रेस हो गयी पर उनको ये बात शो नही की. वैसे भी वो मुझ से 11 साल बड़ा था.

आदत के औंसर मेरी मा उस आंटी से बहुत फ्रेंड्ली हो गयी और उन दोनो से बाते करने लगी. मेरी मा ने पूरी फॅमिली के बारे मे बताना शुरू कर दिया. मेरा और मेरी छ्होटी बेहन का नामे हम लोग क्या करते है. देल्ही क्यू जेया रहे है सब बताने लगी.

मेरी मा तो गप्प करने मे लगी थी तो मई उपर वाली बर्थ पे जेया के लेट गयी और अपना मोबाइल उसे करने लगी. थोड़ी देर बाद रोहित भी अपनी उपर वाली बर्थ पे आ के लेट गया.

तभी मेरी फ़ेसबुक ईद पे एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. जब मैने उस रिक्वेस्ट को देखा तो पता चला मेरे सामने लेते रोहित ने ही मुझे वो रिक्वेस्ट भेजी है. मैने उसकी साइड देखा और उसने भी मुझे देखा पर एक दूसरे से कुछ नही बोले. थोड़ी देर सोचने और फ़ेसबुक पे उसकी हॉट पिक्स देखने के बाद मैने वो रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली.

(यहा आप लोगो को बता डू की पालक वेर्मा इस नोट मी रियल सरनेम).

जिसके बाद हम दोनो आमने-सामने लेट के छत करने लगे. मुझे उससे बात करना अच्छा लगने लगा. धीरे धीरे उसने फ्लर्टिंग शुरू कर दी. रोहित बातो मे बहुत एक्सपर्ट था जिससे की मुझे उसकी फ्लर्टिंग भी अच्छी लगने लगी. मैने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया.

बार करते करते हम लोग सेक्स की बातो पर पहुच गये. और मैने उसको अपनी और उसने मुझे उसकी सेक्स लाइफ के बारे मे बताया. हलकी मैने उसको पूरा सच नही बताया था. लेकिन हम दोनो आपस मे काफ़ी खुल चुके थे तो उसने बिना देरी किए मुझे छोड़ने के बारे मे बोल दिया.

रोहित – पालक कभी ट्रेन मे सेक्स की हो?

मई – नही, ट्रेन मे कोई सेक्स करता है क्या..?

र्होटी – मैने तो बहुत किया.

मई – अच्छा जी..

रोती – हन बहुत जयदा मज़ा आता है, यदि तुम रेडी हो तो आज तुम भी ट्रेन मे चुड लो.

मई – पागल हो क्या ट्रेन मे कों करता है सेक्स और इतने लोग है कोई भी देख लेगा.

वो इतना समझदार था की वो मेरे इस रिप्लाइ से साँझ गया की मई भी चूड़ना चाहती हू. क्यूकी मैने उसके डाइरेक्ट माना करने की जगह ट्रेन मे चुदाई करने से होने वाली दिक्कत के बारे मे बोला.

इसके बाद उसने मुझ से थोड़ी सेक्स भारी बाते की जिससे मई भी तोड़ा सेक्स के बारे मे सोचने लगी. क्यूकी मैने भी 6 महीनो से सेक्स नही किया था और मुझे इतना हॅंडसम मस्क्युलर लकड़ा सेक्स का ऑफर दे रहा था.

रोहित – बताओ क्या विचार है त्मारा?

मई – यार ट्रेन मे कहा करेगे?

रोहित – टाय्लेट मे करेगे.

मई – पागल हो क्या कोई भी देख लेगा!

रोहित – कोई नही देखने वाला.

मई – अच्छा कैसे?

रोहित – मेरे पास एक आइडिया है.

मई – कैसा आइडिया?

रोती – देखो अभी जन्वरी का महीना है तुम्हे भी पता है की कितनी जयदा ठंड पद रही है. रात मे सब के सब मोटे मोटे कंबल डाल के सो जाएगे किसी को होंश भी नही र्हाएगा.

मई – चलो मान ली तुम्हारी बात बुत ट्रेन रुकते हुए जाती है ना और लोग उस टाइम तो ट्रेन से उतरेगे और उसमे चडेगे.

रोती – ये कोई दिक्कत नही है.

मई – कैसे?

रोती – शायद तुम्हे इस ट्रेन के बारे मे जयदा नही पता.

मई – मतलब?

रोहित – ये ट्रेन रात मे 3 ब्जे ग्वेलियार से निकले के बाद सीधा देल्ही मे रुकेगी इसका मतलब् ये ट्रेन लगभग 5 घंटे बिना रुके चलेगी. और रात मे 3-4 ब्जे लोग बहुत गहरी नींद मे होते है तो किसी को कुछ पता नही चलेगा.

रोहित का पूरा प्लान सुन के और थोड़ी बहुत ना नुकुर कर के फाइनली मई रेडी हो गयी अब तक रात के 1 ब्ज चुके थे और सभी लोग सो गये थे.

हम लोग ग्वेलियार आने का वेट करने लगे जैसे ही ट्रेन ग्वेलियार से निकली उसके थोड़ी देर बाद जब ह्मने देखा की ट्रेन मे कोई हलचल नही हो रही तो हम लोगो ने अपना प्लान आक्टिव किया.

सबसे पहले रोहित टाय्लेट गया और जब सब क्लियर हो गया उसने मुझे बुला लिया मैने देख की ट्रेन कॉक मे लोग अपने अपने ब्लंकेट मे च्छूप के सो रहे है क्यूकी ठंड बहुत जयदा थी और ट्रेन अपनी फुल स्पीड मे चल रही है.

फिर मई जल्दी से टाय्लेट मे चली गयी और रोहित भी अंदर आ गया अंदर आते ही मैने अपनी जॅकेट अलग कर दी. मैने एक त शर्ट आंड पालज़्ज़ोस पहना हुआ था और रोहित स्पोर्ट लोवर आंड त-शर्ट मे था.

(थॅंक्स तो इंडियन रेलवेस टाय्लेट बहुत सॉफ थी).

अंदर आते ही रोहित ने अपने ठंडे हाथो से मेरे फेस को पकड़ के पहले फोर्हेड पे किस किया फिर लीप किस करना शुरू कर दिया मैने भी उसका साथ दिया और किस करने लगी. उसने मेरी नेक पे भी किस किया जिसके बाद.

उसने त शर्ट के उपर से ही मेरे दोनो बूब्स द्वाने शुरू कर दिया. वो टाय्लेट सीट (वेस्टर्न टाय्लेट) पे बेत गया और मुझे अपनी जाँघो पे बिता के किस करते हू मेरे बूब्स द्वाने लगा उसने अपने दोनो हाथो को मेरी त शर्ट के अंदर दल के अपने ठंडे हाथो से मेरे निपल्स द्वाने शुरू कर दिया जिससे मुझे हॉर्नी फील होने लगा.

फिर रोती ने मेरी त शर्ट सामने से उपर करते हुए मेरे एक बूब्स को सक करना शुरू कर दिया और अपने दोनो हाथो से मेरी आस को सहलाना शुरू कर दिया मई उसका ताना हुआ लंड फील कर सकती थी.

बूब्स सक करने के बाद उसने मेरे पालज़्ज़ोस मे हाथ दल के मेरी छूट को सहलाना शुरू कर दिया जो पहले ही काफ़ी गीली हो गयी थी. करीब 30 मीं तक ये सब करने के बाद उसने मुझे उठाया और अपना लोवर नीचे कर के अपने लंड को बाहर निकाला और मेरे हाथो मे दे दिया.

मई उसका लंड देख के सुपरिसे हो गयी उसका लंड सच मे काफ़ी लंबा और मोटा था जैसा मैने कभी रियल लाइफ मे नही देखा. मैने उसके लंड को अपने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया. और झुक के उसको सक करने लगी.

ट्रेन इतनी तेज़ थी की ठीक से खड़ा नही हुआ जेया रहा था इसलिए मैने बेत के उसका लंड सक करना शुरू कर दिया

मैने उसके लंड की स्किन नीचे खीची जिससे उसका टॉप निकल आया फिर मैने उसको एक किस की और सक करना शुरू कर दिया. टॉप क.ओ सक करते हुए मैने धीरे धीरे उसका लंड मूह मे अंदर तक लेना शुरू कर दिया. पर वो इतना बड़ा था की उसको पूरा अंदर तक नही ले सकती थी फिर भी जितना हो सका उतना डीप मूह मे लिया.

करीब 5 मीं सक करने के बाद रोहित झुका और उसने मुझे एक लीप किस दी जिससे मई फिर सुपरिसेद हो गयी और मुझे काफ़ी अच्छा भी लगा.

(इससे पहले जब मई इमरान आंड नॉवब का लंड सक करती थी तो लंड सक करने के बाद वो लोग कभी मूज़े लीप किस नही करते थे जब तक की मई मूह साफ ना कर लू).

फिर रोहित ने मुझे खड़ा किया और अपनी जेब से कॉंडम निकाला.

मई – कॉंडम हमएसा साथ मे ले के चलते हो क्या?

रोहित – एस डियर, ट्रेन मे कब कों मिल जाए छोड़ने को, इसलिए कॉंडम ज़रूरी है.

मई – अच्छा कितनो को छोड़ा है ट्रेन मे.

रोहित – आप 6त हो. बुत आप पहली अनमॅरीड लड़की हो जिसको ट्रेन मे छोड़ रहा हू नही तो मोस्ट्ली ट्रेन मे आंटी’स ही चूड़ना पसंद करती है.

इसके बाद उसने अपने लंड पे कॉंडम ल्गया और मुझे अपने लंड पे बेत्ने को बोला. मई भी उसके लंड पे बेत के स्लोली स्लोली उसको पूरा छूट मे अंदर लिया. उसका लंड मुझे काफ़ी डीप फील हो रहा था. और मैने अपनी आँखे बंद कर के अपनी सिसकिया रोने की पूरी कोशिश करने लगी.

रोहित को भी जल्दी नही थी उसने भी मुझे पूरा टाइम दिया जिससे मई इस तगड़े लंड को सही से ले साकु. जब मई पूरी तरह रेडी गयी तब उसने मेरी आस को पकड़ के मुझे छोड़ना शुरू कर दिया. मैने भी अपने हाथ उसके गले मे दल के उसके लिप्स को चुप लिया.

उसने अपनी स्पीड बड़ा दी और उसका लंड मेरी छूट मे डीप जेया के मुझे छोड़ रहा था आअहह एयाया आओउउउम्म्म्म…

उसकी इस तरह की चुदाई से मई जल्दी ही झाड़ गयी लेकिन वो नही झाड़ा उसने मुझे पकड़े रखा और बिना रुके कभी स्लोली स्लोली तो कभी स्पीड मे छोड़ रहा था. करीब 10मीं बाद वो भी झाड़ गया और हम दोनो एक दूसरे को कस के पकड़ लिया. करीब 5मीं बाद मई उसके लंड के उपर से उठी.

उसने कॉंडम निकाला टाय्लेट मे फ्लश किया और अपने लंड पे लगे स्पर्म को साफ किया. और मुझे पकड़ के फिर से अपनी गांघो पे बिता लिया.

रोहित – आप बहुत एक्सपर्ट हो यार लंड लेने मे. ई लीके इट.

मई – अच्छा कैसे कह सकते हो.

रोहित- जिस तरीके से आपने लंड को सक किया. वैसा वोही लड़किया कर पति है जिन्होने खूब चुडवाया हो.

मई कुछ नही बोली.

रोहित – खेर ये अच्छी बार है की आप अपनी लाइफ को एंजाय कर रहे हो नही तो मोस्ट्ली लड़कीो को रियल सेक्स पता ही नही होता.

इसके बाद उसने मुझे फिर से किस करना शुरू कर दिया. मेरे बूब्स को सक किया और मुझे एक बार फिर गरम कर दिया. मैने भी दोबारा बड़े प्यार से उसका लंड चूसना शुरू कर दिया.

लेकिन इस बार रोहित ने मुझे टाय्लेट सीट बे बैठाया और खुद खाद हो गया. मैने उसका लंड अपने मूह मे लिया जिसके बाद उसने मेरे बालो को पकड़ के मेरे मूह को छोड़ना शुरू कर दिया.

जहा पहले मई उसका लंड पूरा अपने मूह मे नही ले पा रही थी वही अब रोहित अपना पूरा लंड मेरे गले तक उतार रहा था. मेरी हालत खराब होने लगी थी.

जैसे ही वो देखता की मुझे दिक्कत हो रही है तो वो रुक जाता लीप किस करता और फिर से मेरे मूह को छोड़ना शुरू कर देता. इस तरह उसने तबीयत से मेरे मूह को छोड़ा.

फिर उसने एक दूसरा कॉंडम अपने लंड पे ल्गया और मुझे खड़ा कर के झुकाया.

मई भी टाय्लेट सीट पे हाथ रख के अपनी गांद उपर कर के झुक गयी. रोहित ने बिना देरी किए अपना लंड पीछे से मेरी छूट मे डाल दिया.

और जबरदस्त तरीके से मुझे छोड़ने लगा. मई अपनी सिसकिया पे कंट्रोल किए हुई थी बुत कभी कभी वो इतनी स्पीड बड़ा देता की मेरे मूह से सिसकिया निकल जाती थी.

इस तरह छोड़ते हुए उसने मेरे आस पे भी जोरदार तरीके से स्लॅप किए. उसके हाथ इतने हार्ड थे की मुझे दर्द फील होने लगा.

रोहित – बड़ी मस्त गांद है आपकी. कभी लंड लिए हो गांद मे?

मई – (चुदाई मे खोई हू बोली) नहियीई आआआसस्स..

रोती – (छोड़ते हुए) क्या बार कर रही हो यार. कभी ट्राइ करना कसम से मज़ा आ जाएगा.

उसने मुझे छोड़ना जारी रखा फिर उसने मुझे सीधा खड़ा किया और खड़े खड़े मुझे छोड़ने लगा.

कुछ देर इसी तरह छोड़ने के बाद वो झाड़ गया और मैने भी 4 बार ऑर्गॅज़म फील किए थे.

फिर हम दोनो ने एक दूसरे को हग किया और खुद को सॉफ किया. जिसके बाद रोहित सबसे पहले टाय्लेट से बाहर निकला और जब उसने देखा की सब ठीक है तो मुझे इशारा किया.

और हम दोनो आराम से अपनी बर्थ पे जेया के सो गये. मुझे इस चुदाई मे बहुत मज़ा आया, अच्छा भी फील हुआ. क्यूकी इमरान आंड नॉवब छोड़ते टाइम मेरी कोई परवाह नही करते थे. वही रोहित ने बड़े प्यार से मुझे छोड़ा था.

इसके बाद मई रोहित से कभी नही मिली. हम लोग अभी भी टच मे है आस गुड फ्रेंड्स. वो भी काफ़ी संजदर था. उसको पता था जो ट्रेन मे हम लोगो ने किया था वो एक कॅषुयल सेक्स था. इसलिए वो बाकी लड़को की तरह कभी फालतू बाते नही करता.

आपको ये स्टोरी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताए. यदि आप लोग चाहोगे तो ही मई आयेज की स्टोरी उपलोआड करूगी अदरवाइज़ ये मेरी लास्ट स्टोरी होगी

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